कविता :- 17(31) हिन्दी


कविता :- 17(31)
नहीं रहें साहित्यकार हिमांशु जी हमारे बीच,
मिथिला की शान गायक दीपक झा

कविता :- 
शीर्षक :-  मन की कुछ शब्द
दिनांक :- 22/08/2020
दिवस :-  शनिवार

मैं कुछ न मेरे लिए सिर्फ तुम हो ,
जानती हो , फिर क्यों गुम हो ।।

चाहता हूँ पर कुछ कहने से डरता हूँ ,
अभी तो सिर्फ सपने सजाकर ही चलता हूँ ।।

मैं गौतम , नैना तेरी नाम तुझ में भरी है कला ,
सिर्फ नबंर ही तो मांगे तू क्यों गयी घबड़ा ।

( नाम से ज्यादा तुझ में भरी है कला ,
सिर्फ नबंर ही तो मांगे तू क्यों गयी घबड़ा ।)

हैं लम्बा सफ़र रही कई वर्षों की इंतज़ार ,
तू कब मिलोगी , कब आएगी वह साल ।।
जब भी आएं , मैं हूँ साथ निभाने के लिए तैयार ,
क्या और कैसे वर्णन करूँ ,पता तो हमें
है कि मैं कितना करता हूँ तुमसे प्यार ।।

पर बताने में मैं असमर्थ हैं ,
क्यों तड़फा रही हो ,
क्या यही प्रेम का अर्थ है ।।
तुम्हें पाना ये मेरी शर्त है ,
न पाएं तो
तुम्हारे बिना मेरा ये जीवन व्यर्थ हैं ।।

✍️ रोशन कुमार झा
सुरेन्द्रनाथ इवनिंग कॉलेज , कोलकाता 
ग्राम :- झोंझी , मधुबनी , बिहार
मो :- 6290640716
हिमांशु जी बिना बताएँ ही आप चल दिए ,
हमेशा रहियेगा जिंदा जो ज्ञान आप कल दिए ।
उम्र के साथ हम रोशन भी चल देगें ,
ऊपर वाला ये उम्र दिए ,
तब ही तक तो साथ आकाश, पताल हवा, आग,और जल दिए ।।
आज चौरचन गणेश पूजा रहा, बामनगाछी ब्रिज पर आते भगाड़ वाला अजय जिसको पढ़ाते रहे दो भाई एक बहन आशुतोष  दिया रहा अजय पापा को टोटो से साईकिल पकड़ कर लाये, तबीयत खराब रहा, मेरा कान दर्द ,विकास चाचा के मोटरसाइकिल से एक लड़का सकरी वाला लाया हम ब्रीज के नीचे में ही उतर गये ।

77/R mirpara road ashirbad bawan Liluah

  गौतम भारद्वाज
+91 72810 66123,+91 6202 199 909
Facebook पर
[22/08, 19:59] Goutam Jii: कविता तो अच्छी लिख लेते हैं आप
मेरे लिये न होकर किसी और टॉपिक पर होता तो शायद तारीफ़ में दो शब्द कह पाती 🙂
[22/08, 19:59] Goutam Jii: में अपनी बात बताई हूं कविता के सहारे
[22/08, 19:59] Goutam Jii: आई लव यू यार❤️❤️

http://roshanjha9997.blogspot.com/2020/08/1730.html
http://roshanjha9997.blogspot.com/2020/08/1731.html

इंक़लाब न्यूज़, मुंबई                  रोशन कुमार झा
22/08/2020 , शनिवार
मधुबनी / बिहार

मिथिला की शान गायक दीपक झा

बिहार के मिथिला में स्थित मधुबनी जिला के झोंझी गांव से आदरणीय दीपक झा जी कुछ वर्षों से अपनी संगीत से लोगों को आनंदित करते हुए जिंदगी की सफ़र कर रहे है, आज सिर्फ झोंझी गांव वालों को ही नहीं बल्कि इन पर पूरे मिथिलावासी गर्व करते हैं, कुछ दिन पहले दीपक झा के नया गाना भौजी के बहिन स प्यार मैथिली गीत बाज़ार में आएं हैं, जिसके गीतकार आदरणीय दुर्गेश झा जी हैं, इस गीत में संगीत विशाल झा जी व दीपक झा जी अपनी अनमोल स्वर दिए है, जिसके चलते आज पूरे मिथिला के गली गली में भौजी के बहिन स प्यार गीत सुनने को मिल रहें हैं .
https://www.inkalabhindi.com/2020/08/blog-post_481.html?m=1

[21/08, 09:56] Deepak: Hmra lel ki6 likhu na
[21/08, 09:56] Deepak: Kalakar ke lel
[21/08, 09:56] Deepak: Photo seho d diyau
[21/08, 09:56] R: Bhejhu
[21/08, 09:57] R: Jarul
[21/08, 09:57] R: Ha eakdam likhab
[21/08, 09:58] R: नया गाना खून हेएलेअ अखन
+91 95255 28576

इंक़लाब न्यूज़, मुंबई         ,          22/08/2020 , शनिवार
रोशन कुमार झा , कोलकाता
साहित्य संगम संस्थान , नई दिल्ली
https://www.inkalabhindi.com/2020/08/blog-post_492.html?m=1

नहीं रहें साहित्यकार हिमांशु जी हमारे बीच

उत्तर प्रदेश के कानपुर के निवासी साहित्यकार आदरणीय हिमांशु गुप्ता हंस जी का जन्म 8 अप्रैल 1996 को हुआ था , बीते 19 अगस्त 2020 बुधवार की रात एक जहरीले कीड़े के काटने से हिमांशु जी का मृत्यु हो गया, यह जानकारी राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी आदरणीय मिथलेश सिंह मिलिंद जी से प्राप्त हुआ है, उसके बाद आज 22 अगस्त 2020 शनिवार को साहित्य संगम संस्थान से संचालित सभी शालाओं के दैनिक कार्यक्रम स्थगित किया गया , साहित्य संगम संस्थान नई दिल्ली द्वारा प्रकाशित अनेक पुस्तकों के प्रधान संपादक के रूप में हिमांशु जी कार्यरत रहे, हिमांशु जी को 15 अगस्त 2020 को दस सर्वाधिक सहयोगियों में द्वितीय स्थान प्राप्त करने पर साहित्य संगम संस्थान की ओर से संगम शिरोमणि सम्मान से सम्मानित किया गया रहा, हिमांशु जी के इस तरह जाने से साहित्य जगत में बहुत बड़ी क्षति हुई हैं ,ईश्वर आपकी आत्मा को शांति प्रदान करें ।

हिमांशु जी बिना बताएँ ही आप चल दिए ,
हमेशा रहियेगा जिंदा जो ज्ञान आप कल दिए ।
उम्र के साथ हम रोशन भी चल देगें ,
ऊपर वाला ये उम्र दिए ,
तब ही तक तो साथ आकाश, पताल हवा, आग,और जल दिए ।।

*महा ऑनलाइन कवि सम्मेलन*

प्रतिभाग करने के लिए नाम जोड दें

1. ऋषभ सारंग जी
2.गोपाल कृष्ण झा मधुबनी बिहार
3.कवि दिन्नू उदय अजमेर
4.अभिमन्यु प्रजापति बिहार
5. रोशन कुमार झा  , कोलकाता
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