साहित्य एक नज़र 🌅 कोलकाता, Facebook, फेसबुक, अंक - 566 ,रविवार , 27/11/2022 एनसीसी डे , कविता - 25(57), शुरू - कविता - 25(76) , अंक - 584

साहित्य एक नज़र 🌅 कोलकाता,   अंक - 566 ,रविवार , 27/11/2022 एनसीसी  डे , कविता - 25(57)






साहित्य एक नज़र 🌅 कोलकाता,   अंक - 566 ,रविवार , 27/11/2022 एनसीसी  डे , कविता - 25(57)



साहित्य एक नज़र 🌅 कोलकाता,   अंक - 566 ,रविवार , 27/11/2022 एनसीसी  डे , कविता - 25(57)




















































Poem:-14(74) English ,✍️Roshan Kumar Jha
26th December 2019 Thursday 23:12
  -:🙏🏼   I am select,    🙏:-

                  I am select,
     So correct.
I understand i do not on everybody effect,
             So i am not Reject.
      Do not my any act,
                So I'm perfect.
so do react,
     So I'm not ject .
                                   ✍️ Roshan Kumar Jha
Surendranath Evening College Kolkata India
University of Calcutta
Reg no:-117-1111-1018-17
Mob:-6290640716,(8420128328)
9433966389(7980860387) Poem:-14(74)
26th December 2019 Thursday 23:12
Ramakrishna college Madhubani:-NSS (LNMU) Bihar
Gangaram Kumar Jha Jhonjhee Madhubani
31St Bengal Bn Ncc Fort William Kolkata-B
(Reg no:-WB17SDA112047) Coy no:-5
Narsinha Dutt college St John Ambulance
The Bharat scouts & Guides ,Eastern Railway Howrah Bamangachi,Salkia Vikram Vidyalaya #PMKVY# IGNOU:-BPP:-(191081735)
Howrah shree jain Vidyalaya
Akhil Bharatiya Vidyarti Parishad (ABVP)
77/R Mirpara Road liluah Ashirbad bhawan

कविता :-14(73) हिन्दी *® ✍️ रोशन कुमार झा 🇮🇳
26-12-2019 वृहस्पतिवार 18:55
-: 🙏  इस रिश्ते को क्या कहते हो !:-  🙏  

हे रोशन मैं भी रोशन पता है तुम हमसे ज्यादा दौड़ते हो,
अब देखते ही मेरी रास्ता छोड़ते हो !  1
धर्म कर्म पूजा पाठ से हम तो रिश्ता तोड़े ही
तुम भी तोड़ते हो,
इसीलिए तो तुम भी नहीं बोलते हो !   :-14(73)

दिल तो फुटा ही फिर भी फोड़ते हो,
पता है अब न तुमलोग हमें अपने में जोड़ते हो ! 2
दूर रहता हूं तब मुंह खोलते हो,
क्या बात है जो हमसे न बोलते हो !  :-14(73)

नदी की तरह बहते हो,
फिर क्यों चुप रहते हो ! 3
दर्द है अकेला क्यों सहते हो,
है शिकायत तो तुम मुझसे क्यों न कहते हो !   :-14(73)

न हम न तुम एक दूसरे का खोज खबर लेते हो,
न देते हो ,    4
इसी मातृभूमि तुम भी और मैं भी बेटे हो,  :-14(73)
तब क्यों दूर हो यारों इस रिश्ते को क्या कहते हो !

                  🙏✍️धन्यवाद 🌻🌷 कविता:-14(73)
® ✍️ रोशन कुमार झा 🇮🇳
सुरेन्द्रनाथ इवनिंग  कॉलेज कोलकाता भारत
कलकत्ता विश्वविद्यालय Reg no:-117-1111-1018-17
मो:-6290640716,(8420128328)
9433966389(7980860387) कविता:-14(73)
26-12-2019 वृहस्पतिवार 18:55
रामकृष्ण महाविद्यालय मधुबनी :-LNMU (NSS)
Ramakrishna college Madhubani (#PMKVY
गंगाराम कुमार झा झोंझी मधुबनी बिहार
Roshan Kumar Jha
31St Bengal Bn Ncc Fort William Kolkata-B, Reg no-WB17SDA112047  ,Coy no:-5)
Narsinha Dutt college St John Ambulance
The Bharat scouts & Guides Eastern Railway Howrah Bamangachi (सलकिया विक्रम विद्यालय)
IGNOU:-BPP-(191081735) श्री जैन विद्यालय हावड़ा
बाली अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् (ABVF):-14(73)
77/R Mirpara Road Liluah Ashirbad bhawan
Sealdha Agartala train 06:00-कल 20:00 नारंगी
होकर जाता है शुभोंकर त्रिपुरा को 100 दिए+150=250
आज ग्रहण लगा वारीश हुआ ठंडा रहा 16:00 नहाये Sun rooly mill गये पाण्डेय रहा बोले चाय पीलाओ 20 रुपए का 10 का चाय 5 का विमल5 बिस्कुट गार्ड बैरकपुर वाला को दिए,राजेश छोटी बेटी आई हम खड़े रहे, चाउमीन बनाए
आज R.K.college Nss:-प्रकाश नायक सर कविता वीडियो देखें इसी पर 01-01-2020 बुधवार के लिए कविता:-14(81) 2017 में सालबनी st john camp
Ac XXXXXXXX00035401 Credited with Rs.1000.00,26-12-2019 18:14:49 . Aval Bal Rs 1968.00 CR (S B SERVICES.) कविता:-14(73)

शीर्षककविता:-9(051)हि,विषय सामग्री:हिन्दी कविता
रोशन कुमार झा (26-12-2018 बुधवार)

० हम दुख को दुख हमें चॉहा०!

देखा दुख जब मेरा पॉव,
वही से हो गया दुख को मेरे से लगाव!
छोड़ा नही अपना भाव,
दुख ही डुबाया दुख ही उठाया
मेरा नाव!

दुख से हम दुख करता हमसें बात,
कहता बहुत कुछ कहता रोशन कर
सकते हो अन्धेरी रात!
दुनिया भले दे छोड़ मैं दुँगा तेरा साथ,
डुँबाऊँगा नोका पर मैं ही लाऊँगा घाट!

रोआऊँगा,हँसाऊँगा,
कीड़े जैसी जाल में बेहतर फँसाऊँगा,
ना चॉह के भी हम दुख तम्हें चॉहुऊँगा,
पर मेरे साथ रहना मैं ही सुख की
घड़ी लाऊँगा!

दुख का नही मोल-भाव हैं,
पर दुख बिना सुख का अभाव है!
दुख सहना भी एक स्वभाव है,
सुख-दुख की तरह ही ये अपना दो पॉव है!

