फेसबुक - 1
कविता :- 19(83)
शीर्षक :- महाराष्ट्र भूमि की गौरवगाथा
( महाराष्ट्र दिवस )
महाराष्ट्र भारत का हिस्सा है ,
इसकी कुछ अपनी ही क़िस्सा है ।
यहाँ कपास, संतरा ,
गन्ना और प्याज की खेत है ।
भारत की फ़िल्म जगत की
यहीं तो क्षेत्र है ।।
भारत में पहली रेल यहीं से तो चली थी ,
स्वतंत्रता संग्राम में तो आशाताई पाथेर
जी यहीं से तो लड़ी थी ।।
एक मई 1960 को एक राज्य महाराष्ट्र हुआ ,
आज 2021 , इसकी इकसठ (61)
वीं वर्षगांठ हुआ ।।
यहाँ की तो प्रमुख भाषा मराठी है ,
राजधानी बम्बई अब मुंबई कहलाती है ।।
✍️ रोशन कुमार झा
कोलकाता
वृहस्पतिवार , 29/04/2021
✍️ रोशन कुमार झा
सुरेन्द्रनाथ इवनिंग कॉलेज,कोलकाता
ग्राम :- झोंझी , मधुबनी , बिहार,
साहित्य संगम संस्थान , पश्चिम बंगाल इकाई (सचिव )
मो :-6290640716, कविता :- 19(83)
01/05/2021 , शनिवार ,
दिनांक :- 29/04/2021
संगम सुवास नारी मंच की व्यस्थापिका, अविचल प्रभा मासिक ई पत्रिका की साहित्य संपादक हम सबकी प्रिय डॉ कुमुद श्रीवास्तव कुमुदिनी जी को जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएं सह बधाई । आप कुशल संचालिका होने के साथ- साथ विनम्र व आपकी व्यवहार भी कुशल है ।
Happy Birthday
শুভ জন্মদিন
🙏💐🎂🎉🍰🎈🎁🎁
निवेदक :-
साहित्य संगम संस्थान पश्चिम बंगाल इकाई
कविता :- 19(81)
वृहस्पतिवार
29/04/2021
________________________________
कोलफील्ड मिरल आसनसोल
29/04/2021, वृहस्पतिवार
अब हमारे बीच नहीं नहीं रहें सम्मानित साहित्यकार आदरणीय सीताराम राय सरल जी
आपको साहित्य जगत से
हम नहीं भूल पाएंगें ,
हिन्द और हिन्दी की सेवा करके
एक दिन हम भी यूँ चल जायेंगे ।।
साहित्य संगम संस्थान मध्य प्रदेश इकाई के बुंदेली विकास पदाधिकारी, टीकमगढ , मध्यप्रदेश के
आदरणीय सीताराम राय सरल जी कोविड - 19 से संघर्ष करते हुए हार गए , और हम सभी को छोड़कर देवलोक के लिए प्रस्थान कर गये इस दुखद घड़ी में मंगलवार 27 अप्रैल 2021 सांय 5 बजे मध्य प्रदेश इकाई के पटल पर स्मृति शोकसभा आयोजित की गई । जिसमें राष्ट्रीय अध्यक्ष महोदय आ. राजवीर सिंह मंत्र जी , कार्यकारी अध्यक्ष आ. कुमार रोहित रोज़ जी , सह अध्यक्ष आ. मिथलेश सिंह मिलिंद जी, संयोजिका आ. संगीता मिश्रा जी , महागुरुदेव आ. डॉ राकेश सक्सेना जी, पश्चिम बंगाल इकाई अध्यक्षा आ. कलावती कर्वा जी , आ. स्वाति पाण्डेय 'भारती' जी ,आ. अर्चना जायसवाल जी , अलंकरण कर्ता आ. स्वाति जैसलमेरिया जी, आ. मनोज कुमार पुरोहित जी,आ. रजनी हरीश , आ. रंजना बिनानी जी, आ. सतीश लाखोटिया जी, आ. मधु भूतड़ा 'अक्षरा' जी , आ. रीतु गुलाटी जी ,आ. भारत भूषण पाठक जी , आ. अर्चना तिवारी जी एवं देश के हर एक क्षेत्र के साहित्य प्रेमियों ने सांय 5 बजे साहित्य संगम संस्थान मध्य प्रदेश इकाई के पटल पर उपस्थित होकर सभा में अपनी संवेदनाओं को संबंधित पोस्ट के कमेंट्स बॉक्स में प्रेषित किए । आपको साहित्य जगत से , हम नहीं भूल पाएंगें , हिन्द और हिन्दी की सेवा करके , एक दिन हम भी यूँ चल जायेंगे , ऊँ शांति , ईश्वर आपकी आत्मा को शांति प्रदान करे इन्हीं बातों से साहित्य संगम संस्थान पश्चिम बंगाल इकाई के सचिव रोशन कुमार झा विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित किया ।।
29/04/2021 , वृहस्पतिवार , कविता :- 19(81)
कोलफील्ड मिरल आसनसोल में प्रकाशित
________________________________
कोलफील्ड मिरल आसनसोल
29/04/2021, वृहस्पतिवार
माहेश्वरी साहित्यकार आज बुधवार 28/04/2021 को निम्न सम्मानित साहित्यकारों को स्वागत करता है ।
1. आ. मधु भूतड़ा जी
2. आ. रंजना बिनानी जी
3.आ. कलावती कर्वा जी
4.आ. स्वाति सरु जैसलमेरिया जी
5. आ. राजश्री राठी जी
6.आ.सतीश लाखोटिया जी
--------------------------
कोलफील्ड मिरल आसनसोल
29/04/2021
माहेश्वरी साहित्यकार स्वागत - पत्र से निम्न सम्मानित साहित्यकारों का स्वागत किया ।
बुधवार , 28 अप्रैल 2021 को माहेश्वरी साहित्यकार स्वागत - पत्र से आ. मधु भूतड़ा जी, आ. रंजना बिनानी जी, आ. कलावती कर्वा जी, आ. स्वाति सरु जैसलमेरिया जी, आ. राजश्री राठी जी एवं आ.सतीश लाखोटिया जी का स्वागत किया गया । मंच से शामिल हुए समस्त सदस्यों को स्वागत - पत्र से स्वागत किया जायेगा , उन सभी स्वागत - पत्र से सम्मानित सदस्यों को रोशन कुमार झा हार्दिक शुभकामनाएं सह बधाई दिए , हमें पूर्ण विश्वास है माहेश्वरी साहित्यकार मंच के संचालकों पर वे अपने समयनुसार साहित्य की सेवा करते हुए हिन्दी को विश्व स्तर पर सम्मान दिलायेंगे ।।
29/04/2021 , वृहस्पतिवार , कविता :- 19(81)
कोलफील्ड मिरल आसनसोल में प्रकाशित
________________________________
समाचार
कोलफील्ड मिरल
29/04/2021, वृहस्पतिवार
हमारे बीच नहीं रहें बालमुकुन्द कर्वा जी
बहुत दुःख के साथ सूचित करना पड़ रहा है कि साहित्य संगम संस्थान पश्चिम बंगाल इकाई के अध्यक्षा आ. कलावती कर्वा दीदी जी की देवर श्री बालमुकुन्द जी करवा सुपुत्र स्वर्गीय तोलाराम जी कर्वा ,आथुना बास , सरदारशहर का स्वर्गवास फरीदाबाद में बुधवार 28 अप्रैल 2021 को सुबह में हो गया ।
प्रभु के लेख आगे हम सब नतमस्तक हैं । शोकाकुल , भगवती देवी चांडक बहन, ओमप्रकाश कर्वा भ्राता , महावीर प्रसाद कर्वा भ्राता सुनील कुमार कर्वा भ्राता , मनीष कर्वा पुत्र .जिसके कारण कुछ दिनों तक आ. कलावती कर्वा जी मंच पर सक्रिय नहीं रह सकतीं , अतः मैं रोशन कुमार झा आप सभी सम्मानित बंगाल इकाई के पदाधिकारियों से निवेदन करता हूँ कि आप सभी अपने समयनुसार विषय प्रवर्तन कर देंगे ।
29/04/2021 , वृहस्पतिवार , कविता :- 19(81)
कोलफील्ड मिरल आसनसोल में प्रकाशित
________________________________
भारतीय सैनिक कोबरा वाहिनी 207 दो सौ सात । :-
भारतीय सैनिक फौज मुख्यालय बंगाल की कोबरा दो सौ सात , 207, दो सौ सात ,
समझ में कुछ नहीं आता , किससे करूं तुलना आपके साथ ।
कमल से करूं क्या ?
न ना वह तो सिर्फ सूर्य की रोशन किरण में ही खिली रहती है ।
आप तो सदैव नदी की तरह गतिमान है ,
क्या मैं आपकी तुलना धूप से कर सकता हूं ,
अगल कर सकता हूं तो आप धूप नहीं बल्कि एक पेड़ है ,
जहां समस्त जीव - जन्तु आपके पास रहते है ,
धूप- वारिश स्वंय सहकर आप उनकी निगरानी में रहते हैं ।
हे भारतीय सैनिक आपकी आत्मा नदी की तरह बड़ा है ,
और आप पर्वत हिमालय की तरह खड़ा है ।
ना आपकी तुलना किसी से नहीं हो सकते है ,
स्वंय को वीरगति पाकर आप भारत माता के संतान को सुरक्षित रखते हैं ।।
रोशन कुमार झा
कोलकाता
सुरेन्द्रनाथ इवनिंग कॉलेज कोलकाता भारत
बी.ए प्रथम वर्ष हिन्दी आनर्स Sec:-H4 Roll no:-26
मो :- 6290640716
28-12-2017 गुरुवार , यह मेरा पहला कविता है, जो मैक लेकर बोले Narasinha Dutt College St John Ambulance से सालबनी हाई स्कूल में कैम्प शिविर रहा
तीसरा डायरी ममता दीदी वाला ।
27-12-2018 है :-9(056) Intex से
3(015) है :-9(056) (Ncc 19 Bn :-9(19)
26.- आहुति :-
29/04/2021 , वृहस्पतिवार , कविता :- 19(81)
कोलफील्ड मिरल आसनसोल में प्रकाशित
________________________________
कविता :- 16(09) हिन्दी ✍️ रोशन कुमार झा 🇮🇳
-: गुजरे न उल्का पिंड , पर इरफान खान गुजर गये ! :-
हर कहीं इरफान खान के निधन की खबर है ,
जहाँ तहाँ शोक की लहर है !
क्या कहूं मैं रोशन ,वे नहीं... मगर है ,
क्या ? वही कलकत्ता, दिल्ली , मुंबई नगर है ,
जहां से बनना चाहते रहें , खिलाड़ी,पर बन गये अभिनेता ,
इसी कोरोना महामारी में कैंसर के कारण गुजर
गये बॉलीवुड के बेटा !
जीते जी किसी से हारे न , मगर कैंसर हुए इनसे विजेता ,
हम कवियों का क्या है कविता के अलावा तो हम
कविता से ही इन्हें विनम्र श्रद्घांजलि मन से देता !
कहां तो आज सभी को लेकर गुजरने वाले रहें उल्का
पिंड ,पर इरफान खान गुजर गये ,
तो मैं कहता हूं , ये यमदूत उल्का पिंड मेहमान किधर गये !
कहां ? 19 हजार किमी प्रति घंटे की रफ्तार से जाने वाली
यान ठहर गये !
गर्व है कला पर, हम कलाकार नहीं ,उल्का पिंड से तो
विज्ञान डर गये !
🙏 धन्यवाद ! 💐🌹
® ✍️ रोशन कुमार झा 🇮🇳
सुरेन्द्रनाथ इवनिंग कॉलेज , कोलकाता
29-04-2020 बुधवार 15:45 मो:-6290640716
রোশন কুমার ঝা, Roshan Kumar Jha
कलम लाइव पत्रिका kalam live patrika अंक 1वर्ष 2 >> https://kalamlive.blogspot.com/2020/04/kalam-live-patrika-1-2.html
http://roshanjha9997.blogspot.com/2020/04/1598.html
https://youtu.be/0gWeou7xCy4
http://roshanjha9997.blogspot.com/2020/04/1608.html
http://roshanjha9997.blogspot.com/2020/04/1609_29.html
हिन्दी कविता:-11(068)
29-04-2019 सोमवार 22:26
*®• रोशन कुमार झा
-:हम चार हूँ प्रकृति की उपहार !:-
अक्ल से नहीं शक्ल से खींचवाया हूँ
इजाज़त दिया हूँ ले लो फोटो
यानी छवि खींच,
क्योंकि हूँ हम चारों सुरेन्द्रनाथ इवनिंग
कॉलेज के भविष्य!
मस्त है नितेश करना है व्यपाार नहीं
तो बनना है उच्च पदाधिकारी,
लाडो की सपना भी है न्यारी कहीं
मिल जाये नौकरी सरकारी,
और रोशन बनकर रहे जन सेवा में भिखारी!
प्रीती जैसे ही बनी आईपीएस रोशन को
मौक़ा मिल जायें चलाने को गाड़ी!
फिर क्या रहेगी सुखमय जीवन,
कह रहे है मिलकर लाडो,प्रीती,
नितेश रोशन,
लुटाऊँ पर करूँ ना किसी का शोषण,
एक ही काम आयेंगी वह है शिक्षा तो
करूँ अभी उसी का पालन-पोषण!
पढ़-लिखकर दूर जाऊँ हम चार,
करूँ हर एक का उपकार!
मरने के बाद नाम ले ये संसार,
चलना है सँघर्ष के राहों पर,लेकिन अभी
एक साथ हूँ फिलहाल!
*®• रोशन कुमार झा
सुरेन्द्रनाथ इवनिंग कॉलेज कोलकाता भारत
मो:-6290640716,(8420128328)
9433966389(कविता:-11(068)
29-04-2019 सोमवार 22:26
31st Bengal bn Ncc Fortwilliam
E.Rly,scouts
Lic Policy no. 405188720
आया कॉलेज में 1044
25 वृहस्पतिवार,कार मोबाइल
#साहित्य #संगम #संस्थान #मंच
********************************
📘 #सबकी #हिन्दी:#सबका #हिंद 🇮🇳
-------------------------
|| 📚 ✍ || #विचारणीय || ✍📚 ||
********************************
✍📖✍••••#साहित्य #संगम #संस्थान जो कि अपने अमुल्य साहित्य व साहित्यकारों को सम्मान देने और उसके प्रचार-प्रसार के लिए भक्तिकाल में #पूर्व #प्रकाशित #कृतियों के #ऑनलाइन #लोकार्पण की पहल कर रहा है | इसी कड़ी में #साहित्य #मेघ निशुल्क पुस्तकमाला में कैलेण्डर विशेषांक का संदर्भ कविता संग्रह का जिसमें आप सभी सम्माननीय प्रबुद्धजनों के स्नेहाशीष और समीक्षात्मक टिप्पणियों की अपेक्षा रखता है |
✍📖✍••••आज आपको #साहित्य #संगम #संस्थान की ओर से समर्पित है । #साहित्य #मेघ निशुल्क पुस्तकमाला की विशेषांक में कैलेण्डर से भरी पुस्तिका जिसमें आपकों पढ़ने, सीखने एवं समझने का मौका मिलेगा तो थोड़ा समय निकालकर आप रचनाकारो के प्रोत्साहन के लिए उपनामो का अवलोकन कर अपनी सुविधा-समय और रूचि अनुसार कृति पर प्रतिक्रिया देने की कृपा करें |
✍📖✍••••ऐसा आप सभी आत्मीय रचनाकारों से करबद्ध निवेदन है |
🙏जय हिंद, प्रणाम 🙏
•••••••••••••••••••■■■■•••••••••••••••••
💢 साहित्य संगम संस्थान मंच 💢
••••••••••••••••••••■■■■••••••••••••••••
✍📖💥 रचनाकार 💥 📖✍
साहित्य संगम संस्थान मंच
********************************
कविता :- 19(80)
नमन 🙏 :- साहित्य संगम संस्थान , पश्चिम बंगाल
दिनांक :- 28/04/2021
दिवस :- बुधवार
विषय :- लापरवाही और सावधानी
विधा :- कविता
विषय प्रदाता :- आ. सुनीता मुखर्जी
विषय प्रवर्तक :- आ. मधु भूतड़ा'अक्षरा'जी
लापरवाही
करना न हम जैसे राही ।।
और सावधानी ,
बनाते नई कहानी ।।
लापरवाही से होता नुक़सान ,
तो क्यों न रहूँ सावधान ।।
सावधान में ही है सुख - शांति ,
लापरवाही ही तो कराते क्रांति ।।
लापरवाही से बेहतर है सावधानी ,
लाभ हो न हो , पर पहुंचाते न हानि ।।
हूँ सावधान है हम रोशन की वाणी ,
सावधानी जो रहा वहीं तो है परम ज्ञानी ।।
✍️ रोशन कुमार झा
सुरेन्द्रनाथ इवनिंग कॉलेज,कोलकाता
ग्राम :- झोंझी , मधुबनी , बिहार,
साहित्य संगम संस्थान , पश्चिम बंगाल इकाई (सचिव )
मो :-6290640716, कविता :- 19(80)
______________________
कोलफील्ड मिरल आसनसोल
28/04/2021
माहेश्वरी साहित्यकार ग्रुप का हुआ गठन
सोमवार 26 अप्रैल 2021 को साहित्य संगम संस्थान पश्चिम बंगाल इकाई के अध्यक्षा आ. कलावती कर्वा जी की वर्षगांठ के शुभ अवसर पर फेसबुक पर माहेश्वरी साहित्यकार ग्रुप का गठन हुआ , आ. मधु भूतड़ा 'अक्षरा' जी , आ. रंजना बिनानी जी , आ. स्वाति 'सरु' जैसलमेरिया जी, आ. सतीश लाखोटिया जी के सहयोग से साहित्य जगत को एक और मंच मिला ।। माँ शारदे को वंदन अभिनंदन।साहित्य के क्षेत्र में अपनी कलम द्वारा लेखनी को एक नया आयाम स्थापित करने वाले सभी साहित्यकारों को आत्मिक नमन है। माहेश्वरी साहित्यकार ग्रुप का उद्देश्य अपने समाज के बंधुओं को हिन्दी साहित्य के प्रति रुचि बढ़ाना,उनको प्रोत्साहन देना, उत्साहवर्धन करना और राष्ट्र को सर्वोच्च योगदान देना ही मूल उद्देश्य है। विश्व के सभी रचनाकारों और साहित्यकारों को एक पटल पर लाकर नई ऊर्जा का संचार करना है,आप सभी से निवेदन है कि इस पटल से जुड़े और अपने मित्रों को भी जोड़ें। अंतर्मन के भाव को शब्दों में पिरोकर यहाँ प्रेषित करें और अपनी सार्थक लेखनी से ज़न ज़न की चेतना जागृत करें मंच संस्थापिका आ. मधु भूतड़ा 'अक्षरा' जी इन्हीं बातों से सम्बोधित किए ।, साहित्य संगम संस्थान पश्चिम बंगाल इकाई के सचिव रोशन कुमार झा ने मंच संचालक सीमित को हार्दिक शुभकामनाएं सह बधाई प्रदान किए ।
28/04/2021 , बुधवार , कविता :- 19(80)
ये सिर्फ हमारी नहीं, समस्त मानव जाति की है ज़ुबान ,
तब कोरोना भगाने के लिए सिर्फ एक बार आ जाओ
पवनपुत्र हनुमान !!
