कविता :- 18(23),18(22),18(21),18(20),18(19),18(18),18(17),18(16),18(15) , हिन्दी

कविता :-18(23),18(22),18(21),18(20) ,18(19), 18(18),18(17), 18(16), 18(15)

नमन 🙏 :- साहित्य संगम संस्थान पश्चिम बंगाल इकाई
दिनांक :- 23/11/2020
दिवस :- सोमवार
विषय :- बेचारा पति
विषय प्रदाता :- आ. कुमार रोहित रोज़ जी
विषय प्रवर्तक :- आ. मनोज कुमार पुरोहित जी

बेचारा पति
काम पर जाता ,
फिर घर आता ।।
कुछ न कुछ बच्चों
के लिए लाता ,
माता-पिता , पत्नी
के साथ निभाता ।।
तब आदर्श पति और
एक सच्चा पुत्र कहलाता ।।

काम करके बच्चों
को पढ़ाता ,
ग़लत नहीं
सही राह दिखाता ।
सब मानना पड़ता
जो कहती पत्नी और माता ।।
यही है जीवनी
बेचारा पति का
कमाता तब जाकर खाता ।।

✍️       रोशन कुमार झा
सुरेन्द्रनाथ इवनिंग कॉलेज, कोलकाता
ग्राम :- झोंझी , मधुबनी , बिहार,
मो :-6290640716, कविता :- 18(23)
http://sahityasangamwb.blogspot.com/2020/11/blog-post_23.html
मोनू को 500×4=2000 दिए, 36×3= 108 चाऊमीन खाएं हम Dk, मोनू लिलुआ co operative bank पास
नेहा काजल को देखें हम नहीं Dk से बात की नेहा काजल के घर की ओर जा रही थी, आज घर पर कपड़ा सब धोएं ।

https://youtu.be/r-FVsHLVl6Q


कविता :- 17(42)

दिनांक :- 02/09/2020 , दिवस :- बुधवार
विधा :- आलेख
विषय :-
बापू हमारे बीच आज भी है ।

