कविता :- 16(99) हिन्दी

कविता :- 16(99),  दिवस :-  मंगलवार, विधा :- कविता
नमस्ते 🙏 :- कलम ✍️ बोलती है साहित्य समूह
विषय क्रमांक :- 178, दिनांक :- 21-07-2020

जितना हुआ उतना खुशियां ही बांट सका है ,
खुद प्यासा, पर दुनिया के लिए समंदर बना रखा है ।
बात नहीं काम मेरी पक्का है ,
इसीलिए तो मैं रोशन
अपनी अरमान सजा रखा है ।।

शायद मैं आऊं किसी का उपयोग ,
बनूं उपचार , बनूं न रोग ।।
कुछ ऐसा करूं ,
जाने के बाद भी खोजें मुझे लोग ,
सोचा हूं अरमान सजा कर ,
स्थापित करूं छोटा-मोटा उद्योग ।।

       रोशन कुमार झा
सुरेन्द्रनाथ इवनिंग कॉलेज, कोलकाता
ग्राम :- झोंझी , मधुबनी , बिहार,
मो :-6290640716, आज विकास पाठक जी - 4500 कुल 4595 PNB, क्रमांक :- 38, श्री कमलेश्वरी मंडल स्मृति काव्य दूत सम्मान ,अररिया, बिहार  कविता :- 16(92) मंगलवार 14/07/2020, अगला साल कविता :- 12(91)
महिला सुरक्षा संगठन, कोलकाता पश्चिम बंगाल कल से
https://www.inkalabhindi.com/2020/07/blog-post_449.html?m=1   , न्यूज़ आज से, फोटो, विडियो
रिपोर्टर :- रोशन कुमार झा  , कोलकाता
हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी बंगाल के कोलकाता, हावड़ा , हुगली, उतनी भीड़ में तो नहीं पर बिना भीड़ के ही शहीद दिवस मनाया गया , इस दिन की इतिहास कुछ इस प्रकार है ,
भारतीय व विश्व इतिहास में 21 जुलाई का अपना ही एक खास महत्व रहा है। परंतु, पश्चिम बंगाल के सत्तारूढ़ दल तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख व मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के लिए 21 जुलाई का कुछ अधिक ही महत्व है। वैसे तो इस दिन कई ऐसी घटनाएं घटी जो इतिहास के पन्नों में हमेशा के लिए शामिल हो गईं। इतिहास के पन्नों में दर्ज इन घटनाओं को लेकर इतनी बड़ी सभा या रैली कभी आयोजित नहीं होती है। परंतु, 21 जुलाई 1993 को कोलकाता में ममता बनर्जी के नेतृत्व में राइटर्स अभियान के दौरान युवा कांग्रेस के 13 कार्यकर्ताओं की पुलिस फायरिंग में मौत हो गई थी। उस वक्त ममता कांग्रेस की युवा शाखा की नेत्री थीं। इसीलिए उन्होंने पिछले 26 सालों से हर वर्ष 21 जुलाई को मारे गए अपने समर्थकों की याद में सभा आयोजित करती आ रही हैं। हालांकि, अब तक पुलिस फायरिंग के लिए दोषियों को सजा नहीं मिल सकी है। मुख्यमंत्री बनने के बाद ममता ने 21 जुलाई की घटना की जांच के लिए आयोग गठित किया था। परंतु, चार वर्षो में जांच आयोग अब तक किसी नतीजे पर नहीं पहुंच सका है। तत्कालीन तीन आइपीएस अफसरों को आयोग ने तलब किया था, लेकिन वे लोग हाजिर नहीं हुए और हाईकोर्ट का दरवाजा खटाखटा दिया। मामले में अदालत में लंबित है। पूर्व मुख्यमंत्री बुद्धदेव भंट्टाचार्य समेत तत्कालीन कई पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों को भी तलब किया था। परंतु, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से अब तक जानकारी नहीं ली गई है। वहीं तत्कालीन मुख्यमंत्री व गृहमंत्री ज्योति बसु का निधन हो चुका है। ऐसे में 21 जुलाई की जांच का दशा व दिशा क्या होगा, यह भविष्य ही बताएगा। पुलिस फायरिंग में मारे गए परिजनों को आखिर कब न्याय मिलेगा। क्योंकि, घटना हुए 26 वर्ष बीत चुके हैं। ऐसे में ममता की 21 जुलाई रैली का क्या अर्थ निकाला जाए? वैसे यदि 21 जुलाई के इतिहास पर नज़र डालें तो कई ऐसी घटनाएं हुई हैं जिन्हें हम नजरंदाज नहीं किया जा सकता। 21 जुलाई 1658 को औरंगजेब ने अपने अनौपचारिक राज्याभिषेक का जश्न मनाया था। वहीं 21 जुलाई 1883 को कोलकाता में भारत के पहले सार्वजनिक थियेटर हॉल स्टार थियेटर की शुरुआत हुई थी। 21 जुलाई 1884 को लॉर्ड्स के मैदान पर पहला क्रिकेट टेस्ट मैच खेला गया था। 21 जुलाई 1904 को 13 साल तक चले निर्माण कार्य के बाद रूस ने 4607 किलोमीटर लम्बी ट्रांस साइबेरियन रेल लाइन का काम पूरा हुआ था। 21 जुलाई 1920 को श्री रामकृष्ण परमहंस की धर्मपत्‍‌नी शारदा मां का निधन हुआ था और इसी 21 जुलाई 1969 को नील आर्मस्ट्रांग ने चांद पर कदम रखा था। परंतु, 1993 में 21 जुलाई के इतिहास में पुलिस फायरिंग भी दर्ज हो गयी और साथ ही दर्ज हो गयी मां माटी मानुष की समर्थक वर्तमान बंगाल की मुख्यमंत्री ममता दीदी की 21 जुलाई की रैली, पर इस साल कोरोना महामारी के कारण कोलकाता के धर्मतल्ला में उतनी भीड़ में तो रैली नहीं मनाया गया, पर बिना भीड़ के ही कहीं कहीं ये दिन को आज फिर से याद किया गया, जय हिन्द, जय भारत

