कविता :- 20(38) , शुक्रवार , 25/06/2021 , अंक - 46 , मधुबनी मोल , मामी

रोशन कुमार झा

कविता :- 20(38)

नमन 🙏 :-  साहित्य एक नज़र 🌅

पता न क्या होगा छात्रों का भविष्य ,
घर बैठे परीक्षा की माँग कर रहे है
आजकल का शिष्य ।।
ऑनलाइन परीक्षा करवाकर
ये सरकार पिला रही है विष ,
बड़ा फेरबदल कर दिया
वर्ष दो हज़ार उन्नीस और बीस ।।

समय पर परीक्षा न
करवा रहे है
समय पर चुनाव ,
कोई और नहीं
मैं देश नहीं झुकने दूंगा
नारा लगाने वाला
उन्हीं का है ये स्वभाव ,
जागो . जागो
बढ़ाओं अपना पाँव ,
ये नेता आते प्रचार करने चुनाव के
समय में ही शहर और गाँव ।।

✍️ रोशन कुमार झा
सुरेन्द्रनाथ इवनिंग कॉलेज,कोलकाता
रामकृष्ण महाविद्यालय, मधुबनी , बिहार
ग्राम :- झोंझी , मधुबनी , बिहार,
शुक्रवार , 25/06/2021
मो :- 6290640716, कविता :- 20(38)
✍️ रोशन कुमार झा , Roshan Kumar Jha , রোশন কুমার ঝা
साहित्य एक नज़र  🌅 , अंक - 46
Sahitya Ek Nazar
25 June 2021 ,   Friday
Kolkata , India
সাহিত্য এক নজর

उत्तर बिहार , मिथिलांचल को मिली एक नई उपहार ,
मधुबनी स्थिति रांटी चौक के चंद्रा कॉम्प्लेक्स , मोल , बाज़ार  ।

CHANDRA COMPLEX


Marriage Hall
Banquet Hall
Family Restaurant
Parking facility
Lodging & Boarding

Hotel chandralok

Ranti Chowk to Jaldhari Chowk By Pass
Road , Madhubani , Bihar , India
Mob 📱 - 7280038041 , 7280038042

Space Available for
Shopping Mall


मिथिलाक्षर साक्षरता अभियान

[24/06, गुरुवार , 23:06] +01: 25/06/2021 के अभ्यास 

य  वर्गादि संयुक्ताक्षरक पुनराभ्यास य र ल व श ष स ह  अक्षरक संयुक्ताक्षरक अभ्यास  
सब छवि समूह पर उपलब्ध अछि👆
[24/06, 23:07] +91 : https://youtu.be/ewVPiPADouI
[24/06, 23:07] +91 : https://youtu.be/R82iS_q4CIw
[24/06, 23:07] +91 : https://youtu.be/QPOWjbAN5Kg
[24/06, 23:07] +91 : https://youtu.be/RIO4_3SaVY8
[24/06, 23:07] +91 : https://youtu.be/Pyul3Yhs6xg
[24/06, 23:07] +91 : https://youtu.be/XUkrMUH9Vi0
[24/06, 23:07] +91 : https://youtu.be/lmAgBNtOQaE

[25/06, 14:34] Roshan Kumar Jha, रोशन: नमस्ते मामी जी 🙏 , घर आ गए ।
[25/06, 14:39] Mami Jii Mumbai: Ok.
[25/06, 15:19] Roshan Kumar Jha, रोशन: 🙏🙏🙏🙏🙏

9172 अंत 64 मामी जी , 12:58
13:07 चले ,
14:33 झोंझी
11000 नानी दी छिपाकर , 200 हमको
गेट पास बच्चा रहा वह पहचान गया गार्ड बोला तुम्हारा भईया आ गया । 100 वाला कैटबेरी , 80 का अनार , 50 का समोसा , 128 का मिठाई , मामी एक गो चाकलेट लो लेलकीन से चिल्ला लगलकीन बाबू , मामी कहलकीन थैंक्यू भी भईया को नहीं बोला , तरूआ , बात , दाल , आलू सोयाबीन सब्जी , झीमनी सब्जी मामी दी खाएं , फिर आलू , कच्चा केला दिए झोला पटा रहा मामी आरफीन लगा देलकीन ,
पापा भी फोन किया हम नहीं उठाएं ।
नानी बोली नम्बर दो दियअ , मामी नम्बर लेलकीन 12:58 में फोन की , हम घर जाकर व्हाट्सएप किये कि पहुंच गए । आज की पत्रिका वाला स्टेटस मामी देखी , मामी और मोल का फोटो दादी को दिखा दिया ।  नाना देख लिया बाबू को चाकलेट खाते फिर हमको देखें बोले बाबू का आज भाग्य छैय , मामी के लगलन झोला वाला समान हमर छैय कहलकीन खाना खाकर अपने आलू राइख लेठीन हम बोले ईआ अतैय लेल अननुअ हेअ , फेर मामी कहलकीन अहा अपने स्टूडेंट्स छी , फेर इअ सभ कीये ओनैय छी , नानी कहलकीन आब पूनम के मना कोअ देवैय नैय आबअ लेल तोरा तू ऐतेक ऐतक समान रो कअ आइब छअ , मां के बारे में बोली जिन्दगी भर दुख के कटलकैय बच्चा में माँ मर गेलैय शादी जनअ तनअ करा देलकैय , एखन राहुल रोअ कअ , पूनम कहलकैय कि दीदी तोरा कीछ बोअ जेतोअ तअ एक गो हमरे और एक गो पीसे के दुख हेतैय , बाकी तअ सम्पत्ति लेतैय पतोहु को सुनाकर कहलकीन , मोसी बेटा सभ के बारे में कहलकीन एको दिन नैय भेंट कोरअ एलोयेए ,  एकगो सुधरकै नैय कहलकीन , चाचा बूढ़ा में शादी कोअ लेलकैय , हम कहलियन कि राहुल सअ मेल छैय मोसी बेटा सभके , हमरा सअ नैय पूछलकीन मौसी पास जाइ चह की न तहन कि हम आगा बढ़ैय छी से नैय पसंद कुनू काजों रहैया तअ हम दोस्त सअ या कोलकाता सअ आइब कअ कोलैय छी । मुनचुन , मिली , मंगनू चाचा वाले में भी हम कहलियन जनेऊ में हमर गुरु बनल रहथिन , मुनचुन के शादी में बदला लेलकीन , मिली पापा अप्पन दोस्त बेटी सअ मंगनू चाचा के बड़ा बेटा के शादी कराअ देलकीन कन्या नाटी छैय हमर माँ दीदी के कहियो देलकैय तोरोअ सअ छोटे आइब गेलैय टोल में । अहि लेल मंगनू चाचा अप्पन बड़की बेटी के देवर सअ शादी करा देलिकीन ,
नानी कहलकीन फ्लैट कलकत्ता में छोटके अपना नाम पर लेलकैय ने हम कहलिय हां , कैथाही वाला बाबा के लिए बोले मर गेलकीन , शीतला मंदिर कोलकाता विक्की माँ लेल मां नानी के कहने रहैय हम कहलियन शीतला माँ के स्नान यात्रा हुई छैय , छपरा के छथिन , जिनका पर माँ आइबैय छेथिन , बिकन मामा के लिए भी बोली ।

साईकिल लोहा में 10 लगा चेन बनाएं मधुबनी में चेन पैडिल के पास खुल गया कपसिया में पेंचर हो गया घर आ गए तब वारिश हुआ ।

11000 दी माँ को बोले 1000 हम लेंगे , माँ बोली 500 दादी को दें देने । चाकलेट लिए रहें माँ को बोले

आते वक्त बाबू by किया


नानी और मामी पूछलकीन परौल वाला शादी लेल भोअ गेलैय ने हम कहलिय आइ  दुरागमन छैय

कलकत्ता सअ एलियै तहन ने 20000+4000 भेजेलैय मुंबई

, मिली पापा के लिए भी बोली हम बोले सहनशीलता जरूरी छैय नानी ,
बाल रंगा रहा एक लड़का मामी बोली केश रंगनैयो फैशन भोअ गेलैय । हम कहलियन राहुल , तअ कहलकीन राहुल तअ सामने वाला ही ।
घर आएं तो शर्बत पीएं छोटकी नींबू ला दी ।

देव मामा 18:05 फोन किए आइब जा आई पूजा छअ , हम देव मामा बाजैय छीयअ , छोटकी साथ आएं 20:05 परौल पैदल साईकिल पेंचर हो गया रहा आये 22:56 तुलिया ( जिसकी शादी हुई है ) भाई जी भाई खूब मान सम्मान की खिलाई भी , गोर लागने आई हम उठा लिए , पानी हम भरें मोबाइल पकड़ी बोली माँ के बारे में दीदी नैय ओतैय एखन , फेर ऐतख पतला किए जी हम कहलीयै पढ़ पड़ैत छैय ,
दुकान पास सोए हम आनंद देव मामा , मोबाइल देव मामा पत्नी मामी को दिए सुबह 07:25 उठे , लाल चाय दी तुलिया , फिर नानी दुध वाला चाय दी , वारिश होने लगा , भोर बोलते रहा कभी हिन्दी कभी मैथिली बोला हमरा कनिया के लोक आबूं भींग जेथिन हमर तअ आइ कैल के कनिया अछि अहा के बहिन अछि ।
रामनगर वाला मौसा रात में ही चल गया , देव मामा कहीं मछली , तरूआ पापड़ दें आया सब चिल्लाया , बोला हम अपना कमाई दिए हैं । हम आनंद एक ही थाली में खाएं । मछली आधा मिला , नाना नानी भी मान सम्मान किया । नानी 50 - 50 करके तुलिया और वर को दिया , नाना भी 50 करके ही ।

आनंदी बार - बार भोर के भाई जो मुस्लिम से शादी किया है उसे गोर लागैय , मोटा जो है ।
रात में तुलिया को नहीं पहचान पाएं नाना से पूछे बोले अखरे शादी भेलैय येअ ने
कहलकीन
निधी बेटा का ही मुंडन रहा शादी दिन
तुलिया सोभ बहिन सअ सुंदरो आर व्यवहार नीक , इअ लोग बच्चें बच्चें थे बिना पेंट के देखें है पर जंयति , निधी , गुड़िया ( बोकी ) मेरा नाम लेकर बुलाता पर तुलिया भाई जी कहकर
रात में गुड़िया ( बोकी ) कोलकाता वाला बोला हम खायेंगे ही नहीं फिर जंयति का वर नेपाल वाला मनाएं।

सभ धोका बिछने गया नाना बोला पाहुन सभ के सामने धोका ओनअ गेलअ हेए
09:01 चले परौल से आनंदी को नहीं आने देता रहा देव मामा के बेटी वर सभ नानी बोला जाऊ आनंदी जन्माष्टमी में फेर ऐब हमरा माया अछि एखन राइख लेतैय राइत में मारतैय पेशाब कोअ लेतैय तअ ।

मधुबनी राजनगर  रेल गुमटी पास फोटो खींचे CHANDRA COMPLEX 
पूजा पटना में पापा के इलाज करवाने

उत्तर बिहार , मिथिलांचल को मिली एक नई उपहार ,
मधुबनी स्थिति रांटी चौक के चंद्रा कॉम्प्लेक्स , मोल , बाज़ार  ।

CHANDRA COMPLEX




Space Available for
Shopping Mall

[25/06, 14:34] Roshan Kumar Jha, रोशन: नमस्ते मामी जी 🙏 , घर आ गए ।
[25/06, 14:39] Mami Jii Mumbai: Ok.
[25/06, 15:19] Roshan Kumar Jha, रोशन: 🙏🙏🙏🙏🙏

गीता श्री
https://chat.whatsapp.com/GTdWeWseb3pBY8

https://facebook.com/groups/2134829398720
6200847486, 8687390377
05:58 उठे मधुबनी जाना रहा , मिथिलाक्षर लिखें

साहित्य एक नज़र 🌅
मधुबनी इकाई
মিথি LITERATURE
मिथि लिट्रेचर
अंक - 1 , पृष्ठ - 4
मंगलवार , 29 जून 2021
आषाढ़ , संवत 2078

22:56 , पानी भरें ।
https://online.fliphtml5.com/axiwx/bgqf/

[25/06, 12:35] साहित्य 06/06: लॉकडाउन एवं कोविड
कर्फ्यू के चलते  गांव की ओर पलायन कर गए कामगार मजदूरों को वापस आने का न्योता देती  कविता!!

