कविता :- 18(63) - 18(72)

कविता :-18(72),18(71),18(70),18(69),18(68),18(67),18(66),18(65), 18(64),18(63) ,

दिनांक :- 11/01/2021
दिवस :- सोमवार

कब वह आयेगी ,
नया रंग लायेगी ।।
जीने की ढंग सीखायेगी ,
कुछ हम तो
कुछ प्यार वह भी पायेगी ।।

✍️  रोशन कुमार झा
सुरेन्द्रनाथ इवनिंग कॉलेज, कोलकाता
ग्राम :- झोंझी , मधुबनी , बिहार,
मो :-6290640716, कविता :- 18(72)

दिनांक :- 10/01/2021
दिवस :- शुक्रवार
शीर्षक :- विश्व हिन्दी दिवस

मीठी वाणी , मीठा रस ,
शून्य दिए हम भारत
तब बना सौ और दस ।।
सोच पहले तब देना हंस ,
आज ही तो है विश्व हिन्दी दिवस  ।।

✍️  रोशन कुमार झा
सुरेन्द्रनाथ इवनिंग कॉलेज, कोलकाता
ग्राम :- झोंझी , मधुबनी , बिहार,
मो :-6290640716, कविता :- 18(71)

नमन :-
दिनांक :- 09/01/2021
दिवस :- शनिवार
विधा :- कहानी
शीर्षक :- नई खून , सोच से शून्य

बात कोरोना काल के बाद दो हज़ार बीस नहीं वर्ष इक्कीस की शुरुआती माह की प्रथम सप्ताह के अंत द्वितीय सप्ताह की शुरुआती के दुसरी दिन शनिवार नौ जनवरी की है , जब हम रोशन सुरेन्द्रनाथ इवनिंग कॉलेज, कलकत्ता विश्वविद्यालय से द्वितीय वर्ष हिन्दी आनर्स की परीक्षा देने के बाद रामकृष्ण महाविद्यालय से ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के बी. एस .सी, बी.कॉम नहीं बी.ए प्रथम खंड हिन्दी आनर्स की परीक्षा देने बिहार आएं रहें , देव नारायण यादव महाविद्यालय में परीक्षा का केन्द्र पड़ा रहा , पहली तल्ला के कमरा संख्या बयालीस "अ" में हमारा सीट बीच कतारों की प्रथम बेंच पर ही रहा , हर बेंच पर चार - चार परीक्षार्थियों को बैठाया गया था इससे हमें पता ही नहीं चला हम परीक्षा देने आएं हैं या पढ़ने ....
और भी बातों से ,  परीक्षार्थियों फोन रखेंगे अपने जेब में पर बंद करके,  इस तरह भी परीक्षा होती है , मानते हैं इस काल में फ़ोन रखना जरूरी है तो आप परीक्षकों परीक्षार्थियों की फोन उनके बैग बस्ता में रखने के लिए कहिए , आप जैसे परीक्षकों का भी सोच अच्छा है कहीं किसी का फोन चोरी न हो जाएं , आप मोबाइल बंद करवा कर रखने के लिए कहते परीक्षार्थियों को, वे अपने बंद भी रखते है , आप जैसे परीक्षकों कभी सोचे है ,आज एक अंक , दो नम्बर जैसी प्रश्न आते है जिसका वह उत्तर अपने मोबाइल इंटरनेट के माध्यम से आसानी से जान सकता है , वह कैसे भले परीक्षार्थी आपके डर से परीक्षा रूम में फोन न निकाले , न खोलें , लेकिन वह बाहर तो पांच - दस मिनटों के लिए तो जा ही सकता है न , बस वही कुछ प्रश्नों का जवाब अपने फ़ोन इंटरनेट से जान लेंगे  , खैर कोई बात नहीं , अब आते है हम कहानी की शीर्षक पर "नई खून , सोच से शून्य" मतलब नई खून नव शिक्षक को कहा गया है यानि परीक्षक को , परीक्षक शायद प्राईवेट से परीक्षा लेने आया रहा इस बात का पता हमें उनके चेहरों से चल रहा था, द्वितीय पाली में हिन्दी आनर्स की द्वितीय पेपर की परीक्षा रहा जहां यानी डी.एन.वाई कॉलेज में
आर.के. कॉलेज व अमीर हसन सकुर अहमद कॉलेज के परीक्षार्थियों बी.ए , प्रथम वर्ष की परीक्षा देने आएं रहें , उस दिन एक सरकारी प्रोफेसर रहे , और दो नई खून ? जो आप समझ ही चूके होंगे मतलब प्राईवेट से परीक्षा लेने वाले परीक्षकों , दोनों परीक्षकों को नई खून इसलिए कहा गया है कि नव खून की एक अलग ही गर्मी होती है और उन दोनों परीक्षकों ने गर्मी का शानदार प्रदर्शन दिए , ज़ोर ज़ोर से चिल्लाना और बात उसे छोड़िए , जब हिन्दी की ही परीक्षा रही तो प्रश्न हिन्दी साहित्य से ही रहता न और प्रश्न भी बहुत आसान आसान थे , वही विद्यापति , कबीर, घनानंद , तुलसीदास , सूरदास आदि से संबंधित , हम तो हर परीक्षा को त्योहार मानते और उसे मनाते भी है उस दिन भी हम अपनी साहित्य से लगाव भरी प्रेम को दर्शायें इन शब्दों में .....

