साहित्य एक नज़र, कोलकाता , अंक - 548, Facebook ,

साहित्य एक नज़र, कोलकाता , अंक - 548, Facebook , कविता - 25(19) ,  बुधवार , 19/10/2022 ,  फेसबुक , फेसबुक







साहित्य एक नज़र, कोलकाता , अंक - 548, Facebook , कविता - 25(19) ,  बुधवार , 19/10/2022 ,  फेसबुक , फेसबुक









खुशखबरी!खुशखबरी!!खुशखबरी!!!
   हर्षानुभूति हो रही है कि वरि. कवि/विद्वान/विलक्षण व्यक्तित्व आ. हंसराज सिंह हंस जी संगम नगरी से मेरे संपादन में प्रकाशित साक्षा ई काव्य संग्रह "घटती हरियाली, बढ़ती समस्याएं" का आनलाइन विमोचन 28.11.2021 को प्रातः 9.00 बजे करने आ रहे हैं।
आपकी उपस्थिति प्रार्थनीय है।

कविता :-18(22),18(21),18(20) ,18(19), 18(18),18(17), 18(16), 18(15)

नमन 🙏 :- साहित्य संगम संस्थान छत्तीसगढ़ इकाई
दिनांक :- 22/11/2020
दिवस :- रविवार

माँ सरस्वती साहित्य संगम संस्थान छत्तीसगढ़ इकाई को नमन करते हुए आप सभी साहित्यकारों को सादर प्रणाम 🙏, मैं रोशन कुमार झा कोलकाता से अपनी स्वरचित कविता सुनाने जा रहा हूं ।

साहित्य संगम संस्थान बढ़ते बढ़ते गये इतना बढ़ ,
साहित्य की सेवा करवाते करवाते
आज पहुंच गए छत्तीसगढ़ ।।

साहित्य संगम संस्थान वह ख़ज़ाना है ,
जो हर साहित्य प्रेमियों को अपना माना है ।
साहित्य की सेवा करना व करवाना है ,
तब हमें भी हिन्दी साहित्य के लिए
नया कुछ करके जाना है ।।

लिखना है लिखवाना है ,
लिखने के कविता और गाना है ।
ग़लत नहीं, सही राह दिखाना है ,
आज गुरुजनों से सीख रहा हूँ
कल हमें भी सीखाना है ।।

✍️       रोशन कुमार झा
सुरेन्द्रनाथ इवनिंग कॉलेज, कोलकाता
ग्राम :- झोंझी , मधुबनी , बिहार,
मो :-6290640716, कविता :- 18(22)
अगले साल part 2 का Result निकला रहा । St John Ambulance से program में गये रहे ,आज Ncc Day
शीर्षककविता:-9(010)हि,विषय सामग्री:हिन्दी कविता

०गजब की फाईरिंग कथा !०

गये उतरपाड़ा से फोर्ट-विलियम
नि:शुल्क रहा सड़क सेतु मानते
गये ट्राफिक नियम!
थोड़ा बहुत खुशी थोड़ा पाये गम,
अंधकार में रोशन करने चले एन सी सी
कैडेट हम!

हुँआ खोका गुम,
सारे के सारे हो गये गुमसुम!
खाना मिली पर देरी से पहुँचे रूम,
रहे अपना ही भाई हम और तुम!

सीनीयर डिवीजन सीनियर विंग्स पाये
साहब से फटकार,
भय के मारे सबके हो गये चेहरा लाल!
मँडला रहा था काल,
एक के कारण सारे के सारे हुए
सजा से हराल!

चलाये प्वाईंट टु-टु(.22) हथियार,
कोई बेवकुप बने तो कोई बने होशियार!
सबके सब डरे थे जो पहले कहलाते
थे सियार,
क्योंकि साहब जी की थी खोए हुए
खोके की ख्याल!

०रोशन कुमार झा
सुरेन्द्रनाथ ईवनिंग कॉलेज कोलकाता भारत
मो:-6290640716,(8420128328)
22-11-2018गुरूवार20:05

Ncc:-31st Bengal bn ncc
Fortwilliam Kolkata-B
Reg no-WB17SDA112047
Roshan Kumar Jha
Narasinha Dutt College St john
Ambulance
Eastern Railway Scouts
Bamangachi Howrah

गंगाराम कुमार झा#झोझी मधुबनी बिहार
सलकिया विक्रम विधालय
(2 नम्बर फायर रहे हम आज
19 Bengal bn ncc CATC-15
मच्छर दानी म
2017 में 1नम्बर रहे

शीर्षककविता:-9(009)हि,विषय सामग्री:हिन्दी कविता

  ०ये जिन्दगी ये है ०!

जिन्दगी बहुत बड़ा सम्पति है,
किसी का पत्नी तो किसी की पति है!
मरने के बाद परिवार की दुर्गति है,
सच में यार जिन्दगी एक गति है!

गति ही नही जिन्दगी आग की ऑच है
जल,हवा,आकाश,पताल,अग्नि कितने
ग्यानी ये तत्व पॉच है!
जिन्दगी में हार-जीत,झुठ-सत्य
की जॉच है,
जन्म-मरण की बंधन है तो मै
कहता यह जिन्दगी कॉच है!

जिसमें सूर्य के रोशन चाँद सितारा है,
कही उज्जवलता तो कही राह काला है!
कही फटकार तो कही सहारा है,
जिन्दगी दो-चार की नही जन्मो-जन्मो
की पहाड़ा है!

०रोशन कुमार झा
सुरेन्द्रनाथ ईवनिंग कॉलेज कोलकाता भारत
मो:-6290640716,(8420128328)
21-11-2018 बुधवार 18:52

Ncc:-31st Bengal bn ncc
Fortwilliam Kolkata-B
Reg no:-WB17SDA112047
Roshan Kumar Jha
Narasinha Dutt College St john
Ambulance Howrah WB India
Eastern Railway Scouts
Bamangachi Howrah
Pmkvy;-1283f Electrician
Liluah Howrah
(33|91 B.G.Road Liluah)

सलकिया विक्रम विधालय मेन
गंगाराम कुमार झा#झोझी मधुबनी बिहार

19th Bengal bn ncc Fortwilliam
CATC-15:-कैंप में यह कविता लिखे!
उतरपाड़ा हुगली ड्रिम-लेण्ड स्कूल

शीर्षककविता:-9(008)हि,विषय सामग्री:हिन्दी कविता

(HAPPY BIRTHDAY RAHUL)
राहुल आपके उन्नसवी वर्षगाठ की हार्दिक
शुभकामनाये(20-11-1999 से 20-11-2018)

०सदियों-सदियों तक हो तुम्हारा वर्षगाठ!०

सदियों-सदियों तक हो तुम्हारा वर्षगाठ
सुर्य के रोशन चाँद सितारा राहुल अरूण
मंगल ग्रह दे तुम्हारा साथ!
राज्य का राजन का हो या हो आम
जनता की तनु वक्षस्थल की बात
हँसी-खुशी से रहना जरूर आयेंगी
तेरे जीवन में चॉदनी रात!

सँघर्ष करना
और यह जीवन है
तेज गति से चलना!
रूकना वही जहॉ जाने से हो मना
आज जरूर केक काट लेना मेरे भाई
बाद में ले लेना हमसें रुपया और अन्ना!

आनंद से हँसते-मुस्कुराते रहना हमेशा
दुर उड़ना नीले आसमान में पक्षी जैसा!
क्या होगा रुपया पैसा
धन्य हुँ मै जो आदर्श भाई पाया हुँ
तुम्हारे जैसा!

०रोशन कुमार झा
सुरेन्द्रनाथ ईवनिंग कॉलेज कोलकाता भारत
मो-6290640716,(8420128328)
20-11-2018मंगलवार00:19

गंगाराम कुमार झा#झोझी मधुबनी बिहार
सलकिया विक्रम विधालय
Ncc-31st Bengal bn ncc
Fortwilliam Kolkata-B
Reg no-WB17SDA112047
Roshan Kumar Jha
Narasinha Dutt College St john
Ambulance
Eastern Railway Scouts
Bamangachi Howrah
33|91B.G.Road Liluah

शीर्षकNCC(Song)Englis,विषय सामग्री:०Ncc song(English)


Hum Sab Bharatiya Hain,Hum 

Sab Bharatiya Hai.