गुजरात के पोरबंदर में मोहनदास करमचन्द गाँधी जी का जन्म 2 अक्टूबर 1869 हुआ था। माँ पुतलीबाई और पिता करमचंद गाँधी के तीन बेटों में सबसे छोटे थे , जीवनसाथी कस्तूरबा गाँधी , बच्चें हरिलाल मोहनदास गाँधी , मणिलाल गाँधी, देवदास गाँधी ,  वकालत की पढ़ाई के बाद गाँधी जी  1893 में  दक्षिण अफ्रीका में वकालत करने चले गए , फिर देशसेवा करने आ गये । गाँधी जी एक , बैरिस्टर, पत्रकार,
 रचनाकार , दार्शनिक ,निबंधकार,  संस्मरण लेखक थे ,बापू तनु वक्ष स्थल से स्वेदेशी की सहयोगी थे , आधे धोती पहनना , आधे ओढ़ना , चरखा जैसी कुटीर उद्योग को बढ़ावा देना जैसे रूप गाँधी से ही देखने को मिलते है , बच्चों के प्यारें चाचा नेहरू है , स्वतंत्र भारत के प्रथम प्रधानमंत्री स्वर्गीय पंडित जवाहरलाल नेहरू जितना नहीं प्रसिद्ध हुए , उससे कहीं ज़्यादा गाँधी जी बिना कुछ पद लिए हर एक दिल में जगह बना लिए  , बिहार के चंपारण ज़िले में पहली बार भारत में उन्होंने सत्याग्रह का सफल प्रयोग किया था. इसी सब के साथ बापू हमारे बीच आज भी है, सबके साथ सबके हाथ नहीं समझें तो आईए , ज़िन्दगी जीने के लिए क्या क्या चाहिए , पता ही है रोटी , कपड़ा , मकान पर ये सब कहाँ से आएंगे , तो धन से यानि पैसों से अब आप समझ ही चुके होंगे गाँधी जी हैं सबके हाथ ,वे नहीं उनका छवि , इस कोरोना काल कोविड - 19 , में वर्णन किया है रोशन कवि , कुछ वर्षों बाद गाँधी जी की भी फल,  फूल, गंगा की निर्मल जल से पूजा होंगे , आदर्श राजन राम के रामराज्य के समर्थक बापू सच में पूजने योग्य है, तो चलिए हम गाँधी जी के जीवनी पर चलते हैं , भारत एवं
 भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के एक प्रमुख राजनैतिक एवं आध्यात्मिक नेता थे। वे सत्याग्रह व्यापक सविनय अवज्ञा के माध्यम से अत्याचार के प्रतिकार के अग्रणी नेता थे, उनकी इस अवधारणा की नींव सम्पूर्ण अहिंसा के सिद्धान्त पर रखी गयी थी, जिसने भारत को आज़ादी दिलाकर पूरी दुनिया में जनता के नागरिक अधिकारों एवं स्वतंत्रता के प्रति आन्दोलन के लिये प्रेरित किया। उन्हें दुनिया में आम जनता महात्मा गाँधी के नाम से जानती है। संस्कृत भाषा में महात्मा अथवा महान आत्मा, गाँधी को महात्मा के नाम से सबसे पहले राजवैद्य जीवराम कालिदास ने संबोधित किया था। एक अन्य मत के अनुसार स्वामी श्रद्धानन्द ने 1915 मे महात्मा की उपाधि दी थी, साहित्य जगत के , नोबेल पुरस्कार प्राप्तकर्ता गुरूदेव रवीन्द्र नाथ टैगोर जी ने महात्मा की उपाधि प्रदान किए , सुभाष चन्द्र बोस ने गांधी जी को राष्ट्रपिता कहकर सम्बोधित करते हुए आज़ाद हिन्द फौज़ के सैनिकों के लिये उनका आशीर्वाद और शुभकामनाएँ माँगें , हर वर्ष 2 अक्टूबर को उनका जन्मदिन भारत में गाँधी जयंती के रूप में और पूरे विश्व में अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर अहिंसा दिवस के नाम से मनाया जाता है। 30 जनवरी 1948 की शाम को नाथूराम गोडसे ने महात्मा गांधी की हत्या कर दी , बापू की पुण्यतिथि को हर साल शहीद दिवस के रूप में मनाया जाता है. गाँधी जी, राष्ट्रगुरु सुरेन्द्रनाथ , नेताजी सुभाष चन्द्र बोस, खुदीराम बोस , बाबा आम्बेडकर , राजेंद्र प्रसाद, डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन , चन्द्रशेखर आज़ाद, भगत सिंह , विनय , बादल , दिनेश , पण्डित ह्रदयनाथ कुजरू , लाल बहादुर शास्त्री, इंदिरा गाँधी, अटल , कलाम , प्रणव , योगी , मोदी , कोविंद जैसे देशभक्तों के योगदान को भारत माँ कभी नहीं भूला सकतें , जय हिन्द , जय भारत

परिचय -

अपना नाम :- रोशन कुमार झा
जन्म तिथि :- 13/06/1999, मोबाइल नम्बर :- 6290640716
पिता :- श्री श्रीष्टु झा ,  माता : - श्रीमती पूनम देवी
पता :- ग्राम :- झोंझी, मधुबनी, बिहार :- 847222
ईमेल :- Roshanjha9997@gmail. com.
वर्तमान पता :- 51/9 कुमार पाड़ा लेन लिलुआ हावड़ा कोलकाता, 711204
Roshan Kumar Jha , রোশন কুমার ঝা ,

कार्य :-
विगत तीन वर्षों से 11 व 12 वीं कक्षा के (विज्ञान व वाणिज्य के छात्र-छात्राओं को हिन्दी विषय व कला विभाग के समस्त 
विषयों को निःशुल्क पढ़ाते आ रहे हैं ,संग - संग 31 वीं बंगाल बटालियन एनसीसी फोर्ट विलियम कोलकाता-बी ,कम्पनी -5,
पंजीकृत संख्या - WB17SDA112047, विश्व साहित्य संस्थान के एक रचनाकार , सलकिया विक्रम विद्यालय , श्री हनुमान जुट मिल हिन्दी हाई स्कूल , हावड़ा हिन्दी हाई स्कूल , श्री नेहरू शिक्षा सदन , कलकत्ता विश्वविद्यालय , सुरेन्द्रनाथ इवनिंग कॉलेज, नरसिंहा दत्त कॉलेज सेंट जॉन एम्बुलेंस , ( प्राथमिक उपचार ), द भारत स्काउट और गाइड ,पूर्व रेलवे हावड़ा जिला वेरियांग स्काउट और गुलमर्ग गाइड बामनगाछी समूह , रामकृष्ण महाविद्यालय मधुबनी राष्ट्रीय सेवा योजना ,ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय दरभंगा , महिला सुरक्षा संगठन बंगाल, बिहार युवा विकास मंच मधुबनी जिला उप मीडिया प्रभारी, ब्रिगेड ऑफ एक्स कैडेट्स , ( बीओसी ) पश्चिम बंगाल और सिक्किम, कोलकाता एन.एन.बी एंड जी .एस संस्था राष्ट्रीय अध्यक्ष, इंक़लाब न्यूज़ मुंबई, पश्चिम बंगाल राज्य स्तरीय पत्रकार ।