शीर्षक -तुम्हे वापस आना ही होगा?

हे  प्रवासी !  कामगार मजदूर
शहरों से पलायित बेरोजगार।
तुम   निरीह   मजदूर थे ,
इसलिए गांव जाने को मजबूर थे।
तुमने भव्य शहरों को बसाया,
पर अपना अदना- सा,
ठिकाना भी न बनाया।
तुम बर्तमान में ही जीते रहे,
तभी तो भविष्य में रीते रहे ।
आपदा आई
तुमने न रोटी पाई,
अब ये शहर तुम्हारे बिना,
अधूरे  लगते हैं ,
चौराहे सुनसान है ,
औ  बाजार भी बुरे लगते हैं।
अब तुम्हें आकर इन ,
शहरों को फिर सजाना होगा ,
हे प्रवासी !कामगार मजदूर
तुम्हें वापस आना ही होगा।।

तुमने ही तो रोशनी फैलाई ,
बिजली के खंभों को ठोककर ,
तुमने ही तो जवानीखपाई ,
इन शहरों के बोझ को ढोकर,
आपदा के इन घावों को ,
तुम्हें ही सहलाना होगा ।    
हे प्रवासी कामगार -मजदूर
तुम्हें वापस आना ही होगा।।

प्रस्तुति-: आर०के पोखरियाल
            (सरस )
  मुनि की रेती (टि०ग०)
ऋषिकेश  ( उत्तराखंड )
[25/06, 12:36] साहित्य 06/06: इस अंक के लिए
[25/06, 12:59] Roshan Kumar Jha, रोशन: जी 🙏
[25/06, 20:07] साहित्य 06/06: आभार 💐, पता नहीं तकनीकी समस्या के चलते मेरा कमेंट एक्सेप्ट नहीं हो पा रहा है  इसी माध्यम से भेजता रहूंगा प्रशस्ति पत्र भी नहीं बन पाया,
खैर साहित्य के लिए हमारी सेवाएं निरंतर रहेंगी/
मैं हमेशा समकालीन लिखने का प्रयास करता हूं आप युवा हैं  और साहित्य की सच्ची सेवा कर रहे हैं मैं आपके परिवार हेतु देवनदी मां गंगा की दैनिक कालीन आरती में अपनी ओर से आप सभी की मंगलमय कामना के लिए प्रार्थना करूंगा  👏🏾
[25/06, 20:15] Roshan Kumar Jha, रोशन: जी
[25/06, 21:35] साहित्य 06/06: धन्यवाद

[25/06, 06:08] Roshan Kumar Jha, रोशन: Good morning Babu
[25/06, 06:08] Roshan Kumar Jha, रोशन: Dp Ram jii wala raga liya patrika wala
[25/06, 07:11] Babu 💓: Good morning baby
[25/06, 07:11] Babu 💓: Ok
[25/06, 07:15] Roshan Kumar Jha, रोशन: कहां हो
[25/06, 07:34] Babu 💓: Pauch gye
[25/06, 09:55] Babu 💓: Hii
[25/06, 09:55] Babu 💓: Ji
[25/06, 10:06] Babu 💓: Bhul gye
[25/06, 10:06] Babu 💓: 😒
[25/06, 11:57] Roshan Kumar Jha, रोशन: Nhi
[25/06, 11:58] Roshan Kumar Jha, रोशन: Madhuubani nana jii ka mall
[25/06, 12:11] Babu 💓: Pagal ho aap
[25/06, 12:11] Babu 💓: Ye mall nhi h
[25/06, 12:12] Babu 💓: Marriage hall h, restaurant sab h
[25/06, 12:12] Babu 💓: Pgl
[25/06, 12:12] Babu 💓: Padho achhe se
[25/06, 12:13] Babu 💓: Bolo
[25/06, 12:13] Babu 💓: Etna busy
[25/06, 12:13] Roshan Kumar Jha, रोशन: Nani pass hai
[25/06, 12:13] Babu 💓: Ooo
[25/06, 12:13] Babu 💓: Ok
[25/06, 12:13] Babu 💓: Bye
[25/06, 12:14] Babu 💓: Ghar jana to bolna
[25/06, 12:14] Babu 💓: Ghar jakar message krna
[25/06, 12:18] Roshan Kumar Jha, रोशन: Ok
[25/06, 12:24] Babu 💓: Mera phone sab use krta h
[25/06, 12:25] Babu 💓: Esliye ham message karenge tab reply dijyega
[25/06, 12:25] Babu 💓: Ok bye
[25/06, 14:39] Babu 💓: Ghar aa gye
[25/06, 14:39] Babu 💓: Bolo
[25/06, 14:40] Babu 💓: 😡
[25/06, 14:40] Babu 💓: 😡
[25/06, 14:40] Babu 💓: 😡
[25/06, 14:40] Babu 💓: 😡
[25/06, 14:40] Babu 💓: Mat bolo
[25/06, 14:40] Roshan Kumar Jha, रोशन: हां
[25/06, 14:40] Babu 💓: Raho tum busy
[25/06, 14:40] Babu 💓: Bye
[25/06, 14:40] Roshan Kumar Jha, रोशन: Avi aaya hu
[25/06, 14:41] Roshan Kumar Jha, रोशन: Sorry
[25/06, 14:41] Roshan Kumar Jha, रोशन: Net nhi kaam kar rahi hai
[25/06, 15:44] Babu 💓: Kya kr rhi ho
[25/06, 15:44] Babu 💓: No sorry
[25/06, 15:44] Babu 💓: Kitna der se reply deti ho
[25/06, 15:48] Babu 💓: Bolo
[25/06, 16:10] Roshan Kumar Jha, रोशन: उत्तर बिहार , मिथिलांचल को मिली एक नई उपहार ,
मधुबनी स्थिति रांटी चौक के चंद्रा कॉम्प्लेक्स , मोल , बाज़ार  ।

CHANDRA COMPLEX


Marriage Hall
Banquet Hall
Family Restaurant
Parking facility
Lodging & Boarding

Hotel chandralok

Ranti Chowk to Jaldhari Chowk By Pass
Road , Madhubani , Bihar , India
Mob 📱 - 7280038041 , 7280038042