० रोशन कुमार झा
सुरेन्द्रनाथ ईवनिंग कॉलेज कोलकाता भारत
मो:-6290640716,(8420128328)
26-12-2018 बुधवार 08:23
9(051)1 बेबी, कोमल मीना 25 को लिखे

गंगाराम कुमार झा#झोझी मधुबनी बिहार
सलकिया विक्रम विधालय मेन
31st Bengal bn Ncc Fortwilliam
Kolkata-B
Reg no;-WB17SDA112047
Roshan Kumar Jha
Narasinha Dutt College St john
Ambulance Howrah WB India
The Bharat Scout & Guides
Eastern Railway Howrah
Bamangachi



कविता :-14(72) हिन्दी *® ✍️ रोशन कुमार झा 🇮🇳
25-12-2019 बुधवार 20:40
 -: 🙏  तुलसी पूजन दिवस क्रिसमस -!:-  🙏         
             आज है बड़ा दिन और तुलसी पूजन दिवस,
           है प्रभु की दया,    दिया हूं हम रोशन हंस !
          सब है ईश्वर खुदा मसीहा की रहस्य, :- 14(72)
          चलो मिलकर मनाते है विश्व के महापर्व क्रिसमस ! 1
हे यीशु आपके वर्षगांठ पर हंसी-खुशी पूजा पाठ हो बस,
जो कहूं कहूं सच,  :-14(72)
सब मस्ती से जीये, सबका चलते रहे नस !
मना रहे और वह मनाते रहे हमेशा हैप्पी क्रिसमस ! 2

आज है क्रिसमस इसलिए आज सबसे हैप्पी क्रिसमस बोला
हमेशा हंसते मुस्कुराते रहे सबके प्यारे दीदी धोला !:-3
तापस दा वहीं मंजिल तक गया जो रास्ते पर दौड़ा,14(72)
आगे बढ़ने के लिए मैं रोशन अपना मुंह खोला !                
                  🙏✍️धन्यवाद 🌻🌷 कविता:-14(72)
® ✍️ रोशन कुमार झा 🇮🇳
सुरेन्द्रनाथ इवनिंग  कॉलेज कोलकाता भारत
कलकत्ता विश्वविद्यालय Reg no:-117-1111-1018-17
मो:-6290640716,(8420128328)
9433966389(7980860387) कविता:-14(72)
25-12-2019 बुधवार 20:40 ( Roshan Kumar jha)
रामकृष्ण महाविद्यालय मधुबनी :-LNMU (NSS)
Ramakrishna college Madhubani (#PMKVY
गंगाराम कुमार झा झोंझी मधुबनी बिहार (31St Bengal Bn Ncc Fort William Kolkata-B(Coy no:-5) 
Reg no-WB17SDA112047 
Narsinha Dutt college St John Ambulance
The Bharat scouts & Guides Eastern Railway Howrah Bamangachi (सलकिया विक्रम विद्यालय)
IGNOU:-BPP-(191081735) श्री जैन विद्यालय हावड़ा
बाली अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् (ABVF):-14(72)
77/R Mirpara Road Liluah Ashirbad bhawan
N.D.College st john Ambulance 2017 Camp
Salboni High School chandani Birthday केक कटा 2016 Amitabh sir हम रेणु मुन्ना केक 🍰 दिये
2018:-हम कोमल के घर बेबी मीना को 🍰 केक दिये
अगला साल मंगल रहा scouts में नहीं खाये आज चौबे
भईया फोन किये आने 2 बार गये यीशु गाना नीले आसमान
के पार उसके बाद मेरी चुनर उड़ जाये नेहा की छोटा चाचा
साईकिल से रहा हम बड़ा साईकिल से रहे नेहा अलमारी दुकान पास देखी हम सीधे तेजी से गये वे देखी:-14(72)
आये सुक्षमा दीदी अभिषेक भईया जा रहे थे हाथ मिलाये
खुशी भी,एश्वर्या फोन से फोटो खींचे पूजा वीडियो काल
शुभोंकर त्रिपुरा गार्ड Binayak मैंनेजर

रजिस्टर मोटा डायरी पहला आज का कविता:-14(72)  25-12-2019 बुधवार मो:-6290640716
"भारत एक नजर" अखबार में कोलकाता, रविवार 25 दिसंबर 2016 की प्रकाशित कविता:-  हम चाह रहे थे जिसे
                               वह किसी और से वफा निभा रहे थें.
हम उनके साथ का सपना सजा रहे थे             रोशन कुमार
वह किसी के साथ सपनो को हकीकत बना रहे थे.    झा
                                                                कक्षा:  12
हम अभी प्यार के छुन (धुन) ही बना रहे थे       वी विभाग:
वह किसी के साथ प्यार का गीत गा रहे थे.       कला                                                                                                         हम इजहार-ए-ईश्क चाह रहे थे,                     (आर्ट्रस)        
वह किसी के साथ बहारे-ए-ईश्क लुटा रहे थे.   विद्यालय:
                                                               सलकिया
हुआ जो हकीकत से सामना                          विक्रम                       
हुआ जो हकीकत से सामना                         विद्यालय
दिल मुझे अपना पड़ा धामना.
उनके बागों में फुल खिले
हमारी बगियों में काँटों के सिल सिले.
अंधेरे रातो में भी उनके चेहरों पर उज्जवलता
कड़ी धुपो में भी हमारी चेहरो अंधकारो से भरी हुई.

पतझड़ में भी उनके होठो पर मुस्कुराहट आयी
भरी बंसत में हमारी आंखे डब-डबाई.
क्यों उम्मीद टुटती नहीं प्यार पाने की
दर्द सहनी पड़ती है,दुर जाने की.

उसके आने से हर रोज एक आस-जागती रही
उसके जाने (से) हर रोज एक-एक निराश बढ़ती रही .


शीर्षककविता:-9(050)ह,विषय सामग्री:हिन्दी कविता
रोशन कुमार झा(25-12-2018मंगलवार

०हैफी क्रिसमस!

खुशी-खुशी वर्ष की अन्तिम पर्व मना ले बस
वह विश्व-स्तरीय पर्व है हैफी क्रिसमस!
लाख मुसीबत के बाद भी पवित्र आत्मा
आदर्श राजन पिता परमेश्वर यीशू
की तरह हँस
हँसना-मुस्कुराना ही है सही जिन्दगी
जीने की रहस्य!

आज की तरह स्वादिष्ट केक खाने को
मिलेगा नही रोज-रोज
अंधकार में रोशन हुँआ,सत्य की जीत हुई
सँजा ले आज सेन्टा क्लोज!
कर नव सुन्दर जीवन की खोज
गँवा बैठ यह आलसी भरी बोझ!

हो सके तो आज चले जाओ चर्च
निर्धनो पर थोड़ा कर दो खर्च!
मसीहा की कुपा से कभी कम होगी
नही खुशी हर्ष
यीशू नाम जप लो बड़े आनंद से बीतेगी
आगमी वर्ष!

० रोशन कुमार झा
सुरेन्द्रनाथ ईवनिंग कॉलेज कोलकाता भारत
मो:-6290640716,(8420128328)
25-12-2018 मंगलवार 00:19

हैफी और मैरी क्रिसमस की आप पाठको
को हार्दिक शुभकामनायें!
31st Bengal bn Ncc Fortwilliam
Kolkata-B(कविता:-9-050
Reg no-WB17SDA112047
Roshan Kumar Jha
Narasinha Dutt College St john
Ambulance Howrah WB India
The Bharat Scout & Guides
E.Rly,Bamangachi
सलकिया विक्रम विधालय
गंगाराम कुमार झा#झोझी मधुबनी बिहार
बेबी कविता


शीर्षककविता:-9(025)हि,विषय सामग्री:हिन्दी कविता
रोशन कुमार झा (05-12-2018 बुधवार)

० व्यस्त जिन्दगी ०!
**"""*****""**

जिन्दगी जीना है ना इजी,
सँघर्ष राह पर चल दिये रहना
ही पड़ेगा व्यस्त यानि विजी!
जब फोन करने वाला मोबाईल
हो गये फोर जी,
तब हम क्युँ ना बदलुँ जी!

