कविता :- 17(54) , हिन्दी

रोशन कुमार झा

कविता :- 17(54)
नमन 🙏 :- साहित्य संगम संस्थान
तिथि :- 14/09/2020
दिवस :- सोमवार
विषय :-  हिन्दी दिवस
विधा :-  कविता
प्रदाता :- आ. मिथिलेश सिंह मिलिंद जी
विषय प्रवर्तन :- आ. ऋतु गुलाटी  जी

जीवन में कुछ न कुछ करने की चाह हरदम है ,
कविता , कहानी, दोहा अन्य विधा,
पढ़ना -लिखना ही हमारा दम है  ।।
कहीं खुशी कहीं ग़म है ,
पहले हिन्दी तब हम है ।।

हिन्दी में ही हमारा जान है ,
पहले हिन्दी , तब हमें अन्य भाषा की ज्ञान है ।।
सच में हमारा प्यारा भाषा हिन्दी महान है ,
हिन्दी से हिन्दी की सेवा करने पर ही हमारा ध्यान है ।।

आज हिंदी दिवस,
हिन्दी , विश्व भाषा की शान है ,
हिन्दुस्तान की पहचान है ।
हिन्दी से ही हम रोशन का सम्मान है ,
धर्म-कर्म, पूजा पाठ करना सिखाया ,
सच में हिन्दी भाषा  हमारा भगवान है ।।

✍️       रोशन कुमार झा
सुरेन्द्रनाथ इवनिंग कॉलेज, कोलकाता
ग्राम :- झोंझी , मधुबनी , बिहार,
मो :-6290640716
आज सोमवार , कविता :- 17(54) , 14/09/2020

*विशेष सूचना*
कोरोना महामारी पर दोहा प्रतियोगिता के लिए दोहा -
________________________
दिनांक :- 20/08/2020
दिवस :- वृहस्पतिवार
विषय-कोरोना महामारी