" जब आएं भगवान राम , लक्ष्मण गुरु विश्वामित्र ,
तब जनक राज्य मिथिला हुए और पवित्र "

ये शब्द धनुष भंग प्रसंग वाली प्रश्न , भगवान श्रीराम, लक्ष्मण , गुरु विश्वामित्र और मिथिला भूमि के लिए वर्णित किए , दोनों परीक्षकों प्राईवेट से रहें दोनों एक ही तरह व्यवहार किए , एक पतला दुबला रहा दूसरे थोड़ा ठीक ठाक रहा , वैसे दोनों परीक्षकों ने नव खून की गर्मी की परिभाषा दिए , जो पतला दुबला से ठीक ठाक रहा , अब उन्हीं परीक्षकों के बारे में बताने जा रहे है , परीक्षा आरंभ के समय ही एक परीक्षार्थी ने गेस पेपर से लिखना प्रारम्भ कर दिया , पतला दुबला से ठीक ठाक रहा जो परीक्षक वह आकर उस परीक्षार्थी का उत्तर पत्र छीन लिया , वह परीक्षार्थी भी खूब शोर गुल किया अंत में उस परीक्षार्थी को प्रधानाचार्य के पास ले गया , फिर वही परीक्षक अधिकांश सभी परीक्षार्थियों को दो नम्बर वाले प्रश्न का उत्तर बताने लगे , अचानक मेरी नज़र उस परीक्षक के पास गया वह उत्तर बता रहा था , मैंने इस तरह अपनी आंखों से देखा कि वह परीक्षक सीधे मेरे पास आएं , और बोले आपको कौन सा बता दूँ , मैं दो नम्बर वाली प्रश्न का आठ कर लिया था , दो का उत्तर पता नहीं था , फिर भी हम उन परीक्षक को कहें मेरा सभी प्रश्नों का उत्तर हो गया है , और वह परीक्षक कहने लगा सभी को लेकर चलना पड़ता है जी । वे हमारे बगल वाले लड़का को बताने लगे , और हमसे पूछें कोई समस्या नहीं न , समस्या होते हुए भी हमने बहुत ही गंभीर से उत्तर दिए नहीं सर कोई समस्या नहीं , समस्या हमें भी नहीं थी पर समस्या इस लिए थी क्योंकि वही परीक्षक ने एक लड़का का उत्तर पत्र कुछ समयों के लिए ले लिए रहें , मेरा कहना है जब नकल ही करवाना है तो फिर दिखावा क्यों ? इन सभी कारणों के लिए ही हम इस कहानी की शीर्षक रखें है ..
नई खून , सोच से शून्य
अर्थात खून तो नई है पर सोच से शून्य है , क्योंकि एक का उत्तर पत्र ले लिए फिर आप उत्तर बताने भी लगे तो आपकी सोच से ही शून्य है , न जाने इस प्रकार कितने परिक्षाएं हुए , हो रहे और होते रहेंगे ।।

✍️  रोशन कुमार झा
रामकृष्ण महाविद्यालय मधुबनी
ग्राम :- झोंझी , मधुबनी , बिहार,
शनिवार , 09/01/2021 , कविता :- 18(70)
सुरेन्द्रनाथ इवनिंग कॉलेज, कोलकाता

