कविता :- 17(71), :- 17(72) , हिन्दी

रोशन कुमार झा

कविता :- 17(71) ,:- 17(72), हिन्दी

दिनांक :- 01/10/2020 , वृहस्पतिवार ,
कविता :- 13(75) अगला साल

यह ज़िन्दगी ही है रेल ।

सत्तानवे, निन्यानवे, दो हजार है अंकों का खेल ,
समझ चुका हूँ , हम रोशन यह ज़िन्दगी है रेल  ।
जून, जुलाई , अक्टूबर है महीनों का खेल ,
आज गुरुवार तो फिर बुधवार आनें में है
सिर्फ छः दिनों का ढ़ेर  ।।

हर दिन पूजा पाठ करने जाना है मन मन्दिर ,
इक्कीस, तेईस ही तो वर्ष हुए है ,
अगला साल जन्मदिन मनाना है फिर ।।
तब तक कर्म करूं ,
जो काम करते रचनाकार, डॉक्टर, शिक्षक और वीर ,
फूल की तरह सुगंध दूं, और बनूं बहती हुई निर्मल नीर ।।

राज्य का राजन हो या प्रजा ,
मेरे लिए सब बराबर , क्या है यह हेर फेर ।
समझ चुका हूं तनु वक्ष स्थल से यारों
यह ज़िन्दगी ही है रेल ।।

     रोशन कुमार झा
सुरेन्द्रनाथ इवनिंग कॉलेज, कोलकाता
ग्राम :- झोंझी , मधुबनी , बिहार,
मो :-6290640716
01/10/2020 , वृहस्पतिवार ,
कविता :- 13(75) अगला साल ,
इस साल रंगोली मोल पास खिलौना फैक्टरी में काम अंतिम दिन रात 21:30 आएं गदा बनाएं पहली दिन बिट्टु भईया ।
सूर्यकांत त्रिपाठी निराला साहित्य सम्मान
01/10/1997 बुधवार दुर्गा पूजा प्रथम दिन ,
रामनाथ कोविंद जन्मदिन आज , विश्व साहित्य संस्थान, 02/10/2020 इंक़लाब न्यूज़ से जन्मदिन पत्र
cuug. in, तुझमें रब दिखता है यारा मैं क्या करूं

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इंक़लाब न्यूज़ , मुंबई  ,  रोशन कुमार झा
दिनांक :- 01/10/2020 , तिथि :- वृहस्पतिवार
मधुबनी / बिहार

आज से 18 अक्टूबर तक परीक्षा स्नातक और स्नातकोत्तर के अंतिम वर्ष व अंतिम सेमेस्टर की ।

एक अक्टूबर बुधवार आज से पश्चिम बंगाल राज्य में स्नातक और स्नातकोत्तर के अंतिम वर्ष व अंतिम सेमेस्टर की परीक्षा की शुरुआत हुई है ,परीक्षा घर बैठे ओपन बुक प्रणाली ऑनलाइन के माध्यम से होगी , परीक्षा प्रणाली में कोरोना वायरस के कारण बदलाव की गई है , कलकत्ता विश्वविद्यालय के सभी महाविद्यालयों के स्नातक अंतिम वर्ष व अंतिम सेमेस्टर की परीक्षा की समय सीमा को घटाया गया है , दो घंटे पेपर के लिए और आधे घंटे में पेपर को अपने कॉलेज के अपने विभाग के ईमेल पर भेजना है, कलकत्ता विश्वविद्यालय के वेबसाइट cuug. in से प्रश्न पत्र डाउनलोड करने की व्यवस्था की गई  , शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी ने मंगलवार को कहा कि सीईएससी और डब्ल्यूबीएसईबी से कहा की परीक्षा के दौरान बिजली सेवा में कोई समस्या न हो इसके बारे में राज्य विद्युत मंत्री शोभनदेव चट्टोपाध्याय से बात किए ,