[21/07, 13:35] गुरु जी इंकलाब पत्रिका: Are waah aap reporter bhi hain
[21/07, 13:37] R: आप लोगों की आशीर्वाद से गुरु जी
[21/07, 13:38] R: उतना बड़ा नहीं
[21/07, 13:38] R: छोटा मोटा
[21/07, 13:38] गुरु जी इंकलाब पत्रिका: Aapko ham apne reporter group me jod raha hun
[21/07, 13:38] R: ठीक है गुरु जी 🙏💐💐💐
[21/07, 13:38] गुरु जी इंकलाब पत्रिका: Ban jaayenge aap bade reporter
[21/07, 13:38] R: धन्यवाद सह सादर प्रणाम 🙏
[21/07, 13:39] R: आप लोगों की आशीर्वाद से
[21/07, 13:39] गुरु जी इंकलाब पत्रिका: Aapko I'd bhi di jaayegi
[21/07, 13:39] R: ठीक है गुरु जी 🙏💐💐💐💐💐💐🙏
[21/07, 13:39] R: आज हम भी आवेदन किये है आपके ईमेल पर,

इंक़लाब न्यूज़ पोर्टल राज्य स्तर के लिए आवेदन :-
पश्चिम बंगाल के लिए

नमन 🙏 :- इंक़लाब न्यूज़ पोर्टल

नाम :- रोशन कुमार झा
पता :- 51/9 कुमार पाड़ा लेन लिलुआ हावड़ा -711204
कोलकाता
भाषा :- हिन्दी, बंगाली, अंग्रेजी, भोजपुरी और मैथिली
जन्म तिथि :- 13/06/1999
मो :- 6290640716
ईमेल :- roshanjha9997@gmail.com

कार्य :-
विगत तीन वर्षों से 11 व 12 वीं कक्षा के (विज्ञान व वाणिज्य के छात्र-छात्राओं को "हिन्दी विषय" व कला विभाग के समस्त
विषयों को निःशुल्क पढ़ाते आ रहे हैं ,संग - संग 31 वीं बंगाल बटालियन एनसीसी फोर्ट विलियम कोलकाता-बी ,कम्पनी -5,
पंजीकृत संख्या - WB17SDA112047, विश्व साहित्य संस्थान, सुरेन्द्रनाथ इवनिंग कॉलेज, कलकत्ता विश्वविद्यालय,
नरसिंहा दत्त कॉलेज सेंट जॉन एम्बुलेंस , ( प्राथमिक उपचार ) द भारत स्काउट और गाइड ,पूर्व रेलवे हावड़ा जिला वेरियांग स्काउट और गुलमर्ग गाइड बामनगाछी समूह,रामकृष्ण महाविद्यालय मधुबनी राष्ट्रीय सेवा योजना ,ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय दरभंगा, बिहार युवा विकास मंच मधुबनी के जिला उप मीडिया प्रभारी, महिला सुरक्षा संगठन, बंगाल की कार्यकर्त्ता ।

