कविता :- 19(04) - 19(10)
कविता :- 19(04) - 19(10)
नमन 🙏 :-
दिनांक :- 18/02/2021
दिवस :- वृहस्पतिवार
काम में व्यस्त हूँ ,
पर मैं स्वस्थ हूँ ।।
✍️ रोशन कुमार झा
सुरेन्द्रनाथ इवनिंग कॉलेज,कोलकाता
ग्राम :- झोंझी , मधुबनी , बिहार,
मो :- 6290640716, कविता :- 19(10)
Duty गये भोला, मोनू भाई सोनू भईया साथ वोटबगान में 10 घंटे का 250, वह टिफिन में घर आया रहा । 18:00 छुट्टी हम होटल में खाएं 30 में ही । पूजा नेपाल में
N . D . College से [18/02, 18:59] Roshan Kumar Jha, रोशन: https://images.app.goo.gl/5iTR4RKhuamxcwFw7
[18/02, 18:59] Roshan Kumar Jha, रोशन: Vector Borne Diseases" poster , Ncc WhatsApp Group में
St John Ambulance
NOTICE-----The Firstaid and Nursing Exam will be held on 07.03.2021Students will be ready for that exam
Scouts Group में काकू
District officials are advised to meet at District Office/DRM Building on 20/02/2021 at 11.00 hrs to distribute all the dues to groups. Accordingly, GLS/GLG'S are advised to come with group pad & stamp or send their representative with authorization letter, group pad & stamp to collect the same.
[18/02, 14:48] +91 94876 59935: नमस्ते भैया🙏
25-27
घड़ियाली आँसू
विधा गद्य
विषय प्रदाता आ कलावती कर्वा जी
विषय प्रवर्तन में आपका नाम दे दूं क्या भैया
रजनी हरीश 🙏
[18/02, 14:49] : पश्चिम बंगाल इकाई में
[18/02, 20:06] Roshan Kumar Jha, रोशन: हां दीदी जी 🙏💐
[18/02, 20:06] Roshan Kumar Jha, रोशन: अवश्य
[18/02, 20:07] : जी धन्यवाद 🙏
[18/02, 20:07] Roshan Kumar Jha, रोशन: स्वागतम् 🙏 दीदी जी 🙏💐
नमन 🙏
दिनांक :- 17/02/2021
दिवस :- बुधवार
राम , लक्ष्मण , जानकी ,
सब महिमा हनुमान की ।।
कृपा है भगवान की ,
तब क्यों न हम रोशन
कर्म करें इंसान की ।।
भूख हो ज्ञान की ,
कला और विज्ञान की ।
बात है सम्मान की ,
सब देख रहें हैं प्रभु
राम , लक्ष्मण , मिथिला पुत्री जानकी ,
मूल्य होता दान की ,
शांति मिलता प्राण की ।
पूजा होते ज्ञानी और विद्वान की ,
सभी के साथ है
अयोध्या पुत्र राम , लक्ष्मण , जानकी ।।
विश्व में हासिल एक अलग स्थान की ,
तू तो गया ही कोरोना वुहान की ।
मोदी , योगी राज्य में बन गये राम मंदिर
भगवान की ,
वहाँ सदियों सदियों तक विराजमान
रहेंगे राम , लक्ष्मण , जानकी ।
✍️ रोशन कुमार झा
सुरेन्द्रनाथ इवनिंग कॉलेज,कोलकाता
ग्राम :- झोंझी , मधुबनी , बिहार,
मो :- 6290640716, कविता :- 19(09)
Duty गये भोला भईया साथ वोटबगान में 10 घंटे का 250 , आज गये ज्योति घर हम मोनू , हर्ष , रानी ,बेबी दीदी और उनकी माँ भी ज्योति घर खिचड़ी खाएं , Dk को फोन किए नहीं आया , मोनू भाई सोनू भईया के लिए काम बोला रहा बोले 250 , 10 घंटे का देगा , पूजा नेपाल गयी शादी में राहुल भी गया रहा , हम आशीष घर गये रहें , रात में खिचड़ी खाएं , हम आशीष , चौबे भईया, तापस दा , Bappa kaku फोन किए रहें हम बोले Ncc में है नहीं गये Scout में खानें हम काम के कारण , 20 कचोड़ी , सुबह में 20 पाव-भाजी ।