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नमन 🙏 :- कलम ✍️ बोलती है साहित्य समूह
विषय क्रमांक :- 210
तिथि :- 02/10/2020
दिवस :- शुक्रवार
विषय :-  कविता
विषय :- गाँधी जी की याद में
संचालक :- आ. दवीना अमर ठकराल  जी

जन्में भारत भूमि पर आश्विन सही ,
नहीं आषाढ़ में
लाल बहादुर शास्त्री,
गाँधी जी के याद में ,
आज लिखा हूं उन पर कविता ,
पता न क्या होगा बाद में,
सच में दम है बापू जी के हर
एक बात व गाँधीवाद में ।।

बात अब है न दूर की ,
पूजा होगा गाँधी और
लाल बहादुर की ।।

हम रोशन करेंगे आप करेंगे
अपने अपने घर में ।
पूजे जाएंगे गाँधी अब शहर में ।।
गाँधी , शास्त्री की छवि
लगे रहेंगे झोपड़ी और महल में ,
दूर नहीं वह दिन , आज और कल में ।।

✍️       रोशन कुमार झा
सुरेन्द्रनाथ इवनिंग कॉलेज, कोलकाता
ग्राम :- झोंझी , मधुबनी , बिहार,
मो :-6290640716

शीर्षक :-  जाना पहचाना, जानकर भी मारना बहाना !
राष्ट्रीय अग्रसर पत्रिका अंक -20, नाटक
लिखें रहें :- 02-10-2018 मंगलवार 22:10
कविता :-  8(001) , :- 8(01)
02/10/2019, बुधवार में कविता :- 13(76)
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भारतीय जनता पार्टी , बिहार प्रदेश आईटी व सोशल मीडिया सेल जिला मधुबनी के ट्विटर प्रभारी बनें गौतम भारद्वाज जी

इंक़लाब न्यूज़ , मुंबई  ,  रोशन कुमार झा
दिनांक :- 02/10/2020 , तिथि :- शुक्रवार
मधुबनी / बिहार

भारतीय जनता पार्टी , बिहार प्रदेश आईटी व सोशल मीडिया सेल जिला मधुबनी के ट्विटर प्रभारी बनें गौतम भारद्वाज जी
, ट्विटर प्रभारी बनने के बाद भारतीय जनता पार्टी , के जिला पदाधिकारियों एवं घर परिवार के लोग उन्हें ढ़ेर सारी शुभकामनाएं प्रदान किए, ट्विटर प्रभारी बनने के बाद भारद्वाज जी ने संकल्प लिया कि मैं निष्ठा पूर्वक मधुबनी जिला के ट्विटर प्रभारी पद पर रहकर जनसेवा करूंगा ।।

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कविता :- 17(42)

दिनांक :- 02/09/2020 , दिवस :- बुधवार
विधा :- आलेख
विषय :-
बापू हमारे बीच आज भी है ।