Apni Manzil Ek Hai,

Ha,Ha,Ha,Ek Hai,

Ho,Ho,Ho,Ho,Ek Hai,

Hum Sab Bharatiya Hain.


Kasmir Ki Dharti Rani Hai,

Sartaj Himalaya Hai,

Sadiyon Se Hamne Isko Apne

Khoon Se Pala Hai,

Desh Ki Raksha Ki Khatir Hum

Shamshir Utha Lenge,

Hum Shamshir Utha Lenge.


Bikhre-Bikhre Tarey Hain Hum

Lekin Jhilmil Ek Hai,

Ha,Ha,Ha,Ha,Ek Hain,

Hum Sab Bharatiya Hai.


Mandir Gurudware Bhi Hain Yahan

Aur Masjid Bhi Hai Yahan,

Girja Ka Hai Ghadiyal Kahin,

Mullah Ki Kahin Hai Ajaan.


Ek Hi Apna Ram Hai, Ek Hi Allah

Taala Hai,

Ek Hi Allah Taala Hai,

Rang Birange Deepak Hain Hum,

Lekin Jagmag Ek Hai, Ha,Ha, Ek

Hai, Ho,Ho,Ho,Ek Hai.

Hum Sab Bharatiya Hain, Hum

Sab Bharatiya Hain.


Ncc:-31st Bengal bn ncc

Fortwilliam Kolkata-B

Reg no:-WB17SDA112047

Roshan Kumar Jha

19-11-2018 Monday 17:17

आज का कविता:-9(007)और प्रेमचंद

कविता:-2 पेज का 7(057)1,2

पैसा6(058)

कल से 19 bn camp 

मो:-6290640716,(8420128328)


हिन्दी एन सी सी गाना कविता:-8(011)

11-10-2018


शीर्षककविता:-6(058)हि,विषय सामग्री:हिन्दी कविता


०पैसा बोलता है!०


ना मुँह ना कान फिर भी पैसा बोलता,

बड़ा हो या छोटा हर राहो पर मुँह खोलता!

पैसो से ही लोग एक-दुसरे के गुण को तोलता

उसको बाद ही रिश्ता जोड़ता!


पैसो के लिए लोग इज्जत खोता,

दिन-दुपहरिया क्या वह रात में भी

नही सोता!

नेहा के जगह नफरत बोता,

उसके लिए सब कुछ पैसा ही होता!


बिना पैसो का दुल्हण ना उठता,

मार्ग रोशन हो या अँधेरा पैसा

ही रिश्ता गुथँता!

तब रिश्ता की बंधन जुटता,

पैसो के नशे मे लोग धर्म-जात ना पूछता!


बईमान ही पैसो से ईमानदार कहलाता,

और ईमानदार अपनी फैसला के लिए

रोज अदालत की दरवाजा खटखटाता!


सब है पैसो का खेल,

धोखेबाज घुमता बाजार,ईमानदार

को ही मिलता जेल!


०रोशन कुमार झा

सुरेन्द्रनाथ ईवनिंग कॉलेज कोलकाता भारत

मो:-6290640716,(9038963720)

8420128328

10-05-2018 गुरूवार 07:24


सोमवार 19-11-2018 आज का

कविता:-9(007) मै आऊँ गरीब में

प्रेमचंद कविता 2 पेज का 7(057)1,2

गंगाराम कुमार झा#झोझी मधुबनी बिहार

सलकिया विक्रम विधालय मेन


Ncc:-31St Bengal bn ncc

Fortwilliam Kolkata-B

Reg no:-WB17SDA112047

Roshan Kumar Jha

N.D.College st john Ambulance

E.Rly.Scouts Bamangachi



शीर्षककविता:-9(007)हि,विषय सामग्री:हिन्दी  कविता


  ०मै आऊँ गरीब में!०


कभी चाहिए नही बंगला वाड़ी और

घुमुँ ना कार में,

मै हर जन्म में आऊँ गरीब के

दरबार में!

वर्तमान में दुख काटुँ सुख पाऊँ

भवष्यिकाल में,

यही सोच रहे मै गरीब बनकर आऊँ

बार-बार इस संसार में,


अँधेरा में रोशन करूँ गरीब बनकर,

करूँ ना दिखाबा किसी के हिस्से

छीनकर!

दुख भरी रात है तो जरूर उगेगीं

सुख भरी दिनकर,

नमक रोटी ही खाऊँ पर छोडुँ

ना अपना माँ का घर!


रहन-सहन में गरीब रहुँ,

सुनु कड़वी बाते पर मीठी बाते ही कहुँ!

सुख न्योयछावर करूँ दुख ही सहुँ,

बात-विचार से अमीर पर मै रहन-सहन

से हर जन्म में गरीब ही रहुँ!


मै रहुँ गरीब,

पर सँघर्ष रहे मेरा करीब!

जीऊँ मै जैसे जीते छोटे-बड़े जीव,

गरीब घर का ही लड़का रहुँ यही

रहे मेरा नसीब!


०रोशन कुमार झा

सुरेन्द्रनाथ ईवनिंग कॉलेज कोलकाता भारत

मो:-6290640716,(8420128328)

19-11-2018 सोमवार 05:25


सलकिया विक्रम विधालय

गंगाराम कुमार झा#झोझी मधुबनी बिहार


Ncc:-31st Bengal bn ncc

Fortwilliam Kolkata-B

Reg no:-WB17SDA112047

Roshan Kumar Jha

Narasinha Dutt College St john

Ambulance Howrah WB India

Eastern Railway Scouts

Bamangachi Howrah



शीर्षककविता:-7(057)2ह,विषय सामग्री:हिन्दी कविता:-7(057) पुष्ठ:-2


०प्रेमचंद जी आप कहानी के बाप०


जब तक रहेंगी वर्षा ऑधी तुफान सुर्य

के भाप,

तब तक कहानी के बाप, प्रेमचंद जी

रहेंगे आप!

गाय अमुल सुधा मेट्रो दुध ठण्डा पानी

की लगे नही है प्यास,

भुख-प्यास भी मिट जाते जब पढ़ते

प्रेमचंद जी की उपन्यास!


 ०रोशन कुमार झा

सुरेन्द्रनाथ ईवनिंग कॉलेज कोलकाता भारत

मो:-6290640716,(8420128328)

09-08-2018 गुरूवार 07:20

(07-10-2018 रविवार को यह कविता

(7(057)दो पेज का) नैहट्टी(गरीफा मैत्रय

ग्रंथागार में                                       

उपलक्ष्य में प्रस्तुत किये!)

आज का कविता:-8(006) पति पत्नी का प्रेम!

रविवार 07-10-2018(हावड़ा रेलवे स्टेशन पर

जुली साथ IGNOU हावड़ा क्ष्री जैन विधालय गये!        

Roshan kumar jha

Surendranath Evening College kolkata india

B.A:-Hindi Honours(Sec:-H4)

Roll no:-9(Part:-2)

Ncc:-31 st bn ncc Fortwilliam

Kolkata-B

Reg no:-WB17SDA112047

Narasinha dutt college St john Ambulance Howrah

Eastern Railways Scouts Bamangachi Howrah WB

Pmkvy:-Liluah Howrah Electrician:-1283f

51√9 ,k.p.l & B.G Road Liluah

19-11-2018



शीर्षककविता:-7(057)1ह,विषय सामग्री:हिन्दी कविता:-7(057) पुष्ठ:-1

०प्रेमचंद जी आप कहानी के बाप०


जिस दिन सुर्य की रोशन चॉद सितारा

सारी दुनिया हो जायेगी बंद,

तब तक आप जाने जायेंगो प्रेमचंद!