नमन 🙏 :- साहित्य संगम संस्थान पश्चिम बंगाल इकाई
दिनांक :- 16/02/2021
दिवस :- मंगलवार
विषय :- सरस्वती पूजा
विषय प्रदाता :- आ. रंजना बिनानी जी
विषय प्रवर्तक :- आ. सुनीता मुखर्जी जी
हे माँ सरस्वती ,
जिस पर हो तेरी दया
वह बन जाते मेहनती ।
फिर हट जाते दुर्गति ,
तब ही तो तू कहलाती
माँ भगवती ।।
आज है तेरी पूजा
जल रही है दीया और बत्ती ।
तेरी ही कृपा से खुश रहते
छात्र छात्राओं , पत्नी और पति ,
आज तक हम रोशन का
करवाया न बेइज्जती ,
हो विश्व का जय
तुम ही करवाती हो माँ सरस्वती ।।
✍️ रोशन कुमार झा
सुरेन्द्रनाथ इवनिंग कॉलेज,कोलकाता
ग्राम :- झोंझी , मधुबनी , बिहार,
मो :- 6290640716, कविता :- 19(08)
आज मंगलवार सरस्वती पूजा स्काउट में रहें बंगाली पुजारी रहा , हम 100 दिए , प्रमोद भईया 100 , राज 50 ,
रात को सर के घर में रहे , सर के जीजा के यहां हावड़ा गये ।दवाई लेने गये सर साथ पीसा देखें फिर हम मिले , बात किए
मेरेराम की होती रहे सदा जयजयकार ..आप सबको मेरा सादर नमस्कार..आप सबके ह्रदय में बैठे *मेरेराम* को मेरा सादर सादर नमस्कार..(मैं आप लोगों को नही अपने राम को नमस्कार करती हूं, मैं आप सबसे *हंसकर बात करती हूँ, *एटीट्यूट* नही दिखाती क्योंकि मेरेराम को *ईगो पसन्द* नही, बस वजह यही है और घर से *सीखा* भी यही है सब अपने जैसे है)मेरे लिए सब जरूरी भी हैं और नही भी ..👇👇
*कबीरा खड़ा बाजार में माँगे सबकी खैर..ना काहू से दोस्ती ना काहू से बैर*
मेरे लाइव प्रोग्राम मेरे सामने वाली खिड़की में आज के अतिथि हैं कोलकाता के *रोशन कुमार झा* ..
आपसे मेरा परिचय #साहित्यसंगम सांस्थान परिवार में हुआ...मैंने आपकी रचनाओ को पढा है, बहुत अच्छा लिखते हैं..आप कोलकाता से हैं ..
आप पढसी के साथ-साथ राष्ट्रीय कैडेट कोर,संस्था में भी हैं... आप राष्ट्रीय सेवा योजना,भारत स्काउट गाइड में भी हैं...आप सेंट जॉन एम्बुलेंस सीखें हैं प्राथमिक उपचार.. और मुझे ये बताते हुए गर्व है कि आप इतना सब करते हुए गरीब बच्चों को निःशुल्क पढ़ाते भी हैं ...मुझे सच मे बहुत गर्व हो रहा है आपका परिचय कराने में...आइए स्वागत करते हैं संस्थान परिवार में मिले भाई *रोशन कुमार झा* का
( 1 )
माँ सरस्वती मेरे सामने वाली खिड़की " मंच को नमन करते हुए आप सभी सम्मानित देशवासियों को सादर प्रणाम 🙏 ।
मदनमहल , जबलपुर , मध्यप्रदेश की आदरणीया. तृप्ति त्रिवेदी दीदी जी को धन्यवाद सादर आभार जिन्होंने हमें आज एनसीसी की वर्दी में कार्यक्रम करने की मौक़ा प्रदान की हैं , जैसे कि दीदी जी बता ही चुकी है हमारा परिचय सम्मानित मंच साहित्य संगम संस्थान से हुई है , साहित्य संगम संस्थान मंच का भी सादर आभार । आप सभी देखें ही होंगे पोस्टर में लिखा हुआ " दो सिपाही आमने-सामने " जी हां