🙏 धन्यवाद ! 💐🌹
® ✍️ रोशन कुमार झा 🇮🇳
सुरेन्द्रनाथ इवनिंग कॉलेज , कोलकाता
28-04-2020 मंगलवार 13:15 मो:-6290640716
রোশন কুমার ঝা, Roshan Kumar Jha
http://roshanjha9997.blogspot.com/2020/04/1608.html
https://youtu.be/dQQb0EWDWjw :-16(08)
https://kalamlive.blogspot.com/2020/04/corona-ke-khilaaf-desh-ki-janata.html
(2)
https://kalamlive.blogspot.com/2020/04/corona-me-janta-se-sahyog-chahiye.html
(3)
https://kalamlive.blogspot.com/2020/04/neta-ho-yogi-jaisa.html
(4)
https://kalamlive.blogspot.com/2020/04/dekho-bekasur-saadhu-ki-hui-hatya.html
(5)
https://kalamlive.blogspot.com/2020/04/kavita-se-mohabbat-hua.html
(6)
https://kalamlive.blogspot.com/2020/04/kavita-se-pyaar-hua-dhire-dhire.html
(7)
https://kalamlive.blogspot.com/2020/04/le-rhe-hai-korona-vayaras.html
(8)
https://kalamlive.blogspot.com/2020/04/bigda-arthik-sthithi.html
(9)
https://kalamlive.blogspot.com/2020/04/adhunik-pyaar-ka-parinaam.html
(10)
https://kalamlive.blogspot.com/2020/04/prabhu-akar-dur-karo-corona.html
https://www.amarujala.com/kavya/mere-alfaz/roshan-kumar-come-here-krishna-poem-written-by-roshan-kumar-jha
कविता :- 15(97) ,:- 15(98) :-15(85)
https://www.rachanakar.org/2020/04/blog-post_476.html
संध्या शर्मा
http://roshanjha9997.blogspot.com/2020/04/1597-1598-1585.html
sahityamanjari@gmail.com
swtupat123@gmail.com
kalamlivepatrika@gmail.com
https://kalamlive.blogspot.com/2020/04/corona-me-janta-se-sahyog-chahiye.html
rachanakar@gmail.com setuhindi@gmail.com
http://roshanjha9997.blogspot.com/2020/04/1607_27.html
http://roshanjha9997.blogspot.com/2020/04/1607.html
कविता :- 16(08) हिन्दी ✍️ रोशन कुमार झा 🇮🇳
-: आइए वीर हनुमान तोड़िए कोरोना की गुमान !:-
कोरोना भगाने में असफल रहा कला और विज्ञान ,
तब हम निर्धन रोशन का पुकार सुनिए भगवान !
आइए आप ही पवनपुत्र वीर हनुमान ,
और तोड़िए ये दुष्ट कोरोना की गुमान !!
साईकिल से हवाई जहाज तक बनायें इंसान ,
पर आज कोरोना जैसी मुसीबत में
व्यर्थ रहा हम मानव के ज्ञान !
कोरोना भगाने के लिए लगाकर आयें अनुमान ,
तब अब जल्दी आईयें रामभक्त वीर हनुमान !!
वह शक्ति दो घर पर रहकर सरकार के नीति नियम लूं मान ,
बंद पड़े हैं, हाट, बाज़ार , दुकान !
पर्वत लिए उठा , आप में है परम शक्ति हनुमान ,
तब कोरोना से दूर करों प्रभु ! ताकि हम भारतीय
फिर से नव जीवन पाकर करूं भारत मां की चुमान !!
मां सरस्वती की दया से लिखा हूं कविता,भले ही मैं
रोशन कोरोना में हो जाऊं कुर्बान ,
पर हे! राम अपने भक्त हनुमान के माध्यम से
लौटा दे धरती की मुस्कान !
ये सिर्फ हमारी नहीं, समस्त मानव जाति की है ज़ुबान ,
तब कोरोना भगाने के लिए सिर्फ एक बार आ जाओ
पवनपुत्र हनुमान !!
🙏 धन्यवाद ! 💐🌹
® ✍️ रोशन कुमार झा 🇮🇳
सुरेन्द्रनाथ इवनिंग कॉलेज , कोलकाता
28-04-2020 मंगलवार 13:15 मो:-6290640716
রোশন কুমার ঝা, Roshan Kumar Jha
http://roshanjha9997.blogspot.com/2020/04/1608.html
https://youtu.be/dQQb0EWDWjw :-16(08)
https://kalamlive.blogspot.com/2020/04/corona-ke-khilaaf-desh-ki-janata.html
(2)
https://kalamlive.blogspot.com/2020/04/corona-me-janta-se-sahyog-chahiye.html
(3)
https://kalamlive.blogspot.com/2020/04/neta-ho-yogi-jaisa.html
(4)
https://kalamlive.blogspot.com/2020/04/dekho-bekasur-saadhu-ki-hui-hatya.html
(5)
https://kalamlive.blogspot.com/2020/04/kavita-se-mohabbat-hua.html
(6)
https://kalamlive.blogspot.com/2020/04/kavita-se-pyaar-hua-dhire-dhire.html
(7)
https://kalamlive.blogspot.com/2020/04/le-rhe-hai-korona-vayaras.html
(8)
https://kalamlive.blogspot.com/2020/04/bigda-arthik-sthithi.html
(9)
https://kalamlive.blogspot.com/2020/04/adhunik-pyaar-ka-parinaam.html
(10)
https://kalamlive.blogspot.com/2020/04/prabhu-akar-dur-karo-corona.html
https://www.amarujala.com/kavya/mere-alfaz/roshan-ku
मां सरस्वती की दया से लिखा हूं कविता,भले ही मैं
रोशन कोरोना में हो जाऊं कुर्बान ,
पर हे! राम अपने भक्त हनुमान के माध्यम से
लौटा दे धरती की मुस्कान !
ये सिर्फ हमारी नहीं, समस्त मानव जाति की है ज़ुबान ,
तब कोरोना भगाने के लिए सिर्फ एक बार आ जाओ
पवनपुत्र हनुमान !!
🙏 धन्यवाद ! 💐🌹
® ✍️ रोशन कुमार झा 🇮🇳
सुरेन्द्रनाथ इवनिंग कॉलेज , कोलकाता
28-04-2020 मंगलवार 13:15 मो:-6290640716
রোশন কুমার ঝা, Roshan Kumar Jha
https://youtu.be/dQQb0EWDWjw :-16(08)
https://kalamlive.blogspot.com/2020/04/corona-ke-khilaaf-desh-ki-janata.html
(2)
https://kalamlive.blogspot.com/2020/04/corona-me-janta-se-sahyog-chahiye.html
(3)
https://kalamlive.blogspot.com/2020/04/neta-ho-yogi-jaisa.html
(4)
https://kalamlive.blogspot.com/2020/04/dekho-bekasur-saadhu-ki-hui-hatya.html
(5)
https://kalamlive.blogspot.com/2020/04/kavita-se-mohabbat-hua.html
(6)
https://kalamlive.blogspot.com/2020/04/kavita-se-pyaar-hua-dhire-dhire.html
(7)
https://kalamlive.blogspot.com/2020/04/le-rhe-hai-korona-vayaras.html
(8)
https://kalamlive.blogspot.com/2020/04/bigda-arthik-sthithi.html
(9)
https://kalamlive.blogspot.com/2020/04/adhunik-pyaar-ka-parinaam.html
(10)
https://kalamlive.blogspot.com/2020/04/prabhu-akar-dur-karo-corona.html
https://www.amarujala.com/kavya/mere-alfaz/roshan-kumar-come-here-krishna-poem-written-by-roshan-kumar-jha
कविता :- 15(97) ,:- 15(98) :-15(85)
https://www.rachanakar.org/2020/04/blog-post_476.html
संध्या शर्मा
http://roshanjha9997.blogspot.com/2020/04/1597-1598-1585.html
sahityamanjari@gmail.com
swtupat123@gmail.com
kalamlivepatrika@gmail.com
https://kalamlive.blogspot.com/2020/04/corona-me-janta-se-sahyog-chahiye.html
rachanakar@gmail.com setuhindi@gmail.com
http://roshanjha9997.blogspot.com/2020/04/1607_27.html
http://roshanjha9997.blogspot.com/2020/04/1607.html
हिन्दी व्यंग्य:-11(067)1
28-04-2019 रविवार 19:45
*®• रोशन कुमार झा
-:प्लेटफार्म पर कैसे उतरूँ !
रास्ते से चल तो चल दिये रेलवे स्टेशन
तक अब सवाल रहा कैसे प्लेटफ़ार्म पर
उतरूँ,टिकट लिए या बिना टिकट का ?
पर छोटा ही स्टेशन की प्लेटफ़ार्म रही
लेना शायद ठीक ना होता पर ले लिए
सीढ़ी रही पर लाइन पार करके ही
प्लेटफ़ार्म पर गये,वहाँ पैसेंजर कम
कुत्ता बकरी ज्यादा,और जबरदस्त की
गर्मी,हवा का ठिकाना ही नहीं रहा पर
करते क्या अंधकार में रोशन हो सकता है
अचानक वह भी एक ही बार नहीं ना !?
तब आते है हम प्रसंग पर,प्लेटफ़ार्म टिकट
लिए लगे रहे दस रुपये चिंता इसकी थी
आख़िर में कहाँ दिये दस रुपये,यही
सोचते-सोचते पसीना और बह रही थी,
ना पंखा ना बैठने की व्यवस्था,पर यह
पेट मानने वाला थोड़ी है उसी भयानक
गर्मी में यात्रियों कर रही थी नाश्ता!
चारों ओर चहलपहल थी,पर पीने के
लिए दूर में जाकर कल थी,
इसी प्रकार के ना जाने कितनी
प्लेटफ़ार्म है!
*®• रोशन कुमार झा
सुरेन्द्रनाथ इवनिंग कॉलेज कोलकाता भारत
मो:-6290640716,8420128328
9433966389(व्यंग्य-11(067)1
28-04-2019 रविवार 19:45
The Bharat scouts & Guides
Eastern Railway
हिन्दी कविता:-11(067)
28-04-2019 रविवार 12:37
*®• रोशन कुमार झा
-: जीवन की दौड़!:-
यह जिन्दगी की दौड़,
कहीं शाम तो कहीं है भोर!
कौन जानता किसका कितना है ज़ोर,
सब अपने-अपने जगह पर ठीक है चॉहे
हम हो या चोर!
चोरी का भी है मोल,
अपना जीवन रोशन करता कितना
मन है लोल!
उस चंचलता पर कुछ तो बोल,
अभी कहाँ अंत अभी तो होने ही
वाली है भोर!
जहाँ उठेंगे फिर करेंगे शोर,
और कहीं नई ओर!
वही से जायेंगे दौड़,
गिरेंगे फिर उठेंगे और बढ़ायेंगे
अपना मोल!
मूल्य भरी जीवन का पोल,
उस खंभा से बनायेंगे अपना टोल!
उस टोल में बाँटेंगे शिक्षा इतिहास भूगोल,
और चलाना है और चलना है नई
दिशा की ओर!
लाना है एक नई मोड़,
अभी रात दूर है अभी तो हुँआ ही है भोर!
जहाँ सीखना है गुणा घटाव और जोड़,
सुख-दुख तो भाई-बहन है उसे तो आना
ही है क्योंकि यह पृथ्वी ही है गोल!
*®• रोशन कुमार झा
सुरेन्द्रनाथ इवनिंग कॉलेज कोलकाता भारत
मो:-6290640716,(8420128328)
9433966389(कविता:-11(067)
28-04-2019 रविवार 12:37
Roshan Kumar Jha(31st Bengal
Bn Ncc Fortwilliam Kolkata-B
Reg no:-WB17SDA112047
E.Rly,scouts Howrah
St John Ambulance,Pmkvy
लोल:-चंचल
हिन्दी कविता:-11(066)
27-04-2019 शनिवार 20:17
*®• रोशन कुमार झा
-:क्या यही है जात!:-
गोरखा को अलग राज्य चाहिए इसके
लिए हिंसा जारी है
उस हिंसा को बढ़ावा देने के लिए दीदी
जैसी नारी है!
अपना जनता रोज़गार के लिए भिखारी है
और क्या दीदी की ममता
गोरखा पर ही डाली है!
कहाँ कुछ किये जब भाजपा अध्यक्ष
दिलीप घोष पर गोरखा छोड़े रहे
दार्जिलिंग में हाथ
क्या दीदी यही है आपकी जात!
भुँलुँगा ना महीना अक्टूबर 2017 की बात
फिर दोबारा मोदी लाऊँगा दीदी हम
भारतीय जनता पार्टी के साथ!
राह रोशन करके चमकायेंगे बंगाल
दीदी अबकी बार आपको भी
होना है कंगाल!
नहीं तो बदल लीजिए अपना विचार
आपके बस में है ना यह संसार!
दीदी खोजीये अपना पथ अब उजड़ने
ही वाली है आपकी क्ष्रृंगार
हम और हमारी वोट पर है एक ही
का अधिकार!
वह अधिकारी है सिर्फ बीजेपी की
सरकार!
उनकी आगमन से अत्याचारी बेईमानों से
मुक्त होगी बंगाल
सिर्फ अबकी बार ही नहीं बार-बार चाहिए
हम जनता को मोदी सरकार!
*®• रोशन कुमार झा
सुरेन्द्रनाथ इवनिंग कॉलेज कोलकाता भारत
मो:-6290640716,(8420128328)
9433966389(कविता:-11(066)
27-04-2019 शनिवार 20:17
2017 अक्टूबर 6-बचन सर बोले
नमन 🙏 :- साहित्य संगम संस्थान काव्य मंच
दिनांक :- 25/04/2021
दिवस :- रविवार
विषय :- कृतज्ञता ज्ञापन महोत्सव
स्वभाव भी है अदभुत जी ,
आप में गुण भी है बहुत जी ।।
आप कवि , चित्रकार ,
अंहकार से आप हो मुक्त जी ,
इसी तरह आगे बढ़ते रहिए
आ. शिव शंकर लोध राजपूत जी।।
करते रहिए रचना
बनाते रहिए चित्र ,
कलम को बनाकर ही
रखिए मित्र ।।
एक दिन होगी
आपकी भी जीत ,
यही है दुनिया की रीत
✍️ रोशन कुमार झा
सुरेन्द्रनाथ इवनिंग कॉलेज,कोलकाता
ग्राम :- झोंझी , मधुबनी , बिहार,
साहित्य संगम संस्थान , पश्चिम बंगाल इकाई (सचिव )
मो :-6290640716, कविता :- 19(76)
कोलफील्ड मिरल आसनसोल , समाचार
25/04/2021 , रविवार , कविता :- 19(77)
शंघाई रैंकिंग 2020 में कलकत्ता विश्वविद्यालय तृतीय स्थान प्राप्त किया, विश्वविद्यालय के रूप में प्रथम
शंघाई रैंकिंग 2020 में भारतीय विज्ञान संस्थान बेंगलुरु इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस विश्व स्तर पर 501-600 , व राष्ट्रीय स्तर पर प्रथम स्थान प्राप्त किया , भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान ( आईआईटी ) , मद्रास विश्व स्तर पर 601-700 , राष्ट्रीय स्तर पर 2-4 , कलकत्ता विश्वविद्यालय विश्व स्तर पर 601-700 पर और राष्ट्रीय स्तर पर इंडियन इंस्टीट्यूट व विश्वविद्यालय मिलाकर तृतीय स्थान पर रहा जबकि विश्वविद्यालय के रूप में देखा जाएं तो कलकत्ता विश्वविद्यालय प्रथम स्थान प्राप्त किया , कोलकाता सुरेन्द्रनाथ इवनिंग कॉलेज के हिन्दी आनर्स के तृतीय वर्ष की छात्र रोशन कुमार झा विश्वविद्यालय की इस क़ामयाबी को प्रचार व प्रसार में लग गया । दिल्ली विश्वविद्यालय विश्व स्तर पर 601-700 व राष्ट्रीय स्तर पर 2-4 , इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी दिल्ली विश्व स्तर पर 701-800 राष्ट्रीय स्तर पर 5-7, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान ( आईआईटी ) , खड़गपुर विश्व स्तर पर 701-800 , राष्ट्रीय स्तर पर 5-7, जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी विश्व स्तर पर 701-800 , राष्ट्रीय स्तर पर 5-7 , अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय विश्व स्तर पर 801-900 , राष्ट्रीय स्तर पर 8-9 स्थान प्राप्त किया ।
Shanghai Ranking , 2020 ,
2 April 2021
University of Calcutta tops the list of Universities in India ,
The Academic Ranking of World Universities (ARWU) popularly known as shanghai Ranking 2020 has just been published where the university of Calcutta has secured 3rd Place among all Indian institutes and universities and 1st place among all universities In India adjudged on the merit of overall performance. It 's indeed a glorious moment for all fraternities associated with the University of Calcutta.
Vice- chancellor
University of Calcutta.
Academic Ranking of World Universities 2020
World, institution, By location, National/
Rank , India , , Regional Rank
501-600, indian Institute of science , 1
25/04/2021, रविवार , कविता :- 19(77)
____________________________________
नमन 🙏 :- साहित्य संगम संस्थान पश्चिम बंगाल इकाई
दिनांक :- 22/04/2021
दिवस :- वृहस्पतिवार
विषय :- लाचारी और उम्मीद
विधा :- छंदमुक्त काव्य
विषय प्रदाता :- रोशन कुमार झा
विषय प्रवर्तक :- आ. रजनी हरीश जी
जो बना लाचारी
और रखा उम्मीद ,
संघर्ष रखा जारी
वहीं हुआ एक दिन प्रसिद्ध ।।
नाम किया , काम किया सिद्ध ,
कुछ करने की रखा रहा ज़िद ।
पर्व होने के बाद भी कहाँ
मनाया वह होली , दिवाली , ईद ,
उसे लाचारी शब्द न
उसे दिखता रहा उम्मीद ।।
फिर भी
लाचारी बनकर जीता रहा ,
शरीर भी
ग़म ही ग़म पीता रहा ।।
भीड़ भी
लेकिन उम्मीद उसका मीठा रहा ,
कहलाया वीर भी
एक वक्त रहा उसका
जो दुखमय में ही बीता रहा ।।
✍️ रोशन कुमार झा
सुरेन्द्रनाथ इवनिंग कॉलेज,कोलकाता
ग्राम :- झोंझी , मधुबनी , बिहार,
साहित्य संगम संस्थान , पश्चिम बंगाल इकाई (सचिव )
मो :-6290640716, कविता :- 19(74)
कोलफील्ड मिरल आसनसोल , समाचार
25/04/2021 , रविवार , कविता :- 19(77)
____________________________________
विषय :- आबूं नैई लेकिन कोरोना भगाबूं !
विधा :- कविता
भाषा :- मैथिली
नमन 🙏 :- साहित्य संगम संस्थान , बोली विकास मंच
तिथि :- 06/09/2020
दिवस :- रविवार
भाषा :- मैथिली
-: 🙏 आबूं नैई लेकिन कोरोना भगाबूं ! 🙏:-
घर सऽ बाहर नैई आबू ,
घर पर रैही कऽ कोरोना भगाबूं !
हम रोशन के विनीत अछि कि माधव के गुण गाबूं ,
अखन घोरे पर रहूं अहाँ सभ भैया आर बाबू !
मिल कऽ सोब गोटा बदलाव लाबूं ,
एखन घोरे पर रहि कऽ , नैइ कमाबू !