Space Available for
Shopping Mall
[25/06, 16:10] Roshan Kumar Jha, रोशन: Boliyaaa
[25/06, 16:19] Babu 💓: Etna izzat mat do
[25/06, 16:19] Babu 💓: Ab ham tumko message bhi nhi karenge
[25/06, 16:19] Babu 💓: Kitna baat krti ho
[25/06, 16:20] Babu 💓: Dikhta h hamko
[25/06, 16:20] Babu 💓: 😡
[25/06, 16:20] Babu 💓: Bye
[25/06, 16:20] Roshan Kumar Jha, रोशन: Kyo jaan
[25/06, 16:21] Roshan Kumar Jha, रोशन: Patrick par kaam kar rahe tha
[25/06, 16:22] Babu 💓: Malum h
[25/06, 16:22] Babu 💓: Tum kitna kaam krti ho
[25/06, 16:24] Babu 💓: Tumko ham batate h
[25/06, 16:24] Babu 💓: Tum bholi ko message ki thi
[25/06, 16:24] Roshan Kumar Jha, रोशन: Wahhh
[25/06, 16:24] Roshan Kumar Jha, रोशन: Wahi ki rahi
[25/06, 16:24] Babu 💓: To tumko mana kiye the na
[25/06, 16:24] Babu 💓: Mat krna
[25/06, 16:24] Roshan Kumar Jha, रोशन: Ok
[25/06, 16:24] Babu 💓: Fasha degi tumko
[25/06, 16:24] Roshan Kumar Jha, रोशन: Ok
[25/06, 16:25] Roshan Kumar Jha, रोशन: Ab nhi karage dost
[25/06, 16:25] Babu 💓: Num kyu mita di ho
[25/06, 16:25] Babu 💓: Dost mat bolo
[25/06, 16:25] Babu 💓: Bye
[25/06, 16:25] Babu 💓: Nhi krna h tumse baat
[25/06, 16:25] Roshan Kumar Jha, रोशन: Sorry
[25/06, 16:25] Roshan Kumar Jha, रोशन: Majak
[25/06, 16:26] Babu 💓: 😡
[25/06, 16:26] Babu 💓: Aaj se raho akele tum
[25/06, 16:26] Babu 💓: Bhago yaha se
[25/06, 16:26] Babu 💓: Ham tumhare dost h na
[25/06, 16:27] Roshan Kumar Jha, रोशन: हम आंचल के कारण बोले
[25/06, 16:27] Roshan Kumar Jha, रोशन: सच में
[25/06, 16:27] Babu 💓: Ok
[25/06, 16:27] Roshan Kumar Jha, रोशन: Ki koi message na dakhe
[25/06, 16:27] Babu 💓: Ab nhi bolna h
[25/06, 16:27] Roshan Kumar Jha, रोशन: Sorry
[25/06, 16:27] Roshan Kumar Jha, रोशन: Ok
[25/06, 16:27] Babu 💓: Tumko bholi ko message nhi krna h
[25/06, 16:27] Roshan Kumar Jha, रोशन: Ab kaam kar lu
[25/06, 16:27] Roshan Kumar Jha, रोशन: Aaj nhi kiya hai
[25/06, 16:27] Babu 💓: Ji nhi
[25/06, 16:27] Roshan Kumar Jha, रोशन: Ok
[25/06, 16:27] Babu 💓: Kr lo khub
[25/06, 16:27] Roshan Kumar Jha, रोशन: Please
[25/06, 16:27] Babu 💓: Tum
[25/06, 16:28] Babu 💓: Maja h tumhara
[25/06, 16:28] Roshan Kumar Jha, रोशन: Jab tum bologi
[25/06, 16:28] Roshan Kumar Jha, रोशन: Nhi
[25/06, 16:28] Babu 💓: Khana khai
[25/06, 16:28] Roshan Kumar Jha, रोशन: Papa ka tabiyat kaisha hai
[25/06, 16:28] Roshan Kumar Jha, रोशन: Mami di thi
[25/06, 16:28] Babu 💓: Baat to bilkul bhi nhi hoga
[25/06, 16:28] Babu 💓: 😭
[25/06, 16:28] Roshan Kumar Jha, रोशन: Khanna
[25/06, 16:28] Babu 💓: Doctor ke pass gye h
[25/06, 16:28] Roshan Kumar Jha, रोशन: Dakho mami ko
[25/06, 16:29] Babu 💓: Achhi h
[25/06, 16:29] Roshan Kumar Jha, रोशन: Inhi ka mall hai
[25/06, 16:29] Babu 💓: Kya sab khai
[25/06, 16:29] Roshan Kumar Jha, रोशन: Thanks
[25/06, 16:29] Babu 💓: Malum h
[25/06, 16:29] Roshan Kumar Jha, रोशन: Taruwa papar
[25/06, 16:29] Babu 💓: Good
[25/06, 16:29] Roshan Kumar Jha, रोशन: Bath dal sabjhi
[25/06, 16:29] Babu 💓: Man nhi lg rha h
[25/06, 16:29] Babu 💓: Baat ke bina
[25/06, 16:29] Roshan Kumar Jha, रोशन: Mami banayii
[25/06, 16:30] Roshan Kumar Jha, रोशन: Nani 11000 di ma ke liya
[25/06, 16:30] Babu 💓: Tumko to man lg hi jata hoga
[25/06, 16:30] Roshan Kumar Jha, रोशन: Chupa ke mami se
[25/06, 16:30] Babu 💓: Good
[25/06, 16:30] Roshan Kumar Jha, रोशन: Na
[25/06, 16:30] Roshan Kumar Jha, रोशन: By
[25/06, 16:30] Babu 💓: Bp high mat kro
[25/06, 16:30] Roshan Kumar Jha, रोशन: Bolo
[25/06, 16:30] Babu 💓: Khbu udhar lo tum
[25/06, 16:30] Babu 💓: Baat mat kro mujhse tum
[25/06, 16:31] Babu 💓: Ab nhi karenge message tumko
[25/06, 16:31] Roshan Kumar Jha, रोशन: Sorry
[25/06, 16:31] Roshan Kumar Jha, रोशन: Waisha hi nani di hai
[25/06, 16:31] Babu 💓: Apne man se
[25/06, 16:31] Babu 💓: Kabhi chukao ge nhi
[25/06, 16:31] Babu 💓: Udhar h na
[25/06, 16:32] Roshan Kumar Jha, रोशन: Haa
[25/06, 16:32] Babu 💓: Chup rho
[25/06, 16:32] Babu 💓: Man hi nhi sakte h ham
[25/06, 16:32] Babu 💓: Mat sikhao tum hamko
[25/06, 16:33] Babu 💓: Chali jao tum kolkata
[25/06, 16:33] Babu 💓: Nhi milna h hamko, rukne ki jarurat nhi tumko
[25/06, 16:34] Babu 💓: Jao mummy ka udhar chukao tum
[25/06, 16:34] Babu 💓: Life time
[25/06, 16:34] Babu 💓: Bye
[25/06, 16:34] Babu 💓: No call
[25/06, 16:34] Babu 💓: No message
[25/06, 16:45] Roshan Kumar Jha, रोशन: लाईट लगाने गये थे
[25/06, 17:08] Babu 💓: Jao na
[25/06, 17:08] Babu 💓: Kitna badal gye ho malum h
[25/06, 17:08] Babu 💓: Apne man se message bhi nhi kiya
[25/06, 18:53] Roshan Kumar Jha, रोशन: Nhi jaan
[25/06, 18:53] Roshan Kumar Jha, रोशन: Ab anand ka nani ghar ja rahe hai
[25/06, 18:55] Babu 💓: Ok
[25/06, 18:56] Babu 💓: Jao
[25/06, 18:56] Babu 💓: Bye
[25/06, 18:56] Babu 💓: Waise bhi man nhi h baat karne ka
[25/06, 18:56] Babu 💓: Ro rahe h
[25/06, 18:56] Babu 💓: Papa ko lekar
[25/06, 19:06] Roshan Kumar Jha, रोशन: आज मामाजी का मोल
[25/06, 19:07] Roshan Kumar Jha, रोशन: इसलिए व्यस्त थे
[25/06, 19:07] Roshan Kumar Jha, रोशन: क्या हुआ
[25/06, 19:08] Babu 💓: Kuchh na
[25/06, 19:09] Babu 💓: Rehne dijye
[25/06, 19:09] Babu 💓: Aap jaye
[25/06, 19:09] Babu 💓: Nani ghar
[25/06, 19:11] Roshan Kumar Jha, रोशन: नहीं जायेंगे
[25/06, 19:12] Roshan Kumar Jha, रोशन: बताओ
[25/06, 19:12] Roshan Kumar Jha, रोशन: प्लीज
[25/06, 19:17] Roshan Kumar Jha, रोशन: पापाजी ठीक हो जायेंगे
[25/06, 19:17] Roshan Kumar Jha, रोशन: 🙏🙏🙏🙏
[25/06, 19:19] Babu 💓: Aap jao please
[25/06, 19:20] Babu 💓: Mera man nhi h kisi se bhi baat krne ka
[25/06, 19:20] Babu 💓: Sirf rone ka man kr raha h
[25/06, 19:20] Babu 💓: Aap nhi jante h doctor kya bola h
[25/06, 19:20] Babu 💓: Mai janti hu
[25/06, 19:20] Babu 💓: Esliye aap enjoy kijye
[25/06, 19:20] Babu 💓: Bye
[25/06, 19:23] Roshan Kumar Jha, रोशन: बोलो प्लीज
[25/06, 19:23] Roshan Kumar Jha, रोशन: तुम्हारा दुख हमारा दुख
[25/06, 19:32] Babu 💓: 36 ghanta ke baad bata dega cancer h ya nahi
[25/06, 19:32] Babu 💓: Doctor 36 ghanta ka samay diya h jaan
[25/06, 19:33] Babu 💓: Papa ro rahe h jaan
[25/06, 19:33] Babu 💓: Jaan plz bhgwan se prathana kro plz aisa kuchh nhi ho jaan
[25/06, 19:34] Roshan Kumar Jha, रोशन: नहीं होगा बाबू
[25/06, 19:34] Roshan Kumar Jha, रोशन: Kaha hai papa jii
[25/06, 19:35] Babu 💓: Bolne se kya hoga jaan
[25/06, 19:35] Babu 💓: Room me
[25/06, 19:35] Babu 💓: Mama ke sath
[25/06, 19:35] Babu 💓: Ro rhe h
[25/06, 19:35] Roshan Kumar Jha, रोशन: Band karwoo
[25/06, 19:35] Babu 💓: Corona ka bhi dar bata diya h
[25/06, 19:35] Roshan Kumar Jha, रोशन: Jaye babu
[25/06, 19:35] Roshan Kumar Jha, रोशन: Corona se kuch nhi hota
[25/06, 19:36] Babu 💓: 👍
[25/06, 19:36] Babu 💓: Chup raho tum
[25/06, 19:36] Babu 💓: Bahut kuchh bataya h aaj
[25/06, 19:36] Roshan Kumar Jha, रोशन: Doctor
[25/06, 19:36] Roshan Kumar Jha, रोशन: Kya
[25/06, 19:37] Babu 💓: Heart me bhi problem h
[25/06, 19:37] Babu 💓: Pani nhi ruk raha h
[25/06, 19:37] Babu 💓: Fefra me aa hi raha h pani
[25/06, 19:37] Babu 💓: Doctor 36 ghanta ka time diya h
[25/06, 19:40] Roshan Kumar Jha, रोशन: Ohh
[25/06, 19:40] Roshan Kumar Jha, रोशन: Sab thik ho jayaga
[25/06, 19:41] Babu 💓: Aap jao
[25/06, 22:19] Babu 💓: Call kiye the
[25/06, 22:19] Babu 💓: Nhi uthaya
[25/06, 22:19] Babu 💓: Or online tha
[25/06, 22:19] Babu 💓: Change aap ho gye ho
[25/06, 22:19] Babu 💓: Message bhi nhi krte ho
[25/06, 22:19] Babu 💓: Nhi karenge ham bhi ab
[25/06, 22:19] Babu 💓: Tum rah sakta h mere bina to
[25/06, 22:19] Babu 💓: Bye
[25/06, 22:30] Roshan Kumar Jha, रोशन: Kila rahe hai sab ko

[24/06, 21:57] आ प्रभात जी: Ye chalega bhai jara padhakar batao
[24/06, 22:05] Roshan Kumar Jha, रोशन: भावुक कविता भाई भेजिए शानदार , हार्दिक शुभकामनाएं 🙏
[24/06, 22:05] आ प्रभात जी: Ok bhai
[25/06, 08:38] Roshan Kumar Jha, रोशन: धन्यवाद 🙏 भाई
[25/06, 21:29] आ प्रभात जी: भाई
[25/06, 21:29] आ प्रभात जी: आज का pdf bhejo na jara
[25/06, 21:29] आ प्रभात जी: Agar hai
[25/06, 21:29] आ प्रभात जी: To
[25/06, 21:33] आ प्रभात जी: Thank you
[25/06, 21:33] आ प्रभात जी: Bhai
[25/06, 21:33] Roshan Kumar Jha, रोशन: स्वागतम् 🙏💐

[25/06, 12:00] Roshan Kumar Jha, रोशन: जी 🙏💐
[25/06, 22:15] डॉ पल्लवी जी: बहुत-बहुत आभार भाई। 🙏
[25/06, 22:30] Roshan Kumar Jha, रोशन: स्वागतम् 🙏 दीदी जी 🙏💐

बहुत-बहुत आभार आदरणीय। 🙏


गोली वाला फोटो -
हिन्दी कविता-12(61)
24-06-2019 सोमवार 20:19
*®• रोशन कुमार झा
-भूल जाऊँगा!-

भूल जाऊँगा
दूर जाऊँगा
खुल जाऊँगा
पर मैं ना लौटकर आऊँगा!

प्रकृति के प्रेम में डूब जाऊँगा
अकेला हूँ अब अपने चेहरे को हँसाऊँगा!
कहीं आऊँगा
ना जाऊँगा
राह रोशन करके जीवन में एक नया
मोड़ लाऊँगा!

