कविता :- 16(83), 3 कवि सम्मेलन आज

कविता :- 16(83) रविवार 05/07/2020
http://roshanjha9997.blogspot.com/2020/07/16811682.html

माँ सरस्वती सह मंच को नमन करते हुए आप सभी गुरुजनों सह देवियों को सादर प्रणाम 🙏 , हम रोशन कुमार झा (मधुबनी ) कोलकाता से  अपनी स्वरचित कविता सुनाने जा रहें है, जिसका शीर्षक है :-
गुरु तुम्हें सादर प्रणाम  ।

साहित्य उन्नयन मंच - कविता

नमस्ते 🙏 :- कलम ✍️ बोलती है साहित्य समूह
दिनांक :- 05-07-2020
दिवस :-  रविवार
विधा :- कविता
विषय :-  गुरु तुम्हें सादर प्रणाम  ।

माता-पिता दिये रोशन नाम ,
गुरु बतलाये ईश्वर है राम ।
जिनके चरणों में सुबह, है नहीं शाम ,
उन गुरुओं को सादर प्रणाम ।।

गये पूजा करने काशी मिथिला, मथुरा धाम ,
गुरु नहीं मिले देकर दाम ।
जब मिले गुरु हुए सारी अंधकार तमाम ,
सद्गुरु तुम्हें सादर प्रणाम ।।

गुरु ही बतलाये नीम नहीं बनो आम ,
ताकि तुम आओ जग के काम  ।
आज हम जो भी है, वह है गुरुओं के कर्मों के परिणाम ,
हमारा सब कुछ गुरु ही है, तो गुरूजी को सादर प्रणाम ।‌।

✍️ रोशन कुमार झा
सुरेन्द्रनाथ इवनिंग कॉलेज कोलकाता
ग्राम :- झोंझी , मधुबनी, बिहार
मो :- 6290640716

http://roshanjha9997.blogspot.com/2020/07/1683-3.html
https://youtu.be/lg3d4O4_owI

    धन्यवाद साहित्य उन्नयन मंच

कवि सम्मेलन :- आज रविवार 05/07/2020 , कविता :-16(83)
(1) साहित्य उन्नयन मंच , ऑडियो :- 1:37
(14) रोशन कुमार झा , मधुबनी 16:25

(2)  प्रतिध्वनि साहित्य में वीडियो :-  1:22
11:15 शुरू (25) रोशन कुमार झा कोलकाता 17:15
(3) आंचलिक साहित्य संस्थान ऑडियो :- 1:17
(16) रोशन कुमार झा, कोलकाता समय :- 20:00
मेरा 21:32
नमस्ते 🙏 :- कलम ✍️ बोलती है साहित्य समूह
कविता :-16(34) वर्तमान अंकुर साहित्य में आज गुरु महीमा

आज रविवार 05/07/2020 , कविता :-16(83)
विषय :-  गुरु तुम्हें सादर प्रणाम  ।
नमन 🙏 :- साहित्य संगम संस्थान
दिनांक :- 05-07-2020 , दिवस :- आदित्यवार
विषय :- सा.स.स. स्थापना दिवस
विषय प्रदाता :- साहित्य संगम संस्थान

सबके साथ सबके लिए साहित्य संगम संस्थान है ,
हम रोशन सह समस्त रचनाकारों व
पाठकों के लिए भगवान है ।
छोटा बड़ा सबका यहां स्थान है ,
साहित्य सेवा करने वालों के लिए यहां एक से एक सम्मान है ।

यहां हर कोई , कोई सैनिक तो कोई किसान है ,
सब पर साहित्य संगम संस्थान का ध्यान है ।
बड़ा हो या छोटा यहां सब समान है ,
दिन दूनी रात चौगुनी तरक्की करने वाला हमारा अपना
साहित्य संगम संस्थान है ।।

✍️ रोशन कुमार झा
सुरेन्द्रनाथ इवनिंग कॉलेज कोलकाता
ग्राम :- झोंझी , मधुबनी, बिहार
मो :- 6290640716
साहित्य संगम संस्थान 02-06-2020 मंगलवार
आज रविवार 05/07/2020 कविता :-16(83)
साहित्य संगम संस्थान का स्थापना दिवस आज
प्रकाशित :- पृष्ठ :- 38, क्रमांक :- 77 संगम सवेरा