एक नीक आदमी के फ़र्ज़ निभाबूं ,
कोरोना मुक्त मिथिला के साथ कोरोना मुक्त भारत बनाबूं !!
केतक अछि अहाँ के क़ाबू ,
ओऽ सऽ अहाँ कोरोना भगाबूं !
घोरे पर रहि कऽ इअ महीना बीताबू ,
कोरोना के हरा कऽ अपन भारत जीताबू !!
दुख तक़लीफ़ सैह कऽ नीक दिन लाबू ,
केअ अपने लोगेन भईया आर बाबू !
बाहर जेअ के जे इच्छा अछि होअ दबाबू ,
कोरोना भगा कऽ फेर सँ ओहि दिन के सुख पाबू !!
✍️ पूजा कुमारी
राजनगर, मधुबनी , बिहार
✍️ रोशन कुमार झा
कविता:- 16(21) मैथिली , 06-05-2020 बुधवार 07:07 ,
हम रोशन के विनीत अछि कि माधव के गुण गाबूं
हम पूजा के विनीत अछि कि माधव के गुण गाबूं
आज कविता :- 19(77) , रविवार , 25/04/2021
कोलफील्ड मिरल आसनसोल
-------_________----------________
কবিতা:-১৫(৯৬) বাংলা ✍️ ••• রোশন কুমার ঝা
-: করোনা এসেছে !:-
কী বোলবে আমি রোশন এই মুহূর্তে বিশ্বে
নভেল করোনাভাইরাস হলো ,
তালে আপনি সবাই কিছু বলো !
এখন বাহিরে চলে না ,
ঘুরছো এখন করোনা !
যাবেন না বাইরে ,
আমার দাদা ভাই রে !
বাড়িতে থাকো ,
সুস্থ মন রাখো !
ধন্যবাদ ! 💐🌹💐🌻
✍️••••• রোশন কুমার ঝা
बंगाली
( कोरोना आया है )
की बोलवो आमि रोशन ऐई मुहूर्त विश्व
नोवेल कोरोनावायरस हलो ,
ताले आपनी सोवाई कीछू बोलो !
ऐखुन बाहिरे चोलोना,
घुरचे ऐकुन कोरोना !
जावेन ना बाहिरे ,
आमार दादा भाई रे !
वाड़ी ते थाको ,
स्वस्थ मन राखो !
हिन्दी अर्थ में कविता :-15(96)
क्या बोलूं हम रोशन
इस समय विश्व में कोरोनावायरस हुआ है ,
इसलिए आप लोग कुछ बोलिए !
अभी बाहर चलिए ना,
घूम रहे हैं अभी कोरोना !
जाईयें न बाहर ) रे
हमारा दादा भाई रे !
घर पर रहिए ,
स्वस्थ
शीर्षककविता:-11(063)ह,विषय सामग्री:हिन्दी कविता:-11(063)
24-04-2019 बुधवार 10:36
*®• रोशन कुमार झा
-:जीने की तरीक़ा!:-
जीने की तरीक़ा,
कही और नहीं यही से दिखा!
अन्धेरा में रोशन करने को सीखा,
आँशू की ये बूँद है जिसे हमनें कागज
पर लिखा!
जीना भी है एक नशा,
भरपूर शोर मचा,
अभी तो उम्र ही है कच्चा,
और क्या सारा जीवन है बचा!
इसी में,
सुख में हँसा,
दुख में फँसा!
इन दोनों राहो से कौन बचा,
मेरी बात हैं ना सच्चा!
तो मानते है ना सुख को हीरा,
दुख को पीड़ा!
और कहीं नहीं जीवन की राह
से ही तो गिरा,
घबड़ाने की बात नहीं चलती
आयी है ये सिलसिला!
गिरना और उठना,
जागना और सुतना,
हार के बाद भी सफलता की माला गूँथना,
पर असफलता से नहीं टूटना!
जब जान जाओगे जीने की तरीक़ा,
तब यह जीवन लगेगी ना फीका!
हम जीवन पर जिन्दगी हम पर टिका,
जिन्दगी जीना सुख-दुख पशु-पक्षी
हार-जीत से ही सीखा
*®• रोशन कुमार झा
सुरेन्द्रनाथ इवनिंग कॉलेज कोलकाता भारत
मो:-6290640716,(8420128328)
9433966389(कविता:-11(063)
24-04-2019 बुधवार 10:36
Roshan Kumar Jha(31st Bengal
bn Ncc Fortwilliam Kolkata-B
Reg no:-WB17SDA112047
E.Rly,scouts,St John Ambulance
सिलसिला:-क्रम
कविता :- 16(04) हिन्दी ✍️ रोशन कुमार झा 🇮🇳
-: 🙏 कविता से मोहब्बत हुआ ! 🙏 :-
दुख दर्द चिंता से जब निकट हुआ ,
पूजा पाठ धर्म-कर्म से न ,
जब अपने से दिक्क़त हुआ !
तब हम रोशन को राह पर चलने का हिम्मत हुआ,
क्योंकि उसी वक्त हमें कविता से मोहब्बत हुआ !
हार हुआ जीत कहीं कभी इज़्ज़त हुआ ,
कविता के प्रति तभी क़ीमत हुआ !
तब देर सारी कविता का लिखा हुआ पत्र हुआ ,
कब ? जब कविता से मुझे मोहब्बत हुआ !
तब आस-पास में हमारी कहावत हुआ ,
तो कभी राजनीतिक,तो कभी
प्रकृति चित्रण पर हमारी लिखावट हुआ !
इस तरह हमारी अपना साहित्य में एक तट हुआ ,
कोई छोड़कर गयी, पर कविता से हमें अनेक
मोहब्बत हुआ !
न मिलने के वक्त भी मिलने की मुहूर्त हुआ ,
दिन दुपहरिया जब तब कविता के लिए नई- नई
शब्द की निर्गत हुआ !
जो हुआ हकीक़त हुआ ,
क्या बताऊं इतनी गहराई से हमें कविता से
मोहब्बत हुआ !
बाल-बच्चा नहीं, उसके जगह , कविता पर पाठकों से
आये कथनों से मैं सहमत हुआ ,
कि यही मेरा बूढ़ापा का साथी, अभी तक न मेरा
जीवन दुर्गत हुआ !
दुर्गत के जगह मेरा जीवन कुपंथ से सुपथ हुआ ,
कब ? जब हमें कविता से बेधड़क मोहब्बत हुआ !
रात में भी बिस्तर पर प्रियतम की तरह कविता के
शब्द प्रकट हुआ ,
डूबे रहे कविता में, घर परिवार के प्रति प्रेम सख़्त हुआ !
कविता के कारण ही डर हटा, और सही के लिए
लड़ने का ताक़त हुआ ,
इस तरह यारों हमें कविता से मोहब्बत हुआ !
🙏 धन्यवाद ! 💐🌹
® ✍️ रोशन कुमार झा 🇮🇳
রোশন কুমার ঝা, Roshan Kumar Jha
24-04-2020 शुक्रवार 10:05 मो:-6290640716,
http://roshanjha9997.blogspot.com/2020/04/1604.html
https://youtu.be/fE9FbXjYScw :-11(020)
16(03) https://youtu.be/VY7D_OTn1CA
http://roshanjha9997.blogspot.com/2020/04/1603.html
https://allpoetry.com/Roshan_Kumar_jha
https://youtu.be/l_MGqTb1C1o :-14(81)
https://youtu.be/hi2f8ZptyzE :- 12(82)
http://roshanjha9997.blogspot.com/2020/04/1603.html
http://roshanjha9997.blogspot.com/2020/04/1598.html सभी कविता:-16(01
कोलफील्ड मिरल , आसनसोल
24/04/2021
रांची विश्वविद्यालय के निर्मला कॉलेज सम्मानित किए देशभर के राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वंयसेवकों को ।
रांची विश्वविद्यालय के निर्मला कॉलेज, 22 मार्च से 24 मार्च , 2021 तक तीन दिवसीय ऑनलाइन राष्ट्रीय वेबिनार कार्यक्रम का आयोजन किया गया रहा , जिसमें देश के हर एक क्षेत्र के राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वंयसेवकों ने भाग लिए रहें , इस वेबीनार में सामाजिक जागरूकता में राष्ट्रीय सेवा योजना की स्वंयसेवकों का क्या भूमिका होती है , और किस ज़िम्मेदारियों के साथ कोविड - 19 को रोका जा सकता है बताया गया , इस कार्यक्रम में शामिल हुए सभी प्रतिभागियों को वृहस्पतिवार 22 अप्रैल 2021 को सम्मान पत्र देकर सम्मानित किया गया , इस आयोजन में ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय दरभंगा के रामकृष्ण महाविद्यालय मधुबनी के राष्ट्रीय सेवा योजना के रोशन कुमार झा , उत्कर्ष , सक्रिय स्वंयसेवक हसन , शिवशंकर, पूर्व छात्र नेता मिंटू यादव और भी स्वंयसेवकों ने भाग लिया रहा , इस राष्ट्रीय वेबिनार में भाग लिए सभी स्वंयसेवकों को आर.के कॉलेज की प्रधानाध्यापक डॉ अनिल कुमार मंडल जी, 34 वीं बिहार बटालियन एनसीसी के लोकप्रिय ए.एन.ओ , एनएसएस जिला नोडल अधिकारी डॉ राहुल मनहर व प्रोफेसर अशोक कुमार जी ने हार्दिक शुभकामनाएं प्रदान करते हुए उज्ज्वल भविष्य की कामनाएं किये ।।
24/04/2021, शनिवार , कविता :- 19(76)
नमन 🙏:- साहित्य संगम संस्थान
दिनांक :- 24/04/2021
दिवस :- शनिवार
विषय :- निजी साहित्य साधना का पुनरावलोकन
विधा :- समीक्षा
विषय प्रदाता :- आ. साहित्य संगम संस्थान जी
विषय प्रवर्तक :- आ. ऐश्वर्या सिन्हा जी
सर्वप्रथम मेरी एक छोटी सी लेख "घर को बनायें प्राथमिक शिक्षा का केंद्र , प्रभात खबर कोलकाता में सोमवार 07 दिसंबर 2016 को रोशन कुमार , हावड़ा से प्रकाशित हुआ था, उस वक्त मैं झील रोड़ लिलुआ में रहता रहा और सलकिया विक्रम विद्यालय में कला विषय से पढ़ता रहा , साहित्य सेवा करने की भाव हमें अपमान और सम्मान दोनों के संयोग से आया , अपमान मेरा यह हुआ रहा कि मैं दसवीं कक्षा घुसड़ी श्री हनुमान जुट मिल हिन्दी हाई स्कूल से द्वितीय श्रेणी से पास हुआ रहा , सात सौ में से 369 अंक लाया यानि 52 प्रतिशत मेरे घर वालों का इच्छा रहा कि वाणिज्य कॉमर्स लेकर पढ़ें, मेरा अंक भी रहा पर मैं कला लेकर ही आगे बढ़ना चाहा, क्योंकि आज के दौर में कला से पढ़ने वाले का कोई इज़्ज़त नहीं करता समाज , जब सब को पता चला कि मैं कला आर्ट्रस से पढ़ रहा हूँ , सब सोचने लगे कि अंक कम आया होगा इसलिए कला लेकर पढ़ रहा है ।
अब सम्मान की बात करते हैं तो दसवीं कक्षा में हिंदी में 73 अंक पाने पर लोकप्रिय समाचार सन्मार्ग कोलकाता द्वारा कला भवन में 12 जुलाई 2015 रविवार को राम अवतार गुप्त प्रतिभा पुरुस्कार 2015 से सम्मानित किया गया , यह पुरुस्कार उन सभी छात्र- छात्राओं को दिया गया जिन्होंने बंगाल बोर्ड से हिन्दी में 65 प्रतिशत लाया हो , बाकी बोर्ड का अलग-अलग मांग रहा ,
प्रतिभाशाली छात्रों ने बढ़ाया हिन्दी का मान 'सन्मार्ग' कर्ता है उन सबका सम्मान, ज्योति है , ऊर्जा है , ज्ञान का श्रृंगार है हिन्दी , सम्मान पत्र पर लिखी हुई ये पंक्तियां हमें प्रभावित किया साहित्य सेवा की ओर ।।
यह सम्मान और हुए अपमान ही हमें साहित्य सेवा की ओर आकर्षित किया , हमारे मार्गदर्शक गुरु अमिताभ सिंह ( बच्चन ) जी से ही हम कविता लिखने के लिए प्रेरित हुए , इन्होंने हमें अपने चंदन संस्थान का एक शिक्षक के रूप में प्रतिष्ठित किए , यहीं से मेरे अंदर रचने का और पढ़ाने का गुण प्रकट होने लगा , बाद में हम नि: शुल्क में पढ़ाने लगे और मेरे से ज़्यादा मेरे से पढ़े हुए छात्र - छात्राओं अंक लाने लगें अभी तक बारहवीं में 88-89 तक अंक पाया है मेरे से पढ़े हुए छात्र - छात्राओं , यह माँ सरस्वती और आप सभी का आशीर्वाद है ।
उसके बाद मैं पहली कविता अपनी दोस्त नेहा भविष्य की छात्रा के वर्षगांठ पर लिखें , वह तो प्रकाशित नहीं हुआ , दूसरी कविता ' रेलगाड़ी की उचित व्यवहार ' रविवार , 4 सितम्बर 2016 को कोलकाता के समाज्ञा समाचार पत्र में प्रकाशित हुआ , 'नदी की जीवन' भारत एक नज़र में 18 सितम्बर 2016, प्रदुषण मुक्त: करता साईकिल , रविवार , 25 सितम्बर 2016, कविता हम चाह रहे थे जिसे वह 25 दिसंबर 2016 को भारत एक नज़र में प्रकाशित हुई , उस वक्त मेरे पास फ़ोन नहीं था , रचना को लिखकर ईमेल करना पड़ता था , इसके लिए साइबर कैफे में जाना पड़ता रहा ,
दिन बीतते गए घुसड़ी श्याम मंदिर में हम कम्प्यूटर सीखने गये वहाँ की अध्यापिका पूनम गुप्ता जी मेरे शिक्षक अमिताभ सर के छात्रा रहीं उन्होंने भी हमारे साहित्य सेवा में योगदान दी ,और हमें सलकिया के अजय कुमार झा जी का संपर्क सूत्र दी , हम अजय सर से बात किए अपनी रचनाओं को लेकर उनके पास गये प्रधानमंत्री मोदी जी द्वारा नोटबंदी किया गया रहा उसी विषय पर एक कविता लिखें रहें अपने अमिताभ सर जी के सहयोग से नोटबंदी के प्रभाव जिसे अजय सर 19 जनवरी 2017 को न्यूज़ ऑफ बंगाल वेबसाइट पर अपलोड किए , 27 मार्च 2017 सोमवार को बारहवीं कक्षा का राजनीति शास्त्र का परीक्षा रहा फिर भी रविवार 26 मार्च 2017 को आधुनिक प्यार की परिणाम कविता भारत एक नज़र में प्रकाशित हुई और आश्चर्य की बात यह है कि सबसे ज़्यादा राजनीति शास्त्र में ही अंक आया , हिन्दी में अंक 68 रहा और राजनीति विज्ञान में 78 सच में हिन्दी साहित्य हमारा साथ निभाया , इस तरह मैं बारहवीं 2017 में 500 में 326 अंक 65% पाकर प्रथम श्रेणी से पास हुए , बारहवीं पास होने पर मिथिला स्टूडेंट्स यूनियन से पश्चिम बंगाल खेल मंत्री आ. श्री लक्ष्मी रतन शुक्ला जी के हाथों से एनसीसी के वर्दी में ही प्रतिभा सम्मान पाकर रविवार 27 अगस्त 2017 को शरत सदन, हावड़ा में सम्मानित हुए ।
फिर कलकत्ता विश्वविद्यालय के सुरेन्द्रनाथ इवनिंग कॉलेज,कोलकाता में हिन्दी आनर्स में अपना नामांकन करवाया , हिन्दी विभागाध्यक्ष डॉ अशोक सिंह जी व शिक्षिका सीमा सिंह जी हमारे साहित्य सेवा में योगदान दिए ,
एक दिन कॉलेज में ही कॉलेज के दोस्त यार वीडियो बनाने लगा और उस कविता की वीडियो को अमित अपने यूट्यूब चैनल पर छोड़ दिया, आशीष , रोबीन , धर्मेंद्र , मोनू और भी दोस्तों साहित्य सेवा की ओर बढ़ाया ।।
14 सितम्बर हिन्दी दिवस के उपलक्ष्य में मनाएं जाने वाले हिन्दी दिवस समारोह में हमें अपने कॉलेज से श्री शिक्षायतन महाविद्यालय में भाग लेने के लिए भेजा गया सात सितम्बर 2017 को और कलकत्ता विश्वविद्यालय में 20 सितंबर 2017 को हिन्दी दिवस समारोह में भाग लेने का अनुमति हमें अपने कॉलेज से मिला , जब हम दिए हुए विषय नोटबंदी पर लिख रहें थे , हम पर पोस्ट ग्रेजुएट ( पी.जी ) के छात्र राजू भईया जी का ध्यान मेरे पर गया उन्होंने हमें ये बात दूसरी दिन बताएं जब हम सम्मान पत्र लेने कलकत्ता विश्वविद्यालय गये रहें , फिर भोजपुरी में भी लिखी हुई कविता सुनाएं , आज तो हिन्दी के साथ अंग्रेजी , बंगाली , भोजपुरी और मैथिली में भी रचना कर रहें हैं , उन्होंने अपना संपर्क सूत्र दिए और नैहाटी के गरीफा पुस्तकालय में कवि सम्मेलन में भाग लेने के लिए कई बार बुलाएं , हम गये भी ।
हम अपने इस साहित्य सेवा का प्रर्दशन कोबरा वाहिनी - 207 में पहली बार मैक से कविता सुनाएं दिसंबर 2017 नरसिंह दत्त कॉलेज सेंट जॉन एम्बुलेंस द्वारा आयोजित कैम्प शिविर में सालबनी ( शालबनी) में , प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना लिलुआ केन्द्र , भारत स्काउट गाइड पूर्व रेलवे हावड़ा जिला बामनगाछी समूह से , ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय दरभंगा के रामकृष्ण महाविद्यालय मधुबनी के राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम में , 31 वीं बंगाल बटालियन एनसीसी फोर्ट विलियम कोलकाता-बी , पश्चिम बंगाल व सिक्किम निदेशालय के कैडेट WB17SDA112047 हर क्षेत्र में ही हम अपने साहित्य सेवा से योगदान किए हैं ।
समय बीतता गया मेरे पास भी जनेऊ होने के बाद मोबाइल आ गया , पिछले वर्ष कोविड-19 कोरोना काल में 26 अप्रैल 2020 को रचनाकार मंच के वेबसाइट पर रचना प्रकाशित हुई तब मैं आशीर्वाद भवन मीरपाड़ा लिलुआ में रहता रहा, फिर कलम लाइव पत्रिका में प्रकाशित होने लगी रचना 14 मई 2020 को फेसबुक पर कई मंचों पर शामिल हुए तब वहाँ देखें हर दिन हर मंच पर दैनिक लेखन होता है शुरुआती में तो प्राय: हर मंच पर ही लिखते रहे , इंकलाब न्यूज़ मुम्बई का वेबसाइट संचालक रहें वहां अपने ग्राम झोंझी मधुबनी बिहार व पश्चिम बंगाल राज्य स्तरीय पत्रकार रहें कुछ दिनों के बाद विश्व न्यूज़ , आसनसोल के कोलफील्ड मिरल में समाचार प्रकाशित करवाने लगे ।
फिर समय बीतता गया साहित्य संगम संस्थान में बहुत कुछ सीखने लिखने को मिला , साहित्य संगम संस्थान से जब हमें पहली बार हमें समीक्षाधीश सम्मान पत्र प्राप्त हुआ रहा , यह सम्मान पत्र हमें लिखने व अन्य साहित्यकारों के रचनाओं को पढ़ने के लिए प्रेरित किया ।
हम जैसा एक छोटा सा रचनाकार को छ: माह के अंदर ही साहित्य संगम संस्थान पश्चिम बंगाल इकाई का सचिव रविवार 25 अक्टूबर 2020 को मनोनीत किया , तब से एक और नया जोश के साथ साहित्य की सेवा कर रहा हूँ ।।
✍️ रोशन कुमार झा
सुरेन्द्रनाथ इवनिंग कॉलेज,कोलकाता
ग्राम :- झोंझी , मधुबनी , बिहार,
साहित्य संगम संस्थान , पश्चिम बंगाल इकाई (सचिव )
मो :-6290640716, कविता :- 19(76)
नमन 🙏 :- साहित्य संगम संस्थान पश्चिम बंगाल इकाई
दिनांक :- 07/03/2021 ,
विषय :- प्रार्थना ,
विधा :- छंद ,
श्रेष्ठ रचनाकार
आ. रजनी हरीश जी ,
आ. मनोज कुमार पुरोहित जी ,
आ. कलावती कर्वा ,
श्रेष्ठ टिप्पणीकार :-
आ. सुनीता मुखर्जी ,
आप सभी सम्मानित साहित्यकारों को हार्दिक शुभकामनाएं सह बधाई 🙏💐🏆🏆
आपका अपना -
रोशन कुमार झा
24/04/2021 , शनिवार
http://sahityasangamwb.blogspot.com/2021/04/blog-post_23.html
कविता :- 16(03) हिन्दी ✍️ रोशन कुमार झा 🇮🇳
http://roshanjha9997.blogspot.com/2020/04/1603.html
-: 🙏 देखों बेक़सूर साधु की हुई हत्या 🙏 :-
फल होंगे ही वैश्विक महामारी कोरोना में ही सही
मैं रोशन दिया हूं रचना भरी बतिया ,
कैसे हुआ हिन्दुत्व देश के महाराष्ट्र ,पालघर में
एक ड्राइवर और दो साधु की हत्या ,
साधु संत के दुआओं से चलते हैं दुनिया बाजार और हटिया ,
छी-छी छी... हत्यारों की कितनी सोच है घटिया ,
आज के ही दिन महाराष्ट्र में ही 16 अप्रैल 1853 को
भारतीय रेल की शुरूआती की बना रहा इतिहास ,
और आज इसी भूमि पर मार-मार कर बेक़सूर
साधु को बना दिया लाश !