-----------------------( 01 ) ------------------------
जय कोरोना जब तोहर वृहान में जन्म खून जागल ,
जय दो हजार बीस , उन्नीस के असर बीस में लागल !
-----------------------( 02 ) ------------------------
बंद है भारत दुनिया के साथ तो क्या हुआ
तू कोरोना महान नहीं ,
कष्ट दूर करेंगे प्रभु , तू क्या समझा हम मानव के
लिए भगवान नहीं ।।
-----------------------( 03 ) ------------------------
मिलकर लड़ना है कोरोना से , लगाव न हमें सोना से ।
जादू न टोना से ,भगाना है कोरोना को कोना कोना से ।
-----------------------( 04 ) ------------------------
इस कोरोना काल में भारत में हुआ यह रूप ज़ारी ,
करो तो करो नौकरी सरकारी या बेचों तरकारी ,
-----------------------( 05 ) ------------------------
कोरोना भगाने में असफल रहा कला और विज्ञान ,
तब हम निर्धन रोशन का पुकार सुनिए भगवान !
आइए आप ही पवनपुत्र वीर हनुमान ,
और तोड़िए ये दुष्ट कोरोना की गुमान !!
-----------------------( 06 ) ------------------------
कर लिया है कोरोना भंयकर रूप धारण ,
तंग हूं हम जनता, कोरोना के कारण !
मर रहें हैं हम रोशन ... और लोग साधारण ,
कब तक करते रहूं  बिना कमाई का पेट पालन !!
-----------------------( 07 ) ------------------------
विनती कर रहा हूं मैं अपने मुल्क भारत के
130 करोड़ लोग से ,
कोरोना को मार भगाना है,  भगाऊंगा आप
लोगों की सहयोग से !!
-----------------------( 08 ) ------------------------
कोरोना तेरे कारण खुला हुआ बाज़ार
और दुकान नहीं ,
तू कोरोना जायेगा, तुम से डरने वाला
हमारा हिन्दुस्तान नहीं ।।
-----------------------( 09 ) ------------------------
चीन की चालाकी का चक्कर है ,
आज हमारा कोरोना से टक्कर है ‌।।
-----------------------( 10 ) ------------------------
चलें समाचार सुनने प्रधानमंत्री मोदी जी न्यूज़
पर अमेरिका रसिया,
कोरोना तो हर कहीं हो चुके है बसिया !!
-----------------------( 11 ) ------------------------
माक्स लगाकर घर से निकालें सब अपना वेश ,
बढ़े हमारी आमदनी और हो ये कोरोना का शेष ।।
-----------------------( 12 ) ------------------------
कोरोना काल में ही सही अयोध्या में
राम लला मंदिर की हुई भूमि पूजन ,
घर में ही फल फूल,  निर्मल जल से
पूजा करकें किये है लोग भजन ।।
-----------------------( 13) ------------------------
जय-जय कोरोना तू हो कसाई ,
लाट मार कर अब विश्व तुम्हें भगाई !!
-----------------------( 14 ) ------------------------
प्रेम है , अभिमान नहीं ,व्यर्थ हमारा ज्ञान नहीं ।
तू जायेगा कोरोना , मानव जाति अज्ञान नहीं । ।
-----------------------( 15 ) ------------------------
बनाकर रखों घर द्वार बाड़ी , तब
कभी न रहेगी ये हाथ खाली ।
ये सब न तो सुनोगे  गाली , यही
बताने आया ये कोरोना महामारी ।।
-----------------------( 16 )  ------------------------
महाराष्ट्र से जाना रहा अपना घर मध्य प्रदेश ,
औरंगाबाद जाते-जाते सोलह तो हो गये शेष !!
-----------------------( 17 )  ------------------------                         
सड़क मार्ग से जाते तो पुलिस, रेलवे स्टेशन पर रूकते तो
आर .पी , एफ मारते डंडा लेते पैसा ,
कोरोना से बचे ,भूख से बचे, पर मौत से बचा न पाये
प्रभु!, लीला है आपका कैसा !!
-----------------------( 18 )  ------------------------
दुष्ट कोरोना अब जल्दी निकट न आवे ,
कब ? जब भारत अपना लांकडाउन हटावे !
-----------------------( 19 )  ------------------------
प्रभु आप सदा गुरु , हम रोशन कुमार आपका हूं चेला ,
कोरोना को दूर कीजो नाथ,यही है ह्रदय से विनती मेरा !
-----------------------( 20 )  ------------------------
कोरोना से हुआ है, भारत का ही नहीं
बल्कि हुआ है दुनिया की सत्यानाश ,
प्रिय-प्रियतम के बिना बाग़ सुना है, लग
ही नहीं रहा है कि अभी है वैशाख की मास ।।

✍️       रोशन कुमार झा
सुरेन्द्रनाथ इवनिंग कॉलेज , कोलकाता 
ग्राम :- झोंझी , मधुबनी , बिहार
मो :- 6290640716, कविता :- 17(29)

2 कम से कम 20 दोहे
3 भेजने की अंतिम तारीख 28 अगस्त
4 वाट्सअप नंबर 9414510329 पर भेजे ।
5 सितम्बर 14 हिंदी दिवस पर विशेष सम्मान पत्र से सम्मानित ।
[20/08, 21:53] दोहा: बहुत ही अच्छे दोहे ।आपका स्वागत है जी ।
[20/08, 22:00] R: धन्यवाद सादर प्रणाम 🙏 सह सादर आभार 🙏💐

आज सोमवार , कविता :- 17(47) , 07/09/2020
कविता :- 9(19) हिन्दी :-19 Bn Ncc
कविता :-14(61) :-3 Bn Ncc
28-11-2018 बुधवार 00:19 (Intex)
10-05-2020 रविवार कविता :-16(27)

नमन 🙏 :- राष्ट्रीय अग्रसर पत्रिका, अंक -24 के लिए रचना --

कविता ------

-: 19 वीं बंगाल बटालियन सी.ए. टी. सी-15 की रचना !:-

मैं 31 एकतीसवीं बंगाल बटालियन एनसीसी कैडेट
रोशन कुमार झा किया टुकबन्दी भरी रचना ,
इसमें है उन्नीसवीं बंगाल बटालियन एन.सी.सी कैम्प
सी.ए. टी. सी-15 पन्द्रह में उपस्थित साहबों की संरचना !!