गुजरात के पोरबंदर में मोहनदास करमचन्द गाँधी जी का जन्म 2 अक्टूबर 1869 हुआ था। माँ पुतलीबाई और पिता करमचंद गाँधी के तीन बेटों में सबसे छोटे थे , जीवनसाथी कस्तूरबा गाँधी , बच्चें हरिलाल मोहनदास गाँधी , मणिलाल गाँधी, देवदास गाँधी ,  वकालत की पढ़ाई के बाद गाँधी जी  1893 में  दक्षिण अफ्रीका में वकालत करने चले गए , फिर देशसेवा करने आ गये । गाँधी जी एक , बैरिस्टर, पत्रकार,
 रचनाकार , दार्शनिक ,निबंधकार,  संस्मरण लेखक थे ,बापू तनु वक्ष स्थल से स्वेदेशी की सहयोगी थे , आधे धोती पहनना , आधे ओढ़ना , चरखा जैसी कुटीर उद्योग को बढ़ावा देना जैसे रूप गाँधी से ही देखने को मिलते है , बच्चों के प्यारें चाचा नेहरू है , स्वतंत्र भारत के प्रथम प्रधानमंत्री स्वर्गीय पंडित जवाहरलाल नेहरू जितना नहीं प्रसिद्ध हुए , उससे कहीं ज़्यादा गाँधी जी बिना कुछ पद लिए हर एक दिल में जगह बना लिए  , बिहार के चंपारण ज़िले में पहली बार भारत में उन्होंने सत्याग्रह का सफल प्रयोग किया था. इसी सब के साथ बापू हमारे बीच आज भी है, सबके साथ सबके हाथ नहीं समझें तो आईए , ज़िन्दगी जीने के लिए क्या क्या चाहिए , पता ही है रोटी , कपड़ा , मकान पर ये सब कहाँ से आएंगे , तो धन से यानि पैसों से अब आप समझ ही चुके होंगे गाँधी जी हैं सबके हाथ ,वे नहीं उनका छवि , इस कोरोना काल कोविड - 19 , में वर्णन किया है रोशन कवि , कुछ वर्षों बाद गाँधी जी की भी फल,  फूल, गंगा की निर्मल जल से पूजा होंगे , आदर्श राजन राम के रामराज्य के समर्थक बापू सच में पूजने योग्य है, तो चलिए हम गाँधी जी के जीवनी पर चलते हैं , भारत एवं
 भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के एक प्रमुख राजनैतिक एवं आध्यात्मिक नेता थे। वे सत्याग्रह व्यापक सविनय अवज्ञा के माध्यम से अत्याचार के प्रतिकार के अग्रणी नेता थे, उनकी इस अवधारणा की नींव सम्पूर्ण अहिंसा के सिद्धान्त पर रखी गयी थी, जिसने भारत को आज़ादी दिलाकर पूरी दुनिया में जनता के नागरिक अधिकारों एवं स्वतंत्रता के प्रति आन्दोलन के लिये प्रेरित किया। उन्हें दुनिया में आम जनता महात्मा गाँधी के नाम से जानती है। संस्कृत भाषा में महात्मा अथवा महान आत्मा, गाँधी को महात्मा के नाम से सबसे पहले राजवैद्य जीवराम कालिदास ने संबोधित किया था। एक अन्य मत के अनुसार स्वामी श्रद्धानन्द ने 1915 मे महात्मा की उपाधि दी थी, साहित्य जगत के , नोबेल पुरस्कार प्राप्तकर्ता गुरूदेव रवीन्द्र नाथ टैगोर जी ने महात्मा की उपाधि प्रदान किए , सुभाष चन्द्र बोस ने गांधी जी को राष्ट्रपिता कहकर सम्बोधित करते हुए आज़ाद हिन्द फौज़ के सैनिकों के लिये उनका आशीर्वाद और शुभकामनाएँ माँगें , हर वर्ष 2 अक्टूबर को उनका जन्मदिन भारत में गाँधी जयंती के रूप में और पूरे विश्व में अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर अहिंसा दिवस के नाम से मनाया जाता है। 30 जनवरी 1948 की शाम को नाथूराम गोडसे ने महात्मा गांधी की हत्या कर दी , बापू की पुण्यतिथि को हर साल शहीद दिवस के रूप में मनाया जाता है. गाँधी जी, राष्ट्रगुरु सुरेन्द्रनाथ , नेताजी सुभाष चन्द्र बोस, खुदीराम बोस , बाबा आम्बेडकर , राजेंद्र प्रसाद, डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन , चन्द्रशेखर आज़ाद, भगत सिंह , विनय , बादल , दिनेश , पण्डित ह्रदयनाथ कुजरू , लाल बहादुर शास्त्री, इंदिरा गाँधी, अटल , कलाम , प्रणव , योगी , मोदी , कोविंद जैसे देशभक्तों के योगदान को भारत माँ कभी नहीं भूला सकतें , जय हिन्द , जय भारत