सूरत जा रहें थे अपने गुरू के अंतिम संस्कार में
जानें के लिए लॉकडाउन में किये कितना प्रयास !
मर जाओ हे पापी हत्यारों तुम क्या बुझाओगे
प्यासों की प्यास !
देखो-देखो मोदी जी कट गया अपना हिन्दुस्तान का नाक रे ,
हुआ ,पालघर में साधु की हत्या प्रशासन कहते हैं
हम क्या करें ,
वैसा चुड़ी पहने हुए प्रशासन की हटाये आंकड़े ,
कौन ? आप महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे !
पाप के कारण ही दुनिया में कोरोना मचा रे ,
बाप बाप ही होता है सुधर जा बच्चा रे !
धर्म-कर्म पर चल वही जीवन है अच्छा रे ,
हे मानव ! अब तो साधु संत को बचा ले !
🙏 धन्यवाद ! 💐🌹
® ✍️ रोशन कुमार झा 🇮🇳
রোশন কুমার ঝা, Roshan Kumar Jha
23-04-2020 वृहस्पतिवार 12:41 मो:-6290640716
http://roshanjha9997.blogspot.com/2020/04/1603.html
https://www.facebook.com/100026382485434/posts/521127978776614/?app=fbl
http://roshanjha9997.blogspot.com/2020/04/1601.html
http://roshanjha9997.blogspot.com/2020/04/1602.html
https://youtu.be/t5YNPjoo3Ig
http://roshanjha9997.blogspot.com/2020/04/1598.html सभी च पूजा फोटो कविता:-16(01)
हिन्दी कविता:-11(062)
23-04-2019 मंगलवार 12:35
*®• रोशन कुमार झा
-:कई दिनों बाद आयी संदेश!:-
अचानक कई दिनों बाद आई मोबाइल
पर संदेश,
संदेश देखते ही बदल गया वेश,
फिर क्या रोशन राह से सोचे करूँ
अंधकार में प्रवेश
पर किये ना यार किसी के कारण
अपना जिन्दगी शेष!
क्यों मरूँ किसी के कारण दिल टुटा पर
ज़िन्दा अभी दिमाग है
रंग नहीं पर दिल पर दाग़ है!
दुनिया कहते अभी भी
हमारी हरियाली बाग़ है
वह तो मैं जानता हूँ,जलकर राख हो गये
पर वह याददाश्त अभी भी आग है!
जहाँ ख़ाना है फिर भी भूख है
नहीं खाँ पा रहे है यही तो दुख है!
अब कष्ट भरी दिन सम्मुख है
कैसे जिऊ यार मेरे जीवन में अब कहाँ
सुख है!
फिर भी जीने की आश है
अब उसकी नहीं उसकी संदेश की तलाश है!
मालिकिन तो वे बनी हम तो उनकी दास है
तन-मन से प्यार किये इसलिए तो आज
हम जिन्दा लाश है!
*®• रोशन कुमार झा
सुरेन्द्रनाथ इवनिंग कॉलेज कोलकाता भारत
मो:-6290640716,(8420128328)
9433966389(कविता-11(062)
23-04-2019 मंगलवार 12:35
नेहा कल SMS टीका पहनी
कानु संग B रोड़ मोबाइल 3.7 v सीखने
सर घर के पास बीटु के भाई!
गाड़ी-55,64,65, सौ(Day-dutt High
राजन-11:30 उठा दही लाने
हिन्दी कविता:-11(062)
23-04-2019 मंगलवार 12:35
*®• रोशन कुमार झा
-:कई दिनों बाद आयी संदेश!:-
अचानक कई दिनों बाद आई मोबाइल
पर संदेश,
संदेश देखते ही बदल गया वेश,
फिर क्या रोशन राह से सोचे करूँ
अंधकार में प्रवेश
पर किये ना यार किसी के कारण
अपना जिन्दगी शेष!
क्यों मरूँ किसी के कारण दिल टुटा पर
ज़िन्दा अभी दिमाग है
रंग नहीं पर दिल पर दाग़ है!
दुनिया कहते अभी भी
हमारी हरियाली बाग़ है
वह तो मैं जानता हूँ,जलकर राख हो गये
पर वह याददाश्त अभी भी आग है!
जहाँ ख़ाना है फिर भी भूख है
नहीं खाँ पा रहे है यही तो दुख है!
अब कष्ट भरी दिन सम्मुख है
कैसे जिऊ यार मेरे जीवन में अब कहाँ
सुख है!
फिर भी जीने की आश है
अब उसकी नहीं उसकी संदेश की तलाश है!
मालिकिन तो वे बनी हम तो उनकी दास है
तन-मन से प्यार किये इसलिए तो आज
हम जिन्दा लाश है!
*®• रोशन कुमार झा
सुरेन्द्रनाथ इवनिंग कॉलेज कोलकाता भारत
मो:-6290640716,(8420128328)
9433966389(कविता-11(062)
23-04-2019 मंगलवार 12:35
नेहा कल SMS टीका पहनी
कानु संग B रोड़ मोबाइल 3.7 v सीखने
सर घर के पास बीटु के भाई!
गाड़ी-55,64,65, सौ(Day-dutt High
राजन-11:30 उठा दही लाने
कविता :- 19(83)
शीर्षक :- महाराष्ट्र भूमि की गौरवगाथा
( महाराष्ट्र दिवस )
महाराष्ट्र भारत का हिस्सा है ,
इसकी कुछ अपनी ही क़िस्सा है ।
यहाँ कपास, संतरा ,
गन्ना और प्याज की खेत है ।
भारत की फ़िल्म जगत की
यहीं तो क्षेत्र है ।।
भारत में पहली रेल यहीं से तो चली थी ,
स्वतंत्रता संग्राम में तो आशाताई पाथेर
जी यहीं से तो लड़ी थी ।।
एक मई 1960 को एक राज्य महाराष्ट्र हुआ ,
आज 2021 , इसकी इकसठ (61)
वीं वर्षगांठ हुआ ।।
यहाँ की तो प्रमुख भाषा मराठी है ,
राजधानी बम्बई अब मुंबई कहलाती है ।।
✍️ रोशन कुमार झा
कोलकाता
वृहस्पतिवार , 29/04/2021
✍️ रोशन कुमार झा
सुरेन्द्रनाथ इवनिंग कॉलेज,कोलकाता
ग्राम :- झोंझी , मधुबनी , बिहार,
साहित्य संगम संस्थान , पश्चिम बंगाल इकाई (सचिव )
मो :-6290640716, कविता :- 19(83)
01/05/2021 , शनिवार ,
__________________
________________
नमन 🙏 :- साहित्य संगम संस्थान, मध्य प्रदेश इकाई
दिनांक :- 30/04/2021
दिवस :- शुक्रवार
विधा :- कविता
विषय :- मजदूरों का सम्मान करें ।।
( मजदूर दिवस )
मजदूर का ऐसा दिन हो ,
सुखमय , उसका न कोई ऋण हो ।
खुश रहकर काम करें ,
विश्व स्तर पर देश का नाम करें ।।
तो सुनो
मजदूर का सम्मान करें ,
क्या विश्वास विज्ञान का
थोड़ी सोच समझकर
काम विज्ञान करें ,
जो काम मजदूर करें
वह काम न विद्वान करें ,
मजदूर का ख़्याल हर एक इंसान करें ।।
मजदूर दिन - रात काम करें ,
ऊपर से मालिक का बात सुनकर
वह किस तरह आराम करें ।।
मजदूर मालिकों का
मजदूरों का काम प्रभु श्रीराम करें ,
आज मजदूर दिवस
समस्त मजदूरों भाईयों को
हम रोशन प्रणाम करें ।।
✍️ रोशन कुमार झा
कोलकाता
30/04/2021 , शुक्रवार
✍️ रोशन कुमार झा
सुरेन्द्रनाथ इवनिंग कॉलेज,कोलकाता
ग्राम :- झोंझी , मधुबनी , बिहार,
साहित्य संगम संस्थान , पश्चिम बंगाल इकाई (सचिव )
मो :-6290640716, कविता :- 19(83)
01/05/2021 , शनिवार ,
30/04/2021 , शुक्रवार , कविता :- 19(82)
_________________________
कोलफील्ड मिरल आसनसोल में प्रकाशित समाचार
01/05/2021 , शनिवार, 19(83)
1. साहित्य संगम संस्थान महाराष्ट्र इकाई द्वारा महाराष्ट्र दिवस के उपलक्ष्य में किया काव्य सम्मेलन का आयोजन ।
2. हनुमान जयंती पर इतिहास रचा साहित्य संगम संस्थान तमिलनाडु इकाई ।
3. श्री घनश्याम सहाय जी के 55वें जन्मदिन और कार्यकारी अध्यक्ष कुमार रोहित रोज़ जी के शादी की सालगिरह बड़े धूमधाम से मनाया साहित्य संगम संस्थान ।।
4. कवियत्री दिवस पर आ. मीना भट्ट जी की जन्मदिन मनाया गया ।
5. रांची विश्वविद्यालय के निर्मला कॉलेज से सम्मानित हुए आर. के कॉलेज मधुबनी राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वंयसेवक व पूर्व छात्र संघ नेता मिंटू यादव.
✍️ रोशन कुमार झा
साहित्य संगम संस्थान पश्चिम बंगाल इकाई
(सचिव)
-----------------------------------------------------
1.
कोलफील्ड मिरल आसनसोल के लिए
01/05/2021, शनिवार
साहित्य समाचार
साहित्य संगम संस्थान महाराष्ट्र इकाई द्वारा महाराष्ट्र दिवस के उपलक्ष्य में किया काव्य सम्मेलन का आयोजन ।
साहित्य संगम संस्थान महाराष्ट्र इकाई 1 मई महाराष्ट्र दिवस के उपलक्ष्य में 29 अप्रैल 2021, वृहस्पतिवार से 1 मई , 2021 तक का त्रिदिवसीय कार्यक्रम का आयोजन किया है । इस कार्यक्रम में देशभर के साहित्यकार तीन से पाँच मिनट तक का महाराष्ट्र भूमि की गौरवगाथा पर काव्य पाठ करते हुए का वीडियो महाराष्ट्र इकाई मंच पर प्रेषित करेंगे , उन समस्त सम्मानित साहित्यकारों को सम्मान पत्र से सम्मानित किया जाएगा ,राष्ट्रीय अध्यक्ष महोदय आ. राजवीर सिंह मंत्र जी , कार्यकारी अध्यक्ष आ. कुमार रोहित रोज़ जी , सह अध्यक्ष आ. मिथलेश सिंह मिलिंद जी, संयोजिका आ. संगीता मिश्रा जी , महागुरुदेव आ. डॉ राकेश सक्सेना जी, प्रदेश अध्यक्ष आ. वंदना नामदेव जी , प्रदेश सचिव आ. मंजूषा किंजवडेकर जी , दैनिक कार्यक्रम पदाधिकारी आ. नंदिता माजी शर्मा जी , पंचपरमेश्वर आ. मनोज दुबे जी के सहयोग से कार्यक्रम का आयोजन किया गया है । इस कार्यक्रम में
बंगाल इकाई से पश्चिम बंगाल इकाई अध्यक्षा आ. कलावती कर्वा जी , प्रदेश सचिव रोशन कुमार झा , आ. स्वाति पाण्डेय 'भारती' जी ,आ. अर्चना जायसवाल जी , अलंकरण कर्ता आ. स्वाति जैसलमेरिया जी, आ. मनोज कुमार पुरोहित जी,आ. रजनी हरीश जी , आ. रंजना बिनानी जी, आ. मधु भूतड़ा 'अक्षरा' जी , आ. रीतु गुलाटी जी , आ. अर्चना तिवारी जी व समस्त सम्मानित साहित्यकारों काव्य पाठ करेंगे ।।
01/05/2021 , शनिवार , कविता :- 19(83)
_____________________________
-----------------------
2.
कोलफील्ड मिरल आसनसोल
01/05/2021
रांची विश्वविद्यालय के निर्मला कॉलेज से सम्मानित हुए आर. के कॉलेज मधुबनी राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वंयसेवक व पूर्व छात्र संघ नेता मिंटू यादव.
रांची विश्वविद्यालय के निर्मला कॉलेज 22 मार्च से 24 मार्च , 2021 तक तीन दिवसीय ऑनलाइन राष्ट्रीय वेबिनार कार्यक्रम का आयोजन किया गया रहा, आदरणीया डॉ रंजू कुमारी कार्यक्रम संयोजिका रहीं ।
जिस कार्यक्रम में देश के हर एक क्षेत्र के राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वंयसेवकों ने भाग लिए रहें , इस वेबीनार में सामाजिक जागरूकता में राष्ट्रीय सेवा योजना की स्वंयसेवकों का क्या भूमिका होती है , और किस ज़िम्मेदारियों के साथ कोविड - 19 को रोका जा सकता है बताया गया , इस कार्यक्रम में शामिल हुए सभी प्रतिभागियों को सम्मान पत्र से सम्मानित किया गया , ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय दरभंगा के रामकृष्ण महाविद्यालय मधुबनी के राष्ट्रीय सेवा योजना के सक्रिय स्वंयसेवक व पूर्व छात्र संघ नेता मिंटू यादव को मंगलवार 27 अप्रैल 2021 को सम्मान पत्र से सम्मानित किया गया । रोशन कुमार झा , उत्कर्ष , शिवशंकर, हसन, पूजा और भी स्वंयसेवकों ने भाग लिया रहा , उन सभी को भी सम्मानित किया गया । इस राष्ट्रीय वेबिनार में भाग लिए सभी स्वंयसेवकों को आर.के कॉलेज की प्रधानाध्यापक डॉ अनिल कुमार मंडल जी, 34 वीं बिहार बटालियन एनसीसी के लोकप्रिय ए.एन.ओ , एनएसएस जिला नोडल अधिकारी डॉ राहुल मनहर व प्रोफेसर अशोक कुमार जी ने हार्दिक शुभकामनाएं प्रदान करते हुए उज्ज्वल भविष्य की कामनाएं किये ।।
01/05/2021 , शनिवार , कविता :- 19(83)
-------------------------
_______________________________
3.