आपकी काव्य रचना पंक्ति की छंद,

मानो कमल गुलाब फुल की सुगंध!


धन्य है आपकी रचना हम करते नही निंदा,

पढ़ने के बाद सोए हुए भी हो जाते जिंदा!

जात-पात गरीबी जीवन का किये है

नेहा भरी रास से सुशोभित ढंग से उल्लेख,

पढ़ने के बाद कही जाने की जरुरत नही

इनकी काव्य विशेषता में ही लोगे दुनिया

के रिती लिवाज देख!


फिर होठो के मुस्कान गवॉकर हो

जाओगे उदास,

क्योंकि आज भी वही रिती लिवाज

है अपने पास!


तुलना में कुछ है ही नही उनके लिए जो

दिखाये साहित्य में कला,

वे भी तो इंसान रहे अपने तनु वक्ष स्थल

की पंक्तियो से किये हर एक का भला!

राज्य का राजन राहुल अरुण मंगल ग्रह

आम आदमी के सँघर्ष से लड़ा,

गंगा यमुना के निर्मल जल से बगिया

अविरान करके बनाना चॉहते थे एक

नई समाज जो देखने में लगे हरा-भरा!


०रोशन कुमार झा

सुरेन्द्रनाथ ईवनिंग कॉलेज कोलकाता भारत

मो:-6290640716,(8420128328)

09-08-2018गुरूवार07:20

यह कविता 07-10-2018 रविवार

को नैहट्टी (गरीफा मैत्रय ग्रंथागार में)


रोशन कुमार झा
सुरेन्द्रनाथ ईवनिंग कॉलेज कोलकाता भारत
द्वितीय वर्ष हिन्दी आनर्स क्रमांक:-9(sec-H4)
2018-19
आज का कविता:-9(006)अपनी बहन तनु झा पर 18-11-2010 गुरूवार की घटना लेकर 18-11-2018 रविवार को लिखे!
आज Narasinha Dutt College St john Ambulance Howrah WB India. का Annual Intrigation रहा 09:00-11:00
Ncc:-31St Bengal bn ncc
Fortwilliam Kolkata-B
Reg no:-WB17SDA112047
Roshan Kumar Jha
The Bharat Scouts & Guide
Eastern Railway Scouts Bamangachi Howrah WB India
Pradhan mantri kosal Vikash Yojana
(Pmkvy:-1283f Electrician Liluah Howrah
33|91 वेलगछिया रोड लिलुआ हावड़ा:-711204
मो:-6290640716,(8420128328)
गंगाराम कुमार झा#झोझी मधुबनी बिहार
सलकिया विक्रम विधालय मेन
कोमल को ENVS पढ़ाने गये!
माँ:-पुनम देवी पिता:-क्ष्री क्ष्रीष्टु झा
भाई:-राहुल राजन आनंद मुकेश
बहन'-स्वर्गीय तनु झा
बहन:-राखी प्रीती गुड़िया रोशनी छोटकी
दादा:-स्वर्गय केदार नाथ झा
दादी:-फुल देवी

शीर्षककविता:-9(006)हि,विषय सामग्री:हिन्दी कविता

०हमसे दुर बहन!

हर दुख दर्द करते सहन
अगल मेरे पास रहती तु बहन!
पकड़ा कर चली गई कलम और गन
आँशु आज भी गिर पड़ते जब याद
करते तुझे ये तीव्रगामी मन!

रोशन राह हो गयी अंधकार
राखी,बरदुतिया में तुझे याद करके आँशु
से ही बीता लिए कई साल!
स्वपना में भी नही आई कभी पूछने
हाल-समाचार
राज्य का राजन नही भिखारी बनकर ही
रहता खास आ जाती बीती हुई काल!

राहुल अरूण मंगल ग्रह
बहन तनु वक्ष-स्थल से तु रही देवी
लक्ष्मी की तरह!
तुमसे दुर होते ही आई लाख कलह
रोते-रोते दस से हो गई आज वर्ष अठारह!

बहन तु हमसे है दुर
तेरे बिना वैसे ही पड़े है निर्मल जल
सुधा अमुल दुध और फल फूल!

०रोशन कुमार झा
सुरेन्द्रनाथ ईवनिंग कॉलेज कोलकाता भारत
मो-6290640716,(8420128328)
18-11-2018रविवार08:15

18-11-2010गुरूवार(तनु झा)
गंगाराम कुमार झा#झोझी मधुबनी बिहार
सलकिया विक्रम विधालय

Ncc-31st Bengal bn ncc
Fortwilliam Kolkata-B
Reg no-WB17SDA112047
Roshan Kumar Jha
Narasinha Dutt College St john Ambulance Howrah(A.I)WB India
Eastern Railway Scouts
Bamangachi Howrah
Pmkvy-Electrician 1283f
Liluah Howrah
33|91 B.G.Road Liluah

रोशन कुमार झा
सुरेन्द्रनाथ ईवनिंग कॉलेज कोलकाता भारत
मो:-6290640716,(8420128328)
17-11-2018 शनिवार आज का कविता:-9(005) Computer का पहला pratical class सर नही मेम करवाये
कविता सुनाये!

कल 18-11-2010 (गुरूवार) से (18-11-2018) रविवार 6साल तनु का हो जायेगा कल का कविता:-9(006)बहन पर लिखेगें!
गंगाराम कुमार झा#झोझी मधुबनी बिहार
सलकिया विक्रम विधालय मेन

Ncc:-31st Bengal bn ncc Fortwilliam Kolkata-B (Reg no:-WB17SDA112047)
Roshan Kumar Jha
33|91वेलगछिया रोड लिलुआ हावड़ा:-711204
Narasinha Dutt College St john Ambulance Howrah WB India
Eastern Railway Scouts Bamangachi Howrah WB India
Pradhan mantri kosal Vikash Yojana (Pmkvy):-1283f Electrician (Liluah Howrah)
द्वितिय वर्ष हिन्दी आनर्स (Roll no:-9)sec:-H4
हम,दादी:-फुल देवी(माँ:-पुनम देवी)भाई;-राहुल राजन आनंद )बहन:-स्वर्गीय तनु झा
बहन:-राखी ,रूपम
पापा;-क्ष्री क्ष्रीष्टु झा (चाचा:-अरूण झा)

शीर्षककविता:-9(005)हि,विषय सामग्री:हिन्दी कविता

०दया प्रेम की धाम!०

दया प्रेम की धाम,
सारी दुनिया थक कर
यही करने आयेंगी विक्षाम!
सुर्य के रोशन कब तक रहेंगे
होने वाली ही है शाम,

उस अंधकार में भारत ही
बतायेगी अपना नाम,
तो करो यारो इस पवित्र भुमी को प्रणाम!
नही कभी लिये नही कभी लेंगे किसी
का हिस्सा ये है अपना शान,
सदियों से न्योयछावर करते आये
है अपना हिन्दुस्तान!

मै कहता नही झुठ जो भी कहते
वह है सत्य,
शीतलता की दीप जलाये विश्व स्तर
पर टैगोर,अशोक,विवेकानंद आदि
आर्यभट्ट!
दुनिया के राह रोशन किये बिना डण्टा
के प्रस्तुत किये दो मीठी मत,
दया प्रेम के दीप जो बुझा रहे है उसे उखाड़
दो और उससे जाओ हट!

बम-बिस्फोट के जमाने में
देरी नही होगी मोत को आने मे!
व्यर्थ जायेगी जिन्दगी कमाने में
बेहतर होगा बिस्फोट से पहले दया प्रेम
के दीप जला दो सुनसाने में!

वह दया प्रेम के दीप जलाने
वाले है हिन्दुस्तान
पुर्वजो की तरह ही कोई निकलेंगे
यही के कोई संतान!
रोकेगी अत्याचारी बईमानी की तुफान
फिर से भारत ही दिखायेगी
अपनी आन-वान और शान!