परिचय -

अपना नाम :- रोशन कुमार झा
जन्म तिथि :- 13/06/1999, मोबाइल नम्बर :- 6290640716
पिता :- श्री श्रीष्टु झा ,  माता : - श्रीमती पूनम देवी
पता :- ग्राम :- झोंझी, मधुबनी, बिहार :- 847222
ईमेल :- Roshanjha9997@gmail. com.
वर्तमान पता :- 51/9 कुमार पाड़ा लेन लिलुआ हावड़ा कोलकाता, 711204
Roshan Kumar Jha , রোশন কুমার ঝা ,

कार्य :-
विगत तीन वर्षों से 11 व 12 वीं कक्षा के (विज्ञान व वाणिज्य के छात्र-छात्राओं को हिन्दी विषय व कला विभाग के समस्त 
विषयों को निःशुल्क पढ़ाते आ रहे हैं ,संग - संग 31 वीं बंगाल बटालियन एनसीसी फोर्ट विलियम कोलकाता-बी ,कम्पनी -5,
पंजीकृत संख्या - WB17SDA112047, विश्व साहित्य संस्थान के एक रचनाकार , सलकिया विक्रम विद्यालय , श्री हनुमान जुट मिल हिन्दी हाई स्कूल , हावड़ा हिन्दी हाई स्कूल , श्री नेहरू शिक्षा सदन , कलकत्ता विश्वविद्यालय , सुरेन्द्रनाथ इवनिंग कॉलेज, नरसिंहा दत्त कॉलेज सेंट जॉन एम्बुलेंस , ( प्राथमिक उपचार ), द भारत स्काउट और गाइड ,पूर्व रेलवे हावड़ा जिला वेरियांग स्काउट और गुलमर्ग गाइड बामनगाछी समूह , रामकृष्ण महाविद्यालय मधुबनी राष्ट्रीय सेवा योजना ,ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय दरभंगा , महिला सुरक्षा संगठन बंगाल, बिहार युवा विकास मंच मधुबनी जिला उप मीडिया प्रभारी, ब्रिगेड ऑफ एक्स कैडेट्स , ( बीओसी ) पश्चिम बंगाल और सिक्किम, कोलकाता एन.एन.बी एंड जी .एस संस्था राष्ट्रीय अध्यक्ष, इंक़लाब न्यूज़ मुंबई, पश्चिम बंगाल राज्य स्तरीय पत्रकार ।

प्रकाशित रचनाएँ :- कविताएँ,नाटक,संस्मरण,हाइकु,ग़ज़ल, आलेख, लघुकथा , कहानी , गीत,यात्रा वृत्तांत आदि ,विभिन्न पत्र पत्रिका, में  हिन्दी, अंग्रेजी, बंगाली, भोजपुरी, मैथिली भाषा  में प्रकाशित ।

विश्व साहित्य संस्थान ,
दिनांक :- 01/10/2020 , दिवस :- वृहस्पतिवार
_________________________________

राष्ट्रीय अग्रसर पत्रिका अंक :- 20 के लिए
                       नाटक :-

शीर्षक :-  जाना पहचाना, जानकर भी मारना बहाना !
प्रस्तुत :- ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के
रामकृष्ण महाविद्यालय राष्ट्रीय सेवा योजना से आयोजित
2.0 स्वच्छ भारत समर इंटर्शिप कैम्प शिविर 2019 कार्यक्रम में प्रधानाध्यापक डॉ अनिल कुमार मंडल जी, एन.एस.एस यूनिट -1 के कार्यक्रम अधिकारी डॉ अशोक कुमार सर जी,
एनएसएस कार्यक्रम अधिकारी सह 34 वीं बिहार बटालियन एनसीसी के ए.एन. ओ साहब सर डॉ राहुल मनहर जी के सहयोग से कैवल्य ग्रुप से 09 अगस्त 2019 शुक्रवार 12:30 को प्रस्तुत किया गया रहा ।