कोलफील्ड मिरल आसनसोल
01/05/2021
साहित्य समाचार
कवियत्री दिवस पर आ. मीना भट्ट जी की जन्मदिन मनाया गया ।
शुक्रवार 30 अप्रैल 2021 को कवियत्री दिवस (दिवस ) पर आ. मीना भट्ट जी की जन्मदिन मनाया गया ।राष्ट्रीय अध्यक्ष महोदय आ. राजवीर सिंह मंत्र जी, कार्यकारी अध्यक्ष आ. कुमार रोहित रोज़ जी , सह अध्यक्ष आ. मिथलेश सिंह मिलिंद जी, संयोजिका आ. संगीता मिश्रा जी , महागुरुदेव आ. डॉ राकेश सक्सेना जी, पश्चिम बंगाल इकाई अध्यक्षा आ. कलावती कर्वा जी , बंगाल इकाई सचिव रोशन कुमार झा, आ. स्वाति पाण्डेय 'भारती' जी ,आ. अर्चना जायसवाल जी , अलंकरण कर्ता आ. स्वाति जैसलमेरिया जी, आ. मनोज कुमार पुरो
कविता :- 19(82)
कोलफील्ड मिरल आसनसोल
30/04/2021, शुक्रवार
2021 की कैलेंडर का विमोचन किया साहित्य संगम संस्थान ।
साहित्य संगम संस्थान के एक नन्हें सिपाही द्वारा निर्मित यह कलेंडर दुनिया के सभी कलेंडरों से अनूठा है। जो साहित्य संगम संस्थान द्वारा कृतकार्यों की याद दिलाता है। जितने रुपए में हम नया कलेंडर खरीदते हैं उतने में यह किसी भी कैफे या दुकान में प्रिंट हो सकता है। आज इसे सबके समक्ष लाने के लिए आ० प्रमोद चौहान साहब जी का कोटि-कोटि आभार व्यक्त किए राष्ट्रीय अध्यक्ष आ. राजवीर सिंह मंत्र जी ।
साहित्य संगम संस्थान मंच , सबकी हिन्दी,सबका हिंद
विचारणीय || साहित्य संगम संस्थान जो कि अपने अमुल्य साहित्य व साहित्यकारों को सम्मान देने और उसके प्रचार-प्रसार के लिए भक्तिकाल में पूर्व प्रकाशित कृतियों के ऑनलाइन लोकार्पण की पहल कर रहा है | इसी कड़ी में साहित्य मेघ नि:शुल्क पुस्तकमाला में कैलेण्डर विशेषांक का संदर्भ कविता संग्रह का जिसमें आप सभी सम्माननीय प्रबुद्धजनों के स्नेहाशीष और समीक्षात्मक टिप्पणियों की अपेक्षा रखता है | आज 25 अप्रैल 2021, रविवार को आपको साहित्य संगम संस्थान की ओर से समर्पित है । साहित्य मेघ निशुल्क पुस्तकमाला की विशेषांक में कैलेण्डर से भरी पुस्तिका जिसमें आपकों पढ़ने, सीखने एवं समझने का मौका मिलेगा तो थोड़ा समय निकालकर आप रचनाकारो के प्रोत्साहन के लिए उपनामो का अवलोकन कर अपनी सुविधा-समय और रूचि अनुसार कृति पर प्रतिक्रिया देने की कृपा करें | ऐसा आप सभी आत्मीय रचनाकारों से करबद्ध निवेदन है | जय हिंद, प्रणाम साहित्य संगम संस्थान मंच से सम्बोधित करते हुए कैलेंडर 2021 का आ. चौहान साहब जी विमोचन किया । 2021 की कैलेंडर का अलंकरण वृहस्पतिवार 24 दिसंबर व 25 दिसंबर 2020 को साहित्य संगम संस्थान पश्चिम बंगाल इकाई के सचिव रोशन कुमार झा ने किया रहा , यह कैलेंडर 13 तेरह पृष्ठ वाली है बारह पृष्ठ में हर एक महीना और एक पृष्ठ में बारहों महीने का कैलेंडर है , कार्यकारी अध्यक्ष आ. कुमार रोहित रोज़ जी , सह अध्यक्ष आ. मिथलेश सिंह मिलिंद जी, संयोजिका आ. संगीता मिश्रा जी , महागुरुदेव आ. डॉ राकेश सक्सेना जी, पश्चिम बंगाल इकाई अध्यक्षा आ. कलावती कर्वा जी , आ. स्वाति पाण्डेय 'भारती' जी ,आ. अर्चना जायसवाल जी , अलंकरण कर्ता आ. स्वाति जैसलमेरिया जी, आ. मनोज कुमार पुरोहित जी,आ. रजनी हरीश , आ. रंजना बिनानी जी, आ. सतीश लाखोटिया जी, आ. मधु भूतड़ा 'अक्षरा' जी , आ. रीतु गुलाटी जी ,आ. भारत भूषण पाठक जी , आ. छाया सक्सेना जी, आ. अर्चना तिवारी जी एवं समस्त सदस्यों उपस्थित रहें ।
30/04/2021 , शुक्रवार , कविता :- 19(82)
______________________
_______________________________________
साहित्य संगम संस्थान के एक नन्हें सिपाही द्वारा निर्मित यह कलेंडर दुनिया के सभी कलेंडरों से अनूठा है। जो साहित्य संगम संस्थान द्वारा कृतकार्यों की याद दिलाता है। जितने रुपए में हम नया कलेंडर खरीदते हैं उतने में यह किसी भी कैफे या दुकान में प्रिंट हो सकता है। आज इसे सबके समक्ष लाने के लिए आ० चौहान साहब का कोटि-कोटि आभार
🙏🪴🙏🪴🙏🪴🙏🪴🙏🪴🙏🪴🙏🪴🙏🪴🙏🪴🙏🍁🙏🍁🙏🪴🙏🪴🙏🪴🙏🪴🙏🪴🙏🪴🙏🪴🌹🪴🙏🪴🙏🪴🙏🪴🙏🪴🙏🪴🙏🪴🙏🪴🙏🪴🙏🪴🙏🪴🙏🪴🙏🪴🙏
_________
#साहित्य #संगम #संस्थान #मंच
********************************
📘 #सबकी #हिन्दी:#सबका #हिंद 🇮🇳
-------------------------
|| 📚 ✍ || #विचारणीय || ✍📚 ||
********************************
✍📖✍••••#साहित्य #संगम #संस्थान जो कि अपने अमुल्य साहित्य व साहित्यकारों को सम्मान देने और उसके प्रचार-प्रसार के लिए भक्तिकाल में #पूर्व #प्रकाशित #कृतियों के #ऑनलाइन #लोकार्पण की पहल कर रहा है | इसी कड़ी में #साहित्य #मेघ निशुल्क पुस्तकमाला में कैलेण्डर विशेषांक का संदर्भ कविता संग्रह का जिसमें आप सभी सम्माननीय प्रबुद्धजनों के स्नेहाशीष और समीक्षात्मक टिप्पणियों की अपेक्षा रखता है |
✍📖✍••••आज आपको #साहित्य #संगम #संस्थान की ओर से समर्पित है । #साहित्य #मेघ निशुल्क पुस्तकमाला की विशेषांक में कैलेण्डर से भरी पुस्तिका जिसमें आपकों पढ़ने, सीखने एवं समझने का मौका मिलेगा तो थोड़ा समय निकालकर आप रचनाकारो के प्रोत्साहन के लिए उपनामो का अवलोकन कर अपनी सुविधा-समय और रूचि अनुसार कृति पर प्रतिक्रिया देने की कृपा करें |
✍📖✍••••ऐसा आप सभी आत्मीय रचनाकारों से करबद्ध निवेदन है |
🙏जय हिंद, प्रणाम 🙏
•••••••••••••••••••■■■■•••••••••••••••••
💢 साहित्य संगम संस्थान मंच 💢
••••••••••••••••••••■■■■••••••••••••••••
✍📖💥 रचनाकार 💥 📖✍
साहित्य संगम संस्थान मंच
********************************
30/04/2021 , शुक्रवार , कविता :- 19(82)
कविता :- 16(10) हिन्दी ✍️ रोशन कुमार झा 🇮🇳
http://roshanjha9997.blogspot.com/2020/04/1610.html
-: कोरोना तुम्हारे जाने की सुझाव पल - पल बन रही है !:-
क्या ? कहूं मैं रोशन लिखा हूं एक कविता अभी
अवकाश में ही बीत रहें हैं घण्टा के घण्टा ,
कैसे बाहर जाऊं, अभी गाड़ी तो गाड़ी साईकिल पर
भी पड़ रहें हैं पुलिस के डण्टा !
कोरोना से परेशान हैं जनता ,
चिंता मत कर कोरोना, केंद्र में तुम्हारे जाने
की सुझाव पल पल है बनता !
तू जायेगा, सुझाव बनते-बनते घण्टा, दिन बीत रही है ,
अब न तुमसे चीन प्रीत रही है !
तू कोरोना हार और हमारी भारत जीत रही है ,
पल-पल कोरोना तू अब मिट रही है !
कोरोना तुम्हारे कारण ही कभी-कभी, कहीं-कहीं
पुलिस और डॉक्टर को जनता पीट रही है ,
अब न गाने की अनमोल गीत रही है !
अभी घर में रहों भाई और बहनों , एकता अनुशासन
ही अपना रीत रही है ,
देखो-देखो यारों कोरोना हार और हमारी भारत मां
जीत रही है !!
🙏 धन्यवाद ! 💐🌹
® ✍️ रोशन कुमार झा 🇮🇳
सुरेन्द्रनाथ इवनिंग कॉलेज , कोलकाता
30-04-2020 वृहस्पतिवार 13:20 मो:-6290640716
রোশন কুমার ঝা, Roshan Kumar Jha
http://roshanjha9997.blogspot.com/2020/04/blog-post_29.html
http://roshanjha9997.blogspot.com/2020/04/1609_29.html https://kalamlive.blogspot.com/2020/04/blog-post_87.html
: Is bhojpuri Kavita ko song ki darja mila
https://kalamlive.blogspot.com/2020/04/corona-ka-vishaw-prithvi-diwas.html
https://kalamlive.blogspot.com/2020/04/167-bhartiya-railway-ki-167th-varshgaath.html
https://kalamlive.blogspot.com/2020/04/corona-se-lado-na.html
आप सभी पाठकों, गुरुओं, सीनियर, जूनियर,व हमारे
प्रिय छात्र-छात्राओं को बहुत बहुत धन्यवाद , आप लोगों
की सेवा करते, आज हम इस कदम पर पहुंचे हैं !
आप लोगों का दया , प्रेम और आशीर्वाद बना रहे !
कल हमारे भोजपुरी कविता को गीत की दर्जा मिलते ही
हमें कलम लाइव पत्रिका से साहित्यिक जीवन परिचय
देने की आग्रह किये ! कलम लाइव पत्रिका ( kalam
live patrika )आदरणीय पूर्ण साहित्यिक (जीवन)
परिवार भेजने की कृपा कीजिए। कलम लाइव पत्रिका kalam live patrika अंक 1वर्ष 2 >> https://kalamlive.blogspot.com/2020/04/kalam-live-patrika-1-2.html
http://roshanjha9997.blogspot.com/2020/04/
नाटक :- जाना पहचाना, जानकर भी मारना बहाना !
✍️ रोशन कुमार झा 🇮🇳
http://roshanjha9997.blogspot.com/2020/04/blog-post_30.html
जीवनी
http://roshanjha9997.blogspot.com/2020/04/blog-post_29.html
https://allpoetry.com/Roshan_Kumar_jha
https://kalamlive.blogspot.com/2020/04/irfan-khan-ki-mrityu-gujar-gye.html
नाटक :- https://youtu.be/UAHdAMV90vI
https://youtu.be/WOgz3_WFTTw
Nss :- https://youtu.be/WAD9T0J2Sos
https://youtu.be/pwrmCkOqVAQ
जीवनी :-
https://kalamlive.blogspot.com/2020/04/roshan-kumar-jha-jivan-prichay.html
Bahut achha Raushan. Aur naam kamao. Mera ashirbad aur pyar hamesa tumhare sath rahega. amitabh sir
https://kalamlive.blogspot.com/2020/04/irfan-khan-ki-mrityu-gujar-gye.html
लिखें रहें :- 02-10-2018 मंगलवार 22:10
प्रस्तुत हुआ :- ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के
रामकृष्ण महाविद्यालय राष्ट्रीय सेवा योजना से आयोजित
.22 स्वच्छ भारत समर इंटर्शिप कार्यक्रम के कैवल्य ग्रुप से !
प्रस्तुत स्थल :- लालू टोला प्राथमिक विद्यालय जगतपुर, मधुबनी बिहार
दिनांक :- 09-08-2019 शुक्रवार 12:30
° पात्र :-
(1) लड़का :- रमेश (राम )
( जगमोहना का लड़का लालमोहना )
(2) लड़की :- ( पूजा ग्रुप लीडर )
( नागेन्द्र महिन्द्र घोष की बेटी )
(3) दुकानदार (दही लेने वाला ) :- अमित
(4) पुलिस :- ( रोशन )
( खुदरा जिला हॉलसेलर थाना से )
(5) लड़का :- ( पूजा व अंकिता ) पर यहां का पात्र
लड़की की !
( उदनमा के बेटा रजनमा ) पुलिस के साथ आयेगा !
(6) कहने वाले :- प्रीती
(7) गाना गाने वाले :- ज्योती
नाटक आरम्भ :-
(1) लड़का :- (जगमोहन का लड़का लालमोहना,
राम का प्रवेश :-
ओई सुन इधर तू किसकी बेटी है ? कहां से आयी है !
(2) लड़की :- (नागेन्द्र महिन्द्र घोष की बेटी पूजा
ग्रुप लीडर की प्रवेश ) :-
:- मैं यही की बेटी हूं, नागेन्द्र महिन्द्र घोष की तुम्हारे पिता
की दोस्त की !
(3) लड़का :- तो क्या ? हुआ , कहां जा रही हो ?
(4) लड़की :- तुम्हें कोई मतलब ? !
(5) लड़का :- मतलब , तू मतलब कहती हो ,अब ?
कहती हो तुम्हारे पिता के दोस्त की बेटी हूं, फिर इस
तरह का सवाल !
(6) लड़की :- हां. हां अंक्ल कहा करते थे , तुम्हारे बारे में
तुम दही चोर हो ,! छी छी छी ...
(7) लड़का
नाटक :- जाना पहचाना, जानकर भी मारना बहाना !
✍️ रोशन कुमार झा 🇮🇳
http://roshanjha9997.blogspot.com/2020/04/blog-post_30.html
जीवनी
http://roshanjha9997.blogspot.com/2020/04/blog-post_29.html
https://allpoetry.com/Roshan_Kumar_jha
https://kalamlive.blogspot.com/2020/04/irfan-khan-ki-mrityu-gujar-gye.html
नाटक :- https://youtu.be/UAHdAMV90vI
https://youtu.be/WOgz3_WFTTw
Nss :- https://youtu.be/WAD9T0J2Sos
https://youtu.be/pwrmCkOqVAQ
जीवनी :-
https://kalamlive.blogspot.com/2020/04/roshan-kumar-jha-jivan-prichay.html
Bahut achha Raushan. Aur naam kamao. Mera ashirbad aur pyar hamesa tumhare sath rahega. amitabh sir
https://kalamlive.blogspot.com/2020/04/irfan-khan-ki-mrityu-gujar-gye.html
लिखें रहें :- 02-10-2018 मंगलवार 22:10
प्रस्तुत हुआ :- ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के
रामकृष्ण महाविद्यालय राष्ट्रीय सेवा योजना से आयोजित
.22 स्वच्छ भारत समर इंटर्शिप कार्यक्रम के कैवल्य ग्रुप से !
प्रस्तुत स्थल :- लालू टोला प्राथमिक विद्यालय जगतपुर, मधुबनी बिहार
दिनांक :- 09-08-2019 शुक्रवार 12:30
° पात्र :-
(1) लड़का :- रमेश (राम )
( जगमोहना का लड़का लालमोहना )
(2) लड़की :- ( पूजा ग्रुप लीडर )
( नागेन्द्र महिन्द्र घोष की बेटी )
(3) दुकानदार (दही लेने वाला ) :- अमित
(4) पुलिस :- ( रोशन )
( खुदरा जिला हॉलसेलर थाना से )
(5) लड़का :- ( पूजा व अंकिता ) पर यहां का पात्र
लड़की की !
( उदनमा के बेटा रजनमा ) पुलिस के साथ आयेगा !
(6) कहने वाले :- प्रीती
(7) गाना गाने वाले :- ज्योती
नाटक आरम्भ :-
(1) लड़का :- (जगमोहन का लड़का लालमोहना,
राम का प्रवेश :-
ओई सुन इधर तू किसकी बेटी है ? कहां से आयी है !
(2) लड़की :- (नागेन्द्र महिन्द्र घोष की बेटी पूजा
ग्रुप लीडर की प्रवेश ) :-
:- मैं यही की बेटी हूं, नागेन्द्र महिन्द्र घोष की तुम्हारे पिता
की दोस्त की !
(3) लड़का :- तो क्या ? हुआ , कहां जा रही हो ?
(4) लड़की :- तुम्हें कोई मतलब ? !
(5) लड़का :- मतलब , तू मतलब कहती हो ,अब ?
कहती हो तुम्हारे पिता के दोस्त की बेटी हूं, फिर इस
तरह का सवाल !
(6) लड़की :- हां. हां अंक्ल कहा करते थे , तुम्हारे बारे में
तुम दही चोर हो ,! छी छी छी ...
(7) लड़का
http://roshanjha9997.blogspot.com/2020/04/blog-post_29.html https://kalamlive.blogspot.com/2020/04/blog-post_87.html
: Is bhojpuri Kavita ko song ki darja mila
https://kalamlive.blogspot.com/2020/04/corona-ka-vishaw-prithvi-diwas.html
https://kalamlive.blogspot.com/2020/04/167-bhartiya-railway-ki-167th-varshgaath.html
https://kalamlive.blogspot.com/2020/04/corona-se-lado-na.html
kalamlivepatrika@gmail.com
आदरणीय पूर्ण साहित्यिक (जीवन) परिवार भेजने की कृपा कीजिए।
हमारा साहित्यिक जीवन :-
रोशन कुमार झा
सुरेन्द्रनाथ इवनिंग कॉलेज कोलकाता, कलकत्ता विश्वविद्यालय (हिन्दी आनर्स द्वितीय वर्ष )
मो :-6290640716, (7980860387)
बचपना का नाम :- गंगाराम
पिता का नाम :- श्रीष्टु झा
माता :- पूनम देवी
जन्म की तारीख :-13-06-1999
जन्म स्थान ; ग्राम :- झोंझी, जिला :- मधुबनी, बिहार
भाई :- चार हम बड़े (रोशन, राहुल,राजन, आनंद )
### सेवा कर रहे हैं :-
Roshan Kumar Jha
(1) 31st Bengal Bn Ncc Fort William Kolkata:-B
,coy no:-5 ( Reg no:- WB17SDA112047)
(2) Narasinha Dutt College st
John Ambulance (Medical )
(3) The Bharat Scouts & Guides
Veriang scouts and Gulmarg Guides
Bamangachi (BMG ) Group,Eastern Railway District:-Howrah ,
(4) Ramakrishna College Madhubani :-
National Service Scheme (NSS)
(5) विगत तीन वर्ष से 11 व 12 वीं कक्षा के (विज्ञान व
वाणिज्य के छात्र-छात्राओं को " हिन्दी विषय " व कला विभाग के समस्त विषयों को निःशुल्क पढ़ाते आ रहे हैं !
हम जो भी रचते हैं,वह सब हम इन संस्थाओं से पाये अनुभव पर और आज जो भी हम कविता लिखते हैं ,
वह हम अपने गुरु अमिताभ सिंह (बच्चन सर ) से सीखें है ! गुरु जी को बहुत बहुत धन्यवाद !
लेखन कार्य में हमारे दोस्त, आशीष, धर्मेंद्र, मोनू और
भी , कालेज का प्रोफेसर, व अपने छात्र-छात्राओं का
भी सहयोग रहा है !
और रचने की जो भाव होती है ,वह दुख दर्द से वह भी
मैं पा चुका हूं !
2015 :-
10 वीं कक्षा में हिन्दी में सर्वाधिक अंक लाने पर सन्मार्ग
समाचार पत्र के रामवतार प्रतिभा पुरस्कार से हमें सम्मानित
किया गया,
2017 :-
वही 12 वीं में मिथिला स्टूडेंट यूनियन पश्चिम बंगाल
पुरुस्कार से सम्मानित हुए,
और रचनात्मक क्षेत्र में (2017)
हिन्दी दिवस के उपलक्ष्य में लिखें
हिन्दी कविता:-11(069)
30-04-2019 मंगलवार 22:48
*®• रोशन कुमार झा
-: डायरी खत्म पर हैं हम !:-
यह डायरी खत्म पर है हम
राह रोशन हुआ कहीं खुशी तो
कहीं पायें गम!
लिखते-लिखते ये उम्र ही पड़ जायेगी कम
पर जीते जी लिखते रहुँगा और यही है
मेरी क़सम!
अभी तो शुरू अभी कहाँ अंत
पतझड़ तो दूर है अभी तो
आई ही है नव बसंत!
जहाँ राग है प्यार है
प्रकृति की श्रृंगार है!
समाज की सौन्दर्य-चित्रण करनें
की ख्याल है
कैसे ना रचे कविता इन सबसे भरपूर
मेरा दोस्त यार है!
आज हो रही है इस डायरी की अंत
पर अभी हुआ है मेरा बसंत!
ए बी सी ग्रेड से ही लिखना है जब तक
रहेगीं ये व्याकुल कोमल कंठ
तब तक लिखते रहुँगा माँ सरस्वती
की दी हुई मंत्र!