मो :-6290640716, कविता :- 18(70)
12:10 ,
16:07 निकालें, 17:07 लोहा ,
17:39 में लोहा से चले , मलमल से 18:30 आएं 19:23 झोंझी फोटो 30 गुड़िया का फोटो देकर आएं

दिनांक :- 08/01/2021
दिवस :- शुक्रवार

उम्मीद रखने रहेए अहाँ पर ब्राह्मण और बनिया ,
अहाँ तऽ बैन गेनोऊ , टूना भाई के कनिया ।।
बतूआ साग तोड़अ जैय आर तोयल लियैअ धनिया ,
अहाँ ब्राह्मण भऽ कऽ ई कर्म केनोउ
जे कर्म केरैत सानिया ।।

कनअ भेल दिल के पूजा पाठ ,
अही दीक्षा , दीप्ति बहिन बतेनउ ककरो सअ अप्पन बात ।।
कोअ लेनोऊ विवाह , गेनोऊ नैय सभागाछी सौराठ ,
अहि के चर्चा कअ रहल अछि , झोझी , नरही
और लोहा हाट ।।

✍️  रोशन कुमार झा
सुरेन्द्रनाथ इवनिंग कॉलेज, कोलकाता
ग्राम :- झोंझी , मधुबनी , बिहार,
मो :-6290640716, कविता :- 18(69)
11:44 , आ.राहुल मनहर सर जी से मिले । रांची विश्वविद्यालय से सर का दोस्त आये रहें , अंग्रेजी सीखाने , प्रिंसिपल सर डॉ अनिल कुमार मंडल गुस्सा है ये बात अशोक सर बोले हसन को । राहुल मनहर सर खूब तारीफ किए , सभी विभाग देखें , मिंटू यादव भईया भी आएं रहें , भोली को लेकर गये ।।

नमन :-
दिनांक :- 07/01/2021
दिवस :- वृहस्पतिवार

ये अंग्रेजी नववर्ष की क्या परिभाषा है ,
ठंड से ठिठुर रहे हैं , जीने की आशा है ।।
ठंड तो ठंड, ठंड से ज़्यादा कुहासा है,
तब बोलो ये अंग्रेजी नववर्ष की क्या परिभाषा है ।।

नववर्ष मनाने की हमारी भी अभिलाषा है ,
आने दो अपना नववर्ष अभी तो तमाशा है ।।
प्रकृति के साथ हम सभी निराशा है ,
तब बताओं , ये अंग्रेजी नववर्ष की क्या परिभाषा है ।।

✍️  रोशन कुमार झा
सुरेन्द्रनाथ इवनिंग कॉलेज, कोलकाता
ग्राम :- झोंझी , मधुबनी , बिहार,
मो :-6290640716, कविता :- 18(68)


दिनांक :- 06/01/2021
दिवस :- बुधवार

दिए परीक्षा ,
लिए शिक्षा ।।
किए समीक्षा ,
लिए ज्ञान की भिक्षा ।।

✍️  रोशन कुमार झा
सुरेन्द्रनाथ इवनिंग कॉलेज, कोलकाता
ग्राम :- झोंझी , मधुबनी , बिहार,
मो :-6290640716, कविता :- 18(67)

Roll no :- 203111083800 , Answer IDR no :- 203111083800
Registration no :- 19311082693
Registration year :- 2019
College Name & Code :- 311 - R.k.college
Center Name & Code :- 315 - D.N.Y. college
देव नारायण यादव महाविद्यालय
Paper code :- 0901, बुधवार , 06/01/2021
Copy no :- 13229453
Room no :- 42,A , 1st floor
#LNMU #B.A #Part-1 #Hindi Honours
#2020 #Paper code- 0901
#Darbhanga #UGC
#हिन्दी आनर्स
#ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय दरभंगा
06/01/2021

दिनांक :- 05/01/2021
दिवस :- मंगलवार

किसी के लिए पागल हूँ ,
तो किसी के लिए सागर हूँ ।।
पागल तब सागर हूँ ,
मैं ही तो गागर हूँ ।।

✍️  रोशन कुमार झा
सुरेन्द्रनाथ इवनिंग कॉलेज, कोलकाता
ग्राम :- झोंझी , मधुबनी , बिहार,
मो :-6290640716, कविता :- 18(66)