प्रस्तुत स्थल :- लालू टोला प्राथमिक विद्यालय जगतपुर, मधुबनी बिहार
लिखें रहें :- 02-10-2018 मंगलवार 22:10
दिनांक :- 09-08-2019 शुक्रवार 12:30

    ° पात्र :-

(1) लड़का :- रमेश (राम )
( जगमोहना का लड़का लालमोहना )

(2) लड़की :- ( पूजा ग्रुप लीडर )
( नागेन्द्र महिन्द्र घोष की बेटी )

(3) दुकानदार (दही लेने वाला ) :- अमित

(4) पुलिस :- ( रोशन )
( खुदरा जिला हॉलसेलर थाना से )

(5) लड़का :- ( पूजा व अंकिता ) पर यहां का पात्र
लड़की की !

( उदनमा के बेटा रजनमा ) पुलिस के साथ आयेगा !

(6) कहने वाले :- प्रीती

(7) गाना गाने वाले :-  ज्योती

          नाटक आरम्भ :-

(1) लड़का :- (जगमोहन का लड़का लालमोहना,
राम का प्रवेश :-
ओई सुन इधर तू किसकी बेटी है  ? कहां से आयी है !

(2) लड़की :- (नागेन्द्र महिन्द्र घोष की बेटी पूजा
ग्रुप लीडर की प्रवेश ) :-
:- मैं यही की बेटी हूं, नागेन्द्र महिन्द्र घोष की तुम्हारे पिता
की दोस्त की !

(3) लड़का :- तो क्या ? हुआ , कहां जा रही हो ?

(4) लड़की :- तुम्हें कोई मतलब ? !

(5) लड़का :- मतलब , तू मतलब कहती हो ,अब ?
कहती हो तुम्हारे पिता के दोस्त की बेटी हूं, फिर इस
तरह का सवाल !

(6) लड़की :- हां. हां अंक्ल कहा करते थे , तुम्हारे बारे में
तुम दही चोर हो ,! छी छी छी ...

(7) लड़का :- ( उऊ उऊ उऊ ) का बोली दही ,
दही नहीं ले बही !

(8) लड़की :- का बही गंगा की यमुना !

(9) लड़का :- अरे ! बही खाता,खाता !.

(10) लड़की :- वही तो मैं भी कहती , कि तू दही
चुरा कर खाता !

(11) लड़का :- खाता यानि कॉपी रे ! कॉपी !

(12) लड़की :- कॉफी पीने के लिए दही बेचता, आ
जाना मेरे घर पिला दूंगी कॉफी !

(13) लड़का :- लिखने वाला कॉपी

(14) लड़की :- ओ दही जो बेचता है वह लिखता है
काफी में  क्या ?

(15) लड़का :- हां जा जा जा .. कहीं जा रही थी न

(16) लड़की :- हां जा तो रहीं थी !

( लड़की के सामने दही लेने वाले दुकानदार का प्रवेश )
अमित का प्रवेश !

(17) दुकानदार :- अरे ! बबुआ दही कहां है , आज बड़का
पार्टी मिला है ! तौल - तौल जल्दी
( दो सेकंड बाद )
जा बर्तन ही नहीं लाया, ले बाबा ले बाबा , आज
की लक्ष्मी चला गया लें !

(18) लड़का :- दुकानदार को संकेत करते हुए, कौन है
तू ? ( हाथ घुमायेंगा )

(19) दुकानदार :- अरे ! जगमोहना का बेटा हम तेरा
पार्टी पहचाना, अरे भाग भाग उदनमा का बेटा रजनमा
पुलिस को लेकर आ रहा है ! देख ले देख ....

( तभी ही पुलिस का प्रवेश होगा साथ में गांव
का लड़का भी रहेगा ! )
रोशन, पूजा व अंकिता का प्रवेश : -

(20) गांव का लड़का (रजनवा ) :- अंकिता :-
पुलिस से कहेंगे :- साहब-साहब वही दोनों मिलकर
दही बेचता है,देखिये भाग रहा है !