रहुँ हमेशा व्यस्त,
करूँ ना आराम यानि रेस्ट!
बनकर रहूँ गेस्ट,
जो भी करूँ,करूँ सही,करूँ
ना समय वेस्ट!

राह रोशन हो उसी में रहूँ मस्त,
कलम भरी हथियार रहे मेरी शस्त्र!
पट्टा-पुराना रहे मेरी वस्त्र,
पर मैं अपनी हार से रहूँ ना शिकस्त!

हमेशा बनकर रहुँ पक्षी,
सही की साथ दुँ कहलाऊँ सच्ची!
अाँशु ना हमेशा रहे मेरे होठो पर हँसी,
बनकर रहुँ व्यस्त भरी जिन्दगी की रस्सी!

०* रोशन कुमार झा
सुरेन्द्रनाथ ईवनिंग कॉलेज कोलकाता भारत
मो:-6290640716,(8420128328)
05-12-2018 बुधवार 07:18

(31st Bengal CATC form
जुली Whatsh की)छोड़े यह
24-12-2018सोमवार कविता-9(049)
नाटक टाईफ-17पेज हुँआ 04-12-2018
शिक्षा की नशा!23 से शुरू
Roshan Kumar Jha
31st Bengal bn Ncc Fortwilliam
Kolkata-B
Reg no:-WB17SDA112047
Narasinha Dutt College St john
Ambulance Howrah कविता:-9(025)
E.Rly.Scout Bamangachi

कविता :-14(71) हिन्दी *® ✍️ रोशन कुमार झा 🇮🇳
24-12-2019 मंगलवार 17:30
              -: 🙏 हमेशा मेरा काम हो  !:-  🙏
 
मेरा ऐसा सुबह-शाम हो,
कभी न आराम हो ! :-14(71)
सिर्फ काम ही काम हो,
मैं रोशन संघर्ष वादी कवि मेरा न नाम हो,
बस लिखते-लिखते ही मेरा जीवन तमाम हो ! 1

                         हर पल तूफान हो,
                         मैं जीऊं ऐसा मेरा शान हो !:-14(71)
                         डूबता हुआ मेरा मकान हो,
                         पर डूबू न काम ही पर मेरा ध्यान हो ! 2
                        
जरुरत ही नहीं कि मेरा नाम हो,
और नहीं मेरे लिए कोई इनाम हो ! :-14(71)
कुछ भी खा लूं चाहे अमरूद या आम हो,
और कुछ नहीं बस मेरे जीवन में काम ही काम हो ! 3

       हार के आऊं एक न अलग अलग काम हो,
       जहां-जहां जाऊं वहां का ज्यादा नहीं लगभग दाम हो !
       रास्ते पर चलूं पर रास्ता जाम हो ,:-14(71)
       जब तक है जिन्दगी तब तक मेरा काम ही काम हो ! 4
      
                  🙏✍️धन्यवाद 🌻🌷 कविता:-14(71)
® ✍️ रोशन कुमार झा 🇮🇳
सुरेन्द्रनाथ इवनिंग  कॉलेज कोलकाता भारत
कलकत्ता विश्वविद्यालय Reg no:-117-1111-1018-17
मो:-6290640716,(8420128328)
9433966389(7980860387) कविता:-14(71)
24-12-2019 मंगलवार 17:30
रामकृष्ण महाविद्यालय मधुबनी :-LNMU
Ramakrishna college Madhubani :-NSS
गंगाराम कुमार झा झोंझी मधुबनी बिहार
Roshan Kumar jha
31St Bengal Bn Ncc Fort William Kolkata-B
(Reg no:-WB17SDA112047 ) Coy no:-5
Narsinha Dutt college St John Ambulance
The Bharat scouts & Guides
Eastern Railway Howrah Bamangachi
सलकिया विक्रम विद्यालय #PMKVY
IGNOU:-BPP-(191081735) श्री जैन विद्यालय हावड़ा
बाली अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् (ABVF):-14(71)
77/R Mirpara Road Liluah Ashirbad bhawan
काम के लिए शुभोंकर 100 दिये कल Night Day d binayak चावल लाया:-(100+50=150) एक लिट्टी दिये
(WB11 /0013073/2019 expiry date
23-01-2020 Driving आज SMS 06:20
24-07-2019 बुधवार कविता:-12(95) Exam दिये
गांव गये 26 चाची बरकी 18 Admission R.k.college
आज:-14(64) लिखे Microsoft Rahul type रहा
फिर राजन Realme C2 17 को) दूध पीये
6289750895 राजेश वाला Jio SMS किये :-14(71)
कल ही रिजल्ट हम आज 17:14 देखें City College
R
माँ सरस्वती, साहित्य संगम संस्थान को नमन करते हुए आप सभी सम्मानित साहित्य प्रेमियों को सादर प्रणाम 🙏💐,
हम साहित्य संगम संस्थान पश्चिम बंगाल इकाई के सचिव रोशन कुमार झा आप सभी के समक्ष महाकाव्यमेध मैराथन प्रतियोगिता हेतु अपनी कविता सुनाने जा रहा हूँ ।।
जिसका शीर्षक है नववर्ष आने वाला है ।

नमन 🙏 :- साहित्य संगम संस्थान
दिनांक :- 23/12/2020
दिवस :- बुधवार
विषय :- नववर्ष आने वाला है ।

कुछ खोने , तो कुछ पाने वाला है ,
कुछ आने तो कुछ जाने वाला है ।
बैठे लोग कमानें वाला है ,
क्योंकि नव वर्ष आने वाला है ।।

हर क्षेत्र में हरियाली दर्शाने वाला है ,
कोरोना काल में जो घर गए रहें
वह घर से आने वाला हैं ।।
बाज़ार को फिर से मजबूत बनाने वाला है ,
क्योंकि नव वर्ष आने वाला है ।।

कुछ नया बनाने वाला है ,
प्रेम दया दिखाने वाला है ।‌।
खूब रोया इस वर्ष दुनिया
अब हंसाने वाला है ,
क्योंकि नववर्ष आने वाला है ।।

खुश खेती करने वाला
और पढ़ाने वाला है ,
खुलेगी विद्यालय, महाविद्यालय
विद्यार्थियां विश्वविद्यालय जाने वाला है ।।
खुश हम रोशन और खुशियां हम पाने वाला है ,
चलों मन मंदिर में पूजा कर आते हैं
क्योंकि अच्छे दिन लेकर नववर्ष आने वाला है ।।

✍️  रोशन कुमार झा
सुरेन्द्रनाथ इवनिंग कॉलेज, कोलकाता
ग्राम :- झोंझी , मधुबनी , बिहार,
मो :-6290640716, कविता :- 18(53)

दिनांक :- 22/12/2020
दिवस :- मंगलवार

यही रहेगी धन दौलत ,
क्यों करता इतना मेहनत ।।
पकड़ ले भक्ति की पथ ,
ज़मीन आसमान है न निकट ।।

✍️  रोशन कुमार झा
सुरेन्द्रनाथ इवनिंग कॉलेज, कोलकाता
ग्राम :- झोंझी , मधुबनी , बिहार,
मो :-6290640716, कविता :- 18(52)


शीर्षककविता:-9(048)हि,विषय सामग्री:रोशन कुमार झा (23-12-2018 रविवार)
हिन्दी कविता

० उड़ते हुए पक्षी का ठिकाना !०

किसने किसके बारे में क्या जाना,
कोई सँघर्ष में तो कोई खाते रहा खाना!
किसने किसको कब अपना माना
जो उड़ा वही दुर गया
कोन लगा सकते है,उड़े हुए
पक्षी का ठिकाना !

