कविता :- 17(46) , हिन्दी

कविता :- 17(46) , कविता:- 16(21)   मैथिली 
नमन 🙏 :- साहित्य संगम संस्थान
दिनांक :- 06/09/2020
दिवस :- रविवार
विधा :- कविता
विषय :- मैं एक नारी हूँ 
विषय प्रदाता :- आ. राज वीर सिंह मंत्र जी
विषय प्रवर्तन :- आ. स्नेहलता द्विवेदी जी

मैं एक नारी हूँ, जो घर और बाहर चलाती हूँ ,
काम करकें अपने बच्चों को पढ़ाती हूँ ।
सुबह से ही घर के पूजा पाठ में लग जाती हूँ ,
सभी को खिलाने के बाद ही खुद को खाती हूँ ,
क्योंकि मैं नारी , एक बेटी, एक बहन, एक माँ और
एक पत्नी की श्रेणी में आती हूँ ।।

दर्द खुद सहती हूँ , पर न बताती हूँ ,
दर्द सहने के बाद भी डाँट फटकार पाती हूँ ।
फिर भी घर परिवार का साथ निभाती हूँ
अंधेरा में रोशन करके घर परिवार चमकाती हूँ ।।

अपने घर से  , शादी के बाद जब पति के घर जाती हूँ ,
अपना घर-परिवार को भूलकर , ससुराल के घर सजाती हूँ ।
फिर क्या ज़्यादा से ज़्यादा काम में लग जाती हूँ ,
यही कहानी है हम नारी की ,
पर अपने लक्ष्य से न घबड़ाती हूँ ।।

✍️       रोशन कुमार झा
सुरेन्द्रनाथ इवनिंग कॉलेज, कोलकाता
ग्राम :- झोंझी , मधुबनी , बिहार,
मो :-6290640716
http://roshanjha9997.blogspot.com/2020/09/1746.html
https://youtu.be/EwJpfm3pNZ0
http://roshanjha9997.blogspot.com/2020/09/1745.html
https://youtu.be/HyZAxnx2E4g

कविता:- 16(21)   मैथिली  ✍️ रोशन कुमार झा 🇮🇳
06-05-2020  बुधवार 07:07 , आज कविता :- 17(46)
06/09/2020 रविवार

माँ सरस्वती, साहित्य संगम संस्थान बोली विकास मंच को नमन 🙏 करते हुए , आप सभी गुरुजनों सह देवियों को सादर प्रणाम 🙏 , मैं रोशन कुमार झा , मधुबनी से अपनी स्वरचित कविता सुनाने जा रहें हैं, कविता मैथिली भाषा में वर्णित है, मैथिली भाषा उत्तर बिहार के मिथिलांचल क्षेत्र में बोली जाने वाली प्रमुख भाषा है । आबूं नैई लेकिन कोरोना भगाबूं  मेरा कविता का शीर्षक है ।

-: 🙏   आबूं नैई लेकिन कोरोना भगाबूं  !  🙏:-

नमन 🙏 :- साहित्य संगम संस्थान
तिथि :- 06/09/2020
https://www.inkalabhindi.com/2020/09/blog-post_15.html?m=1
दिवस :- रविवार
भाषा :- मैथिली
-: 🙏   आबूं नैई लेकिन कोरोना भगाबूं  !  🙏:-

घर सऽ बाहर नैई आबू  ,
घर पर रैही कऽ कोरोना भगाबूं !
हम रोशन के विनीत अछि कि माधव के गुण गाबूं  ,
अखन घोरे पर रहूं अहाँ सभ भैया आर बाबू !

मिल कऽ सोब गोटा बदलाव लाबूं ,
एखन घोरे पर रहि कऽ , नैइ कमाबू !
एक नीक आदमी के फ़र्ज़ निभाबूं ,
कोरोना मुक्त मिथिला के साथ  कोरोना मुक्त भारत बनाबूं !!

केतक अछि अहाँ के क़ाबू ,
ओऽ सऽ अहाँ कोरोना भगाबूं !
घोरे पर रहि कऽ इअ महीना बीताबू ,
कोरोना के हरा कऽ अपन भारत जीताबू !!

दुख तक़लीफ़ सैह कऽ नीक दिन लाबू ,
केअ अपने लोगेन भईया आर बाबू !
बाहर जेअ के जे इच्छा अछि होअ दबाबू ,
कोरोना भगा कऽ फेर सँ ओहि दिन के सुख पाबू !!