नहीं याद करूँगा
नहीं तड़फुंगा
और नहीं मरूँगा
अब तो मैं सँघर्ष से लड़ूँगा!

*®• रोशन कुमार झा
सुरेन्द्रनाथ इवनिंग कॉलेज कोलकाता भारत
द्वितीय वर्ष हिन्दी आनर्स क्रमांक-9
Reg no-117-1111-1018-17
Roll no-2117-41-0024
मो:-6290640716,(8420128328)
9433966389(कविता-12(61)
24-06-2019 सोमवार 20:19
गंगाराम कुमार झा झोंझी मधुबनी बिहार
Roshan Kumar Jha(31st Bengal
Bn Ncc Fortwilliam Kolkata-B
Reg no-WB17SDA112047
Narasinha Dutt college St John
Ambulance#Pmkvy
The Bharat scouts & Guides
Eastern Railway Howrah
Bamangachi#LNMU
IGNOU-BPP-191081735
B.A Part-1 CU from जमा-360
Suggestion-40
L.A Howrah-car Driving
LL TEST SLOT 1193628519 on
24-07-2019at10:30-15:00
08:00SMS
डायरी-12-13(70)File-200
नेहा पढ़ाये मिली आयीLiluah sec
PNB-1600-1200A



[24/06, 19:23] Roshan Kumar Jha, रोशन: बहुत नीक बहिन
[24/06, 19:23] Roshan Kumar Jha, रोशन: शानदार अलंकरण बहिध
[24/06, 19:23] Roshan Kumar Jha, रोशन: बहिन

[24/06, 19:27] ज्योति झा जी: नाम लेल सोच रहल छिय
[24/06, 19:30] Roshan Kumar Jha, रोशन: हां बहिन स्वागत अछि
[24/06, 19:37] Roshan Kumar Jha, रोशन: 🙏🙏🙏💐
[24/06, 19:46] Roshan Kumar Jha, रोशन: मिथिला वाणी
[24/06, 19:47] Roshan Kumar Jha, रोशन: नाम केहन रहत बहिन
[24/06, 19:54] ज्योति झा जी: बड्ड नीक♥️
[24/06, 19:54] Roshan Kumar Jha, रोशन: सीता वाणी , जनक वाणी , या मिथिला वाणी राखब
[24/06, 19:55] Roshan Kumar Jha, रोशन: अहा स्वतंत्र छी बहिन
[24/06, 19:55] Roshan Kumar Jha, रोशन: जे इच्छा हेएत सेअ राईख सकैछी
[24/06, 19:55] Roshan Kumar Jha, रोशन: यदि आर कुनू नाम हेएत तअ ओहो राइख सकैछी
[24/06, 19:56] ज्योति झा जी: तिरहुत वाणी
[24/06, 19:56] Roshan Kumar Jha, रोशन: शानदार बहिन
[24/06, 19:56] Roshan Kumar Jha, रोशन: हार्दिक शुभकामनाएं 🙏
[24/06, 19:58] Roshan Kumar Jha, रोशन: तिरहुत प्रमंडल छैय
[24/06, 19:58] ज्योति झा जी: हॉ
[24/06, 19:58] Roshan Kumar Jha, रोशन: प्रवीण भाई जी सभ सअ पुईछ लियअ
[24/06, 19:58] ज्योति झा जी: हूं
[24/06, 19:59] Roshan Kumar Jha, रोशन: अप्पन सभ के लिपि अछि
[24/06, 19:59] Roshan Kumar Jha, रोशन: चारू नाम
[24/06, 19:59] ज्योति झा जी: मैथिली कवि छथिन्ह ने कमलेश प्रेमेन्द्र हुनका स' सेहो पुछलिय
[24/06, 20:00] Roshan Kumar Jha, रोशन: मिथिला वाणी , जनक वाणी , तिरहुत वाणी , सीता वाणी
[24/06, 20:00] Roshan Kumar Jha, रोशन: जी 🙏
[24/06, 20:00] ज्योति झा जी: त' ओ कहलथिन्ह हे कि किछ समय दिय हम और दु  तीन लोक स' पुछ क' बताबे छि
[24/06, 20:01] Roshan Kumar Jha, रोशन: जरूर सोम दिन तक समय अछि
[24/06, 20:01] ज्योति झा जी: जी
[24/06, 20:01] Roshan Kumar Jha, रोशन: मंगलवार पहिल अंक रहत
[24/06, 20:02] ज्योति झा जी: त' सोम दिन क' निर्धारित क' लेब नाम की राखल जे
[24/06, 20:02] ज्योति झा जी: और रचना सब सेहो
[24/06, 20:02] Roshan Kumar Jha, रोशन: हां
[24/06, 20:02] Roshan Kumar Jha, रोशन: 7 - 8 गो रचना ऐल अछि
[24/06, 20:03] ज्योति झा जी: जी
[24/06, 20:07] Roshan Kumar Jha, रोशन: देखियोअ बहिन दुनिया के रीत
[24/06, 20:07] Roshan Kumar Jha, रोशन: सह संपादक ककरो आर रखलैत
[24/06, 20:08] Roshan Kumar Jha, रोशन: अंतराष्ट्रीय साझा काव्य संकलन_ "साहित्य सरिता"

1. साहित्य एक नज़र ई पत्रिका एवं डायरी प्रकाशन के सहयोग से प्रकाशित किया जा रहा है।

2.रचनाकार अपनी तीन रचनायें परिचय एवं एक फ़ोटो, तीनों रचनाओं में से 2 रचनायें चुनी जाएगी अगर तीनों रचनायें ठीक नहीं हुई तो निरस्त कर दी जाएगी।

3. चुने गये रचनाकारों को चयन प्रमाण पत्र दिया जाएगा।

4. रचनायें त्रुटी रहित होनी चाहिये।

5. कोई विषय नहीं है किसी भी विषय पर भेज सकते हैं।

6. रचनायें अप्रकाशित एवं पूर्णता स्वरचित होनी चाहिये।

7. एक रचनाकार तीन से अधिक रचनायें नहीं भेज सकता।

8. रचनायें राजनैतिक या किसी धर्म को ठेस पहुँचाने वाली न हो।

9. रचनायें चयन एवं निरस्त करने का पूर्ण अधिकार चयन मण्डल का होगा।

10. अंतराष्ट्रीय काव्य संकलन पेपर बुक एवं ई बुक दोनों में रहेगा जिसके एक पेज पर रचनाकार का परिचय एवं दो पेज पर रचनायें रहेंगी।

11. पेपर बुक और ई बुक अमेज़ॉन, फ्लिपकार्ट, किंडल, गूगल बुक, प्रकाशक की वेव साइट एवं बुक स्टोर पर उपलब्ध रहेगी । इसका प्रचार-प्रसार सोशल मीडिया पर एवं ऑन लाइन(सम्भवता उत्तर प्रदेश के शिक्षा मंत्री द्वारा) विमोचन किया जाएगा।

12. हमारी दैनिक ई पत्रिका साहित्य एक नज़र में प्रत्येक रचनाकार की रचना की समीक्षा, परिचय , फ़ोटो प्रकाशित किया जाएगा एवं समीक्षा सम्मान पत्र दिया जाएगा।

13. सभी रचनाकारों की रचनाओं के सर्वाधिकार सम्पादक के पास सुरक्षित रहेंगे।

14. प्रत्येक रचनाकार को एक लेखक प्रति स्पीड पोस्ट द्वारा भेजी जाएगी। अगर एक से ज्यादा प्रति खरीदना चाहते हो तो पुस्तक की कीमत से 20%डिस्काउंट पर मिलेगी।

15. प्रत्येक रचनाकार अपनी रचनायें, परिचय एवं फ़ोटो एक बार में वाट्सएप्प नम्बर 9753877785 पर प्रेषित करें।

16. रचना के चयन होने पर रचनाकार को 500/- की सहयोग राशि फोन पे/पेटीएम द्वारा 9753877785 पर भेजना होगा

17. पुस्तक ISBN के साथ वर्ड वाइड प्रकाशित की जाएगी जो हर देश में ऑन लाइन उपलब्ध  रहेगी।

18. रचनायें केवल 30 जून 2021 तक ही भेज सकते है बाद में भेजी गयीं रचनाओं पर विचार नहीं किया जायेगा।

कृपया जो भी इस अंतराष्ट्रीय काव्य संकलन का हिस्सा बनना चाहता हो कृपया नीचे लिस्ट में नाम जोड़ें एवं मोबाइल नम्बर 9753877785 पर रचनायें , परिचय एवं फ़ोटो भेजे साथ में स्व रचित व मौलिकता का घोषणा पत्र दें अन्यथा रचनायें अमान्य कर दी जायेंगी।

             $ घोषणा $
मैं.............घोषणा करता/ करती हूँ कि अन्तराष्ट्रीय साझा काव्य संग्रह 'साहित्य-सरिता' योजना हेतु प्रेषित समस्त रचनाएँ स्व-रचित,मौलिक व अप्रकाशित हैं एवं जीवन परि चय में दी गई समस्त जानकारी पूर्णतया सत्य है असत्य पाये जाने की दशा में मैं स्वयं जिम्मेदार होऊँगा।

रचनाकार _
दिनांक_

1.पुष्प कुमार महाराज-गोरखपुर-9186628708

2 अर्चना जोशी भोपाल

3 नीरज सेन कलम प्रहरी गुना

4 सुजीत  जायसवाल जीत सराय आकिल प्रयागराज 8858566226

5  डॉक्टर जनार्दन प्रसाद कैरवाल ऋषिकेश उत्तराखंड

6 डा.मंजु अरोरा, जालंधर ,
    पंजाब, 98140-81673

7 नलिनी तिवारी शहडोल मध्यप्रदेश

8 डॉक्टर रानी गुप्ता सूरत गुजरात

9 दीन दयाल सोनी बाँदा

10 पूजा सिंह 7980761317

11. मधू आँधीवाल अलीगढ़

12. अल्पना चौधरी इलाहाबाद

13. अजीत कुमार कुंभकार

14.मधु खन्ना  ब्रसबेन ऑस्ट्रेलिया

15. वीणा सिन्हा न्यूजर्सी अमेरिका

16 प्रणय श्रीवास्तव *अश्क*
बालाघाट मध्यप्रदेश से

17.भारतेन्द्र त्रिपाठी प्रयागराज, उ.प्र.