आ. तृप्ति त्रिवेदी दीदी जी एनसीसी कैडेट रह चुकी है और अभी हम एनसीसी कैडेट है । और आप सभी भी देश के सिपाही ही है , सिपाहियों के लिए वर्दी जरुरी है, पर वर्दी के बिना भी देश सेवा की जा सकती है , जो आप अपने अपने कर्मों से देश की सेवा कर रहे हैं ।
( 2 ) ( ये हम चलते हुए आयेंगे फिर सैल्यूट करेंगे )
जय हिन्द श्रीमान
श्रीमान मैं WB17SDA112047 कैडेट रोशन कुमार झा,एन .डी . कॉलेज कम्पनी पांचवीं , 31 वीं बंगाल बटालियन एनसीसी फोर्ट विलियम , कोलकाता - बी ग्रुप , पश्चिम बंगाल व सिक्किम निदेशालय से आप के समक्ष उपस्थित हूँ ।
सीनियर तृप्ति त्रिवेदी , आप सभी सम्मानित सीनियरों व साहबों को मेरे तरफ से सैल्यूट,
इसी सैल्यूट के साथ कार्यक्रम को आगे बढ़ाने का अनुमति चाहता हूं सीनियर
( आप :- अनुमति है तब हम अपना जीवन परिचय देंगे )
अपना जीवन परिचय
शाण्डिल्य गोत्र, नाम झा रोशन कुमार ,
काम से हूँ एक छोटा मोटा रचनाकार ।
हूँ कोलकाता में छोड़कर आया हूँ मिथिला,बिहार ,
हम ही गंगाराम, मधुबनी जिला गांव झोंझी के लाल ।
पढ़ाई के साथ राष्ट्रीय कैडेट कोर,संस्था किया हूँ स्वीकार ,
राष्ट्रीय सेवा योजना, भारत स्काउट गाइड से करता हूँ प्रचार ,
सीखा हूँ सेंट जॉन एम्बुलेंस से, करता हूँ प्राथमिक उपचार ,
संग में नि:शुल्क में पढ़ाकर मिलजुल कर मनाता हूँ त्यौहार ।।
( 3 )
दीदी जी हम आपके कैम्प के समय के गाने में थिरक लें क्या जरा...👍😃😃
https://www.facebook.com/watch/?v=2988041227917643
1 no पर... *जल थल और वायुसेना* के लिए जो कविता लिखी सुना दो जल्दी से..
🇮🇳 देश के रक्षक तीन भाई । :- 🇮🇳🇮🇳🇮🇳
हिन्दुस्तान की सोन्दर्यता की प्रतीक जल,थल, वायुसेना
तीनों भाई है ,
अपनों के लिए चंदन दुश्मनों के लिए कसाई हैं ।
जय श्री राम, जय हिन्द इनके नारा है ,
सुरक्षा के प्रति इनके पास अणु परमाणु बम प्वाइंट टु टु
.22 रायफल, 7.62 एल.एम. जी , एस. एल. आर ,
ब्रहामोज और भी शस्त्र व भाला है ।
सुबह में पीटी फिर करने को ड्रिल (Drill ) है ,
तीनों भाइयों को दुश्मनों के सामने वीरता दिखाने के लिए
सर्वोच्चम पुरस्कार चक्र परमवीर है ।
हर एक का मार्ग रोशन, देश की मान सम्मान इनके हाथों में है ,
क्या कहूं दम तो इनके वर्ड आफ कमांड और
हर एक बातों में है ।
देश सेवा के लिए तैरकर, उड़कर, दौड़कर चलते है ,
मारने या वीरगति पाने की भावना रखकर , दुश्मनों से
सीना तानकर लड़ते हैं ।
पहनने के लिए जूता , डी. एम. एस , तीनों भाई के
अलग-अलग वर्दी है ,
रहने के बाद भी कहां इनके लिए होली ,ईद, दिवाली,
गर्मी या सर्दी है ।
मंगल हो या शनि हर दिन दाढ़ी बनाते यानि सेविंग करते हैं,
कब घर - परिवार, समाज से दूर हो जायेंगे , क्योंकि हर
दिन युद्ध के मैदान में चलते है ।।
✍️ रोशन कुमार झा 🇮🇳
2. रोशन तुमने एक बड़ी भावुक कर देने वाली कविता लिखी है *जब कोई सैनिक सीमा पर जाते हैं* *कभी आते हैं तो कभी घर लौटकर नही आते हैं*
सुना सभी को..