(21) पुलिस :- रोशन :-
रूक ले हमें दही लेना है , खुदरा जिला हॉलसेलर थाना
से आया हूं ! जगमोहना का लालमोहना बेटा कौन हैं !

(22) दुकानदार और लड़का :- (दोनों कहेगा ):-
हम है, हम है ,हम दोनों हैं, बोलिए सर कितना किलो
लीजिएगा !

(23) पुलिस :- कितना करके के.जी है !

(25) दुकानदार :- साहब ये क्या कह रहे हैं ,के.जी, एल.
के.जी ( Kg,Lkg ) तो स्कूल में होते हैं ! हमलोग पव्वा,
सेर, किलो करके बेचते हैं ! एक किलो दो रुपया !

(25) पुलिस :- जानते ही हो हम हॉलसेलर थाना से
आये हुए है, तो खुदरा थोड़ी लूंगा ! एक क्विंटल दे दो !

(26) दुकानदार :- मतलब ?

तभी ही लड़की पूजा आकर कहेंगी :-

(27) लड़की :- साहब बोल रहे हैं सौ किलो !

(28) दुकानदार :- क्या छः किलो ?

(29) पुलिस :- नहीं एक सौ किलो चाहिए !

(30) दुकानदार :- ठीक है सर दें रहें हैं ,दे रहे है,
( हाथ हिलाकर कहेगा ):-
सौ को दो से भाग करके थोड़ा मेरा हिसाब कर
दीजिए !         (100÷ 2=50)

(31) पुलिस :- ओय (धीरे से कहेगा )
हां दो से डिवाइड करके पचास रुपये हुए
( जोर से कहेगा )

(32) दुकानदार :-
साहब डिवाइड नहीं भाग करके बताइये !

(33) पुलिस :- अरे भाग करके ही पचास रुपये हुए !

(34) दुकानदार :- भूल हो गया , सर माफ़ कर दीजिए
, दही सौ किलो हुआ ना, दो से गुणा कर दीजिए !
(100×2=200 )

(35) पुलिस :- हां दो सौ रुपये हुए
( पेंट का पॉकेट से पैसा  हाथ से निकालते हुए कहेगा )
ये लो .... ये लो .....

दुकानदार को पैसा देते ही  अंत में सभी गाना गायेंगे !
यहां प्रीती गायी :-

जाना-पहचाना ,
है फर्ज निभाना .....
ईमानदारी की ज़माना , थोड़ा बहाना ,
कड़ी मेहनत से कमाना और दुनिया हंसाना ....
दुनिया हंसाना ... दुनिया हंसाना .... अअ ...

# गाना के बाद कोई एक जन शायरी सुनायेंगे !:-
जैसे यहां पर ज्योती सुनाई !:-

शायरी, नाटक, कहानी, व्यंग्य, कविता की है स्वर ,
सूर्य की रोशन , चांद, सितारे रहेंगे, क्या आप लोग
फिर से मिलियेंगा कल !

यह मेरी नहीं , है जग की शोर ,
आभारी हूं आप लोगों का इतना वक्त दिये हमें नाटक
प्रस्तुत करने में
तन-मन से दिया हूं हाथ जोड़ ... 🙏🙏🙏🙏🙏
तन-मन से दिया हूं हाथ जोड़ .....!