तो सुनिये ध्यान से ,
ज़िन्दगी है , संघर्ष करना सीखिये कला और विज्ञान से !!

गुरुजनों का नाम ले रहा हूं, छुटेंगी नहीं पाप कभी ,
कृपया ग़लती माफ़ कर दीजियेगा आप सभी !!

हंसाने-मुस्कुराने के लिए करते विभिन्न प्रकार के आईटिंग ,
वह है अपना मेहनती साहब कर्नल टी.के.सिंह !
है इनके पास बेहतर ज्ञान ,
कुछ बातों से एक नई राह दिखा दिये, सचमुच साहब
है आधुनिक भगवान !!

चलने नहीं देती किसी की मर्जी ,
हर पल,हर राहों पर सही की साथ देती अपना लेफ्टिनेंट
कर्नल मैडम (तनु श्री) टी बनर्जी !!

मस्त है अपना साहब (BHM) आर.बी. थापा सर जी ,
सभी के साथ समान व्यवहार करते,चाहे किसान हो या दर्जी !!

धीर-वीर गम्भीर तरीकों से करते समस्या हल ,
वह साहब जी है ,नरद मनी राय , सूबेदार मेजर (SM) !!

ना घोड़ा ,न गाड़ी, ना चाहिए कार ,
साहब जैसे मज़ाकी मिले नहीं, घूम लिये सारे बाज़ार !!

मस्त है अपना साहब सेना पुलिस सतीश कुमार ,
उत्तर इनके मुंह पर है, चाहे पूछो कहीं से सवाल !!

हंसाने-मुस्कुराने के लिए लेते मस्त उदाहरण ,
कभी राम बनते तो कभी बन जाते करण !!

हंसाते-हंसाते दे देते सज़ा ,
साहब के बातों में तो है एक अलग ही मज़ा !!

लम्बी चेहरा, मुस्कुराता हुआ गाल ,
वह है अपना साहब सेना पुलिस मोहना कुमार !!

उपचार के बारे में सही तरीकों से समझाये आर्मी
मेडिकल कोर के साहब एस.के.वर्मा ,
इन्होंने सीखाए किसी के उपचार धीर-वीर गम्भीर तरीकों
से करना, जैसे होते सूर्य,चन्द्रमा की परिक्रमा !!

कैम्प के दौरान हुआ हमें जबरदस्त नफ़ा ,
उस लाभदायक स्थल पर ले जाने में तन-मन से
साथ दिये साहब सी.बी.थप्पा !!

हंसके मुस्कुरा के ,
लिखने के लिए बार-बार प्रेरित किये बेण्ड
जैसी सज़ा दिखा के !!

हूं हिन्दुस्तान की संतान, भारत मेरी माई ,
देखें हो आप लोग नहीं न ,तो सुन लो बड़े सज्जन है साहब
सी.के .भाई !!

पीटी ड्रिल में ज़बरदस्त दिखाये आईटिंग ,
वह दिखाने वाले साहब रहे शिवाजी सिंह !!

बताने जा रहा हूं अब ,एस. एन.बोके साहब जी की वाणी ,
कभी तेज आवाज में तो कभी शांत होकर मस्त ज़बरदस्त
बताते है कहानी !!

मस्त है अपना साहब डी. बी.गुरूंग ,
इनके हर एक बात को गुलाब की तरह सूंघ !!

बनना सुगंध भरी फूल ,
हर राहों में साथ देने के लिए तैयार है साहब हवलदार
धन बहादुर !!

ज़िन्दगी में जो करना लेकर वफ़ा ,
इसके समर्थक हैं अपना साहब तेज बहादुर थप्पा !