प्रकाशित रचनाएँ :- कविताएँ,नाटक,संस्मरण,हाइकु,ग़ज़ल, आलेख, लघुकथा , कहानी , गीत,यात्रा वृत्तांत आदि ,विभिन्न पत्र पत्रिका, में  हिन्दी, अंग्रेजी, बंगाली, भोजपुरी, मैथिली भाषा  में प्रकाशित ।

नमन 🙏 :- साहित्य संगम संस्थान छत्तीसगढ़ इकाई
दिनांक :- 22/11/2020
दिवस :- रविवार

माँ सरस्वती साहित्य संगम संस्थान छत्तीसगढ़ इकाई को नमन करते हुए आप सभी साहित्यकारों को सादर प्रणाम 🙏, मैं रोशन कुमार झा कोलकाता से अपनी स्वरचित कविता सुनाने जा रहा हूं ।

साहित्य संगम संस्थान बढ़ते बढ़ते गये इतना बढ़ ,
साहित्य की सेवा करवाते करवाते
आज पहुंच गए छत्तीसगढ़ ।।

साहित्य संगम संस्थान वह ख़ज़ाना है ,
जो हर साहित्य प्रेमियों को अपना माना है ।
साहित्य की सेवा करना व करवाना है ,
तब हमें भी हिन्दी साहित्य के लिए
नया कुछ करके जाना है ।।

लिखना है लिखवाना है ,
लिखने के कविता और गाना है ।
ग़लत नहीं, सही राह दिखाना है ,
आज गुरुजनों से सीख रहा हूँ
कल हमें भी सीखाना है ।।

✍️       रोशन कुमार झा
सुरेन्द्रनाथ इवनिंग कॉलेज, कोलकाता
ग्राम :- झोंझी , मधुबनी , बिहार,
मो :-6290640716, कविता :- 18(22)
अगले साल part 2 का Result निकला रहा । St John Ambulance से program में गये रहे ,आज Ncc Day
http://roshanjha9997.blogspot.com/2020/11/1815.html

70634 87911 madhu mam HOD
आज रा.कै.को दिवस ,
+917063487911 ,


नमन :-
दिनांक :- 21/11/2020
दिवस :- शनिवार

सोया हूँ ,
रोया हूँ ।
कुछ तो खोया हूँ ,
खोकर कुछ नया बीज बोया हूं ।।

✍️       रोशन कुमार झा
सुरेन्द्रनाथ इवनिंग कॉलेज, कोलकाता
ग्राम :- झोंझी , मधुबनी , बिहार,
मो :-6290640716, कविता :- 18(21)

Brother :- Rahul Kumar Jha
DOB :- 20/11/1999

Happy Birthday Rahul , जन्मदिन की ढ़ेरों सारी शुभकामनाएं राहुल , শুভ জন্মদিন রাহুল 💐💐💐🙏

विषय :- भाई राहुल का जन्मदिन
विधा :- कविता,
दिनांक :- 20/11/2020
दिवस :- शुक्रवार

छठ पूजा मनाने के लिए तैयार,गांव
, घर, शहर और समाज है ,
जन्मदिन की ढ़ेरों सारी शुभकामनाएं
भाई राहुल वर्षगांठ तुम्हारा आज है ।।

तू मुंबई , हम कोलकाता में
छोड़कर आएं है मिथिला , मधुबनी बिहार ,
कुछ करना है,
ताकि उज्जवल हो हम सभी का भविष्य काल ।।