                   समाप्त।          धन्यवाद ! 💐🙏

✍️ रोशन कुमार झा

[06/08, 12:52] R: नमन 🙏 :- राष्ट्रीय अग्रसर पत्रिका
अंक - 19 के लिए रचना :-
विधा :- यात्रा वृत्तांत

-: जनेऊ के बाद का मेरा वह यात्रा । :-

जनेऊ के बाद का मेरा वह यात्रा, क्या कहूं जनेऊ के बाद कलकत्ता तो आना ही रहा, आये और इस तरह आये कि पूछो मत , ट्रेन में इतना भीड़ की एक बार बैठने के बाद, उठना तो दूर की बात, झुकना भी मुश्किल रहा, आख़िर क्यों , इतना भीड़ अब पता चला कि कोरोना के कारण ,पर उस समय घोषणा हुआ रहा कि आज के बाद जयनगर से कोलकाता जाने की ट्रेन कुछ दिनों के लिए रद्द रहेगी, जिसका कारण यह बताया गया रहा कि बरौनी पास राष्ट्र कवि रामधारी सिंह दिनकर जी के ग्राम सिमरिया घाट पर बनी हुई राजेन्द्र पुल की  मरम्मत होगी, जिसके कारण न ही कलकत्ता से कोई ट्रेन आयेंगी ,और न ही उत्तर बिहार से कोई ट्रेन कोलकाता जायेगी, इसी कारण हम भी जल्दीबाजी में चल पड़े, हां और उसी दिन से कोलकाता से ट्रेन भी आना बंद हो गया रहा, शायद इसका यह कारण रहा होगा कि ट्रेन पूर्व रेलवे की होगी वह अपना अप डाउन दोनों मंगवाना चाहते होंगे, ये जानकारी हम रोशन को ईस्टर्न रेलवे स्काउट के सदस्य होने के कारण रहा , जो भी पर ऐसा यात्रा आज तक हम नहीं किये रहें, शाय़द ट्रेन को भी अपना भूमि से जाने का मन नहीं रहा होगा, बार-बार रुकती ही रही ,जो सिमरिया पुल रात को दस बजे पार करती लेती रही ,पर आज वह एक बजे पुल ही पार की. मतलब तीन घण्टे की देरी से चल रही थी, और देरी पर से देरी होती गई , पहले जो हावड़ा लोग सुबह आठ बजे पहुंच जाते रहे, सो आज उन्नीस मार्च के दोपहर के एक बजे पहुंचे ।

✍️ रोशन कुमार झा
सुरेन्द्रनाथ इवनिंग कॉलेज कोलकाता

उत्पत्ति !
********

---- गिरीश इन्द्र,कोठिया , आजमगढ़, ऊ ०प्र०-
उक्त रचना नितान्त मौलिक और अप्रकाशित है।

जन्मदिन की ढेर सारी शुभकामनाएं पत्रकार जी और हिंदी कवि आप लोगों की वजह से ही हमारी हिंदी भाषा की भविष्य उज्जवल है 🙏🙏

+91 70614 10453 पूजा :-

[01/10, 00:01] Babu: दीपक मे अगर नूर ना होता ,
तन्हा दिल इतना मजबूर ना होता,
हम आपको खुद birthday विश करने आते, अगर आपका आशियाना इतनी दूर ना होता Happy birthday to the love of my life.
[01/10, 00:02] R: वाह जान
[01/10, 00:11] R: Thank you jaan

[01/10, 00:23] Rani New: Happy Birthday bhiya🥳🥳
[01/10, 00:23] Rani New: God bless you😇😇
[01/10, 00:24] R: Thank you
[01/10, 00:24] R: Happy Birthday Rani
[01/10, 00:25] R: आपकी जन्मदिन की ढेरों सारी शुभकामनाएं 💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐
[01/10, 00:34] Rani New: Thanks bhiay😇
[01/10, 00:34] R: स्वागतम् 🙏💐
Happy Birthday Rani my student and sister

पश्चिम बंगाल पूर्व राज्यपाल आ. केसरी नाथ त्रिपाठी जी से सम्मानित खुशी बहन धन्यवाद , +91 98313 29743

आदित्य लोटा +917042038514
रंगोली मोल पास खिलौना फैक्टरी में काम 7278787205
बिट्टू भईया, शर्मा जी ,
77/R mirpara road ashirbad bawan Liluah Howrah West Bengal
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https://youtu.be/GaaINkY7ef4
http://roshanjha9997.blogspot.com/2020/09/1771.html



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