दिनांक :- 04/01/2021
दिवस :- सोमवार

नया साल है नई उमंग ,
चढ़ाओं अपने अपने ऊपर
नई नई रंग ।।
सीख लो जिंदगी जीने का ढंग ,
यही है नववर्ष पर मेरी प्रसंग ।।

✍️  रोशन कुमार झा
सुरेन्द्रनाथ इवनिंग कॉलेज, कोलकाता
ग्राम :- झोंझी , मधुबनी , बिहार,
मो :-6290640716, कविता :- 18(65)

दिनांक :- 03/01/2021
दिवस :- रविवार

ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय मैं तो घूमा ही ,
तुम क्या घूमी है ,
रामकृष्ण महाविद्यालय मधुबनी जिला की
प्रथम महाविद्यालयों की भूमि है ।।
1940 से बना रही है बच्चों की भविष्य काल ,
आर. के कॉलेज पूरा कर लिए पूरे के पूरे अस्सी साल  ।।
तब वर्णन किया हूं मैं हसन के साथ रोशन कुमार ,
तो हे शिक्षा भूमि मेरी विनती करो स्वीकार ।।

वर्तमान में आदरणीय डॉ अनिल कुमार मंडल जी
है प्रधानाचार्य ,
खूब सुन्दर से कर रहें हैं महाविद्यालय में कार्य ।।
तब बढ़ रहा है हम छात्र छात्राओं में
कॉलेज के प्रति प्यार ,
हे ज्ञान के भूमि मेरी विनती करो स्वीकार ।।

विनती है मेरी ,
पढ़ते चलो , बढ़ते चलो
किस बात की है देर ,
हंसते मुस्कुराते क्या खूब समझाते
डॉ राहुल मनहर सर ,
कहते बढ़ते रहो जैसे बढ़ते हैं रेल ,
तब पढ़ लिखकर मैं भी करूं उपकार ,
हे मधुबनी मिथिला की शिक्षा भूमि
मेरी विनती करो स्वीकार ।।

छात्र संघ है सबके साथ ,
देखते नहीं जात और पात ।।
सुनते सबके बात ।।
पूर्व छात्र नेता मिंटू यादव जी भी
सहयोग में बढ़ाएं है हाथ  ,
तब लिखा हूँ छात्र संघ पर पंक्तियां चार ,
हे मधुबनी के शिक्षा भूमि मेरी विनती करो स्वीकार ।।

✍️  रोशन कुमार झा
सुरेन्द्रनाथ इवनिंग कॉलेज, कोलकाता
ग्राम :- झोंझी , मधुबनी , बिहार,
मो :-6290640716, कविता :- 18(64)

दीदी गांव गये 5 चंद्रकला लेकर गांव से , 60 का रसगुल्ला लिए , 03/01/2021 रविवार आशीष आया ,

आ० श्री सतीश कक्कड़ जी के अथक एवं  निस्वार्थ सेवा भाव  के परिणाम स्वरूप ये कविता मंच प्रगति के पथ पर अग्रसर है। आपके द्वारा लगाया गया अंकुर आज 21,000 सदस्यों से भरा पूरा वृक्ष बन चुका है। आपकी इन उपलब्धियों के लिए आप को एडमिन समूह की तरफ से नववर्ष के उपलक्ष्य पर "हिंदी साहित्य साधक" सम्मान से सम्मानित करते हुए गर्व का अनुभव हो रहा है।

कविता मंच के सभी पदाधिकारी
आ. मनोज कुमार पुरोहित जी फोन किए हम बना दिए ।

नमन 🙏 :- साहित्य संगम संस्थान
दिनांक :- 02/01/2021
दिवस :- शनिवार
विषय :- आहुति , आ. अशोक चौधरी जी
विधा :- समीक्षा
विषय प्रदाता :- आ. साहित्य संगम संस्थान जी