०रोशन कुमार झा
सुरेन्द्रनाथ ईवनिंग कॉलेज कोलकाता भारत
मो:-6290640716,(8420128328)
17-11-2018 शनिवार 00:23

शीर्षककविता:-9(004)हि,विषय सामग्री:हिन्दी कविता


०गुलामी नही आजादी!


गुलामी की जंजीर पसन्द नही रहना

चाहता हुँ आजाद

जल्दी से चल बस कई आने वाली

है तुम्हारे बाद!

मन भर गया तुमसे मै करना नही

चाहता हुँ वाद-विवाद

जिन्दगी,महीना हो या दिन सब सीमीत

रहते जैसे की क्षावण के बाद आषाढ़!


राह रोशन करेंगे उन राहो पर

चलेगें अनेक

प्यार-मोहब्बत छोड़ अपनी जिन्दगी देख!

कभी होगी नही हमारी-तुम्हारी

मेल-मिलाप एक

तु पन्द्रह हजार की मोबाईल चलाती तुमसे

दुर मंजील की राह पर जाकर भी खाकर

रहता हुँ सिर्फ पॉच रुपये का केक!


सहायक रूप बनाया हुँ शिक्षक सैनिक

डॉक्टर आदि रचनाकार के

याद भी नही करते हम किसी के प्यार के!

किसी के लिए बनना नही विदेशी पर

जाना है विदेश क्योंकि मै सँघर्ष से

जीने वाला लाल हुँ बिहार के

भारतीय रहन सहन में रहकर विदेश जाने

से धन रुपया बचाता हुँ भारत सरकार के!


एक ही परी की रानी बदली मेरी रहन-सहन

बॉकी को समझता हुँ बहन!

क्युँ पुँछु किसी से तुम्हारे बारे मे तुम्हे

पाकर भी मै रहता नही प्रसन्न

अच्छा है अकेला है पर दनदना तो

रहा है रोशन!


०रोशन कुमार झा

सुरेन्द्रनाथ ईवनिंग कॉलेज कोलकाता भारत

मो:-6290640716,(8420128328)

16-11-2018शुक्रवार04:54

कविता :- 18(15)
दिनांक :- 15/11/2020
दिवस :- रविवार

मां सरस्वती, साहित्य संगम संस्थान महाराष्ट्र इकाई को नमन 🙏 करते हुए आप सभी साहित्यकारों को सादर प्रणाम 🙏💐 , मैं रोशन कुमार झा कोलकाता से अपनी स्वरचित कविता आप सभी के समक्ष रखा हूं ।
धन्यवाद

शीर्षकशायरी:-1(015)हि,विषय सामग्री:हिन्दी शायरी रोशन कुमार झा

आज 15-11-2018 गुरूवार का कविता
:-9(003) शायरी:-ग:-(44)और यह शायरी
सफलता की शायरी:-(15)

(15)अंधकार में रोशन करते जिस
प्रकार मोमबती,
उसी प्रकार जहॉ पैसो नही साथ देते
वहॉ काम आते जीवन सम्पति!

   ० रोशन कुमार झा
सुरेन्द्रनाथ ईवनिंग कॉलेज कोलकाता भारत
मो:-6290640716,(8420128328)
15-11-2018  गुरूवार 12:37

गंगाराम कुमार झा#झोझी मधुबनी बिहार
सलकिया विक्रम विधालय मेन
33|91 वेलगछिया रोड लिलुआ हावड़ा:-711204

Ncc:-31st Bengal bn ncc
Fortwilliam Kolkata-B
Reg no:-WB17SDA112047
Roshan Kumar Jha
Narasinha Dutt College St
John Ambulance Howrah WB India
Eastern Railway Scouts
Bamangachi Howrah

Pradhan Mantri Kosal Vikash
Yojana (Pmkvy):-1283f
Electrician (Liluah Howrah)

शीर्षककविता:-9(003)ह,विषय सामग्री:हिन्दी कविता

०क्युँ याद करूँ किसी को!०

हम कहते नही हम करते है,
मंजील मिली वैसे ही नही हम
रास्ते पर चलते है!
कई मिले कई बिछुड़े पर हम विछुड़े
हुए पर नही मरते है,
ये सही है हम अपनी सँघर्ष से लड़ते है!

विछुड़ने के बाद वह किसी से मेरे
बारे में पुछा नही दोबारा,
सच्चा प्रिय वही रहा जिसे हम समझे
रहे आवाड़ा,
अब राह रोशन करते हुए बहा ली है
वह सफलता की धारा,
खुशी नही गम ही दिये उसे उसी को बना
लिया बेचारा अपना सहारा!

जिसके बदोलत गया वह दुर,
हम किसी और के प्रेम में रहकर गली
में ही रहे पर वह मेरी गम से हुँआ
मशहुल,
आज ऐहसास हुँआ हो गई बड़ी भुल,
आज तलश रहा हुँ मिलती भी नही बेचारे
के पॉव का धुल!

कभी वह प्रस्तुत किया रहा मेरे ऊपर
प्रेम और दया,
मंजील की राह में जाते ही मुझे भुल कर
इतना कठोर हो गया!

मालुम नही वह किसी के प्रेम या
अपनी सफलता से गया मुझे भुल,
या उसे यह दर्द है कि हम बनाये
उसे धुर्र!
पर हम रहे घर परिवार समाज
से मजबुर,
बेचारा कुछ पल साथ निभाया फिर
छोड़कर चला गया हमसे बहुत दुर!

०रोशन कुमार झा
सुरेन्द्रनाथ ईवनिंग कॉलेज कोलकाता भारत
मो:-6290640716,(8420128328)
15-11-2018 गुरूवार 10:04

शीर्षकव्यंग्य-9(002)ह,विषय सामग्री:हिन्दी

 

०क्युँ अपनाये किसी का नाम निशानी!०


इतिहास गवाह है हम हिन्दुस्तानी कभी

किसी का कुछ नही अपनाये,

जन्म-भुमि पर राम मन्दिर बन ही नही

पाये,

क्या जरूरत है किसी के प्यार-मोहब्बत के

निशानी की नामंकरण करवा के

राम महल बनवाये!


गर्व है हम हिन्दुस्तानी है.और मेरा कर्तव्य है हिन्दु धर्म की रक्षा और हम यह भी जानते है

भारत एक धर्म-निरपेक्ष राज्य है,

मेरा सवाल यह है कि अंधकार में रोशन करके चलना और चलाना,अभी समाचार में सुनने को मिलता प्रदेश सरकार योगी जी ताजमहल का नामंकरण करवा कर राम-महल करेगें.अच्छी बात है पर क्या मेरे साथ इतिहास में गलत व्यवहार किया तो क्या मै भी करूँ?ना तब उसमें और मेरे में अंतर क्या रह जायेगा,ये हमे सुनकर खुशी हुई कि आप विभिन्न जगह की नाम बदले,जो पहले थे, लेकिन मुस्लिम,अंग्रेज शासन में नाम बदल कर कुछ और नाम रख दिये,सरकार आप पर हमें गर्व है कि आप हम सबकी और अपनी निशानी को पुना: वही नाम में लाये!

पर सरकार यह अपना कर्तव्य नही है कि किसी के प्यार-मोहब्बत के निशानी को मिटा दे!


०रोशन कुमार झा

सुरेन्द्रनाथ ईवनिंग कॉलेज कोलकाता भारत

मो:-6290640716,(8420128328)

14-11-2018बुध 13:11




शीर्षककविता:-9(002)हि,विषय सामग्री:हिन्दी कविता


प्रीती (गुड़िया) बहन आपकी वर्षगाठ की

हार्दीक शुभकामनाये!०

(HAPPY BIRTHDAY)


०बहन तुम्हारी हो हजार वर्षगाठ!०


राह रोशन करते हुए चल इसी

से चलता यह क्षुति

हमेशा हँसते-मुस्कुराते रहना मेरी गुड़िया

बहन प्रीती!

निर्मल जल फल फुल से आज

आठरहवी वर्ष में प्रवेश सतरह साल बीती

हमेशा मेरी बहन की साथ देते रहना

ऐ मिथिला की मिट्टी!