जब कोई सैनिक सीमा पर जाते है । :-
जब कोई सैनिक सीमा पर जाते है ,
कभी आते है, तो कभी वह घर लौट कर नहीं आते है ।
बड़ा मन घबड़ाते है ,
जब कोई सैनिक सीमा पर हमेशा के लिए सो जाते है ।।
मरने के बाद आते है , तिरंगा में आते है ,
उनके अस्थियां भी नदी गंगा में जातें है ।
मैं देशभक्त कवि रोशन महसूस कर चुका हूं, सब दिखावा है
बाज़ार करने लोग सिंगापुर, दरभंगा जाते है ,
बोलो सेना के आलावा कौन सीमा के दंगा में जाते है ।
कोई नहीं , सब घर बैठे काली पूजा, ईद, दिवाली मनाते है ,
फल फूल से घर द्वार, बाड़ी सजाते है ।
और सीमा पर सैनिक देश सेवा के लिए गोली खाते जाते है ,
कमाते है, वे कमाई के लिए नहीं,
बल्कि देश सेवा के लिए मरे जाते है ।।
जब कोई स्त्री अपनी पति ,
कोई माँ बाप अपने पुत्र को खोने लगते है ,
हम क्या ? प्रकृति भी रोने लगते है ।
देशभर में हलचल होने लगते है ,
कब ? जब कोई सैनिक हमेशा के लिए सोने लगते है ।।
® ✍️ रोशन कुमार झा
3. *वीर जब सरहद पर जाते हैं,दुश्मनों के लिए हद हो जाते हैं*.. वाली कविता सुना दो सबको..
विषय :- वीर जब सरहद पर जाते
दुश्मनों के लिए हद हो जाते है ,
वीर जब देश सेवा में सरहद पर जाते है ,
कर्नल , बिग्रेडियर जैसी पद में आते हैं ,
वही तो सैनिक कहलाते हैं ।।
देश सेवा , देश की सुरक्षा में लगे रहते है ,
हम घर में सोये, वे रात में भी जगे रहते है ।
ईद, काली पूजा में भी घर से भगे रहते हैं ,
उन्हें ही तो देश के रक्षक सैनिक कहते हैं ।।
सिर्फ कहने के लिए सब के सब रक्षक हैं ,
देश की मान सम्मान जिसके हाथ में बेशक़ है
सही पूछो तो सैनिक ही सच्चा देश के सेवक है ,
तब सुरक्षित हम रोशन और आप सभी देश के लेखक हैं ।
रोशन कुमार झा
4. तुम्हारी एक रचना जो *लेखक एक सदी का और सरकार पांच साल का* मुझे बड़ी रास आई...जरा सबको सुना दो भाई...😀😀
लेखक एक सदी का और सरकार पांच साल का !:-
मैं एक सदी के कवि, आप पांच साल के सरकार है,
आप का प्रशंसा क्यों करूं,आपका वर्णन करने
का मेरा न विचार है !
आदत से आप लाचार है,
कहते ही नहीं आप दिखाते भी हो कि हम सरकार है !
आज सरकार मोदी , ममता , योगी और नीतीश कुमार है,
अगला पांच साल में कोई और आने के लिए तैयार है !
पांच दो बार बनें तो दस उतना ही साल का अख्तियार है,
हम रोशन एक सदी के लेखक हमें मानवता से ही प्यार है !
आपका चुनाव प्रचार है ,
बेरोजगारी से शहर गांव बीमार है !
क्यों और कैसे आपकी बडा़ई करूं ,
आप तो सिर्फ पांच साल के सरकार है ,
हम एक सदी के कवि हमें रचना करके समाज को सुमार्ग पर ले जाना ही मेरी त्यौहार है !
आपका पीछे हवलदार है ,
हम गरीब आपका शिकार है !
मैं रोशन क्यों आपका वर्णन करूं
आप तो सिर्फ पांच साल के सरकार है ,
वर्णन करूं या न करूं सरकार का, बताओं
मेरे प्यारे पाठकों आज आप सभी से मेरा यही सवाल है !