साहित्य संगम संस्थान नई दिल्ली द्वारा प्रकाशित पुस्तिका
आहुति है , इस आहुति पुस्तिका में आ० अशोक चौधरी जी की रचनाएं हैं , यह 40 पृष्ठ वाली पुस्तिका है, इस पुस्तिका का संपादकीय कार्य साहित्य संगम संस्थान के आ. कुमुद
श्रीवास्तव  कुमुदनी जी एवं सह संपादक आ. गीता गुप्ता "मन" जी के द्वारा की गई है, सर्वप्रथम चलते हैं हम आ. अशोक चौधरी जी के बारे में  , आ. अशोक चौधरी जी पूर्व जिला न्यायाधीश , उत्तर प्रदेश विधान परिषद् के पूर्व सचिव रह चुके है ।
अब आते है इनकी रचनाएं पर , जो कह दिया वह शब्द थे
जो नहीं कह सके, वो अनुभूति थी' इन पंक्तियों से हम पाठकों में वह भाव उत्पन्न होते है कि जिसकी तुलना भी नहीं की जा सकती , संस्मरण में भी आ. चौधरी जी ने गिरधारी को 250 रुपये देकर सहायता किए , वह अमूल्य है इस प्रकार के रूप समाज में बहुत कम ही देखने को मिलते हैं ,  अतः आप सभी सम्मानित साहित्य प्रेमियों से अनुरोध है कि आप एक बार आ. अशोक चौधरी जी की आहुति पुस्तिका जरूर पढ़ें ।

✍️  रोशन कुमार झा
सुरेन्द्रनाथ इवनिंग कॉलेज, कोलकाता
ग्राम :- झोंझी , मधुबनी , बिहार,
मो :-6290640716, कविता :- 18(63)

10:37 चले गांव से रहिका होते हुए 11:28 हस्ताक्षर भी करवा लिए रामकृष्ण महाविद्यालय
11:43 आंचल, पूजा एक और का हस्ताक्षर करवाएं ,500 दी पूजा

https://youtu.be/Z9DaPj8J-vE

कविता :- 14(57) हिन्दी ✍️ रोशन कुमार झा 🇮🇳
Roshan Kumar Jha, রোশন কুমার ঝা

-: जब कोई सैनिक सीमा पर जाते है । :-

जब कोई सैनिक सीमा पर जाते है ,
कभी आते है, तो कभी वह घर लौट कर नहीं आते है ।
बड़ा मन घबड़ाते है ,
जब कोई सैनिक सीमा पर हमेशा के लिए सो जाते है ।।

मरने के बाद आते है , तिरंगा में आते है ,
उनके अस्थियां भी नदी गंगा में जातें है ।
मैं देशभक्त कवि रोशन महसूस कर चुका हूं, सब दिखावा है
बाज़ार करने लोग सिंगापुर, दरभंगा जाते है ,
बोलो सेना के आलावा कौन सीमा के ढंगा में जाते है ।

कोई नहीं , सब घर बैठे काली पूजा, ईद, दिवाली मनाते है ,
फल फूल से घर द्वार, बाड़ी सजाते है ।
और सीमा पर सैनिक देश सेवा के लिए गोली खाते जाते है ,
कमाते है, वे कमाई के लिए नहीं,
बल्कि देश सेवा के लिए मरे जाते है ।।

जब कोई स्त्री अपनी पति ,
कोई माँ बाप अपने पुत्र को खोने लगते है ,
हम क्या ? प्रकृति भी रोने लगते है ।
देशभर में हलचल होने लगते है ,
कब ? जब कोई सैनिक हमेशा के लिए सोने लगते है ।।

                🙏✍️ धन्यवाद

® ✍️ रोशन कुमार झा
सुरेन्द्रनाथ इवनिंग कॉलेज , कोलकाता 
10-12-2019 मंगलवार 09:34
CATC (KB-14) ,3 Bengal Bn Ncc, Camp शिविर में
रिषड़ा विद्यापीठ में कविता :-16(61)
ग्राम :- झोंझी, मधुबनी, बिहार ,
मो :- 6290640716 आज कविता :- 16(63)
सोमवार 15/06/2020
http://roshanjha9997.blogspot.com/2020/06/1660-1359.html   :-13(59),7(09)
http://roshanjha9997.blogspot.com/2020/05/1639-3157-09.html  (कोबरा वाहिनी पर कविता
http://roshanjha9997.blogspot.com/2020/04/1598.html  सभी वीडियो इस में
http://roshanjha9997.blogspot.com/2020/05/1627-919-1461-1489_10.html  19,3 Bengal Ncc
http://roshanjha1999.blogspot.com/2020/04/1570.html पुराना वाला
http://roshanjha9997.blogspot.com/2020/06/1663.html