उड़ते वक्त ठकराया पर्वत पहाड़ से
रोशन तो किया राह,पर मित्रता बनाकर
रखा अंधकार से!
दिन महीनों नही उड़ते रहा कई साल से
ना जाने कितने बार ठकराया वह
कँटीली डाल से!

त्यागा घर और स्थान
दावा पर लगा दिया रहा जान!
पंख गिरते रहे पर छोड़ा नही
आन-वान-शान
वही आसमान से लोटकर आया जो किया
नही भय डर का ध्यान!

सँघर्ष से लड़ा लड़ना सीखा
तब नीले आसमान की राह दिखा!
उड़े तब तो देखे ऊपर से नीचा
तो पक्षी बनकर उड़ते रहो अपने
आप पुर्ण हो जायेगी सारी इच्छा!

फिर कोई तुम्हारा ठिकाना नही लगा पायेगा,
सब के सब तुम्ही को चॉहेगा !
ना जाने तुम्हारे उड़ान भरी सफलता
किस मोड़ पर लायेंगा,
तब कुछ कर बैठो यारो कोन यहॉ पुन:
जिन्दगी जीने दोबारा आयेगा !

० रोशन कुमार झा
सुरेन्द्रनाथ ईवनिंग कॉलेज कोलकाता भारत
मो:-6290640716,(8420128328)
23-12-2018 रविवार 10:23
F-sbकविता:-9(048)Ncc,E.Rly.Scout
कविता :-14(70) हिन्दी *® ✍️ रोशन कुमार झा 🇮🇳
23-12-2019 सोमवार  21:55
               -: 🙏 किसानों का दिवस  !:-  🙏 

हम रोशन किसानों का कवि हम सब किसान है,
तब ही तो हम सब इंसान है !   :-14(70)
हम ही सब पर टिका कला और विज्ञान है, 1
तन मन पूजा पाठ करके मना लो दिवस जो लोग किसान है,

सुबह शाम,
है न इनके जीवन में आराम !  :-14(70)
लेते हरि का नाम, 2
तब ही घर हल बैल लेकर लोटते जब कर बैठते खेत 
के सारे काम तमाम !

वारिश हो या शीत बालू हो या रेत,
जब तब जाते खेत, 3
भरते जग का पेट !
अपने आप को कहलाते सेठ !  :-14(70)

ये कविता रचे हैं जग भूमि की सेवा के अभियान में,
किसान भाइयों के ध्यान में ! 4
जो काम करते खेत और खलिहान में,    :-14(70)
जय जवान जय किसान ये नारा गूंजे आम 
और लीची बगान में !
                  🙏✍️धन्यवाद 🌻🌷 कविता:-14(70)
® ✍️ रोशन कुमार झा 🇮🇳
सुरेन्द्रनाथ इवनिंग  कॉलेज कोलकाता भारत
कलकत्ता विश्वविद्यालय Reg no:-117-1111-1018-17
मो:-6290640716,(8420128328)
9433966389(7980860387) कविता:-14(70)
23-12-2019 सोमवार 21:55
रामकृष्ण महाविद्यालय मधुबनी :-LNMU
Ramakrishna college Madhubani :-NSS
गंगाराम कुमार झा झोंझी मधुबनी बिहार
Roshan Kumar jha 
31St Bengal Bn Ncc Fort William Kolkata-B
(Reg no:-WB17SDA112047 ) Coy no:-5
Narsinha Dutt college St John Ambulance
The Bharat scouts & Guides
Eastern Railway Howrah Bamangachi
सलकिया विक्रम विद्यालय #PMKVY
IGNOU:-BPP-(191081735) श्री जैन विद्यालय हावड़ा
बाली अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् (ABVF):-14(70)
77/R Mirpara Road Liluah Ashirbad bhawan
अमृता बोली फोर्ट विलियम चलने समान जमा देने गये
SW senior 31st हाथ मिलाई एक सर बात किये लखनऊ Ncc में 5 साल रहे, बड़का बाबा बात किये बोले
पहले हम कलकत्ता आये सबको सहायता किये आज कोई
पूछता भी नहीं तोहर बापो मुंह घुमा रै चोअ
C beatch Amrita को मिला हम गये लेने बोले वही
सर जो रामकेश गुर्जर बोले कालेज में देंगे अमृता को हेडफोन देने आगे गये बार बार फोन की Sorry मांगी
I Card college से बनेंगा अमित बोला BSM
Bank of India Kolkata Main Branch:-1000
नेहा:-Liluah Boi, puja central ojha:-05:00 d 
Binayak गये बुलाया, पूजा W Status देखकर उसकी भाई नम्बर मांगा पूछी हम बोले दे दो रहा बाबू मान जाओ ना,



शीर्षककविता:-9(047)हि,विषय सामग्री:०रोशन कुमार झा(22-12-2018)शनिवार
हिन्दी कविता

     ० जुनुन !०

नयी उमंग,नई खुन,
मेरे बातो को बड़े ध्यान से सुन!
प्याज कहो या लहसुन,
आज का शीर्षक है जुनुन!

जो नही में हॉ कर दे,
खुद प्यासा रहे पर दुसरे को जल दे!
समस्या में जो तीव्र गति से हल दे,
हे ईश्वर खुदा मसीहा ऐसा जुनुन 
सब में भर दे!

जो बेहोशी में होश दे,
कामयाबी में दोष दे!
अंधकार में रोशन करने के लिए
नई-नई जोश दे,
वही तो जुनुन है जो असफलता में भी
सफल होने की सोच दे!

जब माुनव या किसी प्राणी पर चढ़ता जुनुन,
गर्म कर बैठता खुन!
गर्मी में सुती ठण्ड में बन जाता ऊन,
वही मंजील तक लाख मुसीबत के बाद
भी पहुँचते जो रखते बेहतर जुनुन!

अब तो चढा लो जिद यानि जुनुन की नशा,
सुधर जायेगी यह बिगड़ी दशा!