दे राज्य का राजन अरूण राहुल

मंगल ग्रह का साथ

बहन तुम्हारी हो अनंत वर्षगाठ!

बस बहन कविता के माध्यम से

कह रहा हुँ एक बात

आज जरूर लेना केक काट!


तनुवक्ष-स्थल की गहराई में

तु प्यारी है हम सो भाई में!

बहन मै रहुँ तुम्हारी राखी बरदुतिया

जैसी पर्व की परछाई में

सज्जनता के दीप जला बहन ताकि

दुनिया करे तुम्हारी तुलना गाय में!


०रोशन कुमार झा

सुरेन्द्रनाथ ईवनिंग कॉलेज कोलकाता भारत

मो:-6290640716,(8420128328)

14-11-2018 बुधवार 01:18


Roshan Kumar Jha

गंगाराम कुमार झा#झोझी मधुबनी बिहार

Ncc-31st Bengal bn ncc

Fortwilliam Kolkata-B

Reg no-WB17SDA112047

Eastern Railway Scouts

Bamangachi Howrah

Narasinha Dutt College

st john Ambulance

सलकिया विक्रम विधालय

33√91 B.G.Road.Liluah



शीर्षकव्यंग्य-9(001)ह,विषय सामग्री:व्यंग्य हिन्दी  रोशन कुमार झा 9(001)


  ०चॉकलेट और पाटी दे देने से

फर्ज नही निभा सकते हम गुरू !०


हे गुरू तुम्ही हो समाज के

माता और पिता,

तुम्हारे महिमा अंनत है विश्व विजेता

सिकदंर तुम्हारे आदेश पर ही विश्व को जीता!


अरे!आज तो चाचा नेहरू के वर्षगाठ है ना और बच्चो का दिन यानी  बाल-दिवस  तो क्या हम शिक्षको का ये कर्तव्य थोड़ी बनता कि बच्चो को चॉकलेट बड़े होटल में पाटी देकर बाल-दिवस से

निपट जाये.ऐसा नही होना चाहिए.प्रेम अन्दर से होती और ये कोन सा व्यवहार है.उच्च कक्षा के विधार्थियो को अलग से पाटी और छोटे बच्चो को चॉकलेट देकर निपट जाना क्या यह सही है इस तरह की असमानता क्युँ क्या सुर्य के रोशन चॉद सितारा सभी के लिए अलग-अलग होते है क्या, फिर शिक्षको इस तरह का व्यवहार क्युँ करते है.गुरू के आत्मा माँ की तरह होती है.जिस प्रकार माँ अपनी संतान से समान व्यवहार करती है,उसी प्रकार समाजो के देव शीतलता की लहर और दया प्रेम की पाठ पढ़ाने वाले गुरू को सभी शिष्य के साथ समान व्यवहार करना चाहिए!


   ०रोशन कुमार झा

सुरेन्द्रनाथ ईवनिंग कॉलेज कोलकाता भारत

मो:-6290640716,(8420128328)

14-11-2018 बुधवार 00:45

Ncc



शीर्षककविता:-9(001)हि,विषय सामग्री:हिन्दी कविता


०बाल-दिवस०!


आज के दिन जन्म लिए रहे प्रथम

प्रधानमंत्री चाचा जवाहर लाल नेहरू,

बच्चो का दिन है सुन लो समाज के

देवो के देव गुरू!

नेहा भरी भावना से कोमल बनाओ स्वर

अँधेरा मार्ग रोशन करना कर दो शुरू,

माता-पिता दोस्त तम्ही हो संसार

निर्माता गुरू!


पुजा पाठ धर्म कर्म से तुही बच्चे को

बनाते सैनिक डाक्टर शिक्षक राज्य

का राजन आदि रचनाकार,

अपनी तनु वक्ष स्थल से देते

हो समाज को एक नई आकार!

आज बाल दिवस है करो बच्चो के

साथ चाचा नेहरू की तरह प्रेम

आदर सत्कार,

गुरू शिष्य से ही चल रहा है राहुल

अरूण मंगल ग्रह और यह संसार!


साईकिल बस ट्रेन फ्रेन अणु परमाणु

बम का निर्माता जिससे चलता यह

बाजार,

गुरू शिष्य पर ही आधारित

है भविष्य काल!


०रोशन कुमार झा

सुरेन्द्रनाथ ईवनिंग कॉलेज कोलकाता भारत

मो:-6290640716,(8420128328)

14-11-2018 बुधवार 00:14

Happy Chilldren& Day

(शुभ बाल-दिवस)


Ncc:-31st bn ncc Fortwilliam

Kolkata-B

Reg no:-WB17SDA112047

Roshan Kumar Jha

Narasinha Dutt College St john Ambulance

Eastern Railway Scouts 

Bamangachi Howrah

गंगाराम कुमार झा #झोझी मधुबनी बिहार

सलकिया विक्रम विधालय मेन



रोशन कुमार झा

सुरेन्द्रनाथ ईवनिंग कॉलेज कोलकाता भारत

मो:-6290640716,(8420128328)

14-11-2018 बुधवार सुबह का छठ पूजा ,बाल-दिवस और गुड़िया प्रीती बहन की वर्षगाठ

और वोटर कार्ड का Hearing Donbosco Milpara और नया डायरी की शुरूआत:-9

आज का रचना:-2 कविता और 2 व्यंग्य

Roshan Kumar Jha

गंगाराम कुमार झा#झोझी मधुबनी बिहार

सलकिया विक्रम विधालय मेन

33|91 वेलगछिया रोड लिलुआ हावड़ा:-711204

Eastern Railway Scouts Bamangachi Howrah WB India

Narasinha Dutt College St john Ambulance Howrah WB India

Ncc:-31st Bengal bn ncc Fortwilliam Kolkata-B

Reg no:-WB17SDA112047

Pradhan mantri kosal vikash yojana(Pmkvy):-Electrician 1283f

Liluah Howrah


कविता :- 18(13) ,18(12),18(11),18(10),18(09), 18(08),18(07), 18(06),

नमन 🙏 :- साहित्य संगम संस्थान पश्चिम बंगाल इकाई
दिनांक :- 13/11/2020
दिवस :- शुक्रवार
विषय :- धनतेरस
विधा :- स्वैच्छिक
विषय प्रदाता :- आ. कलावती कर्वा जी
विषय प्रवर्तन :- आ. रोशन कुमार झा जी

नवंबर कार्तिक माह की कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि के दिन समुद्र-मंन्थन के समय भगवान धन्वन्तरि अमृत कलश लेकर प्रकट हुए रहें , इसलिए इस तिथि को धनतेरस या धनत्रयोदशी के नाम से जाना जाता है, तो आइए आप सभी साहित्य प्रेमियों और आकर धनतेरस पर सुंदर सी रचना का सृजन कीजिए ।‌।

तनु वक्ष स्थल से कह रहा हूँ जा रे जा कोरोना काल ,
आज तेरह नवंबर दो हज़ार बीस शुक्रवार ।।
आ गए
काली पूजा , भाईदूज , दीपावली,
छठ पूजा, देवउठनी एकादशी
जैसी त्योहार ,
आज आप सभी के साथ
हिन्दुस्तान भूमि पर धनतेरस
हम भी मना रहा हूँ रोशन कुमार ।।

आदर्श राजन, आदर्श पति राम ,
गंगा संग मिथिला पुत्री सीता जी
को सादर प्रणाम ।।

आएं है काली , सरस्वती, लक्ष्मी,संग गणेश ,
आनंद से फल फूल, निर्मल जल से
पूज रहे है बंगाल, बिहार और भारत देश ।।
हनुमान जंयती भी आज ,
करों शुभ कार्य में प्रवेश ,
जीवन की शुरूआती ही तो है,
अभी कहां है शेष ।।

सम्मानीय रचनाकारों से अनुरोध है, धनतेरस पर आधारित रचना इसी कमेंट बॉक्स में प्रेषित करें व अन्य रचनाओं पर भी अपनी प्रतिक्रिया अवश्य व्यक्त करें ।
हैश टैग का अवश्य प्रयोग करें)

आपका अपना
✍️  रोशन कुमार झा
__________________________________________
शीर्षककविता:-8(049)हि,विषय सामग्री:हिन्दी कविता

०ब्रश०

महीनो नही नही कोई मेरा वर्ष,
जिन्दगी भर काम आती हुँ मानव का
मै हुँ दस रुपये का ब्रश!
बच्चो से नाता जोड़ाते अभिभावक
गुरू डॉक्टर नर्स,
दॉत को हम ऐसे चमकाते जैसे कि
सोने का फर्स!