मस्त है अपना हंसता मुस्कुराता हुआ
साहब डेन बदर मगर,
इनके जैसा कहीं नहीं मिलेंगे, घूम लो दिल्ली, मुम्बई,
कलकत्ता नगर !!

सुन ले ध्यान से, जो भी करना है खुद कर लें ,
इसके समर्थक हैं अपना साहब वीर बहादुर गले !!

साहब आनंद सर सभी को सही समय पर खिलाये खाना ,
सही तरीकों से एकत्रा -अनुशासन के पाठ ,साहब डी.बी .राना !!

एकता अनुशासन में रहकर, कैम्प के दौरान सीख लिए
आदर्श जिन्दगी जीने का ढंग ,
सीखाने वाले साहब रहे ,मंजन तमंग !!

ए. एन. ओ. साहब सुमतरा मित्रा है मस्त ,
दो-चार ही क्लास करवाये , समझाने का सुझाव है
इनका ज़बरदस्त !!

बीता दिये शांत, प्रशांत कैडेट कल्याण से कैम्प के सारे दिन ,
मस्त, ज़बरदस्त व्यवहार किये, कैम्प सीनियर स्वरूप,प्रिंस
,आदि रथीन !!

आभारी हूं तन-मन-धन से शिविर यानि कैम्प में साथ
दिये कैडेट्स, सीनियर, और भी साहब ,
चलो टुकबंदी कविता खत्म करते हैं अब !

✍️   रोशन कुमार झा
31 वीं बंगाल बटालियन एनसीसी फोर्ट विलियम कोलकाता-बी , कम्पनी - पांचवीं , नरसिंह दत्त कॉलेज , पंजीकृत संख्या :- WB17SDA112047
पश्चिम बंगाल और सिक्किम, निदेशालय
Roshan Kumar Jha , রোশন কুমার ঝা ,

आज कविता :- 17(54) , सोमवार , 14/09/2020

########## कविता :- 14(61) हिन्दी ######
कविता :- हिन्दी  ✍️ रोशन कुमार झा 🇮🇳

कविता :- हिन्दी  ✍️ रोशन कुमार झा 🇮🇳
नमन 🙏 :- राष्ट्रीय अग्रसर पत्रिका, अंक -25 , के लिए रचना --

कविता ------

-: 3 तीसरी वीं बंगाल बटालियन एनसीसी के सी.ए.टी.सी
( CATC ) ( KB-14 ) के.बी - चौदहवीं !:-

मैं  31 एकतीसवीं बंगाल बटालियन एनसीसी के कैडेट
रोशन कुमार झा किया हूं खुद से एक कविता का निर्माण ,
इसमें है 3 तीसरी वीं बंगाल बटालियन एनसीसी के सी.ए.टी.सी ( CATC ) ( KB-14 ) के.बी - चौदहवीं
कैम्प में हुए कार्यक्रम के बखान !!

3 तीसरी वीं बंगाल बटालियन एनसीसी के सी.ए.टी.सी
( CATC ) ( KB-14 ) के.बी - चौदहवीं कैम्प शिविर
मनाने के लिए सैनिक जैसे किये है रिषड़ा विद्यापीठ में वास ,
खुश नसीब हूं, हम सभी कैडेट्स जो कि हम सभी से
मिलने व देखने आये है ( Kol-B) कोल-बी ग्रुप कमांडर
सेना मेडल बिग्रेडियर महाशय शांतनु दास !!

हम सभी कैडेट्स ओपनिंग एड्रेस के दौरान पूजा पाठ
एकत्रा अनुशासन के साथ जाने जिन्दगी जीने की
इरादा और तौर तरीका ,
वह 3 तीसरी वीं बंगाल बटालियन एनसीसी के महाशय
कर्नल गोपेन्द्र सिंह पीयाम जी से सीखा !!
फिर क्या दिल और दिमाग़ पर लिखा ,
कहें मैं रोशन मैं तो जगा ही हूं कुछ बनना है,आप लोगों
भी कुछ बनने के लिए जगा कर दिखा !!