5. रोशन तुम्हारी एक कविता जो शहीदों पर लिखी है.. *जब हमेशा के लिए सोता है जवान, दिल क्या दिमाग भी रोता है* जब मैं पढ़ रही थी,तो सारी लाइन दृश्य बनकर आंखों के सामने आ रहे थे ..सुनाओ जरा
-: जब हमेशा के लिए सोता है जवान । :-
जब कोई जवान हमेशा के लिए सोता है ,
दिल क्या ? मेरा दिमाग़ भी रोता है ।
क्योंकि कोई अपनी सिन्दूर
तो कोई अपने लाल को खोता है ,
सच पूछो तो बड़ा दुख होता है ,
जब कोई जवान हमेशा के लिए सोता है ।
चाह कर भी नहीं देखते कि वह पतला है या मोटा है ,
बल्कि आँसू के साथ मैं एक दर्दनाक कविता बोता है ।।
क्योंकि मेरी कोई सीमा नहीं ,
दर्दनाक कविता लिखते वक़्त मेरे
कलम के गति धीमा नहीं ।
यूं तो हर कोई आँसू पोछता है ,
पर हम यूं आँसू के साथ एक दर्दनाक
कविता के बारे में सोचता है ।
जब कोई माँ अपनी पुत्र खोती ,
पाल - पोष कर बड़ा किये रहती, खिलाकर रोटी ।
जब कोई स्त्री अपनी सिन्दूर धोती ,
हम यूं रोशन आँसू के साथ लिख बैठते कविता उन
शहीदों पर , इसे मत समझना पथरा - पोथी ।।
® ✍️ रोशन कुमार झा
6. *नववर्ष हमारा पर्व नही* वाली कविता सुनाओ सबको..
-: नव वर्ष हमारा पर्व नहीं !:-
मैं रोशन मुझे अपने पर गर्व नहीं ,
मनाने की सब्र नहीं !
नव वर्ष पर मेरा कोई संदर्भ नहीं ,
क्योंकि ये अपना पर्व नहीं !!
चल रही है ठंडी-ठंडी है गर्म हवा नहीं ,
सूर्य बिना खिली हुई फूल सूर्यमुखी जवा नहीं !
मानव तो मानव जीव-जंतु भी दबे हैं , ठंड से
बचने के लिए कोई दवा नहीं ,
तब कैसे मनाऊं नव वर्ष, नया साल मनाने के लिए लगी
हुई कहीं सभा नहीं !!
पुरानी पत्ती ,अभी खिला सा वन नहीं ,
पौष माघ अभी बसंत और सावन नहीं !
आग नहीं तो बिस्तर, उसके बाहर मां बहन नहीं ,
क्यों मनाऊं, मनाने की मन नहीं ,
क्योंकि ये नव वर्ष अपना पावन नहीं !!
घर से निकलने वाली शाम नहीं ,
घर के अंदर कोई काम नहीं !
पेट के लिए निकलना ही होगा , ठंड से विश्राम नहीं ,
सच में नव वर्ष को मेरी ओर से प्रणाम नहीं !!
अभी जाने दो समय की गति ,
नव वर्ष मनाएंगे अभी नहीं , खिलने दो नव पत्ती !
आने दो बसंत , लेकर आ रही है मां सरस्वती ,
तब मनाएंगे नव वर्ष जलाकर दिया और मोमबत्ती !!
नव वर्ष मनाएंगे पहले चलें ,तो जाये ठंड की
पकवान चौखा लिट्टी !!
केक नहीं बनाएंगे जलेबी वह भी मीठी-मीठी ,
है अपना ये हिन्दुस्तान ,विद्यापति, कबीर,दिनकर की मिट्टी,
उस पर नव वर्ष मनाएंगे, अभी नहीं, आने दो अपना तिथि !!
अभी काफी ठंड है , ठंड की कोई दण्ड नहीं ,
पूजा पाठ करने के लिए कैसे नहाऊ ,गर्म जल की प्रबंध नहीं !
बढ़ते ही जाते ठंड, ठंड की गति मंद नहीं ,
कैसे मनाऊं नव वर्ष, नव वर्ष मनाने की कोई सुगंध नहीं !!
ठंड में यानि आज नहीं ,
कोयल की मीठी आवाज नहीं !
शीत के कारण समय कैसे बीती अंदाज नहीं ,
तब कैसे मनाऊं नव वर्ष,ये हमारा रीति रिवाज नहीं !!
कुहासा में नया साल मनाना ,अपनी कर्त्तव्य नहीं ,
वह भी अब नहीं !
नव वर्ष पर हमें गर्व नहीं ,
है अपना ये पर्व नहीं !!
अंत मे तुम्हे सलाम है भाई...अपने परिवार का,समाज का,और देश का नाम अपने नाम की तरह ही ख़ूबबब रोशन करें...
जय हिंद.. जय हिंदी..
जय जवान ..जय किसान..