Iron guard 10 inchi hoging, scout में मीटिंग रहा गये कोरोना बाद पहला, पापा साथ हावड़ा श्याम गार्डेन पास विकास पाठक वाला Ro लगाने ।

कविता-15(98) हिन्दी    ✍️ रोशन कुमार झा 🇮🇳
Roshan Kumar Jha ,রোশন কুমার ঝা,
19-04-2020  रविवार 12:35  (मो-6290640716)

-: 🙏  कोरोना के कारण ! 🙏

कर लिया है कोरोना भंयकर रूप धारण ,
तंग हूं हम जनता, कोरोना के कारण !
मर रहें हैं हम रोशन ... और लोग साधारण !
कब तक करते रहूं  बिना कमाई का पेट पालन !

लॉकडॉउन है बाहर निकलना असम्भव
क्योंकि कड़ी है शासन !
शान से बैठें हैं अमीर , नेता लोग लगाकर आसन ,
उस आसन से सूनने को मिलती हैं घर-घर
पहुंचेंगे राशन ,
पर राशन कहां , वह राशन , राशन नहीं ,
रहता एक प्रकार की भाषण !

वहीं से सम्बोधित करते जहां रहता उनका सिंहासन ,
कब तक आशा में रहूं हम गरीब कहां दिया अन्न !
कोरोना खराब किया मन ,
और भोग में ले लिया विश्व का धन !

अमीर-गरीब को छांट दिया कोरोना भरी चालन ,
भूखे मर रहें हैं दिहाड़ी मजदूर.. , है इसके उदाहरण !
सेठ गिन रहे हैं धन , हम ग़रीब भूखे कर रहें हैं
राम-राम उच्चारण !
किस लिए ? तो सब कोरोना के कारण !

                                🙏 धन्यवाद ! 💐🌹

             ✍️••••••  रोशन कुमार झा    🇮🇳
19-04-2020  रविवार 12:35  (मो-6290640716)
आज रविवार 05/07/2020 कविता :-16(83)
Solivagant Rhymes
Wisdom Publication ( Page :- 80- 82 )
Roshan Kumar Jha
Surendranath Evening College Student
कविता:-15(94) हिन्दी    ✍️•••  रोशन कुमार झा 🇮🇳

       -: 🙏  आप लोगों से चाहिए सहयोग ! 🙏 :-

विनती कर रहा हूं मैं रोशन अपने मुल्क भारत के
130 करोड़ लोग से ,
कोरोना को मार भगाना है, पर कैसा भगाऊ ?
भगाऊंगा आप लोगों की सहयोग से !
जैसे वैज्ञानिक खोज करते हैं नई-नई प्रयोग से ,
हम भी और आप भी रहें हैं और तीन मई तक रहेंगे घर
पर ताकि अपना भारत मुक्त हो कोरोना की रोग से !

मोदी हो या योगी कोई भी शासन चलाते
हैं अपनी योग्य से ,
सैनिक दुश्मन से, तो डॉक्टर बचाते हैं रोग से !
कोरोना को दूर भगायेंगे करके साबुन और
माक्स की उपयोग से ,
अन्दर छिपा रहा जो बातें... उसे निकाला हूं मैं
अपनी संयोग और वियोग से !

क्योंकि एक तरफ दुनिया तड़फ रहे है
कोरोना वायरस की रोग से ,
दुसरी तरफ हमारे बिहार की मिथिला के जिला
मधुबनी मुस्कुरा रहें हैं निरोग से ,
सतर्कता के कारण बचें हैं कोरोन की भोग से !
गर्व है हमें मधुबनी वासीयों पर...
और हमें सीखना चाहिए इनके एकता की जोग से ,

                                       🙏 धन्यवाद ! 💐🌹

          ✍️••••••  रोशन कुमार झा    🇮🇳
17-04-2020  शुक्रवार 13:55 (मो-6290640716)
आज रविवार 05/07/2020 कविता :-16(83)
Nandita +91 85429 35782
http://roshanjha9997.blogspot.com/2020/04/1598.html
http://roshanjha1999.blogspot.com/2020/04/1594.html

नमन 🙏 :- संगम सवेरा , कविता :-16(50)
" संगम सवेरा"- मासिक ई पत्रिका जुलाई 2020 अंक हेतु स्वरचित लघुकथा ।