जैसे बढ़ते हैं रेल ,उसी तरह बढ़ाते रहो अपनी
कला और विचार ,
बार-बार प्रेरित करते रहे, हम सभी कैडेट्स के प्यारे
साहब ए.तरफदार !!

जम्मू से कन्याकुमारी , कोलकाता, दिल्ली, हिन्दुस्तान
के हर स्थान की अलग ही है कुछ खास सुगंध ,
अपने में हंसते मुस्कुराते रहते हैं साहब सूबेदार
मेजर प्रकाश चन्द्र !!

धन रहेगा ,भरा रहेगा जेब ,
एकत्रा अनुशासन के रास्ते पर चलने को संबोधित किये
(BHM) बी.एच.एम साहब देव !!

बड़े मस्त तरीकों से समझाये क्या होता प्वाइंट (टु टु )
.22 हथियार ,
वह समझाने वाले रहें पंजाब रेजिमेंट के
साहब सतीश कुमार !!

थोड़ा हंस भी लिया करो कहते रहे बार-बार ,
हम कैडेट्स हंसते गये , और हंसाते रहे साहब मुकेश कुमार !!

हम तो हंसे ही , पर हंस दिया दिल ,
वह हंसाने वाले साहब रहे पी.एस.गिर !!

श्री सत्य साईं सेवा ओरगनाइजेंशन हुगली डिसेटर मैनेजमेंट
आवरनेस प्रोग्राम से सीख लिए प्रकृति आपदा में भी जीना ,
इन संस्था को बुलाये  ए.एन.ओ (ANO) साहब कैप्टन
सुनिल कुमार सिंह किये सुपरमैन की तरह हरकत, इन्हें
क्या दूं दक्षिणा !!

कैम्प के दौरान बनें संतरी आया हम सभी
कैडेट्सो में बदलाव ,
तन-मन से साथ निभाये सारे पी.आ.स्टाफ (P.I.Stap )
और (ANO) ए.एन.ओ साहब सकेण्ड आफिसर
विकाश साव !!

साहब बी.एच.राव, और साहब राजीव जी किसी के
शिकायत किसी से न भला बुरा बोला ,
अपने में मस्त रहे क्षत्रश्राल के (ANO) ए.एन.ओ
साहब रहुमततुल्ला मौला !!

मस्त तरीकों से (Drill) ड्रिल करवाये सावधान विश्राम ,
साहब नागेन्द्र सिंह है उन महाशय का नाम !!

(Drill) ड्रिल कवायद करवाने के लिए किये एक से
एक हिट आईटिंग ,
वह करवाने वाले मस्तमौला साहब रहे और है साहब
जगवीर व रंजित सिंह !!

जो हमारे अंदर डर भय काल है ,
इसके समर्थक सबके प्यारे साहब संजय कुमार है !!

राज्य के राजन की तरह बुलंदी पर चलते गया आवाज ,
ले जाने में साथ निभाये साहब तिलक राज !!

कैम्प के दौरान तनु वक्ष स्थल से जब हुए बीमार ,
हंसते मुस्कुराते किये निर्मल जल से तभी उपचार !
बाँटे हम सभी कैडेट्सो में फूल की तरह खुशियां और प्यार ,
वह रहे आर्मी मेडिकल कॉर्प्स (AMC) Army Medical
Corps के नौजवान साहब रवि कुमार !!

एस .डब्लु (SW) जे.डब्लु (JW) के साथ हमेशा रही खड़ी ,
राहुल, अरुण,शनि किसी ग्रह से न डरी !
अति सुन्दर व्यवहार की ए.एन.ओ (ANO) मैडम
आरती चौधरी !!

संस्कृति कार्यक्रम के दौरान हम सभी कैडेट्स बहुत खुश हूं
इस पल व आज ,
खूब सुन्दर व्यवहार किये एस.डब्लु (SW) जे.डब्लु (JW)
की सीनियर रानी व कैम्प सीनियर मनोहर व मीराज !!