जीते जी ब्रश करना जाना नही भुल,
मेरे अंग है टुथपेस्त मंजन और गुल!
ब्रश कर जायेगी सारी दॉतो की गन्दगी उड़,
मै हुँ ना पर मै दॉतो को ऐसे चमकाते
जैसे कि चमन के फुल!

ब्रश के आलावा मानव करते नीम,अमरूद
बॉस आदि के डाली से दातुन,
नीम की दातुन करने से लाभदायक
होते करते कड़वी खुन!
तो यह है ब्रश की आत्मकथा बड़े
ध्यान से सुन!
सुन ही नही बढा स्वच्छता भरी गुण!

नही जात नही पात,
हर किसी से होती सुबह में मुलाकात!
धोने के लिए जाते नल या घाट,
ब्रश करने के बाद ही कोई खाते
बिस्कुट चाय के साथ!

०रोशन कुमार झा
सुरेन्द्रनाथ ईवनिंग कॉलेज कोलकाता भारत
मो:-6290640716,(8420128328)
13-11-2018 मंगलवार 00:49

Ncc-31st bn ncc Fortwilliam
Kolkata-B
Reg no-WB17SDA112047
Roshan Kumar Jha
Narasinha dutt college St john
Ambulance
Eastern Railway Scouts
Bamangachi Howrah
गंगाराम कुमार झा झोझी मधुबनी बिहार
सलकिया विक्रम विधालय

शीर्षककविता:-8(046)2ह,विषय सामग्री:हिन्दी कविता

  ०सत्यबती आपकी वर्षगाठ की हार्दिक शुभकामनाये०

    ०तुम्हारी हो कोटि-कोटि वर्षगाठ ०!

खुशी-खुशी बीताना यह जिन्दगी,
हमेशा रखना होठो पर हँसी!
बढ़ान सफलता की रस्सी,
साथ देने वाले है ईश्वर खुदा मसीह!

राह रोशन करने के लिए जलाना
सत्य की बती,
मंजील होसले में होती कमजोर
मत करना मति,
हो सके तो सफलता के साथ बढाना
सँघर्ष की गति,
महानो की जिन्दगी सँघर्ष
में ही कटी!

कुछ पक्तिंयो से प्रस्तुत किया
हुँ अपनी कुछ बात,
कोटि-कोटि हो तुम्हारी वर्षगाठ,
हो सके तो धर्म कर्म में बढाना
ये हाथ,
आज तुम्हारी वर्षगाठ है जरूर लेना
केक काट!

०रोशन कुमार झा
सुरेन्द्रनाथ ईवनिंग कॉलेज कोलकाता भारत
मो:-6290640716,(8420128328)
10-11-2018 शनिवार 20:05

Ncc:-31st bn ncc Fortwilliam
Kolkata-B
Reg no:-WB17SDA112047
Roshan Kumar Jha
Narasinha Dutt College St john
Ambulance Howrah WB India
Eastern Railway Scouts
Bamangachi Howrah
Pmkvy:-1283F Liluah Howrah
Electrician

गंगाराम कुमार झा#झोझी मधुबनी बिहार
सलकिया विक्रम विधालय मेन
(आज का कविता:-8(046)ममता दीदी
व्यंग्य:-8(046)1बेरोजगारी और यह
कविता:-8(046)2

रोशन कुमार झा
सुरेन्द्रनाथ ईवनिंग कॉलेज कोलकाता भारत
मो:-6290640716,(8420128328)
13-11-2018 मंगलवार आज का कविता:-8(049)और50
डायरी:-8(02-10-2018 मंगलवार से 13-11-2018मंगलवार तक
51√9 कुमार पाड़ा लेन लिलुआ और33√91वेलगछिया रोड लिलुआ हावड़ा:-711204
Pan और voter card
कोमल, बेबी,मीना विभु परी को पढ़ाना
सीक्रेटी नोकरी 02-11-2018 शुक्रवार
19 bn ncc Fortwilliam का CATC camp
फार्म भरे!
सलकिया विक्रम विधालय मेन
Roshan Kumar Jha
गंगाराम कुमार झा#झोझी मधुबनी बिहार
नाटक:-1(002)एक 5 व्यंग्य कविता:-50
1English भोजपुरी मैथली बंगाली
Ncc song एन सी सी गाना,पाली का भारत
Ncc:-31st Bengal bn ncc Fortwilliam Kolkata-B
Reg no:-WB17SDA112047
Narasinha Dutt College St john Ambulance Howrah WB India
Eastern Railway Scouts Bamangachi Howrah
Pmkvy:-Electrician 1283f (Liluah Howrah )

शीर्षककविता:-8(050)हि,विषय सामग्री:हिन्दी कविता

०हम हिन्दुस्तानी !०

विश्व में है एक अपना हिन्दुस्तान,
हम सब है उन्ही के संतान!
जिसके खुन-खुन में है दान,
कभी किसी का किये नही अपमान!

वचन कभी व्यर्थ जाने नही देते
जब तक रहते प्राण,
यही विराजे मर्यादा पुरूषोतम क्ष्री राम!
जहॉ रूप नही पहले प्रस्तुत
किये जाते नाम,
वही अंधकार की मै रोशन हुँ और
उज्जवलता फैलाना है मेरी असली काम!

सुनसान अँधेरो में,
सिंहनाद हमे आता जीता हुँ शेरो में!
दुख दर्द सहता हुँ बदला लेते
नही ढेरो में,
एक ही बार बदला लेते उनके घरो में
घुँसकर अकेलो में!

बचाते भी,
सीमा के बाद जाते भी,
बड़े प्रेम से विश्व हम भारतीय को चाहते भी,
क्योंकि हम दया प्रेम ही दिये
किये नही किसी पर हमला कभी!

०रोशन कुमार झा
सुरेन्द्रनाथ ईवनिंग कॉलेज कोलकाता भारत
मो:-6290640716,(8420128328)
13-11-2018 मंगलवार 11:24

Ncc:-31st bn ncc Fortwilliam
Kolkata-B
Reg no:-WB17SDA112047
Roshan Kumar Jha
Narasinha Dutt College St john Ambulance Howrah WB India
Eastern Railway Scouts
Bamangachi Howrah
गंगाराम कुमार झा#झोझी मधुबनी बिहार
सलकिया विक्रम विधालय मेन
#डायरी नम्बर:-8 का अन्तिम कविता
50

शीर्षककविता:-8(051)हि,विषय सामग्री:हिन्दी कविता  ०रोशन कुमार झा

०आप सभी को छठ पुजा की हार्दीक
शुभकामनाये०!
(13-11-2018 मंगलवार शाम वाला)
14-11-2018 ,बुधवार सुबह का अड्ग़

०छठ पुजा ०

दशहरा,दिवाली और काली पुजा बाद,
आयी छठी माई की याद!
रहा मै भी आजाद,
नर-नारी सब सुर्य देव के अड्ग़ चढा
रहे कड़ी ठण्डी में महीना रही कार्तीक
रही ना आषाढ़!

सँजे है घाट निर्मल जल फल-फुल
केला दही पान से,
दिये की रोशन अंधकार में रोशनी
फैला रही है शान से!
खेत सँजी है चाँदी रंग में धान से,
पर छठ पुजा आधारित है
कला और विग्यान से!