18_ सुन्दर लाल मेहरानियाँ' 'देव'
      अलवर' राजस्थान 

19. भीम कुमार, गांवा, गिरिडीह,             
      झारखंड

20. अजय निदान भिलाई

21.प्रकाश राय
सारंगपुर (डाकघर ),
समस्तीपुर , बिहार
मोबाइल नंबर - 9709388629

22. अनानास कुमार दानपुर उत्तराखंड

23.नीलम बंसल
हिसार (हरियाणा)
9466500587

२४-आशीष पाण्डेय,पता सुल्तानपुर उत्तर प्रदेश

25.डाक्टर अर्चना वर्मा जी
लखनऊ
_7309258927

26 . डॉ भगवान सहाय मीना
जयपुर, राजस्थान
_9928791368

27. प्रेमलता चौधरी जी
जोधपुर, राजस्थान
_ 8502903460

28. संतोष सिंह राजपुत
मेदिनीनगर, पलामु,झारखण्ड
सम्पर्क संख्या- 7004462599

29_ राज गुप्ता
औरैया, उत्तरप्रदेश
मोब _ 8449601724
(शायर देव मेहरानियाँ द्वारा) 

30. नाम.   रेखा  शाह आरबी
जिला   बलिया. शहरी क्षेत्र
राज्य.   उत्तर प्रदेश
मोबाइल नंबर.  8736863697

31. नाम   - शिल्पी भटनागर
जन्म स्थान  - बरेली (उत्तर प्रदेश)
निवास स्थान   - हैदराबाद (तेलंगाना)

32. अनीता नायर नागपुर 9766442053

33_ ऐश्वर्या सिन्हा चित्रांश
जौनपुर उत्तरप्रदेश 
9889447644

34_ सुषमा खरे जी
जबलपुर, मध्यप्रदेश
मोब _9425154361


नोट:- कृपया क्रम बढ़ाते जाये एवं  क्रम को अव्यवस्थित न करें तो बड़ी मेहरबानी होगी।
    
      (प्रधान सम्पादक)
[24/06, 20:08] ज्योति झा जी: त' हुनके (सह सम्पादक) स' पुछ चाही ने
[24/06, 20:09] Roshan Kumar Jha, रोशन: अप्पन भैय के पत्रिका सअ कमैय ये
[24/06, 20:10] Roshan Kumar Jha, रोशन: अप्पने मुख्य संपादक बैन गेलकीन तयो हमरा हर्जा नैय कि अनुभवी साहित्यकार छथिन , कम सअ कम संपादक मंडल में तअ शामिल करबाक छाही
[24/06, 20:11] ज्योति झा जी: हॉ
[24/06, 20:11] ज्योति झा जी: अहाँ छोड़ दियौं न' हुनकर साथ
[24/06, 20:12] Roshan Kumar Jha, रोशन: उनका विदा 1 जुलाई कअ विदा कोअ देवन
[24/06, 20:12] ज्योति झा जी: काज सबटा अहाँ करबे और ओई स' होब वाला लाभ आ' मान-सम्मान सब ओ लेथिन्ह
[24/06, 20:13] Roshan Kumar Jha, रोशन: समीक्षा वाला के सम्मान पत्र हम देवैय
[24/06, 20:13] Roshan Kumar Jha, रोशन: यदि अखन हम कदम उठा लेब तअ प्रमोद जी कतोअ के नैय रहथिन
[24/06, 20:14] Roshan Kumar Jha, रोशन: छोड़ूं हटावु बहिन बस
[24/06, 20:15] ज्योति झा जी: 😊
[24/06, 20:16] Roshan Kumar Jha, रोशन: 12 नम्बर देखियोअ
[24/06, 20:16] Roshan Kumar Jha, रोशन: 50 दिन तक हम प्रकाशित करवैय सम्मान पत्र साहित्य एक नज़र देतैय
[24/06, 20:17] Roshan Kumar Jha, रोशन: अखरे 100 रूपया लैत छेथिन
[24/06, 20:20] ज्योति झा जी: मिथि इंडिया
[24/06, 20:21] ज्योति झा जी: ई सुझाव देलथिन्ह हे
[24/06, 20:21] Roshan Kumar Jha, रोशन: नाम ठीक अछि
[24/06, 20:22] Roshan Kumar Jha, रोशन: पर अंग्रेजी नाम अछि
[24/06, 20:23] ज्योति झा जी: ऊपर जतेकौं नाम छैय सब बहुत नीक छैय
[24/06, 20:23] ज्योति झा जी: मुदा ई बेसी आकर्षक छैय
[24/06, 20:24] Roshan Kumar Jha, रोशन: हां
[24/06, 20:25] Roshan Kumar Jha, रोशन: मिथिला इंडिया राखूं
[24/06, 20:25] Roshan Kumar Jha, रोशन: फेर
[24/06, 20:25] ज्योति झा जी: काल्हि फाइनल क' लैय छि
[24/06, 20:26] Roshan Kumar Jha, रोशन: ठीक छैय 🙏💐
[24/06, 20:26] ज्योति झा जी: तहन और नाम सब सेहो सोच क'
[24/06, 20:26] Roshan Kumar Jha, रोशन: जरूर बहिन
[25/06, 11:19] ज्योति झा जी: मिथि इंडिया
आइकोनिक मिथिला
मिथिला पोर्ट
साहित्य मिथिला
मिथिलिट्रेचर
मिथिला वेभ
तेसर आँखि
इजोत
[25/06, 11:58] Roshan Kumar Jha, रोशन: साहित्य मिथिला
[25/06, 12:00] ज्योति झा जी: ई नाम'क चयन प्रवीन भायजी सेहो केलथिन्ह हे
[25/06, 12:00] Roshan Kumar Jha, रोशन: हार्दिक शुभकामनाएं 🙏💐
[25/06, 12:00] ज्योति झा जी: और मिथिला वेभ
[25/06, 12:01] Roshan Kumar Jha, रोशन: देख लियअ
[25/06, 12:01] ज्योति झा जी: मिथिलिट्रेचर केहन रहते?
[25/06, 12:06] Roshan Kumar Jha, रोशन: सेहो ठीक अछि
देखियौं ऐना मे केहन रहते?  , 14:36
[25/06, 14:38] Roshan Kumar Jha, रोशन: ठीक अछि पर ज्यादा काला भोगेल
[25/06, 14:38] Roshan Kumar Jha, रोशन: शानदार चित्र
[25/06, 14:39] Roshan Kumar Jha, रोशन: वारिश पर
[25/06, 14:39] Roshan Kumar Jha, रोशन: हार्दिक शुभकामनाएं
[25/06, 14:39] ज्योति झा जी: और लिख के सेहो छैय ने
[25/06, 14:39] ज्योति झा जी: ऊपर मे
[25/06, 14:39] ज्योति झा जी: की नाम रखबे?
[25/06, 14:40] Roshan Kumar Jha, रोशन: हां पत्रिका के नाम
[25/06, 14:40] Roshan Kumar Jha, रोशन: नीचों में जगह राखब
[25/06, 14:43] ज्योति झा जी: जी
[25/06, 14:44] ज्योति झा जी: हम सब कविता'क के अहि परकार स' बना क' अहाँक के भेजेय छी
[25/06, 14:47] Roshan Kumar Jha, रोशन: बस बहिन ऐई सअ पैयग उपकार और की
[25/06, 14:51] ज्योति झा जी: केहन बात क' रहल छि अहाँ
[25/06, 15:18] Roshan Kumar Jha, रोशन: नैय बहिन अहा के सहयोग हमरा ऊर्जा प्रदान करैत अछि
[25/06, 15:38] ज्योति झा जी: 🥰🙏🏼
[25/06, 16:11] Roshan Kumar Jha, रोशन: 🙏
[25/06, 16:20] ज्योति झा जी: बताबु नाम की राखल जैय?
[25/06, 16:21] Roshan Kumar Jha, रोशन: जे इच्छा बहिन अहा के
[25/06, 16:21] ज्योति झा जी: अहाँ बताबु
[25/06, 16:26] Roshan Kumar Jha, रोशन: मिथिला वाणी / मिथिला साहित्य
[25/06, 16:26] Roshan Kumar Jha, रोशन: में सअ राखू
[25/06, 16:45] Roshan Kumar Jha, रोशन: शानदार
[25/06, 17:26] ज्योति झा जी: की की लिख के छैय से कहु
[25/06, 18:51] Roshan Kumar Jha, रोशन: साहित्य एक नज़र 🌅 ( कोलकाता से प्रकाशित होने वाली दैनिक पत्रिका , मो - 6290640716)

विश्व साहित्य संस्थान
[25/06, 18:52] Roshan Kumar Jha, रोशन: यदि अहा अप्पन नम्बर देबेअ चाही तअ दो सकै छी बहिन
[25/06, 18:53] Roshan Kumar Jha, रोशन: विश्व साहित्य संस्थान अप्पन सभ के पहिला संस्थान अछि ओकर साथ नैय छोड़बाक चाही
[25/06, 20:16] Roshan Kumar Jha, रोशन: शानदार बहिन
[25/06, 20:17] ज्योति झा जी: दोसर पेर मे सूत्रधार
[25/06, 20:17] ज्योति झा जी: *पेज
[25/06, 20:17] Roshan Kumar Jha, रोशन: शानदार अहा के नाम देखकअ हृदय प्रसन्न भोअ गेल
[25/06, 20:17] Roshan Kumar Jha, रोशन: नीचा में जगह देबैय
[25/06, 20:18] ज्योति झा जी: मतलब
[25/06, 20:18] Roshan Kumar Jha, रोशन: नीचा में साहित्य एक नज़र / विश्व साहित्य संस्थान के नाम देल जेएत
[25/06, 20:19] ज्योति झा जी: जी
[25/06, 20:19] Roshan Kumar Jha, रोशन: तीन चार पेज छोइड़ कअ रचना प्रकाशित करब
[25/06, 20:19] ज्योति झा जी: Front page ई रहत
[25/06, 20:19] ज्योति झा जी: जी
[25/06, 20:19] Roshan Kumar Jha, रोशन: एक पेज में अहा अप्पन संपादकीय लिखब
[25/06, 20:20] Roshan Kumar Jha, रोशन: दो गो में शुभकामनाएं संदेश ऐल अछी से
[25/06, 20:20] Roshan Kumar Jha, रोशन: पहला पेज सबसअ बाद में करब
[25/06, 20:20] ज्योति झा जी: सम्पादकीय मे की लिखबे हमरा नैय पता
[25/06, 20:21] Roshan Kumar Jha, रोशन: इ मोल हमर मामा जी के छैय
[25/06, 20:21] Roshan Kumar Jha, रोशन: मधुबनी में बनलैय ये

ताकि कुल पृष्ठ संख्या लिख सखी
[25/06, 20:21] Roshan Kumar Jha, रोशन: दिसंबर में उद्धाटन हेएत
[25/06, 20:22] ज्योति झा जी: जी शुभकामना 🙏🏼
[25/06, 20:22] Roshan Kumar Jha, रोशन: धन्यवाद बहिन