हारना जीतना लगा है पर तू मत जाना हार ,
हम रोशन तनु वक्ष स्थल से हार
को किया हूँ स्वीकार ।।
कुछ पल के लिए रहता ये अंधकार ,
उजाला होंगे जैसे बीता न कोरोना काल ।।
बनना राज्य का राजन उठाना भार ,
हुई इक्कीस साल
हमेशा मुस्कुराते रहना भाई
लिखा हूं  यही कविता तुम्हारे वर्षगांठ पर इसी साल ।।

✍️       रोशन कुमार झा
सुरेन्द्रनाथ इवनिंग कॉलेज, कोलकाता
ग्राम :- झोंझी , मधुबनी , बिहार,
मो :-6290640716, कविता :- 18(20)
roshanjha9997@gmail.com
Sealdah गये छठ पूजा रंगोली मोल पास खिलौना फैक्टरी बिट्टू भईया पत्नी बेटी को छोड़ने राजधानी एक्सप्रेस प्लेटफॉर्म :- 12 ,B-3, AC में रहा , 5 रुपया दिए , फिर टिकट करवाएं कोरोना काल के बाद सियालदाह से पहली बार ट्रेन से लिलुआ गये ।, 16:07 Dankuni local , 16:58 बेलुड़ में हावड़ा नई दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस देखें ।, 17:01 लिलुआ
भोला भईया आएं, रात में वर्षा हुआ ।

कविता:- 16(21)   मैथिली  ✍️ रोशन कुमार झा 🇮🇳
06-05-2020  बुधवार 07:07 , आज कविता :- 17(46)
06/09/2020 रविवार

माँ सरस्वती, साहित्य संगम संस्थान बोली विकास मंच को नमन 🙏 करते हुए , आप सभी गुरुजनों सह देवियों को सादर प्रणाम 🙏 , मैं रोशन कुमार झा , मधुबनी से अपनी स्वरचित कविता सुनाने जा रहें हैं, कविता मैथिली भाषा में वर्णित है, मैथिली भाषा उत्तर बिहार के मिथिलांचल क्षेत्र में बोली जाने वाली प्रमुख भाषा है । आबूं नैई लेकिन कोरोना भगाबूं  मेरा कविता का शीर्षक है ।

-: 🙏   आबूं नैई लेकिन कोरोना भगाबूं  !  🙏:-

नमन 🙏 :- साहित्य संगम संस्थान
तिथि :- 06/09/2020
https://www.inkalabhindi.com/2020/09/blog-post_15.html?m=1
दिवस :- रविवार
भाषा :- मैथिली
-: 🙏   आबूं नैई लेकिन कोरोना भगाबूं  !  🙏:-

घर सऽ बाहर नैई आबू  ,
घर पर रैही कऽ कोरोना भगाबूं !
हम रोशन के विनीत अछि कि माधव के गुण गाबूं  ,
अखन घोरे पर रहूं अहाँ सभ भैया आर बाबू !

मिल कऽ सोब गोटा बदलाव लाबूं ,
एखन घोरे पर रहि कऽ , नैइ कमाबू !
एक नीक आदमी के फ़र्ज़ निभाबूं ,
कोरोना मुक्त मिथिला के साथ  कोरोना मुक्त भारत बनाबूं !!

केतक अछि अहाँ के क़ाबू ,
ओऽ सऽ अहाँ कोरोना भगाबूं !
घोरे पर रहि कऽ इअ महीना बीताबू ,
कोरोना के हरा कऽ अपन भारत जीताबू !!

दुख तक़लीफ़ सैह कऽ नीक दिन लाबू ,
केअ अपने लोगेन भईया आर बाबू !
बाहर जेअ के जे इच्छा अछि होअ दबाबू ,
कोरोना भगा कऽ फेर सँ ओहि दिन के सुख पाबू !!

✍️    रोशन कुमार झा
ग्राम :- झोंझी , मधुबनी , बिहार
मो :- 6290640716
यह रचना मैथिली भाषा में रचित स्वरचित, मौलिक कविता है,
4 महीने पहले की कविता, वीडियो :- 2:15
77/R mirpara road ashirbad bawan Liluah
कविता :- 17(41) , बंगाली , आज चयनित - 10 पर
दिनांक :- 01/09/2020 , दिवस :- मंगलवार