खेलवाये मधु सर बैंडमिंटन किये फायरिंग, पिट्टी व्यायाम ,
कैम्प के दौरान खूब बढ़िया से खिलाये पीलाये
जसवीर व लकवीन्द्र साहब सुबह शाम !!

देखते रहे नेम प्लेट व पूछते रहे साहबों से नाम ,
(Drill) ड्रिल कवायद कक्षा क्लास के आलावा रचना रहा
कविता वह भी रहा मेरा एक काम !!

तब पाप तो लगेंगे ही कुछ साहबों के नाम छुटे है, और
लिए है इस कविता में गुरु जनों के डरते-डरते नाम,
हर रास्ते खुल जाते जब होते गुरु के कृपा तो उन चरणों में
हम करते हैं सादर प्रणाम !

हम सब एक हैं ! एक ही यीशु, एक ही खुदा, और एक
ही है गुरु गोविंद पिता राम ,
चलो अब करते हैं ये कविता 3 तीसरी वीं बंगाल बटालियन एनसीसी के सी.ए.टी.सी (CATC) (KB-14) के.बी-
चौदहवीं कैम्प पर लिखी हुई टुकबंदी कविता तमाम !!

✍️   रोशन कुमार झा
31 वीं बंगाल बटालियन एनसीसी फोर्ट विलियम कोलकाता-बी , कम्पनी - पांचवीं , नरसिंह दत्त कॉलेज , पंजीकृत संख्या :- WB17SDA112047
पश्चिम बंगाल और सिक्किम, निदेशालय
14-12-2019 शनिवार 00:01 , कविता :- 14(61)
आज सोमवार, 14/09/2020, कविता :- 17(54)
हिन्दी दिवस
77/R mirpara road ashirbad bawan Liluah,
खिलौना फैक्टरी रंगोली मोल पास काम में

http://roshanjha9997.blogspot.com/2020/08/1729.html
http://roshanjha9997.blogspot.com/2020/09/1754.html
http://roshanjha9997.blogspot.com/2020/09/1753.html
https://khabarliveindia.com/under-the-auspices-of-inquilab-online-magazine-the-kavya-kranti-samman-ceremony-was-celebrated-with-great-pomp/
http://boltikhabrenews.com/?p=13492