   ० रोशन कुमार झा
सुरेन्द्रनाथ ईवनिंग कॉलेज कोलकाता भारत
मो:-6290640716,(8420128328)
22-12-2018 शनिवार 09:45
K-1200,-21-15AP मिली

31st Bengal bn Ncc Fortwilliam
Kolkata-B
Reg no:-WB17SDA112047
Roshan Kumar Jha
Narasinha Dutt College St john
Ambulance Howrah WB India
The Bharat Scout & Guides
Eastern Railway Bamangachi
Howrah कविता:-9(047)

कविता :-14(68) हिन्दी *® ✍️ रोशन कुमार झा 🇮🇳
21-12-2019 शनिवार 12:44
        -: 🙏 शीत की बजी सीटी खा लो लिट्टी   !:-  🙏  
आदत लगी रहीं इंटरनेट की उसी से आज कल 
के लोगों के दो-चार साल बीती, 1
कही प्रिय पूजा पाठ करके खा लेना लिट्टी !
खाकर और करके ठंडा दूर भगाना जैसे करते हैं सेना पीटी !
ये संदेश व्हाट्सएप पर नहीं बल्कि डाकिया 
जी लेकर आये चिट्ठी !  :-14(68)

लिखीं रही खा लेना लिट्टी और बैंगन 🍆 का चोखा, 2
मन किया मैं जवाब दूं क्या है रोशन झा बोका !
फिर भी मन ही मन ये बात रोका ! :-14(68)
कैसे उत्तर देते बंद पड़े है नेट का झोंका ,
दो हजार उन्नीस (2019) के अन्तिम सफर में ही तो 
इंटरनेट दे दी है धोखा ,

ये बात है दिल ❤️ दो का,
प्रिय प्रेम से कही मिला खाने का मोका ! :-14(68)
और खा लिए लिट्टी चोखा ,
ये वर्णन है प्रेम दिनों का !  3

तुम्हारी आँचल में आनंद है तू सब की चाह है माँ मिट्टी , 4
हम सभी तुम्हारे संतान है विद्यार्थी किसान आदि 
पुलिस, टीटी !
बीस आने वाली है उन्नीस बीती,
चलो क्रिसमस मनाते है आप सभी पाठकों केक 🍰
के साथ खा लीजिएगा लिट्टी ! :-14(68)

                  🙏✍️धन्यवाद 🌻🌷 कविता:-14(68)
® ✍️ रोशन कुमार झा 🇮🇳
सुरेन्द्रनाथ इवनिंग  कॉलेज कोलकाता भारत
कलकत्ता विश्वविद्यालय Reg no:-117-1111-1018-17
मो:-6290640716,(8420128328)
9433966389(7980860387) कविता:-14(68)
21-12-2019 शनिवार 12:44
रामकृष्ण महाविद्यालय मधुबनी :-LNMU
Ramakrishna college Madhubani :-NSS
गंगाराम कुमार झा झोंझी मधुबनी बिहार
Roshan Kumar jha 
31St Bengal Bn Ncc Fort William Kolkata-B
(Reg no:-WB17SDA112047 ) Coy no:-5
Narsinha Dutt college St John Ambulance
The Bharat scouts & Guides
Eastern Railway Howrah Bamangachi
सलकिया विक्रम विद्यालय #PMKVY
IGNOU:-BPP-(191081735) श्री जैन विद्यालय हावड़ा
बाली अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् (ABVF):-14(68)
77/R Mirpara Road Liluah Ashirbad bhawan
वासी रोटी आलू कोभी सब्जी पापा:-10 टिकट:-राहुल मुम्बई से लोकमान्य तिलक से पटना:-S2 75 (22-02-2020) मिली पापा RAC:-14 बच्चन सर
RAC:-17 (03-03-2020) जेनऊ के लिए
कल विनायक लिट्टी बना जय प्रकाश चाचा एक दिए
Ojha नहीं आया हम दिनेश आशीष jio मांगा संजय गांव गया कल Daily labour ojha को 10 दिए 
कल पुराना फोटो FB से लिए पूजा मधुबनी वाली दीदी
बात करने वाली रही हम फोन नहीं उठाये :-14(68)

कविता :- 18(51),18(50), 18(49) 18(48),18(47), 18(46),18(45),18(44),18(43),18(42) ,18(41)

नमन 🙏 :- साहित्य संगम संस्थान पश्चिम बंगाल इकाई
दिनांक :- 21/12/2020 से 23/12/2020
दिवस :- सोमवार से बुधवार
विषय :- प्राचीन नारी आधुनिक नारी
विधा :-  आलेख
विषय प्रदाता :-  आ. कालावती कर्वा जी
विषय प्रवर्तक :- आ रोशन कुमार झा जी

माँ सरस्वती, साहित्य संगम संस्थान पश्चिम बंगाल इकाई को नमन करते हुए आप सभी सम्मानित साहित्य प्रेमियों को सादर प्रणाम , आज जो हम सभी के समक्ष आ. कलावती कर्वा दीदी जी विषय रखीं हैं वह बहुत ही रोचक है , साथ ही विधा भी शानदार है , जिससे आप सभी साहित्यकारों आलेख के माध्यम से प्राचीन नारी आधुनिक नारी पर रचित रचना पेश करें , धन्यवाद आप सभी गुरुजनों, देवियों , साहित्य संगम संस्थान का जिन्होंने हमें कुछ न कुछ नया सीखने , नया पढ़ने व नया लिखने का मौक़ा प्रदान करते रहे हैं , हमारी इस आलेख में अधिकांश अशुद्धियां होंगी , इसके लिए आप सभी सम्मानित रचनाकारों से क्षमा चाहता हूँ ।।

अंतर तो है ही प्राचीन नारी व आधुनिक नारी में , प्राचीन नारी घर के चार दीवारों के अंदर ही जीवन व्यतीत करती थी , वही आधुनिक नारी घर व घर के बाहर जाकर जीवन व्यतीत कर रहीं हैं , हम ये नहीं कहना चाहते है प्रिय पाठकों से कि नारी बदल गयी, बल्कि बदलते परिवेश के साथ नारियां भी बदल गयी , इसका हम एक छोटा सा उदाहरण प्रस्तुत कर रहें हैं, इसी साहित्य जगत से पहले की कवियत्री अपनी काव्य प्रस्तुति अपने क्षेत्र में ही कर पाती थी , शानदार प्रस्तुति के बाद ही राज्य स्तर पर कर पाती थी , और आज बदलते परिवेश के कारण हम फेसबुक , व्हाट्सएप, यूट्यूब आदि के माध्यम से क्षेत्र , राज्य व अंतरराष्ट्रीय स्तर की काव्य प्रतियोगिता में भाग ले रही है , 
पहले की नारियां को काम काज से ही फुर्सत नहीं रहती , और आज की नारियां काम काज निपटाकर अपने डिजिटल लाइफ में ज़्यादा से ज़्यादा समय दें रहीं हैं , आज की नारी हर क्षेत्र में ही सेवा कर रही है ।।

तू प्राचीन व आधुनिक नारी है ,
तुम्हारे पास समय न खाली है ।।
सुख-सुविधा सब सारी है ,
जीत कर ही आयी है 
तू नहीं हारी है ।।

सम्मानीय रचनाकारों से अनुरोध है, प्राचीन नारी आधुनिक नारी पर आधारित रचना इसी कमेंट बॉक्स में प्रेषित करें व अन्य रचनाओं पर भी अपनी प्रतिक्रिया अवश्य व्यक्त करें ।
हैश टैग का अवश्य प्रयोग करें)

आपका अपना
✍️  रोशन कुमार झा

सुरेन्द्रनाथ इवनिंग कॉलेज, कोलकाता
ग्राम :- झोंझी , मधुबनी , बिहार,
मो :-6290640716, कविता :- 18(51)
21/12/2020, सोमवार

दिनांक :- 20/12/2020
दिवस :- रविवार

कुछ नया करता हूँ ,
तब मस्ती में चलता हूँ ।।
डर है फिर भी नहीं डरता हूँ ,
जहां रहती समस्या अक्सर मैं 
वहीं पड़ता हूँ ।।

✍️       रोशन कुमार झा
सुरेन्द्रनाथ इवनिंग कॉलेज, कोलकाता
ग्राम :- झोंझी , मधुबनी , बिहार,
मो :-6290640716, कविता :- 18(50)

नमन 🙏 :-   
दिनांक :- 19/12/2020
दिवस :- शनिवार
विधा :- लघुकथा
विषय :- क्या था वह   ?