नमन 🙏 :- साहित्य उत्थान मंच
दिनांक :- 07/01/2021
दिवस :- वृहस्पतिवार
शीर्षक  :-  नववर्ष की स्वागत अद्‌भुत हो ।

नववर्ष की स्वागत अद्‌भुत हो ,
उसके बाद जिसे न बेटी उसे बेटी
और जिसे न बेटा उसे पुत्र हो ।।
कमला , कोसी , गंगा बहती नदी ,
नील , हुगली ब्रह्मपुत्र हो ,
जो ग़लत है उसे सज़ा
उसे न फिर अगली छूट हो ।।

नववर्ष की स्वागत अद्धभुत हो ,
पूजा पाठ फल फूल से करने के लिए
सब एकजुट हो ।
हम रोशन हम कवियों की कल्पना न झूठ हो ,
जहां तहां प्रेम की लूट हो ।।
इस प्रकार नववर्ष की
स्वागत अद्‌भुत हो ।।

हर कहीं शिव शंकर ,हनुमान, राम सीता, भगवान
कहीं न बूरी आत्मा और भूत हो
कहीं न छुआछूत हो ,
हमारी उम्मीदें दो हज़ार बीस से
कहीं ज़्यादा मज़बूत हो ।‌‌।
इस तरह दो हज़ार इक्कीस
नववर्ष की स्वागत अद्‌भुत हो ,

✍️  रोशन कुमार झा
सुरेन्द्रनाथ इवनिंग कॉलेज, कोलकाता
ग्राम :- झोंझी , मधुबनी , बिहार,
मो :-6290640716
जन्मतिथि- 13/06/1999
कार्य- , विद्यार्थी , एनसीसी, एन.एस.एस, सेंट जॉन एम्बूलेंस , भारत स्काउट गाइड , शिक्षक, समाजसेवी
पता- 77/R ,मीरपाड़ा रोड़ लिलुआ , हावड़ा , कोलकाता, पश्चिम बंगाल - 711203
ई-मेल- roshanjha9997@gmail.com
पुस्तक की प्रति चाहिए: हाँ

मो :-6290640716 , कविता :- 18(61)



दो सप्ताह के लिए प्रतियोगिता को स्थगित करता है उसके स्थान पर एक साझा काव्य संग्रह प्रकाशित करने जा रहा है। इस साझा काव्य संग्रह का नाम ‘स्पन्दन’ है अगर इस साझा काव्य संग्रह का प्रकाशन सफल रहता है तो स्पन्दन 2, स्पन्दन 3 को आगे प्रकाशित करते रहेंगे।
पुस्तक का नाम: स्पन्दन: काव्य संग्रह
मूल्य: रु. 175+100 पोस्टल डाक खर्च (कुल-275 रुपये)
पुस्तक में 100 पृष्ठ होंगे। प्रत्येक लेखक को एक पृष्ठ मिलेंगे।
अवधि: 10 जनवरी तक अपनी रचना भेजें।
इस पुस्तक में रचनाओं को प्रकाशित होने के लिए नियम एवं शर्ते:
1. आपकी अपनी मौलिक रचना हो, रचना के साथ मौलिकता का प्रमाण तथा इसे प्रकाशित करने का अधिकार भी समूह को दें।
2. कविता: 16 से 20 पंक्तियों की होनी चाहिए  (इस बात का विशेष ध्यान रखें)। कविता आप अपने स्वैक्षिक शीर्षक के साथ लिखने के लिए स्वतंत्र हैं
3. रचनाकार अपनी रचना को इस पोस्ट के कमेंट बाॅक्स में ही डालें।
4. रचनाकार जिस तारीख को अपनी रचना पोस्ट कर रहा है वह तारीख भी जरूर लिखे।
5. रचनाकार अपनी रचना के साथ एक फोटो और निम्नलिखित जानकारी अवश्य दें। यह जानकारी देना आवश्यक है। जिस भी रचना के साथ यह जानकारी नहीं होगी उस रचना को पुस्तक में सम्मिलित नहीं किया जायेगा।



