देखों बेक़सूर साधु की हुई हत्या !:- कविता :-16(03) हिन्दी ✍️ रोशन कुमार झा 🇮🇳

कविता :-  16(03)  हिन्दी ✍️ रोशन कुमार झा 🇮🇳

       -: 🙏 देखों बेक़सूर साधु की हुई हत्या 🙏  :-

फल होंगे ही वैश्विक महामारी कोरोना में ही सही
मैं रोशन दिया हूं रचना भरी बतिया ,
कैसे हुआ हिन्दुत्व देश के महाराष्ट्र ,पालघर में
एक ड्राइवर और दो साधु की हत्या ,
साधु संत के दुआओं से चलते हैं दुनिया बाजार और हटिया ,
छी-छी छी... हत्यारों की कितनी सोच है घटिया ,

आज के ही दिन महाराष्ट्र में ही  16 अप्रैल 1853 को
भारतीय रेल की शुरूआती की बना रहा इतिहास ,
और आज इसी भूमि पर मार-मार कर बेक़सूर
साधु को बना दिया लाश !
सूरत जा रहें थे अपने गुरू के अंतिम संस्कार में
जानें के लिए लॉकडाउन में किये कितना प्रयास !
मर जाओ हे पापी हत्यारों तुम क्या बुझाओगे
प्यासों की प्यास !

देखो-देखो मोदी जी कट गया अपना हिन्दुस्तान का नाक रे ,
हुआ ,पालघर में साधु की हत्या प्रशासन कहते हैं
हम क्या करें ,
वैसा चुड़ी पहने हुए प्रशासन की हटाये आंकड़े ,
कौन ? आप महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे !

पाप के कारण ही दुनिया में कोरोना मचा रे ,
बाप बाप ही होता है सुधर जा बच्चा रे !
धर्म-कर्म पर चल वही जीवन है अच्छा रे ,
हे मानव !  अब तो साधु संत को बचा ले !

                               🙏 धन्यवाद ! 💐🌹

® ✍️ रोशन कुमार झा 🇮🇳
রোশন কুমার ঝা, Roshan Kumar Jha
23-04-2020  वृहस्पतिवार  12:41 मो:-6290640716

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