*®• रोशन कुमार झा
सुरेन्द्रनाथ इवनिंग कॉलेज कोलकाता भारत
मो:-6290640716,(8420128328)
9433966389(कविता-11(069)
30-04-2019 मंगलवार 22:48
Roshan Kumar Jha(31st Bengal
bn Ncc Fortwilliam Kolkata-B
Reg no:-WB17SDA112047
श्+र श्र(विवेक सर यशोधरा
12 वॉ डायरी लिए:-70.बोले किताब
निकालो(Ncc-C certificateआ-
B certificate result
हम-A,(500(391)78.2
रूद्रो,अमित, मनीष-B,
D.k,बेबी उसकी friend-
हिन्दी कविता:-11(068)
29-04-2019 सोमवार 22:26
*®• रोशन कुमार झा
-:हम चार हूँ प्रकृति की उपहार !:-
अक्ल से नहीं शक्ल से खींचवाया हूँ
इजाज़त दिया हूँ ले लो फोटो
यानी छवि खींच,
क्योंकि हूँ हम चारों सुरेन्द्रनाथ इवनिंग
कॉलेज के भविष्य!
मस्त है नितेश करना है व्यपाार नहीं
तो बनना है उच्च पदाधिकारी,
लाडो की सपना भी है न्यारी कहीं
मिल जाये नौकरी सरकारी,
और रोशन बनकर रहे जन सेवा में भिखारी!
प्रीती जैसे ही बनी आईपीएस रोशन को
मौक़ा मिल जायें चलाने को गाड़ी!
फिर क्या रहेगी सुखमय जीवन,
कह रहे है मिलकर लाडो,प्रीती,
नितेश रोशन,
लुटाऊँ पर करूँ ना किसी का शोषण,
एक ही काम आयेंगी वह है शिक्षा तो
करूँ अभी उसी का पालन-पोषण!
पढ़-लिखकर दूर जाऊँ हम चार,
करूँ हर एक का उपकार!
मरने के बाद नाम ले ये संसार,
चलना है सँघर्ष के राहों पर,लेकिन अभी
एक साथ हूँ फिलहाल!
*®• रोशन कुमार झा
सुरेन्द्रनाथ इवनिंग कॉलेज कोलकाता भारत
मो:-6290640716,(8420128328)
9433966389(कविता:-11(068)
29-04-2019 सोमवार 22:26
31st Bengal bn Ncc Fortwilliam
E.Rly,scouts
Lic Policy no. 405188720
आया कॉलेज में 1044
25 वृहस्पतिवार,कार मोबाइल
नमन 🙏 :- साहित्य संगम संस्थान पश्चिम बंगाल इकाई
माँ सरस्वती, साहित्य संगम संस्थान पश्चिम बंगाल इकाई को नमन करते हुए आप सभी सम्मानित साहित्य प्रेमियों को सादर प्रणाम , आज आप सभी के बीच महाशिवरात्रि के उपलक्ष्य में हुई महाशिवरात्रि चित्रधारित विषय का परिणाम रख रहें है ।
दिवस :- वृहस्पतिवार से शनिवार
दिनांक :- 11/03/2021 - 13/03/2021 ,
विषय :- महाशिवरात्रि , चित्रधारित ,
श्रेष्ठ रचनाकार 🏆 :-
आ. दिलीप कुमार झा,
आ. कलावती कर्वा जी ,
आ. रोशन कुमार झा ,
श्रेष्ठ टिप्पणीकार 🏆 :-
आ. सुनीता मुखर्जी ,
https://m.facebook.com/groups/1719257041584526/permalink/1867545816755647/?sfnsn=wiwspmo
विषय प्रदाता :- आ. सुनीता मुखर्जी ,
विषय प्रवर्तक :- आ. अभिलाषा "आभा" जी
--------------------------------------------------------------
आपका अपना :-
रोशन कुमार झा
आप सभी सम्मानित साहित्यकारों को हार्दिक शुभकामनाएं सह बधाई 🙏💐
कोलफील्ड मिरल ,
05/05/2021,
साहित्य समाचार प्रकाशित :-
1. साहित्य संगम संस्थान विद्यालय , महाविद्यालय नहीं , विश्वविद्यालय है ।
2. होगा बुधवार को संगम सवेरा व रंगीलो राजस्थान पत्रिका का विमोचन ।
3. साहित्य संगम संस्थान उत्तर प्रदेश इकाई की सह पंचपर्मेश्वरी के पद पर मनोनीत हुई सीमा वर्णिका ।।
____________________________
कोलफील्ड मिरल ,
05/05/2021,
साहित्य संगम संस्थान विद्यालय , महाविद्यालय नहीं , विश्वविद्यालय है ।
- रोशन कुमार झा
साहित्य संगम संस्थान विद्यालय , महाविद्यालय नहीं , विश्वविद्यालय है । जी हाँ , साहित्य संगम संस्थान एक विश्वविद्यालय है , जिसके अंतर्गत बहुत सारे महाविद्यालय यानि कॉलेज आते है , अब आपको बताते है , साहित्य संगम संस्थान नई दिल्ली विश्वविद्यालय है और उससे संचालित सभी प्रदेश इकाइयों , शालाओं और मंचों महाविद्यालय के कोटि में आते है । ये विश्वविद्यालय साहित्यकारों व साहित्य प्रेमियों को हर भाषा व क्षेत्रीय बोली में व्यावहारिक रूप से आनर्स की डिग्री हासिल करवाने के लिए बोली विकास मंच का गठन किया गया है , जहाँ हर महीने दस भाषाओं के साहित्यकारों द्वारा वीडियो के माध्यम से फेसबुक पर प्रस्तुति लिए जाते है , उसके बाद उन सभी सम्मानित साहित्यकारों को क्षेत्रीय बोली संवर्द्धक सम्मान से सम्मानित किया जाता है । साहित्य संगम संस्थान विश्वविद्यालय के अंतर्गत गर्ल्स कॉलेज, महिला महाविद्यालय के रूप में संगम सुवास - नारी मंच है , अब बात करते हैं प्रोफेसरों की तो इस विश्वविद्यालय के अंदर लगभग डेढ़ सौ (150) प्रोफ़ेसर यानि पदाधिकारी है इन पदाधिकारियों में से कितनों पीएचडी किए हुए डॉ की उपाधि प्राप्त करके साहित्य संगम संस्थान विश्वविद्यालय में अपना योगदान दें रहें हैं जैसे कि मार्गदर्शक, उत्तर प्रदेश इकाई के अध्यक्ष महागुरुदेव आ. डॉ राकेश सक्सेना जी , अब आपको एक और बात बताने जा रहें है जिस प्रकार एक विश्वविद्यालय व महाविद्यालयों के अन्दर कई गेस्ट लेक्चरर यानि अतिथि शिक्षक होते है ठीक उसी प्रकार इस विश्वविद्यालय में भी कई गेस्ट लेक्चरर भी है , देख लीजिए आ. मनोज कुमार पुरोहित जी को वे राजस्थान इकाई के अध्यक्ष यानि साहित्य संगम संस्थान राजस्थान इकाई ( महाविद्यालय) के प्रधानाचार्य है तो साहित्य संगम संस्थान पश्चिम बंगाल इकाई ,( महाविद्यालय ) के छंद गुरु के रूप में गेस्ट लेक्चरर 'अतिथि शिक्षक' है , ये विश्वविद्यालय सरकारी विश्वविद्यालय की तरह साहित्य की सेवा कर रहें है , जहाँ नि:शुल्क में साहित्यकारों को उनकी रचनाओं को लेकर उनके नाम की आहुति व इदन्नमम पुस्तक बनवाकर भेंट देते है । गर्व है हम रोशन कुमार झा को जो इस विश्वविद्यालय से जुड़े हुए हैं , इस विश्वविद्यालय के राष्ट्रीय अध्यक्ष आ. राजवीर सिंह मंत्र जी है , कहा जाएं तो मंत्र जी ही इस विश्वविद्यालय के कुलपति है । छंद- शाला , दोहा- शाला , ग़ज़ल- शाला , गीत - शाला , व्याकरण - शाला , संगम सवेरा पत्रिका , परामर्श साहित्य संगम संस्थान , प्रत्येक राज्य इकाई, आदि इस विश्वविद्यालय के महाविद्यालय के रूप में कार्य कर रहें है । इस विश्वविद्यालय से प्रशिक्षण के बाद कितने साहित्यकारों व पदाधिकारियों खुद को कुलपति (अध्यक्ष , संस्थापक ) यानि विश्वविद्यालय (मंच ) बनाने चलें पर विद्यालय तक भी नहीं बना पाएं । कार्यकारी अध्यक्ष आ. कुमार रोहित रोज़ जी , सह अध्यक्ष आ. मिथलेश सिंह मिलिंद जी, संयोजिका आ. संगीता मिश्रा जी , पश्चिम बंगाल इकाई अध्यक्षा आ. कलावती कर्वा जी, पश्चिम बंगाल सचिव रोशन कुमार झा , आ. स्वाति पाण्डेय 'भारती' जी ,आ. अर्चना जायसवाल जी , आ. स्वाति जैसलमेरिया जी,आ. रजनी हरीश , आ. रंजना बिनानी जी आ. मधु भूतड़ा 'अक्षरा' जी, आ. भारत भूषण पाठक जी और भी सम्मानित पदाधिकारियों साहित्य संगम संस्थान विश्वविद्यालय में अपना सहयोग दें रहें हैं ।।
✍️ रोशन कुमार झा
कोलकाता
05/05/2021 , बुधवार ,
____________________________
______________________________
कोलफील्ड मिरल आसनसोल
05/05/2021
साहित्य समाचार
होगा बुधवार को संगम सवेरा व रंगीलो राजस्थान पत्रिका का विमोचन ।
- रोशन कुमार झा
साहित्य संगम संस्थान नई दिल्ली के संगम सवेरा पत्रिका व रंगीलो राजस्थान पत्रिका का विमोचन बुधवार 5 मई 2021 को होगा । साहित्य संगम संस्थान के संगम सवेरा ई- पत्रिका का विमोचन प्रसिद्ध कवि , चित्रकार आ. शिवशंकर राजपूत लोध जी के करकमलों से भक्तिकाल में साहित्य संगम संस्थान पटल पर संपन्न होगा और रंगीलो राजस्थान पत्रिका का विमोचन राजस्थान इकाई कार्यकारी अध्यक्ष आ. राम प्रकाश अवस्थी रूह जी के करकमलों से राजस्थान इकाई मंच पर होगा , इस कार्यक्रम में संगम सवेरा के संपादक आ. नवल किशोर सिंह जी , वंदना नामदेव जी , राष्ट्रीय अध्यक्ष महोदय आ. राजवीर सिंह मंत्र जी , कार्यकारी अध्यक्ष आ. कुमार रोहित रोज़ जी , सह अध्यक्ष आ. मिथलेश सिंह मिलिंद जी, संयोजिका आ. संगीता मिश्रा जी , महागुरुदेव डॉ राकेश सक्सेना जी, राजस्थान इकाई अध्यक्ष आ. मनोज कुमार पुरोहित जी , पश्चिम बंगाल इकाई अध्यक्षा आ. कलावती कर्वा जी, पश्चिम बंगाल सचिव रोशन कुमार झा , आ. सुनीता मुखर्जी , आ. स्वाति पाण्डेय 'भारती' जी ,आ. अर्चना जायसवाल जी , आ. स्वाति जैसलमेरिया जी,आ. रजनी हरीश , आ. रंजना बिनानी जी आ. मधु भूतड़ा 'अक्षरा' जी, आ. भारत भूषण पाठक जी , आ. राजेश कुमार पुरोहित जी और भी सम्मानित पदाधिकारियों व साहित्यकारों उपस्थित रहेंगे ।।
05/05/2021 , बुधवार ,
____________________________
______________________________
कोलफील्ड मिरल आसनसोल
05/05/2021
साहित्य संगम संस्थान उत्तर प्रदेश इकाई की सह पंचपर्मेश्वरी के पद पर मनोनीत हुई सीमा वर्णिका ।।
- रोशन कुमार झा
साहित्य संगम संस्थान नई दिल्ली की उत्तर प्रदेश इकाई के संचालक समिति के अंतर्गत एक और सक्रिय चेहरा आप सभी के सम्मुख जिनका नाम है आदरणीया सीमा वर्णिका जी। आपको उत्तर प्रदेश इकाई की सह पंचपर्मेश्वरी के पद पर मनोनीत करते हुए मुझे अपार खुशी की अनुभूति हो रही है। आपको इस नव पद ग्रहण हेतु हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं देते हुए साहित्य संगम संस्थान के सह अध्यक्ष आ. मिथलेश सिंह मिलिंद जी आ. सीमा वर्णिका जी को उत्तर प्रदेश इकाई की सह पंचपर्मेश्वरी के पद पर मनोनीत किए , राष्ट्रीय अध्यक्ष आ. राजवीर सिंह मंत्र जी, कार्यकारी अध्यक्ष आ. कुमार रोहित रोज़ जी , संयोजिका आ. संगीता मिश्रा जी , महागुरुदेव आ. डॉ राकेश सक्सेना जी, राजस्थान इकाई अध्यक्ष आ. मनोज कुमार पुरोहित जी, पश्चिम बंगाल इकाई अध्यक्षा आ. कलावती कर्वा जी, सचिव रोशन कुमार झा , आ. स्वाति पाण्डेय 'भारती' जी , आ. सुनीता मुखर्जी ,आ. अर्चना जायसवाल जी , अलंकरण कर्ता आ. स्वाति जैसलमेरिया जी,आ. रजनी हरीश , आ. रंजना बिनानी जी आ. मधु भूतड़ा 'अक्षरा' जी एवं समस्त सम्मानित सदस्यों आ. सीमा वर्णिका जी को हार्दिक शुभकामनाएं बधाई दिए ।।
रोशन कुमार झा
साहित्य संगम संस्थान पश्चिम बंगाल इकाई
(सचिव)
05/05/2021 , बुधवार , 19(87)
____________________________
कहानी :- 16(20) हिन्दी ✍️ रोशन कुमार झा 🇮🇳
कहानी :- 1(02) हिन्दी ✍️ रोशन कुमार झा 🇮🇳
05-05-2020 मंगलवार 08:40 मो:-6290640716
Roshan Kumar Jha
http://roshanjha9997.blogspot.com/2020/05/1620-102.html
R: वह तीन दोस्त http://kalamlive.blogspot.com/2020/05/teen-dosto-ki-kahani.html
R: घर को बनायें प्राथमिक शिक्षा का केंद्र https://kalamlive.blogspot.com/2020/05/ghar-ko-banaye-prathmik-shiksha-ka-kendr.html
[ R: मत मनाएं अभी वर्षगांठ Abh>> https://kalamlive.blogspot.com/2020/05/abhi-mat-manao-varshganth.html
R: रहें नहीं श्री नथुनी साह जी http://kalamlive.blogspot.com/2020/05/blog-post_5.html
हमारी पहली रचना
-: वह तीन दोस्त !:-
वह तीन दोस्त, आख़िर में क्या रहा उन तीन दोस्तों में, कौन रहा वह तीन दोस्त, तो आइए जानते हैं, कहानी लिलुआ की पनौतीपण्डित, धर्मेन्द्र और मोनू की है , वह दोस्त मानों तो एक अटल, तो दूसरा कलाम,और तीसरा मनमोहन, मतलब ? मतलब यह कि तीनों उन्हीं महानों के राह पर चल पड़े थे, पनौतीपण्डित साहित्य से जुड़े अर्थात अटल जी जिसके खिलाड़ी थे, दूसरा धर्मेन्द्र विज्ञान से पढ़ने वाले, और वह देश दुनिया के लिए अब्दुल कलाम की तरह विज्ञान से कुछ करना
चाहते थे , और तीसरा मोनू तो वे मनमोहन जी के विषय वाणिज्य पर चल पड़े थे, तीनों की मंजिल एक ही, पर राह अलग थे , तीनों का मानना था, जब जीवन पाये है , तो क्यों न मानव सेवा में लगाऊं, सेवा करने के लिए तन मन के साथ धन की भी जरूरत होती है, धन की उत्पत्ति के लिए तीनों ने विद्या को ही सर्वोत्तम मानें ,तीनों के घर की आर्थिक स्थिति ख़राब ही था , इसी भावना के साथ पनौतीपण्डित अपने घर की आर्थिक स्थिति ख़राब होने के बावजूद भी लोक कल्याण में
लगा दिए वह कैसे उनके पास धन तो थे नहीं, पर मन और अपने कला, ज्ञान से निःशुल्क में विद्यार्थियों को पढ़ाने लगे , तीनों की दिल की पूजा पाठ भी हुआ रहा ,राजा रानी की तरह मिलन की रात भी हुआ रहा, ने... हा से यानि सीमा रेखा पार भी हुआ रहा ,तब जाकर उन तीनों में नव जीवन की कृति हुआ रहा,पता न किस लिए तीनों अपने सुख-सुविधा को त्यागकर मानव सेवा में लगाना चाहते थे , या प्रकृति का ही देन रहा होगा, अब बात करते उन दिनों की, जब तीनों अपने होंठों पर मुस्कान भरने के लिए दिन के दो से तीन घण्टे इधर-उधर भटकते रहत
कविता :- 16(18) हिन्दी ✍️ रोशन कुमार झा 🇮🇳
आलेख :-1(02) प्रभात खबर में प्रकाशित रचना
यह कविता हम अपने छोटा भाई राजन के वर्षगांठ पर लिखें है ! (Happy Birthday Rajan ) 💐🎂
जन्मदिन की देर सारी शुभकामनाएं राजन !
Roshan Kumar Jha
http://roshanjha9997.blogspot.com/2020/05/1620-102.html
R: वह तीन दोस्त http://kalamlive.blogspot.com/2020/05/teen-dosto-ki-kahani.html
R: घर को बनायें प्राथमिक शिक्षा का केंद्र https://kalamlive.blogspot.com/2020/05/ghar-ko-banaye-prathmik-shiksha-ka-kendr.html
[ R: मत मनाएं अभी वर्षगांठ Abh>> https://kalamlive.blogspot.com/2020/05/abhi-mat-manao-varshganth.html
R: रहें नहीं श्री नथुनी साह जी http://kalamlive.blogspot.com/2020/05/blog-post_5.html
हमारी पहली रचना
-: मत मनाएं अभी वर्षगांठ ! !:-
यह जिंदगी रहता न स्थिर ,
कोई राज्य का राजन बनता तो कोई बनता वीर !
सब को अपने वर्षगांठ मनाने का करता दिल ,
कहें मैं रोशन अभी जिसका-जिसका जन्मदिन है,
अभी मनायें न अभी मनाना है मुश्किल !
क्योंकि कोरोना गई है पर्यावरण में मिल ,
उससे बचो ,जब ज़िन्दगी रहें फिर ,
हंसता-मुस्कुराता रहे ये शरीर ,
तब जन्मदिन मनाना यारों , लगाकर भीड़ !!
घर पर रहकर कोरोना से मुक़ाबला करों ,
मत पार करों घर की लकीर ,
घर पर ही बिना केक के वर्षगांठ मना लो, जाओ
न नदी किनारे और झील !
यही कविता से हम " कलम लाइव पत्रिका " के साथ
और किये है मोदी जी आप सभी से अपील ,
तो बाहर न निकलें , क्योंकि ये कोरोना की समस्या है जटिल !