-: बेटियाँ ऐसी हो । :-

झोंझीकुमारपुर  में तनु , नेहा, पूजा, मुस्कान और वर्षा एक ही कक्षा में पढ़ने वाली पाँच सहेली रहती रही,सब के सब धनी पर तनु ग़रीब होते हुए भी मन से धनी, भले अपने खाती या न खाती पर अपने गाँव में दूसरे को भूखा नहीं रहने देती, सब तो ट्यूशन पढ़ती पर तनु नहीं , माँ सरस्वती की दया उस पर रही, एक समय ऐसा आया कि उनकी चारों सहेलीयाँ भी उसी से पढ़ने लगी, और कहती यार तू इस तरह समझाती हो क्या बताऊं,सब सहेलीयाँ दुर्गा पूजा में नई नई कपड़ा लेती , पर तनु अपनी पढ़ाकर कमाई हुई पैसों से ग़रीबों की राह रोशन करती,अपने गांव के आसपास के गांवों के ग़रीब बच्चों को मुफ़्त में पढ़ाती,एक दिन जब तनु बच्चों को पढ़ाती रही तभी नेहा आकर बोली बहन तुम पढ़ाती रहो, हम तुम्हारी व पढ़ते हुए बच्चों की फोटो खींचकर सोशल मीडिया पर समाजसेवी नाम से डाल देंगे, फिर क्या तुम बहुत दूर तक चली जाओगी, इतने में तनु बोल उठी , न बहन हमें दूर तक नहीं जाना,एक ग़रीब का दर्द दूसरा ग़रीब ही जानते,छवि खींचाकर ग़रीबी का मज़ाक नहीं उड़ा सकती, अगर धनी होती तो अपने पैसों से कई विद्यालय खोल देती,पर नहीं हूं, पर मेरी जो भी ज्ञान है उसे तो बाँट ही सकती हूं, गर्व है हमें तनु जैसी बेटियाँ पर, हे ईश्वर हर कहीं तनु जैसी बेटियाँ हो ।।

✍️ रोशन कुमार झा
सुरेन्द्रनाथ इवनिंग कॉलेज कोलकाता
साहित्य संगम संस्थान 02-06-2020 मंगलवार
आज रविवार 05/07/2020 कविता :-16(83)
साहित्य संगम संस्थान का स्थापना दिवस आज
प्रकाशित :- पृष्ठ :- 38, क्रमांक :- 77

नमन 🙏 :- वर्तमान अंकुर मंच
तिथि :- 25-05-2020
दिवस :- सोमवार
विधा :- कविता
विषय :- भाईचारा
मुख्य आयोजक :- श्रीमान निर्मेश त्यागी जी
सह आयोजक :- आदरणीय सुनीता सोनू जी

-:  हमारा भाईचारा । :-

हार से न हारा ,
न्यारा - प्यारा
है दोस्ती हमारा ,
वही तो भाईचारा ।

दुख में हटाया दुख सारा
मेरे लिए खोल कर रख दिया ताला ,
ग़लत से सही की ओर किया इशारा ,
यही तो है भाई भाईचारा ।।

खुद भूखे रहकर भूख मिटाया हमारा ,
गिरते वक्त दिया हम रोशन को सहारा ।
बनें न पर दिखलाया तारा ,
आगे बढ़ने को कहते रहा  , है न्यारा प्यारा
भाईचारा हमारा ।।

✍️ रोशन कुमार झा 🇮🇳
सुरेन्द्रनाथ इवनिंग कॉलेज , कोलकाता  भारत
मो:-6290640716 कविता  :- 16(42)

https://devbhoomisamachar.in/2020/07/04/organizing-online-poetry-seminar-by-upgrading-literature/

कविता :-16(34) हिन्दी 6 रचना  ✍️ रोशन कुमार झा

######  रोशन कुमार झा  ####  1
नमन 🙏 :- साहित्य संगम संस्थान
तिथि :- 17-05-2020
दिवस :- आदित्यवार रविवार
विषय :- शिक्षकों के सम्मान में
विधा :- आलेख
विषय प्रदाता :-  साहित्य संगम संस्थान
समीक्षक :-
(1) आ. प्रज्ञा शर्मा जी
(2) आ. प्रणाली कदम जी