वन्दे मातरम..भारत माता की जय🇮🇳👑
[14/02, 10:17] Roshan Kumar Jha, रोशन: https://youtu.be/vM-Lcm3bwLw
[14/02, 10:19] Roshan Kumar Jha, रोशन: https://youtu.be/LMZ-xtl_3Fo
[14/02, 10:22] Roshan Kumar Jha, रोशन: https://youtu.be/uvy9cQ-fwik
[14/02, 10:23] Roshan Kumar Jha, रोशन: https://youtu.be/XKBxyDMStGg
दिनांक :- 15/02/2021
दिवस :- सोमवार , कविता :- 19(07)
आज कॉलेज गये cap का hackle लिए 20 का साईकिल बड़ा बाज़ार में रखें , आएं Scout गये तरूण दा के साथ मोटरसाइकिल से तापस दा पास हंस लाएं , फिर ईंट फिर बालू ऐश्र्वर्या रही स्कूटर से गिरने लगा रहा हम उठाएं , मोनू साथ लिलुआ दवा खरीद दिया 12 का , अगला साल एनसीसी सी की परीक्षा रहा ।
कार्यक्रम नहीं हो पाया , मोनू फोन से भी कोशिश किए ।
देश के रक्षक तीन भाई । :- 🇮🇳 , कविता :- 7(09)
जब कोई सैनिक सीमा पर जाते है । , कविता :- 14(57)
वीर जब सरहद पर जाते । कविता :- 17(36)
लेखक एक सदी का और सरकार पांच साल का !:- कविता :- 15(04)
जब हमेशा के लिए सोता है जवान । :- कविता :- 13(59)
नव वर्ष हमारा पर्व नहीं !:- कविता :- 14(89)
नमन 🙏 :-
दिनांक :- 14/02/2021
दिवस :- रविवार
मैं कर दिया हस्ताक्षर अब तुम भी कर दो साइन ,
जब तक तक साथ मनाऊं दिवस वेलेंटाइन ।।
✍️ रोशन कुमार झा
सुरेन्द्रनाथ इवनिंग कॉलेज,कोलकाता
ग्राम :- झोंझी , मधुबनी , बिहार,
मो :-6290640716, कविता :- 19(06)
काम पर गये 5 घंटा किए 650 मिला आएं चिकेन चावल खाकर , Scouts का पोस्टर बनाएं एक बार काकू बोले दुसरा फिर दो बार चौबे भईया बोले गये Scout गये सफाई हुआ किये , आशीष को 150 दिए , पूजा आज 500 भेजी PNB , Jio रिचार्ज 555 की ,
मोनू के साथ गये लिलुआ उसका माँ की आंख दिखाने , हम हर्ष , मोनू चिकेन मोमो खाएं 100 दिए हम , तापस दा के पास गये आशीष को केस मंगा दिए राम भगवान के लिए ,
कल फिर दिखेंगे एनसीसी की वर्दी में
THE BHARAT SCOUT & GUIDES
BAMANGACHI VERINAG SCOUT & GULMARG GUIDE GROUP
EASTERN RAILWAY , HOWRAH DISTRICT
Cordially invites you to SARASWATI PUJA .
Date :- 16th & 17th FEBRUARY 2021
Venue :- Bamangachi Scout Den
Puja Start: 09: 00 AM
Pushpanjali : 09:30 AM
Includes worship of Maa Saraswati , books & pens , puspanjali .
Prasad and Bhog Distribution: 17/02/2021 , 12:30 PM
Let us rejoice in the glory and blessing of Maa Saraswati .