[14/09, 07:15] R: शुभ प्रभात गुरु जी 🙏💐💐💐💐💐
[14/09, 07:17] sagar2: https://khabarliveindia.com/under-the-auspices-of-inquilab-online-magazine-the-kavya-kranti-samman-ceremony-was-celebrated-with-great-pomp/
[14/09, 07:19] R: मस्त गुरु जी, धन्यवाद सह सादर आभार 🙏💐, +91 98192 73616
[14/09, 07:27] sagar2: मुम्बई - इंक़लाब ऑनलाइन पत्रिका के तत्वावधान में काव्य क्रांति सम्मान समारोह सम्पन्न http://boltikhabrenews.com/?p=13492
[14/09, 07:30] R: वाह वाह
[14/09, 21:50] R: पूजा गुप्ता जी की
[14/09, 21:50] R: शुल्क
[14/09, 21:50] sagar2: इंक़लाब को वापस कर लाया हूँ
[14/09, 21:51] R: ढ़ेरों सारी शुभकामनाएं 💐💐💐💐💐💐 आपकी परिश्रम को नमन 🙏
[14/09, 21:51] R: बहुत सुंदर
[14/09, 21:56] sagar2: अब आप सारी न्यूज़ इंक़लाब न्यूज़ पोर्टल पर ही डाला करें
[14/09, 21:56] sagar2: इंक़लाब ऑनलाइन पत्रिका अब पत्रिका ही रहेगी
[14/09, 21:57] R: ठीक है
[14/09, 21:57] R: बहुत अच्छा
[14/09, 21:57] R: कदम
[14/09, 21:58] sagar2: क्योंकि आईडी पर पीछे
.com का पता है
[14/09, 21:58] sagar2: इसलिए उसे न्यूज़ को ही समर्पित कर दिया
[14/09, 21:58] R: ओह
[14/09, 21:59] R: ठीक है
[14/09, 21:59] sagar2: हमारा 8335 रुपए का नुकसान हुआ
[14/09, 21:59] sagar2: पर कोई बात नहीं
[14/09, 21:59] R: बाप रे
[14/09, 21:59] R: ये सब कैसे हुआ
[14/09, 22:00] sagar2: वेबसाइट को अभी जल्दी ही रिन्यूअल किया था
[14/09, 22:01] R: अभी अपना गति मंद चल रहा है , गुरु जी , पहले एक महीना में दो काव्य प्रकाशित होते थे , आप कहीं परेशान नहीं न है ।
[14/09, 22:01] R: अच्छा
[14/09, 22:02] sagar2: बहुत काम है यार
[14/09, 22:02] R: हां , वह तो है ही
[14/09, 22:02] R: बस वैसे ही पूछे
[14/09, 22:03] sagar2: आपका अधिकार है
[14/09, 22:03] sagar2: आप हमारे हृदय के करीब हैं
[14/09, 22:04] R: 🙏🙏🙏🙏🙏💐
[14/09, 22:04] R: 🙏🙏🙏🙏🙏💐
[14/09, 22:18] sagar2: रोशन न्यूज़
इंक़लाब न्यूज़ पर डालिए
[14/09, 22:19] sagar2: दूसरे वाले पे
[14/09, 22:19] R: ठीक है
[14/09, 23:22] sagar2: शुक्रिया
[14/09, 23:22] sagar2: बहुत बहुत आभार
[14/09, 23:22] R: धन्यवाद
[14/09, 23:22] R: स्वागतम् गुरु जी 🙏
[14/09, 23:23] R: कविता में पत्रिका टैग किए
[14/09, 23:23] sagar2: मतलब
[14/09, 23:24] R: प्रतिभा जी की रचना को पत्रिका वाला साइड से प्रकाशित किए हैं
[14/09, 23:24] sagar2: यदि कोई महिला भोजन के बारे में रेसिपी लिखे तो बताएँ
[14/09, 23:24] R: न्यूज़ वाला से नहीं
[14/09, 23:24] sagar2: या फिर कोई भी नियमित कॉलम लिखना चाहे
[14/09, 23:25] sagar2: ठीक किए
[14/09, 23:25] R: ठीक है जरूर बताएंगे
[14/09, 23:25] R: न्यूज़ वालें में रचना क्यों गुरु जी,
[14/09, 23:26] sagar2: कोई भी महिला , पुरुष छात्र छात्रा अपने मन की बात की बात कहना चाहे तो स्वागत है
[14/09, 23:26] R: उसके लिए तो हम लोगों का समूह है ही न व्हाटसएप पर
[14/09, 23:27] sagar2: न्यूज़ वाले में भी कविता, कहानी लेख प्रकाशित कर सकते हैं
[14/09, 23:27] R: हां , हां
[14/09, 23:27] R: ठीक है
[14/09, 23:27] sagar2: साहित्य में टैग कर
[14/09, 23:27] R: ठीक है
[14/09, 23:27] R: फिर पत्रिका में क्या प्रकाशित करना है
[14/09, 23:28] sagar2: आप अपने पास उनकी रचनाएँ मंगा सकते हैं
[14/09, 23:28] sagar2: मैं आपका नंबर बैनर पर लगाऊंगा
[14/09, 23:28] R: ठीक है
[14/09, 23:28] sagar2: जल्द ही
[14/09, 23:29] R: वाह
[14/09, 23:29] R: ठीक है
[14/09, 23:29] sagar2: आप किसी की भी कविताएँ , लेख प्रकाशित कर सकते हैं
[14/09, 23:29] sagar2: सिर्फ मुझे एक बार दिखा दें बस
[14/09, 23:29] R: इतना बड़ा मौका
[14/09, 23:30] sagar2: बिल्कुल
[14/09, 23:30] R: ठीक है

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