नमन 🙏 :- वर्तमान अंकुर मंच
तिथि :- 05/07/2020
दिन :- रविवार
विषय :-  गुरु महिमा
विधा :- आलेख
मुख्य आयोजक :- श्रीमान निर्मेश त्यागी जी
सह आयोजक :- आदरणीया सुनीता सोनू जी

-: गुरु महिमा । :-

मात-पिता के बाद अगल किसी का जगह है तो वह है गुरु का,
वैसे जीवन में हर एक के तीन पिता होते हैं, जो ये हैं, जो जन्म दिए पहला, दूसरे जो शिक्षा दिए यानी गुरु और तीसरे जिससे आपके शादी होंगे उसके पिता, पर इन पिता में सबसे बड़ा योगदान दूसरे वाले पिता अर्थात् गुरु की है, भले पिता जन्म देते , पर रास्ता शिक्षक ही दिखाते है. सफलता असफलता दोनों से मिलाते है, और हार के बाद भी जीतना सीखाते है,
हम रोशन.. हमें सद्गुरु को कभी नहीं भूलना चाहिए, सच्चा गुरु के सम्बंध में कबीरदास जी ने ठीक ही कहें हैं :-

" ग्यान प्रकासा गुरु मिला, सों जिनि बीसरिं जाइ ।
जब गोविंद कृपा करी, तब गुरु मिलिया आई ।।

मतलब अगर हमें सच्चा गुरु की प्राप्ति हो जाती है, तो हमें उन सद्गुरु को नहीं भूलना चाहिए, सच्चा गुरु की प्राप्ति ईश्वर की कृपा से ही होती है, शिक्षकों ही गांव, घर , शहर को शिक्षित करते हैं, इनका स्थान समाज में सबसे ऊपर है । किसी भी क्षेत्र में , कला, विज्ञान, साहित्य या कुछ और भी में,  जो भी जो किया है उसमें उसके माता-पिता, शिक्षकों का बड़ा योगदान रहा है । जिसका कहीं न सीमा है , वह है गुरु की महिमा ।।

✍️ रोशन कुमार झा
सुरेन्द्रनाथ इवनिंग कॉलेज कोलकाता
ग्राम :- झोंझी , मधुबनी, बिहार
मो :- 6290640716

साहित्य उन्नयन मंच
*गुरु पूर्णिमा के पावन पर्व पर आयोजित आज की प्रतियोगिता में प्रतिभाग करने वाले प्रतिभागियों की अंतिम सूची.... कृपया अब कोई भी नया नाम ना जोड़े...*
1.नेहा जैन, ललितपुर
2. धर्मेन्द्र कुमार, पूर्णिया बिहार
3.रुपेश कुमार, चैनपुर, सीवान, बिहार
4.नीतीश कुमार शर्मा , नौला , बेगूसराय, बिहार
5. रंजन कुमार, मुजफ्फरपुर बिहार
6. डा सतीश कुमार
7.प्रीतम प्रकाश, पूर्णियाँ, बिहार
8- विजय तन्हा  शाहजहाँपुर
9.रेखा पारंगी बिसलपुर पाली राजस्थान
10. बिप्लव कुमार सिंह, फ़रीदाबाद, हरियाणा।
11भागीरथ गर्ग कांटिया
12.अतुल पाठक
जनपद हाथरस(उ.प्र.)
13.कवि जयसिंह खाराबेरा जोधपुर राजस्थान
14 . रोशन कुमार झा , मधुबनी
15.  अनुज तिवारी, मऊ (उत्तर प्रदेश )
16. अरशद मिर्ज़ा (गाजियाबाद उत्तर प्रदेश)
17. विजय प्रकाश पाण्डेय कंठ, सीतापुर, उत्तर प्रदेश
18) Sheetal Vijay Bhuteshwar Gondia,
Maharashtra
19.चंद्रकला भरतिया, नागपुर
20.फ्लोरा अग्रवाल, गोरखपुर, उत्तर प्रदेश
21. रविशंकर त्रिपाठी, सतना, मध्यप्रदेश
22.ज्योति दिनेश सरावगी,अमरावती
23.ज्योति कुमारी, पुर्णिया बिहार
24.मनोज कुमार वर्मा,सीकर राजस्थान,
25 करन त्रिपाठी, हरदोई
26 श्याम बिलदानी, बडनेरा
27 करमजीत कौर, श्री मुक्तसर साहिब
28 मयूरी राठौड़ सूरत
29 शिवांगी मिश्रा लखीमपुर खीरी