🙏 धन्यवाद ! 💐🌹
® ✍️ रोशन कुमार झा 🇮🇳
सुरेन्द्रनाथ इवनिंग कॉलेज , कोलकाता
05-05-2020 मंगलवार 17:45 मो:-6290640716
রোশন কুমার ঝা, Roshan Kumar Jha
यह कविता रामकृष्ण महाविद्यालय के छात्र व राष्ट्रीय सेवा योजना के आदित्य भईया,व राहुल भईया एवं हम अपने छोटे भाई के वर्षगांठ पर संयुक्त कविता लिखें है ,जो आज ही " कलम लाइव पत्रिका" में प्रकाशित हुआ है ! धन्यवाद !
http://roshanjha9997.blogspot.com/2020/05/1618.html
R: वह तीन दोस्त Teen dosto ki kahani >> http://kalamlive.blogspot.com/2020/05/teen-dosto-ki-kahani.html
R: घर को बनायें प्राथमिक शिक्षा का केंद्र ghar ko banaye prathmik shiksha ka kendr >> https://kalamlive.blogspot.com/2020/05/
शीर्षककविता:-12(06)ह,विषय सामग्री:हिन्दी कविता:-12(06)
05-05-2019 रविवार 21:09
*®• रोशन कुमार झा
-:चिरकाल तक वर्षगाठ हो तुम्हारा !:-
जन्मों-जन्मों का बंधन हो हमारा
चिरकाल तक वर्षगाठ हो तुम्हारा!
काली,लक्ष्मी,सरस्वती की दया हो सारा
राज्य का राजन बनकर रहना यही
है मेरा नारा!
बढ़ते रहना
मार्ग रोशन करके कहना,
दुख दर्द सहना
नीचे नहीं ऊपर चढ़ते रहना!
तनु वक्ष स्थल से
मत लड़ना राहुल,अरूण पत्थर से!
दिन गुजरे आनंद से गुजरे न बदतर से
तेरा उम्र हो न कम भाई वर्ष सत्तर से!
जिन्दगी जीना जीवन से मत जाना ऊब
तेरा तारीफ़ हो खूब!
देखो मुस्कुरा रही है दूब
दूब की तरह खिलते रहना भाई
तुम्हारा वर्षगाठ हो शुभ!
आनंद भरी दिन हो हजार
दुख भरी दिन हो चार!
तुम खुश हो न फिलहाल
जीवन में कुछ नया करना है भाई
तुम हो न तैयार!
*®• रोशन कुमार झा
सुरेन्द्रनाथ इवनिंग कॉलेज कोलकाता भारत
मो:-6290640716,(8420128328)
9433966389(कविता-12(06)
05-05-2019 रविवार 21:09
Happy Birthday Rajan
वर्षगाठ की हार्दिक शुभकामनाए राजन
गंगाराम कुमार झा झोंझी मधुबनी बिहार
31st Bengal Bn Ncc Fortwilliam
Kolkata-B
आज सिंह जी नहीं आये!काकु नीरज
जागकर ड्युटी Hightension में किये!
हिन्दी कविता:-12(04)
03-05-2019 शुक्रवार 17:32
*®• रोशन कुमार झा
-: आयेंगा हमारा मोदी भगवान !:-
हम भाई-बहन मजदूर किसान,
है कमल अपना एक ही निशान!
कमल को खिलाकर मोदी लायेंगे यही
है मेरा ध्यान,
अब कोई और बढ़ाने वाला है ना अपना
इस देश का मान!
तो बढ़ाओ अपना हिन्दुस्तान,
हो इसी मातृभूमी के संतान!
अंधकार में रोशन हो भले निकल
जायें प्राण,
मोदी को ही लाना है ताकि बढ़े देश का मान!
है हीरा की खान,
जाकर जर्मनी,जापान!
देखकर जिसका अमेरिका किया बखान,
वह कोई और नहीं वह है अपना
नेता मोदी भगवान!
जाना है देने मतदान,
है हाथी,लालटेन,साईकिल,जोड़ा फूल
आदि कई निशान,
पर करना है कमल का ही गुणगान,
लाना है फिर से हम ग़रीब जनता की
मोदी भगवान!
जो करे लोक कल्याण,
ग़रीब के बढ़ाये मान!
वही तो है असल में भगवान,
तो यारो सामने चुनाव हैं वोट दीजिएगा
देकर ध्यान!
*®• रोशन कुमार झा
सुरेन्द्रनाथ इवनिंग कॉलेज कोलकाता भारत
मो:-6290640716,(8420128328)
9433966389(कविता-12(04)
03-05-2019 शुक्रवार 17:32
Roshan Kumar Jha(31st Bengal
Bn Ncc Fortwilliam Kolkata-B
Reg no:-WB17SDA112047
N.D.College st John Ambulance
E.Rly.Scouts
04/05/2021 , मंगलवार , कविता :- 19(86)
____________________________________
कोलफील्ड मिरल आसनसोल में प्रकाशित साहित्य समाचार
04/05/2021, मंगलवार
राम प्रकाश अवस्थी रूह जी , बनें राजस्थान इकाई का कार्यकारी अध्यक्ष ।
साहित्य संगम संस्थान राजस्थान इकाई का कार्यकारी अध्यक्ष के पद पर आ. राम प्रकाश अवस्थी रूह जी को को उनकी साहित्यिक सेवाओं के आधार पर राष्ट्रीय अध्यक्ष आ . राजवीर सिंह मंत्र जी सोमवार , 3 , मई , 2021, को मनोनीत किए । कार्यकारी अध्यक्ष आ. कुमार रोहित रोज़ जी , सह अध्यक्ष आ. मिथलेश सिंह मिलिंद जी, संयोजिका आ. संगीता मिश्रा जी , महागुरुदेव आ. डॉ राकेश सक्सेना जी, राजस्थान इकाई अध्यक्ष आ. मनोज कुमार पुरोहित जी, पश्चिम बंगाल इकाई अध्यक्षा आ. कलावती कर्वा जी, सचिव रोशन कुमार झा , आ. स्वाति पाण्डेय 'भारती' जी ,आ. अर्चना जायसवाल जी , अलंकरण कर्ता आ. स्वाति जैसलमेरिया जी,आ. रजनी हरीश , आ. रंजना बिनानी जी आ. मधु भूतड़ा 'अक्षरा' जी एवं समस्त सम्मानित सदस्यों रूह जी को हार्दिक शुभकामनाएं दिए ।।
04/05/2021 , मंगलवार , कविता :- 19(86)
____________________________
कोलफील्ड मिरल आसनसोल
03/05/2021
नारी कोमल है पर कमज़ोर नहीं विषय पर लिखी हुई आलेख का परिणाम रखा साहित्य संगम संस्थान पश्चिम बंगाल इकाई ।
साहित्य संगम संस्थान पश्चिम बंगाल इकाई रविवार , 2 मई 2021 को नारी कोमल है पर कमज़ोर नहीं विषय पर लिखी हुई आलेख का परिणाम रखा गया , ये दैनिक लेखन 8 से 10 मार्च 2021 को हुआ रहा , आ. मनोज कुमार पुरोहित जी विषय प्रवर्तन किए रहें , और आ. कलावती कर्वा जी विषय प्रदाता रहीं , नारी कोमल है पर कमज़ोर नहीं विषय पर एक से बढ़कर एक आलेख आया रहा , पर कुछ ही श्रेष्ठ रचना को चुनकर उस रचनाकार को सम्मानित किया जाता है , इसी के अनुसार रोशन कुमार झा व आ. रजनी हरीश जी को श्रेष्ठ रचनाकार सम्मान से सम्मानित किया गया और आ. सुनीता मुखर्जी नारी कोमल है पर कमज़ोर नहीं विषय पर आई रचनाओं पर सटीक टिप्पणी करके रचनाकारों को प्रोत्साहित किये इनके इस सहयोग के लिए इन्हें श्रेष्ठ टिप्पणीकार सम्मान से सम्मानित किया गया । इन्हें राष्ट्रीय अध्यक्ष महोदय आ. राजवीर सिंह मंत्र जी , कार्यकारी अध्यक्ष आ. कुमार रोहित रोज़ जी , सह अध्यक्ष आ. मिथलेश सिंह मिलिंद जी, संयोजिका आ. संगीता मिश्रा जी , महागुरुदेव आ. डॉ राकेश सक्सेना जी, पश्चिम बंगाल इकाई अध्यक्षा आ. कलावती कर्वा जी, सचिव रोशन कुमार झा , आ. स्वाति पाण्डेय 'भारती' जी ,आ. अर्चना जायसवाल जी , अलंकरण कर्ता आ. स्वाति जैसलमेरिया जी, आ. मनोज कुमार पुरोहित जी,आ. रजनी हरीश , आ. रंजना बिनानी जी, आ. मधु भूतड़ा 'अक्षरा' जी शुभकामनाएं प्रदान किए ।।
✍️ रोशन कुमार झा
साहित्य संगम संस्थान पश्चिम बंगाल इकाई
____________________________________
____________________________________
डीएम (DM) हो जन्मदाता नहीं ➡️
कोलफील्ड मिरल आसनसोल
____________________________________
____________________________________
विषय :- डीएम बाबू का व्यवहार
( पश्चिम त्रिपुरा जिला अधिकारी पर )
ओह डीएम तू पंडित पर
हाथ कैसे छोड़ा ,
महिला के साथ अशब्द कैसे बोला ।।
विनाश करवाते है शैलेश यादव
तुम्हारे जैसे छोरा ,
उस घर - परिवार के इज़्ज़त
के बारे में सोच लेता थोड़ा ।।
यदि तुम्हारे बहन की शादी में
ऐसा होता तो क्या करता ,
कोरोना रोकवाना है न ?
पहले चुनाव प्रचार रोकवा
तू नहीं रोका सकता
क्योंकि वहां से तुम्हारे जेब भरता ।।
पंडित सरोजानंद झा जी है अपना
जात बिरादरी ,
विनाश तो तुम्हारा निश्चित है ,
क्योंकि ब्राह्मण का सम्मान किए है
स्वंय हरि ।।
पश्चिमी त्रिपुरा के हो जिलाधिकारी ,
ब्राह्मण पर जो लगाया हाथ वह तुम पर
पड़ेगा भारी ,
पता है कुछ तुम्हारा नहीं करेगा
ये अंधा सरकार ,
क्योंकि तुम्हें उसका , और
उसे तुम्हारा है दरकार ।।
सस्पेंड नहीं तुम्हें मिलेगा प्रमोशन ,
तब न पांव दबाओगे नेता का
और करोगे आम जनता का शोषण ।।
पर जब जब ब्राह्मण और
आम आदमी अपमानित होकर रोता है ,
तब तब नव युग का निर्माण होता है ।।
खुश हूँ हम रोशन देखकर हालात
मेरी कलम न सोता है ,
लिखा हूँ , लिखूँगा
क्योंकि मैं भी एक ब्राह्मण
का बेटा तो एक ब्राह्मण का पोता है ।।
✍️ रोशन कुमार झा
कोलकाता
02/04/2021 , रविवार , कविता :- 19(84)
04/05/2021 , मंगलवार , कविता :- 19(86)
____________________________________
नाटक :- जाना पहचाना, जानकर भी मारना बहाना !
✍️ रोशन कुमार झा 🇮🇳
http://roshanjha9997.blogspot.com/2020/04/blog-post_30.html
जीवनी
http://roshanjha9997.blogspot.com/2020/04/blog-post_29.html
https://allpoetry.com/Roshan_Kumar_jha
https://kalamlive.blogspot.com/2020/04/irfan-khan-ki-mrityu-gujar-gye.html
नाटक :- https://youtu.be/UAHdAMV90vI
https://youtu.be/WOgz3_WFTTw
Nss :- https://youtu.be/WAD9T0J2Sos
https://youtu.be/pwrmCkOqVAQ
जीवनी :-
https://kalamlive.blogspot.com/2020/04/roshan-kumar-jha-jivan-prichay.html
Bahut achha Raushan. Aur naam kamao. Mera ashirbad aur pyar hamesa tumhare sath rahega. amitabh sir
https://kalamlive.blogspot.com/2020/04/irfan-khan-ki-mrityu-gujar-gye.html
लिखें रहें :- 02-10-2018 मंगलवार 22:10
प्रस्तुत हुआ :- ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के
रामकृष्ण महाविद्यालय राष्ट्रीय सेवा योजना से आयोजित
.22 स्वच्छ भारत समर इंटर्शिप कार्यक्रम के कैवल्य ग्रुप से !
प्रस्तुत स्थल :- लालू टोला प्राथमिक विद्यालय जगतपुर, मधुबनी बिहार
दिनांक :- 09-08-2019 शुक्रवार 12:30
° पात्र :-
(1) लड़का :- रमेश (राम )
( जगमोहना का लड़का लालमोहना )
(2) लड़की :- ( पूजा ग्रुप लीडर )
( नागेन्द्र महिन्द्र घोष की बेटी )
(3) दुकानदार (दही लेने वाला ) :- अमित
(4) पुलिस :- ( रोशन )
( खुदरा जिला हॉलसेलर थाना से )
(5) लड़का :- ( पूजा व अंकिता ) पर यहां का पात्र
लड़की की !
( उदनमा के बेटा रजनमा ) पुलिस के साथ आयेगा !
(6) कहने वाले :- प्रीती
(7) गाना गाने वाले :- ज्योती
नाटक आरम्भ :-
(1) लड़का :- (जगमोहन का लड़का लालमोहना,
राम का प्रवेश :-
ओई सुन इधर तू किसकी बेटी है ? कहां से आयी है !
(2) लड़की :- (नागेन्द्र महिन्द्र घोष की बेटी पूजा
ग्रुप लीडर की प्रवेश ) :-
:- मैं यही की बेटी हूं, नागेन्द्र महिन्द्र घोष की तुम्हारे पिता
की दोस्त की !
(3) लड़का :- तो क्या ? हुआ , कहां जा रही हो ?
(4) लड़की :- तुम्हें कोई मतलब ? !
(5) लड़का :- मतलब , तू मतलब कहती हो ,अब ?
कहती हो तुम्हारे पिता के दोस्त की बेटी हूं, फिर इस
तरह का सवाल !
(6) लड़की :- हां. हां अंक्ल कहा करते थे , तुम्हारे बारे में
तुम दही चोर हो ,! छी छी छी ...
(7) लड़का
कविता :- 15(04) हिन्दी ✍️ रोशन कुमार झा 🇮🇳
नाटक :- दोहा प्रकाशित
http://roshanjha9997.blogspot.com/2020/05/1504.html
-: लेखक एक सदी का और सरकार पांच सरकार का !:-
मैं एक सदी के कवि , आप पांच साल के सरकार है ,
आपका प्रशंसा क्यों करूं , आपका वर्णन करने का
मेरा न विचार है !
आदत से आप लाचार है ,
कहते ही नहीं , आप दिखाते भी हो कि हम सरकार है !
आज सरकार मोदी और नीतीश कुमार है ,
अगला पांच साल में कोई और आने के लिए तैयार हैं !
पांच दो बार बने तो दस , उतना ही साल का अख्तियार है ,
हम रोशन एक सदी के लेखक हमें मानवता से ही प्यार है !!
आपका चुनाव प्रचार है ,
बेरोजगारी से शहर, गांव बीमार है !
क्यों ? और कैसे आपकी बड़ाई करूं, आप तो
सिर्फ पांच साल के सरकार है ,
हम एक सदी के कवि हमें रचना करके समाज को सुमार्ग
पर ले जाना ही मेरी त्यौहार है !!
आपका पीछे हवलदार है ,
हम गरीब आपका शिकार हैं !
मैं रोशन क्यों, आपका वर्णन करूं, आप तो सिर्फ
पांच साल के सरकार है ,
वर्णन करूं या न करूं सरकार का , बताओ मेरे
प्यारे पाठको आज आप सभी से मेरा यही सवाल है !!
🙏 धन्यवाद ! 💐🌹
® ✍️ रोशन कुमार झा 🇮🇳
सुरेन्द्रनाथ इवनिंग कॉलेज , कोलकाता
22-01-2020 बुधवार 22:01 Realme c2 से
রোশন কুমার ঝা, Roshan Kumar Jha
01-05-2020 शुक्रवार मो:-6290640716
http://roshanjha9997.blogspot.com/2020/05/1504.html
রোশন কুমার ঝা, Roshan Kumar Jha
http://roshanjha9997.blogspot.com/2020/05/1611-1612.html कविता :-16(12) दोहा:-16(11)
हमारा प्रथम दोहा कलम लाइव :- कविता :- सृजन
http://roshanjha9997.blogspot.com/2020/05/blog-post.html Realme c2 से Readmi not
नाटक :- https://kalamlive.blogspot.com/2020/05/blog-post.html
दोहा :-
https://kalamlive.blogspot.com/2020/05/corona-sambndhit-doha.html
http://roshanjha9997.blogspot.com/2020/04/blog-post_30.html
: जो जो भाग लिए रहें उन लोगों का भी नाम है
[ R: गुरु जी आपकों बहुत बहुत धन्यवाद,
] Rahul Manhar Sir: बहुत बहुत बधाई💐💐💐🙂🙂
Sir: इसे group में भी डाल सकते हो
धन्यवाद गुरु जी !🙏🙏🙏🙏🙏 01/05, 18:33]
हम केवल्या ग्रुप जो राष्ट्रीय सेवा योजना से आयोजित
.22 स्वच्छ भारत समर इंटर्शिप कार्यक्रम में जो नाटक
प्रस्तुत किये रहें ,वह आज कलम लाइव पत्रिका
कविता :- 16(17) हिन्दी ✍️ रोशन कुमार झा 🇮🇳
http://roshanjha9997.blogspot.com/2020/05/1617.html https://kalamlive.blogspot.com/2020/05/duniya-hila-par-corona-madhubani-nhi-hila-saka.html
http://kalamlive.blogspot.com/2020/05/karnal-sahit-panch-jawan-shahid.html https://kalamlive.blogspot.com/2020/05/corona-ab-chala-ja.html
http://roshanjha9997.blogspot.com/2020/05/1504.html
-: हुए कर्नल सहित पांच जवान शहीद ! !:-
मैं रोशन कैसे करूं पूजा पाठ और कैसे मनाऊं ईद ,
चाह नहीं हमें कि मैं हो जाऊं प्रसिद्ध ,
रोया हूं , और उस आंसू को कलम द्वारा कर रहा हूं सिद्ध ,
क्योंकि फिर हुए है जम्मू-कश्मीर के हंदवाड़ा में कर्नल
सहित पांच जवान शहीद !
इधर कोरोना का भी है ज़िद ,
उधर टूट गये पांच जवानों के जीने की उम्मीद !
बनना है तोता, बनना नहीं है गिद्ध ,
एक ही प्रार्थना कर रहा हूं सरकार से कि उनके
घर-परिवार को देखें ,जो आज देश सेवा में हो गये शहीद !
तिरंगा में लिपट कर गये,यही रहा उनका विधि के विध ,
चिढ़ने की अवस्था है पर कैसे जाऊ चिढ़ !
बस सरकार में जग जाये ऐसी उम्मीद ,
दुश्मनों को जलाकर राख कर दे ताकि कभी फिर
हो न हमारे भारत मां के वीर जवान शहीद !