_______________
Tarun sasmal Rukshana Dey
Group Leader (Scout) Group Leader (Guide)
ऊँ वाक्देवय्यी च: विद्धमहे विरिन्जि पत्निय्यी च: धीमहि तन्नो वाणि प्रचोदयात् ।
_____________
या कुन्देन्दुतुषारहारधवला या शुभ्रवस्त्रावृता
या वीणावरदण्डमण्डितकरा या श्वेतपद्मासना।
या ब्रह्माच्युत शंकरप्रभृतिभिर्देवैः सदा वन्दिता
सा मां पातु सरस्वती भगवती निःशेषजाड्यापहा ॥
नमन 🙏 :-
दिनांक :- 14/02/2021
दिवस :- रविवार
मैं कर दिया हस्ताक्षर अब तुम भी कर दो साइन ,
जब तक तक साथ मनाऊं दिवस वेलेंटाइन ।।
✍️ रोशन कुमार झा
सुरेन्द्रनाथ इवनिंग कॉलेज,कोलकाता
ग्राम :- झोंझी , मधुबनी , बिहार,
मो :-6290640716, कविता :- 19(05)
एक वर्ष पहले की कविता महान गणितज्ञ आ. वशिष्ट नारायण सिंह जी पर 🙏🙏🙏🙏💐
जय हिन्द वाह दो सिपाही आमने-सामने बहुत सुंदर दीदी जी
नमन 🙏 :- साहित्य संगम संस्थान
दिनांक :- 13/02/2021
दिवस :- शनिवार
शीर्षक :- प्रेम प्रस्ताव
जहाँ रखें प्रेम प्रस्ताव ,
वहीं बढ़ गया उसी का भाव ।
सच्चा प्रीत एक से उन्हें ,
पर उनसे है कईयों का लगाव ।
पता न कैसे बिगड़ गया हम रोशन का स्वभाव ।।
जो ऑनलाइन के माध्यम से ही प्रेम पत्र देकर
डालना चाहें प्रभाव ,
प्रेम की परिभाषा जानता हूँ ,
व्यर्थ है डालना है किसी पर दबाव ।
प्रेम स्वतंत्र है न इसमें उच्च - नीच
नहीं इसमें हानि - लाभ ,
दिल दे बैठे , बदले में ना ही मिला जवाब ।।
अब से वही मेरे मन मंदिर वही सपना वही मेरी ख़्वाब ,
उनकी चाहत पूरी हो भले डूबे मेरी नाव ।
ग़म में जीने का एक अलग ही मज़ा है
फिर पाला हूँ एक नया घाव ,
गर्व है हमें कम से कम सुनी तो वह मेरी प्रेम प्रस्ताव ।।
माँगी भी तो चौबीस घंटे ही
ख़ास समझ गयी होती मेरी वह भाव ,
हर कुछ है पर उसकी ही है अभाव ।
हमें उनसे , उन्हें है किसी और से लगाव ,
एक हो जाएं वे दोनों ,
पर मेरे में होनी चाहिए बदलाव ।।
क्योंकि मैं अनजाने में रखें रहें प्रेम की प्रस्ताव ,
उनकी यादों में खुद बदलकर
बदल दूँ शहर और गाँव ।
मेरे हृदय में बसे 'वे'
वे नहीं उनकी शक्ल सूरत हाथ और पाँव ,
तब मेरे प्यारे पाठकों कैसी लगी मेरी ये कविता
प्रेम की प्रस्ताव ।।
✍️ रोशन कुमार झा
सुरेन्द्रनाथ इवनिंग कॉलेज,कोलकाता
ग्राम :- झोंझी , मधुबनी , बिहार,
मो :-6290640716, कविता :- 19(05)
काम पर आएं नेहा भगत WhatsApp पर call की रहीं 06:02 फिर 11:00 बात किए उसका एक Boyfriend था जयपुर में अभी झगड़ा हो गया है , बोला हमको बहुत कोई चाहता है । एक मंच से कोई परेशान किया , हमको बोली आप तो बहुत कुछ बोलते हैं बोलिए, चाचा फोन किए ज़मीन के लिए ही मुंबई से , पोड़ाबाजार
आज मछली भात खाएं ऊपर पर काम घुसड़ी नस्कर पाड़ा लेन ।
माँ सरस्वती और आप सभी का आशीर्वाद , साहित्य संगम संस्थान का सादर आभार , खुद के सम्मान पर खुद का हस्ताक्षर । इसी तरह गुरुओं का आशीर्वाद बना रहे ।
माँ सरस्वती, साहित्य संगम संस्थान पश्चिम बंगाल इकाई को नमन 🙏 करते हुए आप सभी सम्मानित रचनाकारों को हार्दिक शुभकामनाएं सह बधाई 💐🙏
28/01/2021 से 30/01/2021
विषय : जवानी में फिसलते पाँव
विधा: गद्य
श्रेष्ठ रचनाकार: आ. एस •के• वर्मा 'कविराज ' , 22852
आ. अजय कुमार झा 'तिरहुतिया' जी , 22853
आ.रोशन कुमार झा जी , 22854
श्रेष्ठ टिप्पणीकार :आ. अंशी कमल जी , 22855
#साहित्य संगम संस्थान पश्चिम बंगाल इकाई
साहित्य संगम संस्थान
दिनांक :- 12/02/2021
दिवस :- शुक्रवार
खुली विद्यालय कई महीनों बाद ,
आयी सावन बीता के आषाढ़ ।
फिर से आ जाएं स्कूल वाली जीवन
आ रहा है हम रोशन को याद ,
आज 12 फरवरी 2021 शुक्रवार को
बंगाल में स्कूल गई कोरोना महामारी के बाद !!