प्रतिध्वनि साहित्य
कल दिनांक 5 जुलाई को काव्य पाठ करने वालो की सूचि

विषय :- श्रंगार रस

1 रवि प्रजापति,पिण्डोरिया, अमेठी,उत्तर प्रदेश 11:15
2 नित्यानन्द वाजपेयी भरखनी, हरदोई,उत्तर प्रदेश 11:30
3 मनोज शर्मा मधुर,रूपबास,राज० 11:45
4 डाः नेहा  इलाहाबादी  दिल्ली 12:00
5 रंजीत शर्मा हाथरस उ.प्र. 12:15
6 सीता देवी राठी 12:30
7 दीपक माहापात्रे 12:45
8 डाॅ0 सुशील श्रीवास्तव "सागर" सिद्धार्थनगर, उ0 प्र0 13:00
9 रीता "जयहिन्द हाथरसी" दिल्ली 13:15
10 संतोष श्रीवास्तव"विद्यार्थी", से.नि.डिप्टी कलेक्टर)@सागर मध्यप्रदेश 13:30
11 आरती अक्षय गोस्वामी देवास मध्यप्रदेश 13:45
12 वरून गुप्ता , सोनभद्र (उ०प्र०) 14:00
13 कवि पूरण मल बोहरा,सवाई माधोपुर राजस्थान 14:15
14 आरती अक्षय गोस्वामी देवास मध्यप्रदेश 14:30
15 यश मिश्रा तेजस्वी हमीरपुर बुंदेलखंड 14:45
16 प्रभु राम गरासिया, पाली, राजस्थान 15:00
17 ओ पी मेरोठा हाड़ौती कवि , राजस्थान 15:15
18 अमित वर्मा दिल्ली 15:30
19 राजेन्द्र प्रसाद पटेल "रंजन" 15:45
20 महोदय गौरव मिश्र तन्हा हरदोई उत्तर प्रदेश 16:00
21 डॉक्टर सुनीता मंडल ( कोलकाता) 16:15
22 रामचन्द्र स्वामी अध्यापक बीकानेर 9414510329 16:30
23 मास्टर भूताराम जाखल,जालोर(राजस्थान) 16:45
24 दिनेश चंद्र प्रसाद "दीनेश" कलकत्ता 17:00
25 रोशन कुमार झा , कोलकाता 17:15
26 आराध्या,  दिल्ली 17:30
27 डॉ सत्यम भास्कर भ्रमरपुरिया 17:45
28   वर्षा सोनी, दमोह मध्य प्रदेश 18:00
29 अनिल प्रजापति जख्मी भांडेर जिला दतिया 18:15
30 अर्चना श्रीवास्तव लखनऊ, उत्तर प्रदेश 18:30
31 अनिल कुमार यादव "अनुराग" 18:45
32 सुनील गुप्ता 'श्वेत', मोहाली, पंजाब 19:00
33 मईनुदीन कोहरी 19:15
34 सुशील कुमार यादव, बाराबंकी उत्तर प्रदेश 19:30

वाह भाई रोशन जी। आज गुरु पूर्णिमा के पावन अवसर पर गुरु को समर्पित सुंदर रचना💐 प्रतिध्वनि साहित्य

*राष्ट्रीय आंचलिक साहित्य संस्थान*

विषय - गुरु पूर्णिमा / गुरु

समय - रात 8:00pm से!

वंदना ~ आशुकवि प्रशान्त कुमार"पी.के."

5 जुलाई 2020 को गुरु पूर्णिमा के शुभ अवसर पर ऑनलाइन महाकवि सम्मेलन का आयोजन किया गया है!
अत: सभी साहित्यकार महोदय अपना-अपना नाम सूची मे  अंकित करें ताकी आपका जगह सुरक्षित हो जायें !