✍️    रोशन कुमार झा
ग्राम :- झोंझी , मधुबनी , बिहार
मो :- 6290640716
यह रचना मैथिली भाषा में रचित स्वरचित, मौलिक कविता है,
4 महीने पहले की कविता, वीडियो :- 2:15
77/R mirpara road ashirbad bawan Liluah
कविता :- 17(41) , बंगाली , आज चयनित - 10 पर
दिनांक :- 01/09/2020 , दिवस :- मंगलवार
9430774737 राज
https://www.inkalabhindi.com/2020/09/blog-post_15.html?m=1
इंक़लाब न्यूज़, मुंबई                  रोशन कुमार झा
06/09/2020 , रविवार
साहित्य संगम संस्थान, बोली विकास मंच , नई दिल्ली

6 अगस्त 2020 रविवार शाम 07:00 से 09:00 को साहित्य संगम संस्थान, बोली विकास मंच ,द्वारा बोली संवर्धन
ऑनलाइन कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया है, इस कार्यक्रम में उपस्थित पदाधिकारी अध्यक्ष महोदय आ. राज वीर सिंह मंत्र जी, महासचिव आ. कविराज तरुण सक्षम जी , राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी आ. मिथलेश सिंह मिलिंद जी , प्रचार निर्देशक आ. नवीन कुमार भट्ट नीर जी  , कार्यक्रम संचालक आ. विनोद कुमार दुर्गेश जी, विशिष्ट अतिथि आ. रोहित कुमार रोज जी , मुख्य अतिथि आ. ज्योति मिश्रा प्रभा जी है , और आमंत्रित कविगणों में से मऊ उत्तर प्रदेश से आ. रीता तिवारी रीत जी , सिहोरा, मध्य प्रदेश से आ.सुषमा खरे जी , सीतापुर, उत्तर प्रदेश से आ. दीप्ति गुप्ता जी , पटियाला, पंजाब से आ. मोहन रेखा जी , जसपुर, छत्तीसगढ़ से आ. गीता बाई जी , एटा , उत्तर प्रदेश से गुरुदेव डॉ राकेश सक्सेना जी, जयपुर राजस्थान से डॉ भगवान सहाय मीना जी, मधुबनी बिहार से रोशन कुमार झा , कर्नाटक से डॉ सुनील कुमार परीट जी, पूर्णिया, बिहार से आ. निभा राय नवीन जी आमंत्रित हैं  , सभी कविगण अपने क्षेत्रीय बोलियों, भाषाओं में काव्य पाठ किये , इस तरह के कार्यक्रमों से बोली विकास मंच का मुख्य उद्देश्य हर एक बोली को बढ़ावा देना है, जय हिन्द , जय हिन्दी , जय बोली , जय भाषा
https://www.facebook.com/groups/802546369935211/permalink/1390256054497570/?app=fbl

आज से इंक़लाब न्यूज़ फिर से शुरू ,
पूजा से बात बंद आज से , 8 से 9 नम्बर से फोन , सबको ब्लाक किये +917061410453 , राजन 17:30 में किया busy रही , फिर बात की बोली आयेगा भाई
रंगोली मोल पास खिलौना फैक्टरी में काम नहीं गये
51/9 कुमार पाड़ा लेन लिलुआ हावड़ा
C.Road गये सर पास सूरज भईया आये रहें , पार्टी में रात में वहीं रहें , सुभाष भईया बंटी मामा पास वेलगछिया रोड में काम के लिए , बेबी फोन की , D.k  फोन किया ,
मिंटू यादव :- WhatsApp पर +91 6203 405 241
[06/09, 18:44] Mintu Jii: Hi
[06/09, 18:48] R: Boliya bhaiya jii
[06/09, 18:48] Mintu Jii: Kya haal hai bhai
[06/09, 18:49] R: Mast apna batayee
[06/09, 18:49] R: Aap kaisha hai
[06/09, 18:50] Mintu Jii: Axha
[06/09, 18:50] R: Ohh
[06/09, 18:50] R: 👌👌👌👌
[06/09, 18:50] Mintu Jii: Kaha ho aap
[06/09, 18:50] R: Office me
[06/09, 18:50] R: Bhiya jii
[06/09, 18:51] Mintu Jii: Work nhi karty
[06/09, 18:51] R: Karte hai
[06/09, 18:51] R: Abhi tola ghar ka problem hai
[06/09, 18:51] R: Na
[06/09, 18:51] Mintu Jii: Kya chij ki
[06/09, 18:52] R: 8 Ganta office me, aur 6 Ganta office me
[06/09, 18:52] R: Eak jagah kilona banta hai
[06/09, 18:53] R: Aur eak jagah aqua gurd fillter ke office me
[06/09, 18:53] R: Aur tuition bhi padata hu
[06/09, 18:53] Mintu Jii: Nice
[06/09, 18:53] R: Abh jenow huwa na karja sab ho gaya
[06/09, 18:53] R: Hai
[06/09, 18:54] R: Isi liya itna mehnat kar rahe hai
[06/09, 18:57] Mintu Jii: Oh
आशीष बात किया बोली मिंटू भाईया बात किए बोले ऑनलाइन हैं तो ठीक ही होगा


Popular posts from this blog

कविता :- 19(89)

कविता :- 16(77), 16(75),:- 16(76)

कविता :- 18(61),18(60), 18(59) ,18(58)