धन्यवाद                              21/07/2020

Application for News portal West Bengal state level

Name :- Roshan Kumar Jha
D.O.B :- 13/06/1999
Address :- 51/9 Kumar para lane Liluah Howrah, Kolkata
Mob :- 6290640716
Gmail :- roshanjha9997@gmail.com
Service :- social work, Ncc, Nss, Bharat scouts, st john Ambulance, Litterateur,

Thank you                      21/07/2020

अगला साल कविता :- 12(91)
[21/07, 13:08] R: PUNB0030000
[21/07, 13:08] R: Punjab national Bank
[21/07, 13:08] R: Liluah Branch
[21/07, 13:09] R: A/c no -
[21/07, 13:09] R: 0300001700035401
[21/07, 13:15] R: Roshan Kumar Jha
आज विकास पाठक - 4500 कुल 4595
http://roshanjha9997.blogspot.com/2020/07/1698.html

आज की रचनाएं , मंगलवार , 21/07/2020
विश्व साहित्य संस्थान, क्रमांक :- 8
http://vishshahity20.blogspot.com/2020/07/8.html

      "प्यार"

यह तो दर्शन का विषय है
प्रदर्शन का नही
प्रेम मीरा,कबीर,ग़ालिब, फरहान ने की,
किसी ने सरेआम इसे नीलाम न होने दी।
प्रेम तो पूजा है,वन्दन है,अभिनंदन है
प्रेम हर दीवाने के माथे का चन्दन है
प्रेम कलम है,दवात है,स्याही है
प्रेम परमात्मा की साक्षात् गवाही है।
प्रेम साधना है,जिंदगी का हवन है,
प्रेम मंदिर सा पवित्र भवन है।
प्रेम के नाम पे गले मिलते है सैकड़ों से
पर प्रेम करते नही कभी अपनों से।
प्रेम को बाजार का माल बना दिया,
फुट -पाथ पर लाकर इसे खड़ा किया।
कुछ तो शर्म करो नादानों,
प्रेम के मोल को कभी तो जानो।
गर प्रेम को सरेआम तुम बेच ही दोगे,
तो अपने लिए क्या खाक रखोगे?

     ★प्रवीण झा

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बात- बात पर लड़ैत एलहुँ

कहियो नहि हम भेलहुँ एक
जाति-पाति मे बंटि गेलहुँ
संस्कारकेँ देलहुँ कतओ फेक
जपैत छी हर- हर गंगा
करू नहि कहियो मारि आ दंगा।

सीताक भाइ अहाँ छी,
राम केँ छी साला
मर्यादि आर त्यागी बनू अहाँ
खोलि अकलक ताला
जखन अहाँक बास दरभंगा
औ जपि फेर हर-हर गंगा
करू नहि कहियो मारि आ दंगा।

विद्यापतिक गान अहाँ
मंडन-अयाचिक छी स्वाभिमान
मिसरी स' मीठ बोल "मैथिली"
सगरो बनल हमर पहचान
ली नहि बिनु मतलब केर पंगा
जपि नित हर-हर गंगा
करू नहि कहियो मारि आ दंगा।

गार्गी-भारती माइ -बहिन
जनक बनलाह हमर राजा
दर-दर केर तैयो ठोकर खाइत
आइ मैथिल बनल अभगला
पेटक सोहारी जुरय नहि
तन पर शोभय नहि अंगा
तैयो नहि मान बेचय ओ
बस रटैत रहय हर-हर गंगा
करय नहि कहियो मारि ओ दंगा।