क्या बताऊं , क्या था वह  ? कोई खास नहीं, खाने की वस्तु ही जिसे कितनें वर्षों से चाहकर भी खाएं नहीं थें, वह इस कोरोना काल में इच्छा पूर्ण हुई , वह भी अपने दोस्त मोनू के साथ ,कब तो वह भी जान लीजिए , लिलुआ मीरपाड़ा में पुस्तक मेला लगी हुई रहीं , भाई मोनू को सी ए फाउंडेशन में नामांकन करवाना रहा , गये हावड़ा के लिलुआ में बिमल भईया के पास कंप्यूटर से फार्म भरे नौ हज़ार चार सौ पचास रुपए लगे मोनू कुल दस हज़ार रुपये लाएं रहें, मोनू क्या खुश रहा , बोला बोलिए भईया क्या खायेगा , हम भी कुछ इसी तरह इशारा किए कि उजला उजला क्या बेचता है वहां .... , जो कि हम नाम जानते रहे अपनी इच्छा यूं ही उसके समक्ष रखें बोले कितने बार हम दुकान पर गये पर वह हम आज तक नहीं खा पाएं मोनू बोला आज हम आपको खिलाकर रहेंगे , गये वहां दुकान बंद रही ,हम बोले देखा मोनू यही है क़िस्मत, मोनू फिर भी खुश रहा बोला आज हम खिलाकर ही रहेंगे , रवीन्द्र सरणी रोड राजू फास्ट फूड सेंटर में गया ऑर्डर किया पांच पांच पीस दिया ,मोनू को दांत में दर्द देता रहा पर खानें वक्त न जाने वह दर्द कहां चला गया , हद तो तब हो गयी जब हमें मोनू बताया भईया हम भी आज तक नहीं इसे नहीं खाएं किस तरह खाया जाता है , फिर क्या दोनों मुंह नीचे करके कड़वा लगने के बाद भी जल्दी जल्दी खानें लगें कहीं कोई देख न ले , अब आई पैसे देने की बारी वहां पर भी मोनू अपनी वाणिज्य विषय से अर्जित ज्ञान का उपयोग कर ही दिया , कुल साठ रुपए हुए रहें , मोनू पचास रुपए देकर बोला रोशन भईया आप दस रुपए दे दीजिए, मोनू दे सकता रहा उसके पास सौ रुपए की पांच नोटें थी , खैर कोई बात न हम भी खुशी के मारे दे दिए साथ ही दो मिठाई पॉल स्वीट्स से लिए और दोनों खाएं और मन ही मन हम सोचते रहें,  क्या था वह , वह सभी के चिर परिचित मोमो आज मोनू के साथ खाकर मानों तो गंगा नहा लिए हम ।।

✍️       रोशन कुमार झा
सुरेन्द्रनाथ इवनिंग कॉलेज, कोलकाता
ग्राम :- झोंझी , मधुबनी , बिहार,
मो :-6290640716, कविता :- 18(49)

पोड़ाबाज़ार

कविता :-14(67) हिन्दी *® ✍️ रोशन कुमार झा 🇮🇳
20-12-2019 शुक्रवार 11:07
             -: 🙏 इस जिन्दगी में क्या क्या है   !:-  🙏
क्या यह भी क्या जिन्दगी है ,
जीने की इच्छा जगी है !
कहीं अच्छाई तो कहीं गन्दगी है ,:-14(67)
सच में ख़ुबसूरत यह जिन्दगी है ! 1

जहां अच्छाई और बुराई है,
लुटाई और कमाई है ! ,:-14(67)
सज्जन और कसाई है,
सच में यह जिन्दगी भाई है ! 2

            दुख सुख का मेल है,
            कहो तो यह जिन्दगी पेड़ है !,:-14(67)
            मैं रोशन असफल कवि असफलता की देर है ,
             चल रही है जिन्दगी यह जिन्दगी भी रेल है ! 3
            
जहां कहीं नदी कहीं स्टेशन प्लेटफार्म है,
ब्रहामण और डोम है !  ,:-14(67)
झुठ मुट का भारत और रोम है,
अरे यहां अलग पर सबका तो एक ही व्योम है ! 4

        ‌ यह जिन्दगी हार है जीत है,
         कहो तो जीवन साथी और मित्र है !
         जिसमें नफरत और प्रीत है, ,:-14(67)
         सच में यह जिन्दगी एक गीत है, 5   
जिसमें राग है स्वर है,
जीने की लहर 🌊 है ! 6
किसी के मरण तो आज किसी के उम्र है ,
सब को जाना है तो मैं और समाज क्या
यह जिन्दगी ही जहर है ! ,:-14(67)
                  🙏✍️धन्यवाद 🌻🌷 कविता:-14(67)
® ✍️ रोशन कुमार झा 🇮🇳
सुरेन्द्रनाथ इवनिंग  कॉलेज कोलकाता भारत
कलकत्ता विश्वविद्यालय Reg no:-117-1111-1018-17
मो:-6290640716,(8420128328)
9433966389(7980860387) कविता:-14(67)
20-12-2019 शुक्रवार 11:07
रामकृष्ण महाविद्यालय मधुबनी :-LNMU
Ramakrishna college Madhubani :-NSS
गंगाराम कुमार झा झोंझी मधुबनी बिहार
Roshan Kumar jha
31St Bengal Bn Ncc Fort William Kolkata-B
(Reg no:-WB17SDA112047 ) Coy no:-5
Narsinha Dutt college St John Ambulance
The Bharat scouts & Guides
Eastern Railway Howrah Bamangachi
सलकिया विक्रम विद्यालय #PMKVY
IGNOU:-BPP-(191081735) श्री जैन विद्यालय हावड़ा
बाली अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् (ABVF):-14(67)
77/R Mirpara Road Liluah Ashirbad bhawan
रात में मटर आलू काटे Binayak Bhagall से D डे
Jio Realme c2 Cover पीला राजन को 80 आशीष
कल एक लीट्टी दिया office Amit da आये चले गए
पूजा कल हुआ आज दीदी यहां मधुबनी गई:-14(67)

रोशन कुमार झा
सुरेन्द्रनाथ ईवनिंग कॉलेज कोलकाता भारत
आज का कविता:-9(045) और 9(025)
बेबी और मीना स्कीनशार्ट की पढ़ायें क्युबा तुलसी

शीर्षककविता:-9(025)हि,विषय सामग्री:हिन्दी कविता

० चुनाव-गीत !०

प्रथम नेता:-

हम बनकर रहेगें रिमोट
बस एक बार दे दीजीए वोट!
पहुँचाऊँगा नही किसी को चोट
मै देखना चाहता हूँ अपने शासन में
मुस्कुराता हुँआ होठ!