भायजी ई ठीक छैय ने
पूर्ण रूप स' अपन नाम सन , 20:37
[25/06, 20:39] Roshan Kumar Jha, रोशन: बहुत नीक बहिन
[25/06, 20:40] Roshan Kumar Jha, रोशन: हमरो सीखाबू
[25/06, 20:41] Roshan Kumar Jha, रोशन: ऐतक सुंदर अलंकरण
[25/06, 20:41] ज्योति झा जी: 🤣🤣🤣
[25/06, 20:41] ज्योति झा जी: हमरा बचपने स' नीक लागेया ते😅
[25/06, 20:51] Roshan Kumar Jha, रोशन: ओह बहुत नीक
[25/06, 20:52] ज्योति झा जी: 💐🙏🏼🙏🏼
[25/06, 21:12] Roshan Kumar Jha, रोशन: धन्यवाद बहिन
[25/06, 21:13] Roshan Kumar Jha, रोशन: शानदार
[25/06, 21:13] Roshan Kumar Jha, रोशन: फाइनल करैत जाऊ

देखियौं
[25/06, 21:14] ज्योति झा जी: 5 गो छैय शायज
[25/06, 21:14] Roshan Kumar Jha, रोशन: पृष्ठ संख्या - 4
[25/06, 21:14] Roshan Kumar Jha, रोशन: ठीक छैय और ऐएत
[25/06, 21:14] Roshan Kumar Jha, रोशन: नीचा में
[25/06, 21:15] Roshan Kumar Jha, रोशन: रूकु हम एक उदाहरण भेजैत छी
[25/06, 21:42] Roshan Kumar Jha, रोशन: https://online.fliphtml5.com/axiwx/bgqf/
[25/06, 21:42] Roshan Kumar Jha, रोशन: बहिन जांच कोअ लेनोऊ कहीं पेज नैय कैट जेए
[25/06, 21:43] Roshan Kumar Jha, रोशन: सोभ ठीक अछि
[25/06, 21:43] Roshan Kumar Jha, रोशन: साहित्य एक नज़र 🌅
मधुबनी इकाई
মিথি LITERATURE
मिथि लिट्रेचर
अंक - 1 , पृष्ठ - 4
मंगलवार , 29 जून 2021
आषाढ़ , संवत 2078
[25/06, 21:43] Roshan Kumar Jha, रोशन: साहित्य एक नज़र 🌅
मधुबनी इकाई
মিথি LITERATURE
मिथि लिट्रेचर
[25/06, 21:44] Roshan Kumar Jha, रोशन: अंक - 1 , पृष्ठ -
मंगलवार , 29 जून 2021
आषाढ़ , संवत 2078
[25/06, 21:44] ज्योति झा जी: जी🙏🏼
[25/06, 21:45] Roshan Kumar Jha, रोशन: कुनू समस्या हेएत तअ कहब
[25/06, 21:46] ज्योति झा जी: ई कैना बनेबे?
[25/06, 21:46] Roshan Kumar Jha, रोशन: ईमेल सअ
[25/06, 21:46] Roshan Kumar Jha, रोशन: बहिन
[25/06, 21:47] Roshan Kumar Jha, रोशन: एखर टेंशन नैय लियअ
[25/06, 21:47] ज्योति झा जी: 😊
[25/06, 21:47] ज्योति झा जी: सीखा देब
[25/06, 21:48] Roshan Kumar Jha, रोशन: हां बहिन
[25/06, 21:56] ज्योति झा जी: pdf के रूप मे करबे की?
[25/06, 22:16] Roshan Kumar Jha, रोशन: Pdf सअ किताब बनैय छैय बहिन
[25/06, 22:16] ज्योति झा जी: ओ
[25/06, 22:17] ज्योति झा जी: तहन हम pdf बना क' अहाँक के भेज देब
[25/06, 22:30] Roshan Kumar Jha, रोशन: हां

[25/06, 13:32] प्रमोद ठाकुर: अंतराष्ट्रीय साझा काव्य संकलन_ "साहित्य सरिता"

1. साहित्य एक नज़र ई पत्रिका एवं डायरी प्रकाशन के सहयोग से प्रकाशित किया जा रहा है।

2.रचनाकार अपनी तीन रचनायें परिचय एवं एक फ़ोटो, तीनों रचनाओं में से 2 रचनायें चुनी जाएगी अगर तीनों रचनायें ठीक नहीं हुई तो निरस्त कर दी जाएगी।

3. चुने गये रचनाकारों को चयन प्रमाण पत्र दिया जाएगा।

4. रचनायें त्रुटी रहित होनी चाहिये।

5. कोई विषय नहीं है किसी भी विषय पर भेज सकते हैं।

6. रचनायें अप्रकाशित एवं पूर्णता स्वरचित होनी चाहिये।

7. एक रचनाकार तीन से अधिक रचनायें नहीं भेज सकता।

8. रचनायें राजनैतिक या किसी धर्म को ठेस पहुँचाने वाली न हो।

9. रचनायें चयन एवं निरस्त करने का पूर्ण अधिकार चयन मण्डल का होगा।

10. अंतराष्ट्रीय काव्य संकलन पेपर बुक एवं ई बुक दोनों में रहेगा जिसके एक पेज पर रचनाकार का परिचय एवं दो पेज पर रचनायें रहेंगी।

11. पेपर बुक और ई बुक अमेज़ॉन, फ्लिपकार्ट, किंडल, गूगल बुक, प्रकाशक की वेव साइट एवं बुक स्टोर पर उपलब्ध रहेगी । इसका प्रचार-प्रसार सोशल मीडिया पर एवं ऑन लाइन(सम्भवता उत्तर प्रदेश के शिक्षा मंत्री द्वारा) विमोचन किया जाएगा।

12. हमारी दैनिक ई पत्रिका साहित्य एक नज़र में प्रत्येक रचनाकार की रचना की समीक्षा, परिचय , फ़ोटो प्रकाशित किया जाएगा एवं समीक्षा सम्मान पत्र दिया जाएगा।

13. सभी रचनाकारों की रचनाओं के सर्वाधिकार सम्पादक के पास सुरक्षित रहेंगे।

14. प्रत्येक रचनाकार को एक लेखक प्रति स्पीड पोस्ट द्वारा भेजी जाएगी। अगर एक से ज्यादा प्रति खरीदना चाहते हो तो पुस्तक की कीमत से 20%डिस्काउंट पर मिलेगी।

15. प्रत्येक रचनाकार अपनी रचनायें, परिचय एवं फ़ोटो एक बार में वाट्सएप्प नम्बर 9753877785 पर प्रेषित करें।

16. रचना के चयन होने पर रचनाकार को 500/- की सहयोग राशि फोन पे/पेटीएम द्वारा 9753877785 पर भेजना होगा

17. पुस्तक ISBN के साथ वर्ड वाइड प्रकाशित की जाएगी जो हर देश में ऑन लाइन उपलब्ध  रहेगी।

18. रचनायें केवल 30 जून 2021 तक ही भेज सकते है बाद में भेजी गयीं रचनाओं पर विचार नहीं किया जायेगा।

कृपया जो भी इस अंतराष्ट्रीय काव्य संकलन का हिस्सा बनना चाहता हो कृपया नीचे लिस्ट में नाम जोड़ें एवं मोबाइल नम्बर 9753877785 पर रचनायें , परिचय एवं फ़ोटो भेजे साथ में स्व रचित व मौलिकता का घोषणा पत्र दें अन्यथा रचनायें अमान्य कर दी जायेंगी।

             $ घोषणा $
मैं.............घोषणा करता/ करती हूँ कि अन्तराष्ट्रीय साझा काव्य संग्रह 'साहित्य-सरिता' योजना हेतु प्रेषित समस्त रचनाएँ स्व-रचित,मौलिक व अप्रकाशित हैं एवं जीवन परि चय में दी गई समस्त जानकारी पूर्णतया सत्य है असत्य पाये जाने की दशा में मैं स्वयं जिम्मेदार होऊँगा।

रचनाकार _
दिनांक_

1.पुष्प कुमार महाराज-गोरखपुर-9186628708

2 अर्चना जोशी भोपाल

3 नीरज सेन कलम प्रहरी गुना

4 सुजीत  जायसवाल जीत सराय आकिल प्रयागराज 8858566226

5  डॉक्टर जनार्दन प्रसाद कैरवाल ऋषिकेश उत्तराखंड

6 डा.मंजु अरोरा, जालंधर ,
    पंजाब, 98140-81673

7 नलिनी तिवारी शहडोल मध्यप्रदेश

8 डॉक्टर रानी गुप्ता सूरत गुजरात

9 दीन दयाल सोनी बाँदा

10 पूजा सिंह 7980761317

11. मधू आँधीवाल अलीगढ़

12. अल्पना चौधरी इलाहाबाद

13. अजीत कुमार कुंभकार

14.मधु खन्ना  ब्रसबेन ऑस्ट्रेलिया

15. वीणा सिन्हा न्यूजर्सी अमेरिका

16 प्रणय श्रीवास्तव *अश्क*
बालाघाट मध्यप्रदेश से

17.भारतेन्द्र त्रिपाठी प्रयागराज, उ.प्र.

18_ सुन्दर लाल मेहरानियाँ' 'देव'
      अलवर' राजस्थान 

19. भीम कुमार, गांवा, गिरिडीह,             
      झारखंड

20. अजय निदान भिलाई

21.प्रकाश राय
सारंगपुर (डाकघर ),
समस्तीपुर , बिहार
मोबाइल नंबर - 9709388629

22. अनानास कुमार दानपुर उत्तराखंड

23.नीलम बंसल
हिसार (हरियाणा)
9466500587

२४-आशीष पाण्डेय,पता सुल्तानपुर उत्तर प्रदेश

25.डाक्टर अर्चना वर्मा जी
लखनऊ
_7309258927

26 . डॉ भगवान सहाय मीना
जयपुर, राजस्थान
_9928791368

27. प्रेमलता चौधरी जी
जोधपुर, राजस्थान
_ 8502903460

28. संतोष सिंह राजपुत
मेदिनीनगर, पलामु,झारखण्ड
सम्पर्क संख्या- 7004462599

29_ राज गुप्ता
औरैया, उत्तरप्रदेश
मोब _ 8449601724
(शायर देव मेहरानियाँ द्वारा) 

30. नाम.   रेखा  शाह आरबी
जिला   बलिया. शहरी क्षेत्र
राज्य.   उत्तर प्रदेश
मोबाइल नंबर.  8736863697

31. नाम   - शिल्पी भटनागर
जन्म स्थान  - बरेली (उत्तर प्रदेश)
निवास स्थान   - हैदराबाद (तेलंगाना)

32. अनीता नायर नागपुर 9766442053

33_ ऐश्वर्या सिन्हा चित्रांश
जौनपुर उत्तरप्रदेश 
9889447644

34_ सुषमा खरे जी
जबलपुर, मध्यप्रदेश
मोब _9425154361


नोट:- कृपया क्रम बढ़ाते जाये एवं  क्रम को अव्यवस्थित न करें तो बड़ी मेहरबानी होगी।
    
      (प्रधान सम्पादक)
[25/06, 13:34] प्रमोद ठाकुर: रोशन जी कृपया ये न्यूज़ लगाने की कृपया करें अगर सम्भव हो तो।
[25/06, 14:32] Roshan Kumar Jha, रोशन: जी 🙏
[25/06, 14:35] Roshan Kumar Jha, रोशन: कल लगा देंगे सर जी 🙏💐
[25/06, 14:36] प्रमोद ठाकुर: जी कोई बात नहीं
[25/06, 20:28] प्रमोद ठाकुर: 26 जून 2021 की समीक्षा स्तम्भ के लिए।
[25/06, 20:58] प्रमोद ठाकुर: आज फिर आपके समक्ष उपस्थित हूँ श्री रामकरण साहू "सजल" जी पुस्तक "पुरूषार्थ ही पुरूषार्थ" की प्रथम चरण की समीक्षा लेकर जिसके प्रकाशक है।

लोकोदय प्रकाशन प्रा.लि.
65/44 शंकरपुरी, छितवापुर रोड़, लखनऊ - 226001
(यू.पी.)