कोई पीतल तो कोई लेकर जाते
मिट्टी की घड़ा,
पीला केला और गन्ना रहती हरा!
कड़ी ठण्डी में भक्तगन होते
नदी तालाब में खड़ा,
पर छठ माई करते सबका भला!

शाम-सुबह की पर्व,
सुर्य देव से सुशोभित रहती नभ!
तब क्या बतलाऊँ अब,
हँसी-खुशी से छठ पुजा मनाये
आप सब!

०रोशन कुमार झा
सुरेन्द्रनाथ ईवनिंग कॉलेज कोलकाता भारत
मो:-6290640716,(8420128328)
13-11-2018 बुधवार 19:18

Ncc:-31st Bengal bn ncc
Fortwilliam Kolkata-B
Reg no:-WB17SDA112047
Roshan Kumar Jha
Narasinha Dutt College St john Ambulance Howrah
Eastern Railway Scouts
Bamangachi
A-51

शीर्षककविता:-8(048)हि,विषय सामग्री:हिन्दी कविता  ०रोशन कुमार झा 


०कलाकारी नही अब चाहिए सता !०


कलाकारी में रंग मचाने के बाद अब

करना चाहता हुँ राजनीति में प्रवेश,

क्योंकि दिवाने है सब मेरे साथ

देने वाले है देश!

कलाकार तो सही अब बनाना है

नेता भरी वेश,

ये आगे बढने की इच्छा कभी 

होती नही शेष!


यही चॉह रोशन मार्ग अँधेरा करके

बुलाते हथियार और आड़ी को,

सहना पड़ता मार जुता गाली को,

देखो कितना दिमाग चल रहा है

केसारी को,

खुद कलाकार चुनाव में उतरवाना

चाहते है अपनी नारी को!


केसारी के हरकत पर बाबा साधु संत 

और गायक किये है गाली-ग्लोज

भरी गाना शुरू,

मत भुलो यारो संस्कुति सभ्यता

भारत है अपना राष्ट्र-गुरू!

इस मर्यादा को बचाने के लिए हम सब

फिर से मुड़ु,

सत्य कर्म करूँ असत्य को लेकर उडुँ!


    ०रोशन कुमार झा

सुरेन्द्रनाथ ईवनिंग कॉलेज कोलकाता भारत

मो:-6290640716,(8420128328)

12-11-2018  सोमवार 00:18


Ncc:-31st bn ncc Fortwilliam

Kolkata-B

Reg no:-WB17SDA112047

Roshan Kumar Jha

Narasinha Dutt College St John

Ambulance Howrah WB India

Eastern Railway Scouts

Bamangachi Howrah WB

गंगाराम कुमार झा#झोझी मधुबनी बिहार

सलकिया विक्रम विधालय मेन

शीर्षकव्यंग्य-8(047)1,विषय सामग्री:व्यंग्य


०नाम की मतलब०


बीती है बीत रही है बीतते रहेंगी

सुबह-शाम

धर्म कर्म बड़े सोभाग्य से मिलते

है रूप और नाम!


आज बताने जा रहा हुँ आप सभी को नाम के बारे में हर नाम का विश्व के हर एक भाषा में अर्थ और मतलब होते है जैसे कि नेहा अवधी में प्रेम कहते है तनु जिसे ह्रदय कहते है जैसे कि ये सारे नाम है राज्य का राजन,राहुल अरूण मंगल ग्रह विशाल यानी बड़ा नवीन अर्थात नया निशा मतलब रात

रोशन रोशनी अणु बम सत्य की बती संतोष वर्षा होठो की मुस्कान कोमल गुड़िया पुजा आदि.राखी भाई बहन का पर्व है और राखी नाम भी होता है,गंगाराम मतलब माँ गंगा पवित्र होती जो अपनी निर्मल जल फल फुल से राम की भुमी को अविरान करती यही है नाम,इसी से रूप और होता सारा काम!


०रोशन कुमार झा

सुरेन्द्रनाथ ईवनिंग कॉलेज कोलकाता भारत

मो:-6290640716,(8420128328)

11-11-2018रवि13:50


Ncc-31st Bengal bn ncc

Fortwilliam,Kolkata-B

Reg no-WB17SDA112047

Roshan Kumar Jha

Narasinha Dutt College St john

Ambulance

Eastern Railway Scouts

Bamangachi Howrah

Pmkvy:-1283f Electrician

A-500वNcc-cf

सलकिया विक्रम विधालय मेन

गंगाराम कुमार झा#झोझी मधुबनी बिहार


शीर्षककविता:-8(047)हि,विषय सामग्री:हिन्दी कविता


०कहॉ कुछ आसान है!०


कहॉ कुछ आसान है,

कुछ लाभ तो कुछ नुकसान है!

आराम मत खोजो आराम तो श्मशान है,

मर मिट जाओगे जन्म नही पर

मरना आसान है!


क्या आसान क्या हार्ड,

किसान सैनिक डाक्टर शिक्षक

आदि विधार्थी हो या सीक्रेटी गार्ड्र!

सब पे मालिक या सीनियर देते है

काम से अधिक बोझा लाद,

जबाब भी देने पड़ते बेचारे को

ड्युटी के बाद!


क्या कहुँ यारो यह जिन्दगी है खाद,

अफसोस अब हो रहा है बचपना मस्त

थी हम रहते थे आजाद!

राह रोशन करने चले मिलते रहे दर्द

पर अभी भी है बचपना की याद,

कही मिली सफलता तो कही मिली

असफलता की कार्ड!


हर कही है मेहनत,

भाई-भाई कमाने के लिए गये बँट!

लड़ाई झगड़ा बचपना में जिस भाई से 

करते थे वही करने लगते इज्जत,

आज सभी भाई पढ़ते-कमाते समझ गये

पिताजी के कीमत!


०रोशन कुमार झा

सुरेन्द्रनाथ ईवनिंग कॉलेज कोलकाता भारत

मो:-6290640716,(8420128328)

11-11-2018 रविवार 00:29


Ncc:-31st bn ncc Fortwilliam

Kolkata-B

Reg no-WB17SDA112047

Roshan Kumar Jha

Narasinha Dutt College St john Ambulance

Eastern Railway Scouts

Bamangachi Howrah

गंगाराम कुमार झा#झोझी मधुबनी बिहार

सलकिया विक्रम विधालय


शीर्षककविता:-8(046)2ह,विषय सामग्री:हिन्दी कविता


  ०सत्यबती आपकी वर्षगाठ की हार्दिक शुभकामनाये०


    ०तुम्हारी हो कोटि-कोटि वर्षगाठ ०!


खुशी-खुशी बीताना यह जिन्दगी,

हमेशा रखना होठो पर हँसी!

बढ़ान सफलता की रस्सी,

साथ देने वाले है ईश्वर खुदा मसीह!


राह रोशन करने के लिए जलाना

सत्य की बती,

मंजील होसले में होती कमजोर

मत करना मति,

हो सके तो सफलता के साथ बढाना

सँघर्ष की गति,

महानो की जिन्दगी की सँघर्ष

में ही कटी!


कुछ पक्तिंयो से प्रस्तुत किया 

हुँ अपनी कुछ बात,

कोटि-कोटि हो तुम्हारी वर्षगाठ,

हो सके तो धर्म कर्म में बढाना

ये हाथ,

आज तुम्हारी वर्षगाठ है जरूर लेना

केक काट!


 ०रोशन कुमार झा

सुरेन्द्रनाथ ईवनिंग कॉलेज कोलकाता भारत

मो:-6290640716,(8420128328)

10-11-2018 शनिवार 20:05


Ncc:-31st bn ncc Fortwilliam

Kolkata-B

Reg no:-WB17SDA112047

Roshan Kumar Jha

Narasinha Dutt College St john

Ambulance Howrah WB India

Eastern Railway Scouts 

Bamangachi Howrah

Pmkvy:-1283F Liluah Howrah

Electrician


गंगाराम कुमार झा#झोझी मधुबनी बिहार

सलकिया विक्रम विधालय मेन

(आज का कविता:-8(046)ममता दीदी

व्यंग्य:-8(046)1बेरोजगारी और यह

कविता:-8(046)2




शीर्षकव्यंग्य-8(046)1,विषय सामग्री:

०जरूरी है प्राईवेट सिस्टम!