✍प्रवीण झा

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★ओ मेरी प्यारी बहना★

मत लाना!
बाजार से वो राखी,
जो खूब चमचमाती हो

कैसे बंधबाऊँ
कलाई पे वो राखी,
जो अपने ही घर
गम को लाती हो

अपना प्यार तो छुपा है,
बस उन कच्चे धागों में,
क्यूँ खुशियाँ ढूँढती हो,
मरघट की फिजाओं में

बांध देना वही रुई वाली राखी,
जो बरसों पुराणी है,
देखो!उसमें छुपी
लाखों अमिट कहानी है
तेरे भाई को भी
वही राखी भाती है

मत लाओ!
बाजार से वो राखी
जो खूब चमचमाती हो

मत पड़ना उस चाल में,
जो चाल शैतानी है
वरना तेरे करोड़ो भाईयों पे,
संकट के बादल मंडरानी है
अपनी छोटी गलतियों से,
सैनिक भाईयों के घर,
मातमी सन्नाटा छाती है

मत लाना!
बाजार से वो राखी
जो बेहद चमचमाती है।

✍प्रवीण झा
#स्वदेशी अपनाओ देश बचाओ

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    #जिस्म_वाला_प्यार के जमाने में

सच्ची वफा की उम्मीद न करना किसी से
यहाँ दिल भी किराए पर लिए और दिए जाते है
कुछ दिनो के लिए
रूप-रंग, धन-दौलत के आधार पर
यहाँ हर कोई यही कहता है
मैं ऑरों सा बिलकुल नहीं
हॉ, हॉ...हो भी केसे सकते है
क्योंकि सब एक-पर-एक बीस है
कोई भी उन्नीस नहीं
इसीलिए सम्भल कर करना
दिल का सौदा
नफा-नुकसान पहले देखना
फिर ही करना ऐसा खेल
गलती से भी मत करना
कभी किसी से सच्चा प्रेम
वरना केवल पचतावा होगा
जब मिलेगा प्यार में धोका

✍ज्योति झा

________________________________________

अरमानों की अर्थी
===========
           ज्योति झा
____________________

तुम जाना चाहते हो
तो बेशक जाओ....
एक बात मेरी भी सुनते जाना
डरो नहीं...
तुम्हे रोकने का दुस्साहस मैं कभी न करूगी
और ना ही अपने प्यार के वे झूठे सपने
जो बुने थे कभी साथ हमने
उसका वास्ता दूंगी
क्योंकी रोका तो इन्हे जाता है ना
जो आज्ञा लेने आए हो
उन्हे नहीं रोकते
जो अपना फैसला सुनाने आए हो
और, मेरे रोके तुम.. रूक जाओगे
ऐसा भ्रम... तो मुझे है ही नहीं
बल्कि जिस भ्रम में जी रही थी
वो भ्रम भी आज..
हॉ..आज टूट गया
तो ऐसी परिस्थति मैं कैसे सोच लूं
मैं यह, की तुम रूक जाओगे मेरे रोके
तुम मेरी सुनोगे ही क्यो अखिर
तुम अपना फैसला सुनाओंगे,
झूठे आरोप लगाओंगे
और मुँह फेर बड़े शान से चले जाओंगे
ना-ना..इस गलत फहमी में भी मत रहना तुम
कि तुमको भूली-बिसरी कस्मे-वादे याद दिलाउंगी
क्योंकि याद तो उन्हे दिलाते है
जो भूले हो कभी..
उन्हे नहीं..
जो जरूरत के आधार पर रिश्तों की
डोर तोड़ते-जोड़ते हो
बस इतनी सी बात कहनी है तुमसे
तुम जोओं..
बेझिझक हो जाओं..
मैं तुम्हारे प्रेम मार्ग की काँटा नहीं बनूगी
तुम बेखौफ आजाद हो कलियों पर मंडराओं
भवरे की भात्ति कभी इस डाल तो कभी उस डाल
पर तुम जरा सम्भल कर रहना
क्योंकि एक बहुत प्रचलित कहावत है
जो जैसा करता है
अक्सर वों वैसा ही पाता है
आज दिया धोखा किसीकों
तो कल अपने साथ भी हो जाता है
वैसे तो कमी किसी बात की नहीं तुम में
और किसी की भावनाओं से खेलना क्या होता है
उसमें जो निपुणता है तुमको
उसका तो बस..क्या कहना?
तुम चतुर बड़े यह ज्ञात मुझे
फिर भी जरा सम्भल कर चलना
फिर करना जब खेल किसी के दिल से
तो अपना दिल कही मत खो देना
कही खेल-खेल में हो ना जाए...ल
खेल तुम्हारे दिल के संग
देदे कही कोई तुम्हे भी धोका
फिर ना अश्क बहाना तुम