दुसरा नेता:-

सब है झुठ
हम है आप सब के पुत्र!
वोट देकर हमें नेता बनायें
बनकर रहुँगा दुत
अपने शासन में बंद करवॉ दुँगा
चोरी डकैटी लुट!

तीसरा नेता:-

राह करेगें रोशन
सबको रखेगें प्रसन्न!
वोट के बदले ले लीजीए थोड़ा
बहुत धन
जरूर शहर बनाऊँगा हटाकर
जंगल वन!

चोथा नेता:-

हैं हमें आप जनता की वोट की अभाव
नहीं तो हम जबरदस्त दिखाते प्रभाव!
हमें नेता बनायें जरूर करूँगा बदलाव
शहर बना दुँगा रहने नही दुँगा
देहाती गॉव !

० रोशन कुमार झा
सुरेन्द्रनाथ ईवनिंग कॉलेज कोलकाता भारत
मो:-6290640716,(8420128328)
04-12-2018 मंगलवार 10:18

नाटक शिक्षा की नशा,फोर्ट-विलियम गये
A, मच्छरद 31 CATC from
You-tube Pmkvy डाले

31st Bengal bn Ncc
Fortwilliam Kolkata-B
Reg no-WB17SDA112047
Roshan Kumar Jha
Narasinha Dutt College St john
Ambulance Howrah WB India
Eastern Railway Scouts
Bamangachi Howrah
Pmkvy:-Electrician
गंगाराम कुमार झा#झोझी मधुबनी बिहार


शीर्षककविता;-9(045)हि,विषय सामग्री:हिन्दी कविता

   ० क्या हुँआ बड़ा होकर,!

क्या हुँआ बड़ा होकर,
वक्त तो बीता दिये सोकर!
पहुँचाये नही किसी को टोकर,
इसलिए बनना पड़ा नोकर,

अब क्या होगा रोकर,
बह तो गया घर!
दुर तो हुँआ डर,
अब क्या करेगें लेकर जल!

क्या होगा ये पापी शरीर को धोकर,
वरना फीका पर जायेगी ये नदी
और पोखर!
ठीक है हमें दुनिया कहे जोकर,
रोशन कहे व्यर्थ हुँआ बड़ा होकर!

छुटी पढ़ाई लिखाई पड़ी घर
की जिम्मेदारी,
मिली टुटी-फुटी साईकिल बिछुड़
गयी मोटर-साईकिल और गाड़ी!
और मिली एक नारी,
उसकी ख्याब सँजाने में बन
गये भिखारी!

क्या हुँआ बड़ा होकर,
दिन भी गुजराता हूँ अब रोकर!
कभी गँवाये रहे वक्त सोकर,
आलसीयता की वजह से ही बनना
पड़ा नोकर !

     ० रोशन कुमार झा
सुरेन्द्रनाथ ईवनिंग कॉलेज कोलकाता भारत
मो:-6290640716,(8420128328)
20-11-2018 वुहस्पतिवार 09:35

गंगाराम कुमार झा#झोझी मधुबनी बिहार
सलकिया विक्रम विधालय मेन
31st Bengal bn Ncc
Fortwilliam Kolkata-B
Reg no:-WB17SDA112047
Eastern Railway Scouts
Bamangachi Howrah WB India
Narasinha Dutt College St john Ambulance Howrah WB India
Pmkvy:-Electrician Liluah Howrah


Roshan Kumar Jha
31 st Bengal bn Ncc Fortwilliam Kolkata-B
Reg no:-WB17SDA112047
19 Bengal bn Ncc camp CATC-15
CO:-T.K.Singh and vickey
28-11-2018 Poem:-9(020)
आज का कविता:- 9(044) 
मो:-6290640716,(8420128328)
शीर्षककविता:-9(044)हि,विषय सामग्री:हिन्दी कविता  ०रोशन कुमार झा
   
   ० मेरी सपना !०

तु सपना,मेरी है ख्याब,
तुम्हारे लिए त्याग सकता हूँ शहर और गॉव,
मै अकेला विक्की हूँ, है तेरी अभाव!
अब तो दे दो अपनी जबाब!

हॉ ही देना,
धीर-वीर-गम्भीर होती भारतीय सेना,
तुम्हारी इजाजत से ही है सैनिकों की राहों 
में हिस्सा लेना,
तुही मेरी रूप तुही मंजील और
तुही है मेरी ऐना!

जिसे मैं रोज देखता हूँ, सुर्य के रोशन
चॉद सितारो में,
तुझे कितने खुबसुरत खुदा बनाये
लाखो तारो में!
तुम्हारी खोज में भटके रहे दिन-महीनो
नही सालो में,
मै जानता हूँ कैसे ढुँढे तुझे इस आधुनिकता
की बाजारो में!

लाख मुसीबत बाद,
सपना में आयी तेरी याद!
जन्मों-जन्मों तक बनकर रहुँगा खाद,
अब तो बता दे कब करेगी तु मुझे आजाद!

० रोशन कुमार झा
सुरेन्द्रनाथ ईवनिंग कॉलेज कोलकाता भारत
मो:-6290640716,(8420128328)
19-12-2018 बुधवार 09:19

#यह कविता अपने दोस्त एन.सी.सी 31 के विक्की के लिए लिखे है #
31st Bengal bn Ncc Fortwilliam
Kolkata-B
Reg no:-WB17SDA112047
Roshan Kumar Jha
#Narasinha Dutt College St john
Ambulance Howrah WB India#
#Eastern Railway Scouts
Bamangachi Howrah WB India#


शीर्षककविता:-9(043)हि,विषय सामग्री:हिन्दी कविता  रोशन कुमार झा

   ० बढ़ना और बढ़ाना !०

रूकना है ही नही झुकना तो दुर की बात हैं,
कई विरोध्दी है तो कई मेरे साथ है !
फिर भी अन्धेरी रात हैं,
कैसे दीप की रोशन छायेगी क्योंकि 
महीना ही वर्षात है!

मुसीबत रहा कुछ पलो का,
साथ भी नही मिला घरो का!
क्या कहुँ बड़ा मजा लिया लोग
मुहल्लो का,
वही साध्य लिए गिरते-पड़ते रहेगें
लेकिन त्यागेंगे नही नारा चलो का !

सीखे चलना और चलाना,
कुछ पाना तो कुछ गँवाना!
घर विधालय हो या थाना,
सभी को सँघर्ष की राह ही माना!

जिस पर चले,शान से
लड़ते रहे तीर और वाण से!
ऑशु क्या कभी उदास भी नही हुए
मान और सम्मान से,
राह रोशन तो हुँआ पर राह पर चले
रहे घर परिवार के अपमान से !