मालुम नही सन् और डेट

जरूर खुलेगी भारत की रोजगार

की गेट!

थोड़ी करनी पड़ेगी वेट

क्रांती से सरकारी गैर सरकारी सारी

सिस्टम को करनी पड़ेगी प्राईवेट!


ये जो अपना देश,देश ही नही विश्व जो बेरोजगारी से तड़फ रहे है,उसे साम्यवादी चीन की तरह रेल ही नही सारी व्यवस्था को एक निर्धारित वेतन योग्यता के अनुसार प्राइवेट करके देश में लागु किया जाये तो अँधेरा में कुछ तो रोशन होगी यानी बेरोजगारी में बदलाव आयेगी,बदलाव से पहले एक बड़ी समस्या आयेगी अमीरी की जैसे कि हम लोग देखे ही है मोदी सरकार के शासन में नोटबंदी की बदलाव में अमीर पुँजीपति चिल्ला रहे थे,उनके चिल्लाने से कुछ हुँआ,हम जनता सरकार को नोटबंदी की तरह ही सारी सरकारी व्यवस्था को प्राईवेट करके बेरोजगारी से मुक्त

होना होगा!


०रोशन कुमार झा

सुरेन्द्रनाथ ईवनिंग कॉलेज कोलकाता भारत

मो:-6290640716,(8420128328)

10-11-2018शनि11:45


Ncc-31st bn ncc Fortwilliam

Kolkata-B

Reg no-WB17SDA112047

Roshan Kumar Jha

Narasinha Dutt College St john Ambulan

Eastern Railway Scouts

Bamangachi

सलकिया विक्रम विधालय

गंगाराम कुमार झा#झोझी मधुबनी बिहार


शीर्षककविता:-8(046)हि,विषय सामग्री:हिन्दी कविता-गाना


०पुर्ण कथा है ममता दीदी की!०


हम कथा सुनाते बंगाल विधी की

ये सम्पुर्ण कथा है हिन्दुस्तान की

ममता दीदी की!


आये बी जे पी बनकर खर-दुषण,

फैलाने लगे ये बंगाल में प्रदुषण!


बरदाश नही हुई ममता दीदी से,

चलाने लगी अपनी क्षमता की बिधी से!


लायी बंगाल में कन्या क्ष्री,

साईकिल दी और की शिक्षा फ्री!


ये रविन्द्र आदि नंद की है तपो भुमि,

अंधकार में रोशन की यहॉ की भाषा

कई है पर प्रसिध्द है आमी तुमी!


बढायी मर्यादा कलकता धाम की,

किये मोदी इन्हे शारदा धोटाला में

बदनाम की!


फिर भी छोड़ी नही अपनी जन सेवा

कर्म की,

ये बंगाल भुमि है सर्व धर्म की!


दिवाली,ईदगाह,चर्च में जाती है दीदी,

अपनाती है सर्व धर्म की विधी!


हम कथा सुनाते बंगाल धाम की,

ये हिन्दुस्तान पवित्र भुमी है क्ष्री

राम की!


०रोशन कुमार झा

सुरेन्द्रनाथ ईवनिंग कॉलेज कोलकाता भारत

मो:-6290640716,(8420128328)

10-11-2018 शनिवार 00:49


Ncc:-31st bn ncc Fortwilliam

Kolkata-B

Reg no:-WB17SDA112047

Roshan Kumar Jha

Narasinha Dutt College St john Ambulance Howrah WB India

Eastern Railway Scouts

Bamangachi Howrah

सलकिया विक्रम विधालय मेन


भाई:-राहुल कुमार झा

राजन कुमार झा

बहन:-प्रीती झा(गुड़िया झा)

10-11-2018 शनिवार आज का कविता:-8(046)ममता दीदी 8(046)1व्यंग्य

बेरोजगारी और सत्यबती पर कविता:-8(046)2



अंक - 549
http://roshanjha9997.blogspot.com/2022/11/549-2541-10112022.html

अंक - 549 , फेसबुक
http://roshanjha9997.blogspot.com/2022/11/549-2541-10112022_9.html

अंक - 548 फेसबुक
http://roshanjha9997.blogspot.com/2022/11/548-facebook.html
अंक - 548

http://roshanjha9997.blogspot.com/2022/10/527-facebook-2519-19102022.html



अंक - 549
http://roshanjha9997.blogspot.com/2022/11/549-2541-10112022.html

अंक - 549 , फेसबुक
http://roshanjha9997.blogspot.com/2022/11/549-2541-10112022_9.html

अंक - 548 फेसबुक
http://roshanjha9997.blogspot.com/2022/11/548-facebook.html
अंक - 548

http://roshanjha9997.blogspot.com/2022/10/527-facebook-2519-19102022.html

अंक - 549
http://roshanjha9997.blogspot.com/2022/11/549-2541-10112022.html

अंक - 549 , फेसबुक
http://roshanjha9997.blogspot.com/2022/11/549-2541-10112022_9.html

अंक - 548 फेसबुक
http://roshanjha9997.blogspot.com/2022/11/548-facebook.html
अंक - 548

http://roshanjha9997.blogspot.com/2022/10/527-facebook-2519-19102022.html

साहित्य एक नज़र, कोलकाता , अंक - 527, Facebook , कविता - 25(19) ,  बुधवार , 19/10/2022 ,  फेसबुक , फेसबुक

अंक - 527
http://roshanjha9997.blogspot.com/2022/10/527-2519-19102022.html

फेसबुक - 527

http://roshanjha9997.blogspot.com/2022/10/527-facebook-2519-19102022.html

साहित्य एक नज़र, कोलकाता ,फेसबुक , अंक - 518, कविता - 25(10) ,  सोमवार , 10/10/2022 ,
http://roshanjha9997.blogspot.com/2022/10/518-2510-10102022_10.html

फेसबुक
http://roshanjha9997.blogspot.com/2022/10/518-2510-10102022.html

साहित्य एक नज़र, कोलकाता , अंक - 514 , कविता - 25(06) ,  गुरुवार , 06/10/2022

http://roshanjha9997.blogspot.com/2022/10/514-2506-06102022.html

https://youtu.be/QcGymdpzvJk

अंक - 510
http://roshanjha9997.blogspot.com/2022/10/510-2502-02102022.html

साहित्य एक नज़र, कोलकाता , अंक - 510 , कविता - 25(02) ,  रविवार , 02/10/2022

http://roshanjha9997.blogspot.com/2022/10/510-2502-02102022.html

साहित्य एक नज़र, कोलकाता , अंक - 459 , कविता - 24(49) , फेसबुक - 17 , शुक्रवार , 12/08/2022 

[17/08, 20:27] Roshan Kumar Jha: http://roshanjha9997.blogspot.com/2022/08/459-2449-11-12082022.html
[17/08, 20:27] Roshan Kumar Jha: http://roshanjha9997.blogspot.com/2022/08/459-2449-12-12082022.html
[17/08, 20:27] Roshan Kumar Jha: http://roshanjha9997.blogspot.com/2022/08/459-2449-13-12082022.html
[17/08, 20:27] Roshan Kumar Jha: http://roshanjha9997.blogspot.com/2022/08/459-2449-14-12082022.html
[17/08, 20:27] Roshan Kumar Jha: http://roshanjha9997.blogspot.com/2022/08/459-2449-15-12082022.html
[17/08, 20:28] Roshan Kumar Jha: http://roshanjha9997.blogspot.com/2022/08/459-2449-16-12082022.html
[17/08, 20:28] Roshan Kumar Jha: http://roshanjha9997.blogspot.com/2022/08/459-2449-17-12082022.html





Popular posts from this blog

कविता :- 19(89)

कविता :- 16(77), 16(75),:- 16(76)

कविता :- 18(61),18(60), 18(59) ,18(58)