या ना भी लिखा होना चाहिए।

6. हमारे निर्णायक मण्डल सदस्य और सम्पादक आपकी रचनाओं को पढ़कर उत्कृष्ट रचनाओं का चयन करेंगे। जिनकी रचना प्रकाशित होगी उसकी सूची 15 जनवरी तक पटल पर रखेंगे।
7. पुस्तक की रचनाएं एकत्रित होने के बाद सम्पादकों के प्रूफ रीडिंग की जायेगी उसके बाद आईएसबीएन विभाग को भेजा जाएगा। आएसबीएन नंबर प्राप्त होते ही पुस्तक प्रकाशित की जायेगी।
8. जिन रचनाकार की रचना प्रकाशित होगी उन्हें एक पुस्तक लेनी होगी उन्हें डाक द्वारा उनके निवास स्थान पर भेजा जायेगा।

किसी भी तरीके के बदलाव तथा वाद-विवाद के लिए साहित्य उत्थान अपना निर्णय बदलने का अधिकार रखता है।
धन्यवाद!

कविता :-14(88)  हिन्दी *® ✍️ रोशन कुमार झा 🇮🇳
07-01-2020  मंगलवार 18:45 (मो:- 6290640716 )

  -: 🙏  पैसे बदलते रिश्ते  !:-  

लड़की फोन पर हेलो जानू तू है कैसा,
लड़का बढ़िया हूं जान, हूं पहले जैसा  !  1
तब आज पार्टी दोगे न कल जैसा ,
नहीं जान आज है न पैसा !   :-14(88)

लड़की क्यों,
लड़का बंद पड़े हैं कमाई !  2
उससे भी बढ़ रही है मंहगाई ,
लड़की ओके (ok) सो जा चढ़ा कर रजाई ,
हां अब तू मेरा  ब्वॉयफ्रेंड (Boyfriend ) नहीं
अब तू है मेरा भाई !   :-14(88)

लड़का ठीक है इसी में है मेरा भलाई ,
क्योंकि तुम्हें अपना बनाने के लिए
कभी मानती न मेरी माई !   3
जब बना ही ली मुझे अपना भाई
तो बांध दें राखी ये ले मेरी कलाई  !    :-14(88)

तब लग रही है परिवेश पर काई,
क्या कहूं मैं रोशन हाय रे हाय !   :-14(88)
यह कैसी है परछाई !    4
पैसों के लिए रिश्ते बदल जाते प्रेमी को भी बना लेते भाई !

                  🙏✍️धन्यवाद 🌻🌷 कविता:-14(88)
                 
® ✍️ रोशन कुमार झा 🇮🇳
सुरेन्द्रनाथ इवनिंग  कॉलेज कोलकाता भारत
कलकत्ता विश्वविद्यालय Reg no:-117-1111-1018-17
मो:-6290640716,(8420128328)
9433966389(7980860387) कविता:-14(88)
07-01-2020  मंगलवार 18:45
रामकृष्ण महाविद्यालय मधुबनी :-LNMU
Ramakrishna college Madhubani :-NSS
गंगाराम कुमार झा झोंझी मधुबनी बिहार
Roshan Kumar jha
31St Bengal Bn Ncc Fort William Kolkata-B
(Reg no:-WB17SDA112047 ) Coy no:-5
Narasinha Dutt college St John Ambulance
The Bharat scouts & Guides
Eastern Railway Howrah Bamangachi
सलकिया विक्रम विद्यालय #PMKVY
IGNOU:-BPP-(191081735) श्री जैन विद्यालय हावड़ा
बाली अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् (ABVF):-14(88)
77/R Mirpara Road Liluah Ashirbad bhawan
कविता:-14(85) Pandey Uncle S/B: Superb logic हम Thanks uncle
Kolkata last 2019 गये 23 Dec BOI Account open 1000 सोम,26 ,31-12-2019 मंगल
01-01-2020 , ATM आया आज 07-01-2020 पहला
दिन 2020 में गये खाता लिए ,छोटका बाबा रहे
A/C no:- 400010110006294, BOI
Branch:-Kolkata Main,
IFSC code:-BKID0004000
S/B जमा दिए राजेश रहा, आज पापा 50 दिए, कपड़ा
धोएं,09:00 आये रविवार को जो रात में ड्यूटि गये रहे
पांडेय अंक्ल बोले Binayak Atul Babu का no देने
PNB AC no:-0300001700




रोशन कुमार झा


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