    ० रोशन कुमार झा
सुरेन्द्रनाथ ईवनिंग कॉलेज कोलकाता भारत
मो:-6290640716,(8420128328)
18-12-2018 मंगलवार 16:18

गंगाराम कुमार झा#झोझी मधुबनी बिहार
सलकिया विक्रम विधालय मेन
31 st Bengal bn Ncc
Fortwilliam Kolkata-B
Reg no:-WB17SDA112047
Roshan Kumar Jha
Narasinha Dutt College St john
Ambulance Howrah WB India
Eastern Railway Scouts
Bamangachi Howrah
3775 -A-2nd Year ,N.s.pass

शीर्षककविता:-9(042) ह,विषय सामग्री:हिन्दी कविता

०किस्मत का खेल०

बोली चलीयें घुमने मँगवाये ओला उबेड़
मँगवायें तो लिए ऐसी संयत्र रची कि खाक
जाते पार्क चले गये जेल!
दरोगा साहब धाम-धुम मारा किया
पैसो से बेल
छुट तो गये घुर्णा हो गया लक्ष्य बना
लिए कभी करना नही उससे मेल!

राह रोशन हुँआ आयी बोली गया
तु हमसे रूट
जो रूट गया सो गया छुट!
गुस्से में बोले हॉ मेरा प्यार-मोहब्बत ही
रहा तुम्हारे प्रति झुठ
मेरा नही तेरा किस्मत गया है फुट!

तुम्हारी जैसी लड़कियों से बेहतर
होते शराब
कम से कम दिखाते तो नही झुठा
सपने ख्याब!
यही है मेरी आखिरी जबाब
चल हट आज पायदे में होते अगल
पढ़े होते रमायण गीता काव्य !

अब मत पकड़ना किसी और का बेना
मेरे जैसा धोखा किसी और को मत देना!
सब होते नही दयालु साहसी निडर सेना
मुसीबत पड़े तो हमें जरूर याद कर लेना!

०रोशन कुमार झा
सुरेन्द्रनाथ ईवनिंग कॉलेज कोलकाता भारत
मो:-6290640716,(8420128328)
17-12-2018सोमवार18:28

Eastern Railway Scouts
Bamangachi Howrah
Roshan Kumar Jha
31st Bengal bn Ncc Fortwilliam
Kolkata-B
Reg no:-WB17SDA112047
Narasinha Dutt College St john Ambulance WB India
Pmkvy:-Electrician
4100-A,2ndन

शीर्षककविता:-9(041)ह,विषय सामग्री:हिन्दी कविता

० जय हिन्द !०

जय हिन्द,
गंगा यमुना सिंध!
महात्मा गॉधी अरविंद,
इन मातुभुमि पर गुँजते है शब्द 
जय हिन्द!

सैनिक विधार्थी की नारा,
सुन्दर प्यारा,
देश हमारा !
काला नही उजाला
सदियों से महान रहा हैं
हिन्दोंस्ता हमारा!

हिमालय,कन्याकुमारी
हम हिन्दुस्तानी क्युँ मानुँ अपने को
बंगाली-बिहारी!
एक ही मंजील एक ही गाड़ी
कब तक बनकर रहुँ भिखारी!

कहॉ !?
इस देश में और माटी में
मानव हुँ क्युँ भेदभाव करते
हो जाति में!
जय हिन्द कहो हिन्दी,अंग्रेजी
या गुजराती में
सबका मतलब एक ही होती
भारतीय में!

अधिकार है कर्तव्य है 
तब भिखारी क्युँ अब है!
एक के बदले खड़ा हम सब है
नयी जोश नयी उमंग,और सोच नव है!

जय हिन्द नारा पुराना है
पर आधुनिक जमाना है!
देशप्रेम गाना है
बदल जाये ये दुनिया पर हम रोशन
भारतीय को मानवता ही सीखाना है !

०रोशन कुमार झा
सुरेन्द्रनाथ ईवनिंग कॉलेज कोलकाता भारत
मो:-6290640716,(8420128328)
16-12-2018 रविवार 06:25

31st Bengal Ncc Fortwilliam
Kolkata-B
Reg no:-WB17SDA112047
Roshan Kumar Jha
Narasinha Dutt College St john
Ambulance Howrah WB India
E.Rly.Scouts Bamangachi
(M-S) B-C


Roshan Kumar Jha
Surendranath Evening College kolkata India
B.A:- 2nd Year Hindi Honours
Sec:-H4, Roll no:-9
2018-19
16-12-2018 Sunday (मिला)
Mob:-6290640716,(8420128328)
Narasinha Dutt College St john Ambulance Howrah WB India
Pradhan mantri kosal Vikash Yojana Pmkvy):-Electrician Liluah Howrah
1283F
Eastern Railway Scouts Bamangachi
Howrah WB India
सलकिया विक्रम विधालय मेन
कविता:-9(041)
गंगाराम कुमार झा#झोझी मधुबनी बिहार
33√91 Belgachia Road Liluah

Roshan Kumar Jha
16-12-2018 रविवार
31st Bengal bn Ncc Fortwilliam Kolkata-B
Reg no:-WB17SDA112047


शीर्षककविता:-9(040)हि,विषय सामग्री
:हिन्दी कविता

० अलविदा दो हजार अठारह 2018 ०

यात्री गण कुपया ध्यान दे गाड़ी संख्या
दो हजार अठारह 2018 कुछ ही दिनों में
अपने अन्तिम स्टेशन दिसंम्बर पहुँचने
वाली है,
नये ट्रेन दो हजार उन्नीस 2019 की
इंतजार में हम बैठे नर और नारी है!
आखिर में हमलोंग कितने भाग्यशाली है !
मिल-जुलकर फिर से नववर्ष मनानें की
बारी है !

जहॉ-जहॉ सफल हुए वे प्लेटफार्म है,
जहॉ हारे वह घर यानि होम हैं!
शान्ति की एक शब्द ऊँ ओम है,
सच कहता हूँ इस ट्रेन की आखिली
स्टेशन दिन सोम है !

राह रोशन करके करो नववर्ष
ट्रेन की तैयारी,
कही से आये भरकर तो कही हुए खाली,
बड़े धुमधाम से मनाये होली ईद दिवाली,
इस ट्रेन की आखिली पर्व है क्रिसमस
उसके बाद है नववर्ष ट्रेन की बारी !

० रोशन कुमार झा
सुरेन्द्रनाथ ईवनिंग कॉलेज कोलकाता भारत
मो:-6290640716,(8420128328)
15-12-2018 शनिवार 05:18
Roshan Kumar Jha
31st Bengal bn Ncc
Fortwilliam Kolkata-B
Reg no:-WB17SDA112047
Narasinha Dutt College St john
Ambulance Howrah
The Bharat Scouts & Guides
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Bamangachi Howrah
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साहित्य एक नज़र 🌅 कोलकाता,   अंक - 566 ,रविवार , 27/11/2022 एनसीसी  डे , कविता - 25(57)



















साहित्य एक नज़र  🌅कोलकाता से प्रकाशित होने वाली दैनिक पत्रिकाअंक - 584  , वर्ष - 1 , पौष कृष्ण 7 संवत 2079 , गुरुवार , 15 दिसंबर 2022 , कविता - 25(76) ,

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