🙏 धन्यवाद ! 💐🌹
® ✍️ रोशन कुमार झा 🇮🇳
31 वीं बंगाल बटालियन एनसीसी फोर्ट विलियम कोलकाता-बी ( Reg no :- WB17SDA112047 )
04-05-2020 सोमवार 00:05 मो:-6290640716
রোশন কুমার ঝা, Roshan Kumar Jha
श्रीमान इस कविता में कॉलेज का नाम न देकर यही
एनसीसी वाला परिचय दे दीजियेगा ताकि हम अपना
कर्नल, बिग्रेडियर तक इस कविता को पहुंचा पाये !
धन्यवाद श्रीमान !
http://roshanjha9997.blogspot.com/2020/05/1617.html
आपका आज्ञाकारी :- रोशन कुमार झा
04-05-2020 सोमवार 00:05 मो:-6290640716
[04/05, 13:27] R: दुनिया हिला पर कोरोना मधुबनी को हिला न सका Duniya hila par corona madhubani nhi hila saka >> https://kalamlive.blogspot.com/2020/05/duniya-hila-par-corona-madhubani-nhi-hila-saka.html
[04/05, 13:27] R: हुए कर्नल सहित पांच जवान शहीद karnal sahit panch jawan shahid >> http://kalamlive.blogspot.com/2020/05/karnal-sahit-panch-jawan-shahid.html
[04/05, 13:27] R: कोरोना अब चल जा Corona Ab Chala ja >> https://kalamlive.blogspot.com/202
हिन्दी कविता-12(05)
04-05-2019शनि10:25
*®• रोशन कुमार झा
•तेल मुरी चनाचूर!-
तेल मुरी चनाचूर
बहुत किया अपने राज में भूल
अब कोई और नहीं जनता ही तुझे
ले जायेंगा दूर
इसमें कमल का क्या क़सूर!
तेल मुरी चनाचूर खाऊँगा
पर मोदी को लाऊँगा
मार्ग रोशन करके मर जाऊँगा
पर मरने से पहले मोदी को
सरकार बनाऊँगा!
लालटेन बुझाऊँगा
कमल खिलाऊँगा
वोट किसी से ज़ोर-ज़बरदस्ती
से न दिलाऊँगा
पर भाई-भाई से हाथ मिलाऊँगा!
अच्छे दिन लेकर आऊँगा
जागुँगा और जगाऊँगा
हाथी को दूर भगाऊँगा
और किसी को नहीं कमल को ही खिलाऊँगा!
साईकिल चलाऊँगा
पर हाथ के इशारे पर न जाऊँगा
हँसुआ से काट कर धान गेहूँ लाऊँगा
पर अबकी बार फिर से बीजेपी को ही
जीताऊँगा!
और ग़रीबी मिटाऊँगा
सबको जगाऊँगा
कुछ पल के लिए तेल मुड़ी चनाचूर ही
खाऊँगा
उसे ही खाकर उसे ही दूर भगाऊँगा!
यही मेरी नीति है
जो हम जनता पर बीती है
मैं नहीं कहता कहता यह मिट्टी है
सपनों में देख चुँका हूँ कमल फिर
से जीती है!
*®• रोशन कुमार झा
सुरेन्द्रनाथ इवनिंग कॉलेज कोलकाता भारत
मो-6290640716,8420128328
9433966389(कविता-12-05
04-05-2019 शनि 10:25
को मी बे-क
Hightensionकाली पूजा(पापा आये
हिन्दी कविता:-12(04)
03-05-2019 शुक्रवार 17:32
*®• रोशन कुमार झा
-: आयेंगा हमारा मोदी भगवान !:-
हम भाई-बहन मजदूर किसान,
है कमल अपना एक ही निशान!
कमल को खिलाकर मोदी लायेंगे यही
है मेरा ध्यान,
अब कोई और बढ़ाने वाला है ना अपना
इस देश का मान!
तो बढ़ाओ अपना हिन्दुस्तान,
हो इसी मातृभूमी के संतान!
अंधकार में रोशन हो भले निकल
जायें प्राण,
मोदी को ही लाना है ताकि बढ़े देश का मान!
है हीरा की खान,
जाकर जर्मनी,जापान!
देखकर जिसका अमेरिका किया बखान,
वह कोई और नहीं वह है अपना
नेता मोदी भगवान!
जाना है देने मतदान,
है हाथी,लालटेन,साईकिल,जोड़ा फूल
आदि कई निशान,
पर करना है कमल का ही गुणगान,
लाना है फिर से हम ग़रीब जनता की
मोदी भगवान!
जो करे लोक कल्याण,
ग़रीब के बढ़ाये मान!
वही तो है असल में भगवान,
तो यारो सामने चुनाव हैं वोट दीजिएगा
देकर
कविता :-10(007) हिन्दी
कविता :- 15(06) हिन्दी ✍️ रोशन कुमार झा 🇮🇳
कविता :- 14(89) हिन्दी 15(03), 15(06),
कविता :-14(92) भोजपुरी ,14(87),10(07)
कविता:-16(15)
http://roshanjha9997.blogspot.com/2020/05/1489-1503-1506-1492.html
http://roshanjha9997.blogspot.com/2020/05/1614-101.html
Intex से रेलवे new year
कविता :-10(007) हिन्दी
-: मां सुन लो मेरी कविता !:-
मां मैं लिखा हूं एक कविता ,
सुन लो मेरी कविता !
कैसे सुनू बेटा मैं तेरी कविता ,
भुखमरी, बेरोजगारी से जल रही है चिता ,
कैसे सुनूं बेटा मैं तेरी कविता !
जाओ कविता पापा को सुनाना ,
तब तक मैं बनाकर रख रहीं हूं खाना !
पापा-पापा मैं लिखा हूं एक कविता ,
बोल बेटा कहां से जीता !
जीता नहीं पापा मैं लिखा हूं एक कविता ,
कहां है अब राम और सीता ,
ना पापा राम-सीता नहीं , मैं लिखा हूं एक कविता !
अरे ! खाना जुटता ही नहीं , मैं कैसे शराब पीता ,
न-न पापा आप शराबी नहीं, मैं लिखा हूं एक कविता !
अच्छा कविता,
सुनाओ वही सुनाना जो मेरे जीवन में बीता !
बस-बस पापा वैसा ही कविता !!
सूर्य के रोशन, चांद सितारों की शीतलता में आप
पर रहीं भुखमरी की ताप ,
उसके बावजूद भी बड़े स्नेह से हमें पाले पापा आप !
बड़े संघर्षमय से आपकी जिन्दगी बीता ,
हमें रहा नहीं गया, पापा
बस आप पर लिख बैठे एक कविता !!
🙏 धन्यवाद ! 💐🌹
® ✍️ रोशन कुमार झा 🇮🇳
सुरेन्द्रनाथ इवनिंग कॉलेज , कोलकाता भारत
02-01-2019 बुधवार 07:50
Intex मोबाइल से कविता:-10(007) होना चाहिए
:- 10(07) मां सुन लो मेरी कविता !
রোশন কুমার ঝা, Roshan Kumar Jha
03-05-2020 रविवार मो:-6290640716
कविता :- 14(87) हिन्दी ✍️ रोशन कुमार झा 🇮🇳
कविता :- 15(06) हिन्दी ✍️ रोशन कुमार झा 🇮🇳
कविता :- 14(89) हिन्दी 15(03), 15(06),
कविता :-14(92) भोजपुरी ,14(87),10(07)
http://roshanjha9997.blogspot.com/2020/05/1489-1503-1506-1492.html
http://roshanjha9997.blogspot.com/2020/05/1614-101.html
-: मां तुमसे ही है मेरी उत्पत्ति !:-
मां तूने जन्म दी, पर गर्लफ्रेंड के बिना दिन कटी ,
हम रोशन हमें बनना है न किसी के पति !
बस इसी तरह बढ़ते रहे मेरी सफलता की गति ,
मां तूने मुझे उत्पन्न की और मैं तेरा पुत्र हर रोज़ करता
हूं एक कविता की उत्पत्ति !!
मां सुन लो मेरी कविता , अगले साल की कविता
पर लिखा हूं ये कविता ,
सुन लीजिए आप , पूजने योग्य है पिता !
लिखता हूं पूजा पाठ व करके योग कविता ,
हे ईश्वर,खुदा, मसीहा मत मेरे रोग मिटा ,
हे जिन्दगी तू हमें हरा , हमें न तू जीता !!
हार के आऊं हमें हार से है न आपत्ति ,
चाहे मुझ पर आये लाख विपत्ति !
रहें या न रहे मेरी आंख की गति ,
बस मां तुम्हारी दया बना रहे , जिससे मैं रोज़ करते
रहूं एक कविता की उत्पत्ति !!
सुख-दुख सबके जीवन में है सटी ,
कुछ बनना है , इसलिए सुनता हूं, करता हूं न
कभी किसी का बेइज्जती !
खुद को पहुंचता, पर पहुंचाता हूं न किसी को क्षति ,
हे माँ तुम्हारी दया बना रहे, मैं दुख में भी मुस्कुरा कर
करते रहूं हर रोज़ एक कविता की उत्पत्ति !!
🙏 धन्यवाद ! 💐🌹
® ✍️ रोशन कुमार झा 🇮🇳
सुरेन्द्रनाथ इवनिंग कॉलेज , कोलकाता
03-05-2020 रविवार मो :-6290640716
রোশন কুমার ঝা, Roshan Kumar Jha
06-01-2020 सोमवार 12:10 का है यह
Realme c2)02-01-2019 बुधवार Intex
मोबाइल से कविता:-10(007) होना चाहिए
:- 10(07) मां सुन लो मेरी कविता ! पर है !
कविता :- 15(06) हिन्दी ✍️ रोशन कुमार झा 🇮🇳
कविता :- 14(89) हिन्दी 15(03), 15(06),
कविता :-14(92) भोजपुरी,14(87),10(07)
कविता :-14(92) भोजपुरी ✍️••• रोशन कुमार झा 🇮🇳
कविता:-16(15)
http://roshanjha9997.blogspot.com/2020/05/1489-1503-1506-1492.html
http://roshanjha9997.blogspot.com/2020/05/1614-101.html
-: हम सब अतिथि है !:-
सब यहां अतिथि है ,
सुख-दुख से जीवन बीती है !
आना-जाना ही तो रीति है ,
अमीर हो या गरीब अंतिम संस्कार के लिए
तो यही मिट्टी है !!
जीव-जंतु हाथी और चींटी है ,
क्या कहूं मैं रोशन यह ज़िन्दगी भी मीठी है !
जन्म लिए तो मरने का भी एक तिथि है ,
क्या हम क्या आप , हम सभी यहां के अतिथि है !!
जो कल जवान रहें, वही आज बूढ़ा हुए ,
समय के साथ कृष्ण-राधा भी जुदा हुए !
अमृत भी विष, विष भी समय के साथ सुधा हुए ,
समय की बात है यारों , समय बदलते होशियार भी बेहूदा हुए !
एक मां की ही बेटा सम्पत्ति बांटने में भाग लेते ,
पत्नी आते ही मां-बाप को त्याग देते !
जिसे पाल पोस कर बड़ा करते वही संतान अंतिम
वक्त आग देते ,
सब मतलबी है यारों , सिर्फ अपना काम पर ही दिमाग़ देते !!
तो कोई दिमाग़ लगाकर भी हारा , कोई हार
के बाद भी जीती हैं ,
सफलता-असफलता ही तो जिन्दगी की नीति है !
जिंदगी पूजा पाठ,लेखन कार्य ,अर्थ व्यवस्था, संस्कृति
और राजनीति में ही बीती है ,
तब हम आप नहीं ,कहों यारों हम सब अतिथि है !!
🙏 धन्यवाद ! 💐🌹
® ✍️ रोशन कुमार झा 🇮🇳
सुरेन्द्रनाथ इवनिंग कॉलेज , कोलकाता
03-05-2020 रविवार कविता:-16(15)
24-01-2020 शुक्रवार 12:01 का मो:-6290640716
রোশন কুমার ঝা, Roshan Kumar Jha
कविता :- 15(03) हिन्दी ✍️ रोशन कुमार झा 🇮🇳
14(89) हिन्दी , 15(06), कविता :-14(92)
भोजपुरी,14(87),10(07) ✍️••• रोशन कुमार झा 🇮🇳
कविता:-16(15)
http://roshanjha9997.blogspot.com/2020/05/1489-1503-1506-1492.html
http://roshanjha9997.blogspot.com/2020/05/1614-101.html
कविता :- 15(03) हिन्दी ✍️ रोशन कुमार झा 🇮🇳
-: तू मेरी मैं तेरी थी !:-
मैं रोशन यह ज़िन्दगी तेरी थी ,
तब ही अपना मानती थी , जब तू अकेली थी !
तू तो लुटी ही और तुम्हारी लुटने वाली सहेली थी ,
आज किसी और की हो गई यह तुम्हारी नहीं मेरी
क़िस्मत की फेरी थी !!
तब ही पूजा करने योग्य फूल तू चम्पा और चमेली थी ,
जब तू मेरी थी !
तुम्हारी जिन्दगी में किसी के आने की देरी थी ,
बदल गई तू , ऐसा कौन सा पहेली थी !!
तू मेरी मैं तेरी थी ,
कैसे भूलें वह दिन , जब तू मेरे साथ खेली थी !
सुन्दर रूप, सुन्दर चाल चलने वाली तुम्हारी एड़ी थी ,
छोड़कर चली गई, क्या इतने ही दिन की सफ़र मेरी थी !!
मेरी डांट फटकार सब झेली थी ,
कब ? जब तू अकेली थी !
छोड़कर जाना रहा ,यह सोच तेरी थी ,
तुम खुश हो न , फुटा क़िस्मत तो मेरी थी !!
🙏 धन्यवाद ! 💐🌹
® ✍️ रोशन कुमार झा 🇮🇳
सुरेन्द्रनाथ इवनिंग कॉलेज , कोलकाता
21-01-2020 मंगलवार 12:01
03-05-2020 रविवार 00:01 मो:-6290640716
রোশন কুমার ঝা, Roshan Kumar Jha
कविता :- 14(89) हिन्दी 15(03), 15(06),
कविता :-14(92) भोजपुरी,14(87),10(07)
✍️••• रोशन कुमार झा 🇮🇳 कविता:-16(15)
http://roshanjha9997.blogspot.com/2020/05/1489-1503-1506-1492.html
http://roshanjha9997.blogspot.com/2020/05/1614-101.html
रामधारी सिंह दिनकर जी के कविता :-
नव वर्ष हमें स्वीकार नहीं ! के आधार पर लिखें है !
-: नव वर्ष हमारा पर्व नहीं !:-
मैं रोशन मुझे अपने घर गर्व नहीं ,
मनाने की सब्र नहीं !
नव वर्ष पर मेरा कोई संदर्भ नहीं ,
क्योंकि ये अपना पर्व नहीं !!
चल रही है ठंडी-ठंडी है गर्म हवा नहीं ,
सूर्य बिना खिली हुई फूल सूर्यमुखी जवा नहीं !
मानव तो मानव जीव-जंतु भी दबे हैं , ठंड से
बचने के लिए कोई दवा नहीं ,
तब कैसे मनाऊं नव वर्ष, नया साल मनाने के लिए लगी
हुई कहीं सभा नहीं !!
पुरानी पत्ती ,अभी खिला सा वन नहीं ,
पौष माघ अभी बसंत और सावन नहीं !
आग नहीं तो बिस्तर, उसके बाहर मां बहन नहीं ,
क्यों मनाऊं, मनाने की मन नहीं ,
क्योंकि ये नव वर्ष अपना पावन नहीं !!
घर से निकलने वाली शाम नहीं ,
घर के अंदर कोई काम नहीं !
पेट के लिए निकलना ही होगा , ठंड से विश्राम नहीं ,
सच में नव वर्ष को मेरी ओर से प्रणाम नहीं !!
अभी जाने दो समय की गति ,
नव वर्ष मनाएंगे अभी नहीं , खिलने दो नव पत्ती !
आने दो बसंत , लेकर आ रही है मां सरस्वती ,
तब मनाएंगे नव वर्ष जलाकर दिया और मोमबत्ती !!
नव वर्ष मनाएंगे पहले चलें ,तो जाये ठंड की
पकवान चौखा लिट्टी !!
केक नहीं बनाएंगे जलेबी वह भी मीठी-मीठी ,
है अपना ये हिन्दुस्तान ,विद्यापति, कबीर,दिनकर की मिट्टी,
उस पर नव वर्ष मनाएंगे, अभी नहीं, आने दो अपना तिथि !!
अभी काफी ठंड है , ठंड की कोई दण्ड नहीं ,
पूजा पाठ करने के लिए कैसे नहाऊ ,गर्म जल की प्रबंध नहीं !
बढ़ते ही जाते ठंड, ठंड की गति मंद नहीं ,
कैसे मनाऊं नव वर्ष, नव वर्ष मनाने की कोई सुगंध नहीं !!
ठंड में यानि आज नहीं ,
कोयल की मीठी आवाज नहीं !
शीत के कारण समय कैसे बीती अंदाज नहीं ,
तब कैसे मनाऊं नव वर्ष,ये हमारा रीति रिवाज नहीं !!
कुहासा में नया साल मनाना ,अपनी कर्त्तव्य नहीं ,
वह भी अब नहीं !
नव वर्ष पर हमें गर्व नहीं ,
है अपना ये पर्व नहीं !!
🙏 धन्यवाद ! 💐🌹
® ✍️ रोशन कुमार झा 🇮🇳
सुरेन्द्रनाथ इवनिंग कॉलेज , कोलकाता
08-01-2020 बुधवार 08:47 मो:-6290640
हिन्दी कविता:-12(04)
03-05-2019 शुक्रवार 17:32
*®• रोशन कुमार झा
-: आयेंगा हमारा मोदी भगवान !:-
हम भाई-बहन मजदूर किसान,
है कमल अपना एक ही निशान!
कमल को खिलाकर मोदी लायेंगे यही
है मेरा ध्यान,
अब कोई और बढ़ाने वाला है ना अपना
इस देश का मान!
तो बढ़ाओ अपना हिन्दुस्तान,
हो इसी मातृभूमी के संतान!
अंधकार में रोशन हो भले निकल
जायें प्राण,
मोदी को ही लाना है ताकि बढ़े देश का मान!
है हीरा की खान,
जाकर जर्मनी,जापान!
देखकर जिसका अमेरिका किया बखान,
वह कोई और नहीं वह है अपना
नेता मोदी भगवान!
जाना है देने मतदान,
है हाथी,लालटेन,साईकिल,जोड़ा फूल
आदि कई निशान,
पर करना है कमल का ही गुणगान,
लाना है फिर से हम ग़रीब जनता की
मोदी भगवान!
जो करे लोक कल्याण,
ग़रीब के बढ़ाये मान!
वही तो है असल में भगवान,
तो यारो सामने चुनाव हैं वोट दीजिएगा
देकर ध्यान!
*®• रोशन कुमार झा
सुरेन्द्रनाथ इवनिंग कॉलेज कोलकाता भारत
मो:-6290640716,(8420128328)
9433966389(कविता-12(04)
03-05-2019 शुक्रवार 17:32
Roshan Kumar Jha(31st Bengal
Bn Ncc Fortwilliam Kolkata-B
Reg no:-WB17SDA112047
N.D.College st John Ambulance
E.Rly.Scouts
1
फेसबुक - 1
http://roshanjha9997.blogspot.com/2023/05/1.html
फेसबुक - 2
http://roshanjha9997.blogspot.com/2023/05/2.html
फेसबुक - 3
http://roshanjha9997.blogspot.com/2023/05/3.html
फेसबुक - 4
http://roshanjha9997.blogspot.com/2023/05/4.html