हम रंगोली मोल पास खिलौना फैक्टरी में ,
[20/11, 00:00] Roshan Kumar Jha, रोशन: Happy Birthday Bhaii,
[20/11, 00:01] Roshan Kumar Jha, रोशन: जन्मदिन की ढ़ेरों सारी शुभकामनाएं 💐💐💐💐💐💐
[20/11, 00:01] Rahul Jio: Same to you
[20/11, 00:01] Rahul Jio: Bhaiya
[20/11, 00:02] Roshan Kumar Jha, रोशन: Welcome
[20/11, 00:02] Rahul Jio: Kavita nhi hua is bar
[20/11, 00:03] Roshan Kumar Jha, रोशन: Hogaaa bhaiii
[20/11, 00:04] Rahul Jio: Bhejo na
[20/11, 00:32] Roshan Kumar Jha, रोशन: Thank you
[20/11, 00:32] Rahul Jio: Okkk
[20/11, 00:32] Rahul Jio: Khana ho gya
[20/11, 00:32] Roshan Kumar Jha, रोशन: Haaa
[20/11, 00:34] Rahul Jio: Status pe Kiya dalu aaj Abhi
[20/11, 00:35] Roshan Kumar Jha, रोशन: Jo log wish kya hai na uska skin short lekar
[20/11, 00:35] Roshan Kumar Jha, रोशन: Niche thank you likh dana
[20/11, 00:35] Rahul Jio: Okk


नमन 🙏 :- साहित्य संगम संस्थान
दिनांक :- 19/11/2020
दिवस :- वृहस्पतिवार

अभी कुछ कर रहा हूं ,
इधर उधर चल रहा हूँ ।।

✍️       रोशन कुमार झा
सुरेन्द्रनाथ इवनिंग कॉलेज, कोलकाता
ग्राम :- झोंझी , मधुबनी , बिहार,

नमन 🙏 :- साहित्य संगम संस्थान
तिथि :- 18/11/2020
दिवस :- रविवार
विषय :- चाहिए न पद
विधा :-  कविता
प्रदाता :- आ. सीताराम राय जी
विषय प्रवर्तन :-  आ. भारत भूषण पाठक जी

नमन 🙏 :- संगम सवेरा , 2020 दिसंबर माह के लिए रचना
विषय :- चाहिए न पद
विधा :-  कविता

पद मिले या न मिले हमें न
कोई हर्जा है ,
साहित्य से बहुत कुछ सीखें
इसलिए साहित्य की सेवा
करना हमारी कर्ज़ा है ।।
क्योंकि सुख में राजा
दुख में प्रजा है ,
तब कैसे न वर्णन करूं
हम रोशन कवि ,हमारी
तो पागलपन में ही दर्जा है ।।

कोई बात नहीं ,
मैं पागल हूँ ,
कितना ज़ख्म दोगे
मैं तो गहरा सागर हूँ ।।

सब सहूंगा ,
जो लिखूंगा ,
सही लिखूंगा ।
वरना नहीं लिखूंगा ,
क्योंकि मैं हूं न गूँगा ।।

✍️       रोशन कुमार झा
सुरेन्द्रनाथ इवनिंग कॉलेज, कोलकाता
ग्राम :- झोंझी , मधुबनी , बिहार,

मो :-6290640716
कविता :- 17(87)

नमन 🙏 :- तनु बहन
दिनांक :- 18/11/2020
दिवस :- बुधवार

तुम हम से दूर हुई
उसकी आज हो गयी एक दशक ,
तू कहां गयी बहन 
बता दो हमें बेशक ‌‌।।

मैं भी इस कोरोना काल में तुम्हारे पास आऊं ,
आकर तुम्हारा दास बन जाऊं ।।

फल, फूल , निर्मल जल , पूजा पाठ के बिना ही
अपनी बहन तनु की सेवा में लग जाऊं ,
सपने में भी सुधा चाची संग आती नहीं बहन
तब कैसे मैं जग जाऊं ।।

कब तक
तुम्हारे बिना
राखी और भरदुतिया बीताऊं  ,
एक दिन ही 20 बीस नवंबर को तुम्हारा और
भाई राहुल का जन्मदिन
बोल बहन तुम्हारे
बिना कैसे मनाऊं ।।

वृहस्पतिवार को ही आयी वृहस्पतिवार
तक ही रहीं ,
क्या बताऊं , तुम्हारे याद में आज सुबह चार
बजे से ही आँसू बही ।।

पिता श्रीष्टु , माता पूनम , चाचा अरुण ,
राज्य का राजन , आनंद भाई
बिहार मधुबनी मिथिला,
कोलकाता, दिल्ली, मुंबई छोड़कर
कहां गयी बहन तू
तेरे में रहीं , सरस्वती संग
लक्ष्मी वाली गुण ।।