✍️ रोशन कुमार झा
सुरेन्द्रनाथ इवनिंग कॉलेज,कोलकाता
ग्राम :- झोंझी , मधुबनी , बिहार,
मो :-6290640716, कविता :- 19(04)
अगले महीना part 2 , Result आया , आज से स्कूल सब खुला काम नया जगह घुसड़ी बाज़ार के पास हनुमान जुट मिल स्कूल से नस्कर पाड़ा लेन । आज दीपक भईया को चाभी दे आएं भाभी फिर बुलायी गये बोले रात में आने ,
मोनू को कोई call किया लाइन पर रखा बोला मोटरसाइकिल जीते हो , फिर नेहा आकाश का बात किया , फिर पूजा की ।
77/R Mirpara Road Liluah Howrah Ashirbad bawan West Bengal
West Bengal में आज से स्कूल खुला 12/02/2021 शुक्रवार
कल रात गोलू घर में चोरी हो गया , ताला काटकर गेट भी तोड़ दिया , दीपक दिल्ली से आ रहा है ।
[12/02, 19:20] Tripati Didi Jii:+91 94258 51851
रोशन फोन क्यूँ नही उठा रहे हो
[12/02, 19:20] Tripati Didi Jii: इसी सोमवार को अपना लाइव
79999 65746
[12/02, 19:20] Tripati Didi Jii: मैं तृप्ति त्रिवेदी जबलपुर से
[12/02, 20:11] Roshan Kumar Jha, रोशन: दीदी व्यस्त थे आज हम
[12/02, 20:11]
[12/02, 20:12] Roshan Kumar Jha, रोशन: फोन न उठाने के लिए क्षमा चाहता हूँ दीदी जी
[12/02, 20:13] Roshan Kumar Jha, रोशन: 🙏🙏🙏🙏🙏
http://roshanjha9997.blogspot.com/2021/01/1893-18.html
नमन 🙏 :- मंच
नाम :- रोशन कुमार झा
पिता :- श्री श्रीष्टु झा
माता :- श्रीमती पूनम देवी
जन्मतिथि :- 13/06/1999
जन्म स्थान :- ग्राम :- झोंझी , मधुबनी , बिहार
पता :- 51/9 कुमार पाड़ा लेन, लिलुआ , हावड़ा , कोलकाता
पश्चिम बंगाल
पिन कोड :- 711204
शिक्षा :- बी.ए. तृतीय वर्ष हिन्दी आनर्स सुरेन्द्रनाथ इवनिंग कॉलेज कलकत्ता विश्वविद्यालय
कार्य :- बी.ए की छात्र, एन.सी.सी, 31 वीं बंगाल बटालियन एनसीसी फोर्ट विलियम कोलकाता - बी , पंजीकृत संख्या - WB17SDA112047, कम्पनी पांचवीं, नरसिंहा दत्त कॉलेज
सेंट जॉन एम्बुलेंस कोलकाता, विश्व साहित्य संस्थान ,द भारत स्काउट और गाइड ,पूर्व रेलवे हावड़ा जिला वेरियांग स्काउट और गुलमर्ग गाइड बामनगाछी समूह,रामकृष्ण महाविद्यालय मधुबनी राष्ट्रीय सेवा योजना ,ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय दरभंगा के सदस्य, विगत तीन वर्षों से 11 वीं व 12 वीं कक्षा के विज्ञान व वाणिज्य विभाग को हिन्दी एवं कला विभाग के छात्र - छात्राओं को समस्त विषयों को निःशुल्क शिक्षा प्रदान करते आये है, बिहार युवा विकास मंच मधुबनी के जिला उप मीडिया प्रभारी, इंक़लाब न्यूज़ पश्चिम बंगाल राज्य स्तरीय रिपोर्टर , साहित्य संगम संस्थान पश्चिम बंगाल इकाई के सचिव
मो :-6290640716
ई - मेल :- Roshanjha9997@gmail. com