मैं प्रथम चरण की समीक्षा में हमेशा बात करता हूँ प्रकाशक के बारे में , लोकोदय प्रकाशन पिछलें
तीन दशक से साहित्कारों के सृजन को प्रकाश में लाने का कार्य कर रहें है। अनेकों पुस्तकों का प्रकाशन कर आज देश में एक प्रतिष्ठित प्रकाशन में से एक है। मैं लोकोदय प्रकाशन के बारे में सिर्फ इतना ही कहूँगा कि जिस तरह एक भटके सफ़ीने को साहिल की तलाश होती है। यह प्रकाशन साहित्यकारों का एक साहिल है। इसी श्रृंखला में प्रकाशित श्री रामकरण साहू "सजल" जी की पुस्तक "पुरूषार्थ ही पुरूषार्थ" जो आज आप के समक्ष है।
कल मैं बात करूँगा इस पुस्तक की  क्या है इस पुस्तक में और क्यों ये पुस्तक बाजार में पाठक माँग रहें है। तो कल फिर मिलूँगा आपसे तब तक के लिए।

राम-राम
[26/06, 00:11] Roshan Kumar Jha, रोशन: जी 🙏

श्री शिक्षायतन महाविद्यालय कोलकाता
[25/06, 21:24] +91 933: https://t.me/joinchat/NeJtOxTx4xsxZTBl
[25/06, 21:32] Roshan Kumar Jha, रोशन: 🙏🙏🙏🙏






अंक - 46
https://online.fliphtml5.com/axiwx/tbxd/

अंक - 45
https://online.fliphtml5.com/axiwx/jjme/



जय माँ सरस्वती

साहित्य एक नज़र 🌅
कोलकाता से प्रकाशित होने वाली दैनिक पत्रिका
अंक - 46

रोशन कुमार झा
संस्थापक / संपादक
मो - 6290640716


अंक - 46
25  जून  2021

शुक्रवार
आषाढ़ कृष्ण प्रतिपदा
संवत 2078
पृष्ठ -  1
प्रमाण पत्र -  7 - 8
कुल पृष्ठ -  9

मो - 6290640716

🏆 🌅 साहित्य एक नज़र रत्न 🌅 🏆
95.आ. सुनीता बाहेती जी , असम

🏆 🌅 पुस्तक समीक्षा सम्मान पत्र  🌅 🏆
96.आ. रामकरण साहू " सजल " जी
( पुस्तक समीक्षा सम्मान पत्र - "  " लेखनी पंचकाव्य "
- 7 )


सम्मान पत्र - 1 - 80
https://www.facebook.com/groups/287638899665560/permalink/295588932203890/?sfnsn=wiwspmo

सम्मान पत्र - 79 -
https://m.facebook.com/groups/287638899665560/permalink/308994277530022/?sfnsn=wiwspmo

अंक - 45 से 48 तक के लिए इस लिंक पर जाकर सिर्फ एक ही रचना भेजें -
https://m.facebook.com/groups/287638899665560/permalink/314455886983861/?sfnsn=wiwspmo

अंक - 41 - 44

https://m.facebook.com/groups/287638899665560/permalink/311880380574745/?sfnsn=wiwspmo

अंक - 37 - 40
https://www.facebook.com/groups/287638899665560/permalink/309307190832064/?sfnsn=wiwspmo

मधुबनी इकाई
https://www.facebook.com/groups/310633540739702/permalink/316049233531466/?sfnsn=wiwspmo

फेसबुक - 1

https://www.facebook.com/groups/1113114372535449/permalink/1141594783020741/

https://www.facebook.com/groups/1113114372535449/permalink/1141594036354149/


फेसबुक - 2

https://www.facebook.com/groups/287638899665560/permalink/315866890176094/?sfnsn=wiwspmo

https://www.facebook.com/groups/287638899665560/permalink/315864000176383/?sfnsn=wiwspmo





आपका अपना
रोशन कुमार झा
संस्थापक / संपादक
मो :- 6290640716
अंक - 46 ,  शुक्रवार
25/06/2021

साहित्य एक नज़र  🌅 , अंक - 46
Sahitya Ek Nazar
25 June 2021 ,  Friday
Kolkata , India
সাহিত্য এক নজর

_________________

परिचय -
✍️ रामकरण साहू"सजल"
ग्राम-बबेरू ,जनपद - बाँदा , उत्तर प्रदेश , भारत
शिक्षा- परास्नातक
प्रशिक्षण- बी टी सी, बी एड, एल एल बी
संप्रति- अध्यापन बेसिक शिक्षा
सम्पर्क सूत्र-  8004239966

समीक्षा "लेखनी पंचकाव्य" पुस्तक हेतू सम्पर्क -

प्रकाशक
1. लोकोदय प्रकाशन प्रा. लि.
65/44 शंकरपुरी छितवापुर रोड़
लखनऊ (उत्तर प्रदेश)
मोबाइल नम्बर - 9076633657

लेखक
2. रामकरण साहू "सजल"
कमासिन रोड़ नील कंठ पेट्रोल
पम्प के पास, ग्राम-पोस्ट बबेरू
जनपद- बाँदा (उत्तर प्रदेश)
मोबाइल नम्बर - 8004239966


समीक्षक - ✍️ आ. प्रमोद ठाकुर जी

Roshan Kumar Jha नमन मंच
24-6-2021
गुरूवार
विषय- संदेह
विधा - काव्य

संदेह

संदेह जब होता है मन में  ,
बन रहे  काम है बिगड़ते  ,
विश्वास का होता"कत्ल ",
और रिश्ते ना ही संवरते।
गलतफहमियो का खुमार,
रहता सदैव ही सिर-सवार,
व्यथा किसी की ना सुनते,
रिश्ते सभी है टूटे-बिखरे ।
वक्त रहते जो लिया संवार,
सफल जीवन का "आधार"
अपनों मे रहता है"ऐतबार"
सकारात्मक सोच,ये प्यार।
संदेश जब हो मन में यदि,
करिये वाद-संवाद व्यवहार,
ग़लतफहमिया दूर करे तो ,
साथ रहता अपना-संसार ।
रिश्ते निभाये 'ईमान से सब,
'चोटिल रिश्ते ठीक हो सब,
सीधी-सपाट बाते सबकी,
हैसकारात्मक आधार-प्यार ।

डॉ. पूनम सिंह,
लखनऊ
फोटो नहीं

#नमन मंच
***************
यूं ही उम्र कटी दो अल्फाजों में
एक आस में और एक काश में,
सारी उम्र गुजारीहमने पारिवारिक
जिम्मेदारियों में
क्या खोया क्या पाया दुनिया
की दौड़ में भूल गए खुद को भी
जीवन गया पैसा कमाने में।।
उम्र लंबी होती जिम्मेदारियों की
सारी उम्र उनको पूरा
करने में गुजार दी
छोटे थे तब हर ख्वाहिश
खुशी में बदल जाती थी
बड़े हुए तो केवल केवल
जिम्मेवारी नजर आती थी।।
अपने लिए समय न दे पाए
अपनों को अपनाने में
जीवन है एक पहेली
उम्र लगी सुलझाने में।।
नमन मां शारदे को करें
कृपा से लेखनी को गति दे पाऐं
साहित्य मंच से जुड़कर
ख्वाहिशों को कागज
पर उतार पाऐं।।
ऐ, दोस्त जीने का तुम
हमेशा यही अंदाज रखो
उम्र कोई भी हो
दिल जवां और चेहरे
पर मुस्कान रखो।।
        
  ✍️   सुनीता बाहेती
    जोरहाट,आसाम

ख़ामोशियों का तंबू

मैंने एक तंबू ताना है,
खामोशियों का,
तुम भी आमंत्रित हो,
विश्राम करो,
शाम कहां
ढली आज की  ?
जाने का मनुहार
पत्र न लगाओ,
मेरे शहर से 
तुम्हारा शहर,
ज्यादा दूर नहीं,,,
मेरे शहर में झमाझम
बारिश है,
बारिश में भीगते ,
साईकिल का
टायर चलाते
खिलखिलाते बच्चे,
अधनंगा बदन ,
कुचैले गंदे वस्त्र
ये भी मनोरंजन है
खामोशियों का,
छुप छुप कर
कनखियों से ताकना
आनंद या भ्रम  ?
ये भी मर्यादा है
अगर ये मर्यादा तोड़ दें तो
ये खामोशियां,
उद्दंडता की श्रेणी में
पदार्पण कर जाएगीं,
मर्यादित क्षेत्र ही
सम्मानजनक है।

✍️ पूनम शर्मा
, मेरठ

अब की बारिश में मिलने,
तुम आओ तो सही
बर्फ जैसी पिघलकर
तुम,दिखाओं  तो सही
शर्म से पानी पानी हुई,
ये जवानी आपकी
मेरी नयनों से नयन अब,
तुम मिलाओ तो सही
मेघ के दूत है
ये बरसते सदा
तुम बिजली बनकर
दिखाओं तो सही
ठण्ड से काँपता
आपका भींगा बदन
शोला बनकर तुम
दिखाओं तो सही
नभ के बादल को
मैं वापस भेज दूँ
तुम जरा फूल सा
मुस्कुराओ तो सही
यूँ मुझपे ना
डोरे डालों तुम
चाँदनी बनकर
दिखाओं तो सही
                   
✍️  प्रभात गौर
नेवादा जंघई, प्रयागराज
   (उत्तर प्रदेश)

अंक 45

सादर प्रेषित

ग़ज़ल

साथ मेरे क्या.... नहीं होता
मगर मैं बेवफा  नहीं होता|
साथ आप की दुआ हैं ,माँ
कोई भी हादसा नहीं होता|
उसे देखा. दिल यही बोला
हर कोई चाँद सा नहीं होता|
माँ तेरी याद बहुत आती हँ
जब कोई रास्ता नहीं होता |
ऐसे भी लोग काम आते हैं
जिन से वास्ता .. नहीं होता |
प्रेम सच हौसले से कहते हैं
हर कोई आपसा नहीं होता|

✍️ डॉ. प्रमोद शर्मा प्रेम
नजीबाबाद बिजनौर

...करो योग , रहो निरोग .