✍️       रोशन कुमार झा
सुरेन्द्रनाथ इवनिंग कॉलेज, कोलकाता
ग्राम :- झोंझी , मधुबनी , बिहार,
मो :-6290640716, कविता :- 18(18)

आज काली जी की विसर्जन रहा , 10 साल हो गया
चाचा मुंबई में ड्यूटी में , वीडियो कॉल

https://roshanjha9997.blogspot.com/2020/09/1750.html?m=1  , तनु बहन की कहानी ,
Your a/c no XXXXXXXXXXXXX401 is credited by Rs 1000.00 on 18-11-20 by a/c linked to mobile 9XXXXXXXX330 (IMPS Ref no 032311953362) , puja भेजीं ,
BOI -  Rs.2000.00 Credited to your Ac XX6294 on 18-11-20 by UPI ref No.032309863554.Avl Bal 3323.30 , Avishek bhiya भेजें ,
SBI में 140 भेजें राजन से
2400 लिखें
2000 उस दिन 900 पहले का रहा , 6 ड्यूटी रहा, 1730 हुआ  1100+2000 =3100 - 1730= 1370 जमा है ।
घर आएं 77/R Mirpara Road Liluah Howrah

नमन 🙏 :- साहित्य संगम संस्थान पश्चिम बंगाल इकाई
दिनांक :- 17/11/2020
दिवस :- मंगलवार
विषय :- गुरु की महिमा
विषय प्रदाता :- आ. स्वाति जैसलमेरिया जी
विषय प्रवर्तन :- आ. कलावती कर्वा जी

गुरु की महिमा
हम में है और आप है ।।
वही गुण गुरु में
जो एक बाप में है ।।

राह दिखाते ,
चलना सीखाते ।।

✍️       रोशन कुमार झा
सुरेन्द्रनाथ इवनिंग कॉलेज, कोलकाता
ग्राम :- झोंझी , मधुबनी , बिहार,
मो :-6290640716, कविता :- 18(17)

Cadets club elocution competition link.please join

https://chat.whatsapp.com/CRUKLNCznNW3TQp0BMjReE
[ Dear contestant,
Please join in cadets club elocution competition whatsapp group for further instruction.

Regards ,
Shaheer P S,
Secretary,
Cadets club.
www.cadetsclub.org

दिनांक :- 16/11/2020
दिवस :- मंगलवार

प्यासा है तो
जल लो ,
कुछ तो कर लो ,
है लम्बा राह तो
क्या हुआ
अभी कुछ तो
चल लो ।।
जो भरना है
सो भर लो ,



✍️       रोशन कुमार झा
सुरेन्द्रनाथ इवनिंग कॉलेज, कोलकाता
ग्राम :- झोंझी , मधुबनी , बिहार,
मो :-6290640716, कविता :- 18(16)

दिनांक :- 15/11/2020
दिवस :- सोमवार

कुछ न कुछ करता हूँ ,
हार के भी मैं चलता हूँ ।
हार से न डरता हूँ ,
संघर्ष से मैं लड़ता हूँ ।।

✍️       रोशन कुमार झा
सुरेन्द्रनाथ इवनिंग कॉलेज, कोलकाता
ग्राम :- झोंझी , मधुबनी , बिहार,
मो :-6290640716, कविता :- 18(15)



मां सरस्वती, साहित्य संगम संस्थान महाराष्ट्र इकाई को नमन 🙏 करते हुए आप सभी साहित्यकारों को सादर प्रणाम 🙏💐 , मैं रोशन कुमार झा कोलकाता से अपनी स्वरचित कविता आप सभी के समक्ष रखा हूं ।
धन्यवाद

गूंगी बूढ़ी मर गई , जिसे इमान चाय पिला देता रहा, रंगोली मोल पास खिलौना फैक्टरी बिट्टू भईया, कल दीपावली बिट्टू भईया घर से कचौड़ी पनीर सब्जी, मिठाई लाये ,
http://roshanjha9997.blogspot.com/2020/11/1806.html
https://youtu.be/mU2gg72wweE


रोशन कुमार झा


Popular posts from this blog

कविता :- 19(89)

कविता :- 16(77), 16(75),:- 16(76)

कविता :- 18(61),18(60), 18(59) ,18(58)