ज्योति झा
_________________________

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প্রণাম 🙏:-বিশ্ব সাহিত্য সংস্থা
তারিখ :-16/07/2020
বার :-বৃহস্পতিবার
ভাষা :-বাংলা
শিরোনাম :-⛈️⛈️মেঘের মতন জীবন ⛈️⛈️
🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏

মেঘের দিকে তাকিয়ে দেখো বৃষ্টি যখন হয়।
মেঘের মধ্যে বজ্রপাত তাদের করছে শুধু ক্ষয়।
ক্ষয় হতে হতে উড়ে চলেছে একটি ঠিকানা তোরে।
ঠিকানা বুঝে মিলবেনা পড়বে বৃষ্টি হয়ে ঝরে।
ঝর্ণাধারা ঝরছে আজি  মেঘে বজ্রপাতের গর্জন
মানুষের দিকে তাকিয়ে দেখো জীবনটা মেঘেরই মতন।
মেঘের মতো বৃষ্টি ঝরে আঁধার ভাঙ্গা রাতে
বুকের মধ্যে বজ্রপাত আঘাত এর দাগ কাটে।
দাগ কেটেছে এদিক ওদিক হয়েছে ভালোবাসায় ঘেরা
ভালোবাসাই  বিষ হয়েছে তুলে দিয়েছে মুখে তারা
বিষ বুঝি ছড়িয়ে গেল গোটা সর্ব অঙ্গ।
সর্ব অঙ্গ চিতায় জ্বলে বৃষ্টি দেখাই রঙ্গ।
✍️....উজ্জল পন্ডিত।
গ্রাম :-ছত্রশাল ,থানা :-খানাকুল
জেলা :-হুগলি

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🙏 প্রণাম :-🙏বিশ্ব সাহিত্য সংস্থা
তারিখ :-17/07/2020
বার :-শুক্রবার
ভাষা :- বাংলা
শিরোনাম :-🕯️🕯️মোমের বাতি 🕯️🕯️
......................................................
ওগো  সাধের আলো  মোমের বাতি।
কেন তুমি কেঁদে চলেছে?
কিসের তুমি অপরাধী।
বিশ্ববাসী জ্বালিয়ে দিল
আলোয় ভুবন ভরা বলে।
নীরবে তুমি কেঁদে চলেছ।
চোখের জলে মোমের ফোটা ফেলে।
মোমবাতি কে  বুঝি গলিয়ে দিল।
সুতো  অগ্নিদগ্ধ  হয়ে
বাতিতে  আগুন জ্বালিয়ে দিলো
পূজার সন্ধ্যা বাতি বলে।

✍️উজ্জ্বল পন্ডিত

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कविता :- 16(99),  दिवस :-  मंगलवार, विधा :- कविता
नमस्ते 🙏 :- विश्व साहित्य संस्थान,  दिनांक :- 21-07-2020

जितना हुआ उतना खुशियां ही बांट सका है ,
खुद प्यासा, पर दुनिया के लिए समंदर बना रखा है ।
बात नहीं काम मेरी पक्का है ,
इसीलिए तो मैं रोशन
अपनी अरमान सजा रखा है ।।

शायद मैं आऊं किसी का उपयोग ,
बनूं उपचार , बनूं न रोग ।।
कुछ ऐसा करूं ,
जाने के बाद भी खोजें मुझे लोग ,
सोचा हूं अरमान सजा कर ,
स्थापित करूं छोटा-मोटा उद्योग ।।

       रोशन कुमार झा

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बिहार युवा विकास मंच कि ओर से जय श्री दिल जी को मधुबनी जिला उपाध्यक्ष नियुक्त किए जाने की हार्दिक बधाई!!
आपके नेतृत्व में बिहार युवा विकास मंच नव कीर्तिमान स्थापित करेगी।
सह आदरणीय गगन कुमार जी, प्रखंड अध्यक्ष राजनगर मधुबनी http://biharyuvamadhubani.blogspot.com/2020/07/blog-post_43.html


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