आज अंतर्राष्ट्रीय
दिवस है योग का
आओ हम निदान
करें हर रोग का।
जिसने भी है
योग को अपनाया
रोग से मिली मुक्ति
सुंदर बनी काया।
योग साधना
और आयुर्वेद का
जिसने दिया
दुनियां को ज्ञान।
जग में बढ़ी
ख्याति उसका
वो है देश मेरा
भारत महान।
योग से मुक्त
होते हैं कई रोग
नित्य करें
प्राणायाम और योग।
स्वस्थ, सुंदर
तन रहता निराेग।
जो करते योग
से परहेज
उनका होता
जिंदगी से वियोग।
इम्यूनिटी को बढ़ाता योग
रोग प्रतिरोधक
क्षमता भी बढ़ाता।
ब्लड प्रेशर भी
स्थिर रखता योग
शुगर लेवल भी
है यह घटाता ।
कहता भीम करो
योग,रहो निरोग
मनुज तन मिला
है अनमोल
है ये बड़ा ही संयोग ।
                  
✍️  भीम कुमार
गांवा, गिरिडीह, झारखंड

काश....

काश जिंदगी के नेमतों
को हम समझ पाते ~
जो मिला नसीब से था
उसे तरजीह दे पाते ~
जितना मिला था उसे
ही ठीक से संभाल पाते~
काश खो जाने के बाद के
अफ़सोस से
खुद को बचा पाते ~
काश जिंदगी के नेमतों को
हम समझ पाते ~
जितना मिला तकदीर से था
उसे ही संभाल पाते~
जब कह सकने लायक़ थे
मन की सब कह पाते ~
जब तक करने लायक़ थे
मन की सब कर जाते ~
काश अंतिम घड़ी तक
सब न टालते ~
जितना करना था समय
रहते सब कर पाते ~
काश जिंदगी के नेमतों को
हम समझ पाते~
जितना मिला तकदीर से था....
उसे ही सम्हाल पाते ।
   
✍️  - डॉ  पल्लवी कुमारी "पाम "
पटना , बिहार

#विषय_किसको जिम्मेदार कहेंगे
#विधा_मुक्तक

किसको ज़िम्मेदार कहेंगे

पढ़े लिखे और अनपढ़
सबकी एक जैसी भीड़ खडी
ख्वाब धूमिल हसरतें टूटी
इच्छा-शक्ति कमजोर पड़ी ।
चारों तरफ बढती बेरोजगारी
किसको जिम्मेदार कहेंगे
हनन हो रहा जिस प्रतिभा
का वो आखिर किस
किस से न लड़ी ।।
असीमित जनसँख्या बढती जा
रही रोकने वाला कोई नहीं
लगातार घट रहे संसाधन
अनियोजित दोहन अब करे नहीं ।
घटते शैक्षिक स्तर और कौशल
बिन शिक्षा के कारण
बेरोजगारी बढ रही है समस्या
का हल अभी तक कोई नहीं ।।
अब जरूरत है शिक्षा में
बड़े परिवर्तन करने होंगें
आत्मनिर्भर देश बनाने नये
तरीके  अपनाने होंगे ।
असन्तुलन मिटाने को सबको
करना होगा पुनरवलोकन
इस विकट समस्या का जल्दी
समाधान अब ढूंढने होंगें ।।
कौशल युक्त प्रशिक्षण देकर
सबको हुनर सिखाएं हम
विद्यार्थी को रुचि अनुसार
विद्यालय में पढाएं हम।
मूर्ख बनाकर सत्ता पा जाते
वायदे नेता झूठे करते हैं
सरकारी नौकरी के भरोसे न बैठ
अपने  उद्योग धन्धे लगाएं हम।।
स्वरोजगार अपनाकर के
रचनात्मक परिश्रम युवा करे
बेरोजगारी महामारी को
शीघ्र पराजित युवा करे ।
साधन कम आरक्षण ज्यादा
किसको जिम्मेदार कहेंगे
भटक रहे जो डिग्री लेकर वो
नवीन अवसर सृजित करे ।

✍️ डॉ देशबन्धु भट्ट
ग्राम सेम मुखेम
ब्लॉक प्रताप नगर
जिला टिहरी गढ़वाल
उत्तराखण्ड

लॉकडाउन एवं कोविड
कर्फ्यू के चलते  गांव की ओर पलायन कर गए कामगार मजदूरों को वापस आने का न्योता देती  कविता!!

शीर्षक -

तुम्हें वापस आना ही होगा?

हे  प्रवासी !  कामगार मजदूर
शहरों से पलायित बेरोजगार।
तुम   निरीह   मजदूर थे ,
इसलिए गांव जाने को मजबूर थे।
तुमने भव्य शहरों को बसाया,
पर अपना अदना- सा,
ठिकाना भी न बनाया।
तुम बर्तमान में ही जीते रहे,
तभी तो भविष्य में रीते रहे ।
आपदा आई
तुमने न रोटी पाई,
अब ये शहर तुम्हारे बिना,
अधूरे  लगते हैं ,
चौराहे सुनसान है ,
औ  बाजार भी बुरे लगते हैं।
अब तुम्हें आकर इन ,
शहरों को फिर सजाना होगा ,
हे प्रवासी !कामगार मजदूर
तुम्हें वापस आना ही होगा।।
तुमने ही तो रोशनी फैलाई ,
बिजली के खंभों को ठोककर ,
तुमने ही तो जवानीखपाई ,
इन शहरों के बोझ को ढोकर,
आपदा के इन घावों को ,
तुम्हें ही सहलाना होगा ।    
हे प्रवासी कामगार -मजदूर
तुम्हें वापस आना ही होगा।।

✍️ आर०के पोखरियाल
            (सरस )
  मुनि की रेती (टि०ग०)
ऋषिकेश  ( उत्तराखंड )

कविता :- 20(38)

नमन 🙏 :-  साहित्य एक नज़र 🌅

पता न क्या होगा छात्रों का भविष्य ,
घर बैठे परीक्षा की माँग कर रहे है
आजकल का शिष्य ।।
ऑनलाइन परीक्षा करवाकर
ये सरकार पिला रही है विष ,
बड़ा फेरबदल कर दिया
वर्ष दो हज़ार उन्नीस और बीस ।।

समय पर परीक्षा न
करवा रहे है
समय पर चुनाव ,
कोई और नहीं
मैं देश नहीं झुकने दूंगा
नारा लगाने वाला
उन्हीं का है ये स्वभाव ,
जागो . जागो
बढ़ाओं अपना पाँव ,
ये नेता आते प्रचार करने चुनाव के
समय में ही शहर और गाँव ।।

✍️ रोशन कुमार झा
सुरेन्द्रनाथ इवनिंग कॉलेज,कोलकाता
रामकृष्ण महाविद्यालय, मधुबनी , बिहार
ग्राम :- झोंझी , मधुबनी , बिहार,
शुक्रवार , 25/06/2021
मो :- 6290640716, कविता :- 20(38)
Roshan Kumar Jha , রোশন কুমার ঝা
साहित्य एक नज़र  🌅 , अंक - 46
Sahitya Ek Nazar
25 June 2021 ,   Friday
Kolkata , India
সাহিত্য এক নজর

उत्तर बिहार , मिथिलांचल को मिली एक नई उपहार ,
मधुबनी स्थिति रांटी चौक के चंद्रा कॉम्प्लेक्स , मोल , बाज़ार  ।

CHANDRA COMPLEX


Marriage Hall
Banquet Hall
Family Restaurant
Parking facility
Lodging & Boarding

Hotel chandralok

Ranti Chowk to Jaldhari Chowk By Pass
Road , Madhubani , Bihar , India
Mob 📱 - 7280038041 , 7280038042

Space Available for
Shopping Mall

✍️ पूजा कुमारी
ग्राम - राजनगर
रामकृष्ण महाविद्यालय मधुबनी
राष्ट्रीय सेवा योजना
मिथिला / मधुबनी पेंटिंग

लिए हुए वो  प्रीत 
के पावन भाव प्रिये !
खड़ा अटल  सा पथ 
में अपने पाँव प्रिये !!
चटक सिंदूरी से  तन 
पर  उसने पहने  बाने !
ठंडी ठंडी  सी  है 
उसकी छॉव प्रिये !!
प्रेम है दिल में
उसके  निर्मल सा !
लैश ना राखे वो  
कोई दुराव प्रिये !!
हँसता हुआ सा लगता
सारे जमाने  को !
छुपा लिए हैं उसने
अपने घाव प्रिये !!
अल्हड़ अलवेला सा है
गोरी वो  गुलमोहर !
बुला रहा है तुमको  
अपने गॉव  प्रिये !!

  ✍️   "कवि" सुदामा दुबे

अंक - 45

http://vishnews2.blogspot.com/2021/06/45-24062021.html

कविता :- 20(37) , गुरुवार , 24/06/2021 , अंक - 45
http://roshanjha9997.blogspot.com/2021/06/2037-24062021-45.html

अंक - 46
http://vishnews2.blogspot.com/2021/06/46-25062021.html

कविता :- 20(38)
http://roshanjha9997.blogspot.com/2021/06/2038-25062021-46.html
अंक - 47
http://vishnews2.blogspot.com/2021/06/47-26062021.html

कविता :- 20(39)

http://roshanjha9997.blogspot.com/2021/06/2039-26062021-47.html

अंक - 48
http://vishnews2.blogspot.com/2021/06/48-27062021.html

कविता :- 20(40)
http://roshanjha9997.blogspot.com/2021/06/2040-27062021-48.html

अंक - 44
http://vishnews2.blogspot.com/2021/06/44-23062021.html
कविता - 20(36)

http://roshanjha9997.blogspot.com/2021/06/2035-23062021-43.html

फेसबुक - 1
https://m.facebook.com/story.php?story_fbid=800286017527474&id=100026382485434&sfnsn=wiwspmo

फेसबुक - 2
https://m.facebook.com/story.php?story_fbid=358077702410516&id=100046248675018&sfnsn=wiwspmo

अंक - 57 सम्मान पत्र
https://www.facebook.com/groups/1653994421452422/permalink/1838862679632261/?sfnsn=wiwspmo
साहित्य एक नज़र के साथ सम्मानित हुए , आज मैं बहुत बहुत खुश हूँ , 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🌅

प्रेरणा , अंक - 57
https://m.facebook.com/groups/1653994421452422/permalink/1836857096499486/?sfnsn=wiwspmo




रोशन कुमार झा


Popular posts from this blog

कविता :- 19(89)

कविता :- 16(77), 16(75),:- 16(76)

कविता :- 18(61),18(60), 18(59) ,18(58)