1. खेमराज साहू "राजन" दुर्ग, छत्तीसगढ़
2.अमित जैन
3.शाएन राजपूत
4. गजेंद्र कुमार घोगरे - वाशिम (महाराष्ट्र)
5.बिजल जगड़ ,मुंबई
6.प्रकाश,दिल्ली
7.अनामिका रोहिल्ला, दिल्ली
8.भावना शर्मा ,दिल्ली
9.भोलाराम साहू , रायपुर, छ.ग.
10. विकास कुमार पाण्डेय, कानपुर नगर, उ०प्र०
11. कमल कालु दहिया
12.राम शरण सेठ प्रवक्ता डायट फिरोजाबाद उत्तर प्रदेश
13. विशाल चतुर्वेदी " उमेश " जबलपुर
14.  आनंद शर्मा बरेली
15.राजेश तिवारी मक्खन झांसी उ प्र
16. रोशन कुमार झा , कोलकाता
17.सरला कुमारी,गुरुग्राम(हरियाणा)
18. ओ पी मेरोठा हाड़ौती कवि , राजस्थान
19.  कुमार निर्दोष दिल्ली
20.सविता मिश्रा , वाराणसी
21. शैलेंद्र सिंह शैली , हरियाणा
22.रामबाबू शर्मा, राजस्थानी,दौसा(राज.)
23. सौ महेजबीन महमूद राजानी
मु पो सड़क अर्जुनी महाराष्ट्र
24. दिव्यांक राज, बिहार
25. भास्कर सिंह माणिक, कोंच
26. मनीष वर्मा बेमेतरा छतिशगढ़
27 कंचन झारखण्डे 'स्वर्णा' मध्यप्रदेश
28   इशरत परवीन shahdol madhya Pradesh
29 गणेश यदु जिला बालोद छत्तीसगढ़
30 सपना गुप्ता "भूमि", जयपुर, राजस्थान
31. मधु वैष्णव "मान्या" जोधपुर
32. पूजा सैनी नई दिल्ली
33. अभिषेक कुमार वर्मा *"देहाती लड़का"* बाराबंकी उत्तर प्रदेश
34. प्रदीप कुमार, पानीपत, हरियाणा
35 अभय चौरे हरदा मप्र
36 मोफत चौहान व्याख्याता
जोधपुर राजस्थान
37 पूजा देशवाल
38अनुजा मनु (लखनऊ)
39 डॉक्टर माया दुबे , भोपाल
40अश्मजा प्रियदर्शिनी, पटना, बिहार
41बम्पर बहराईची, उतरप्रदेश
42 शिवांगी मिश्रा, लखीमपुर , उ0प्र0
43डॉ अलका पाण्डेय मुम्बई
44 बबिता सिंह, हाजीपुर, वैसाली, बिहार
45 डॉ रंणजीत कुमार दिनकर, वैशाली बिहार
46. Sheetal Vijay Bhuteshwar, Gondia ( Maharashtra)
47 गायत्री नीरज चौबे
48महेश  लेकरिया , आदिलाबाद, तेलंगाना
49 shyam bildani
50शिवदत्त डोंगरे भूतपूर्व सैनिक मध्यप्रदेश के खंडवा जिले से
51गरिमा विनित भाटिया
52 आशुकवि प्रशांत कुमार पी के
53 - डॉ.जयप्रकाश नागला , नान्देड़ , महाराष्ट्र
54 महेश लंकारिया
55
56

राष्ट्रीय अध्यक्ष - नवल पाल प्रभाकर "दिनकर"
राष्ट्रीय महासचिव- रुपेश कुमार

संचालक ~ सूरज तिवारी 'रुद्र' जी

आपके नाम बोलने पर आप अपनी ओडियो रचना, अपना फोटो जरुर डाले! समय पर उपस्थित रहे !

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राष्ट्रीय आंचलिक साहित्य संस्थान मे गुरु पूर्णिमा पर महा कवि सम्मेलन संपन्न !


राष्ट्रीय आंचलिक साहित्य संस्थान(रजिं) के  तत्वधान में महा कवि सम्मेलन संपन्न हुआ ! 5 जुलाई 2020 रविवार को पूरे भारत के 86 कवियों द्वारा गुरु की महिमामंडन का अपनी रचनाओं द्वारा अलग-अलग तरीकों एवं अलग-अलग अंदाज में किया गया संस्था के राष्ट्रीय अध्यक्ष नवल पाल प्रभाकर 'दिनकर' जी के उपस्थिति में एवं राष्ट्रीय महासचिव रूपेश कुमार की रुपरेखा तैयारी में कार्यक्रम संपन्न हुआ! जिसमें मुंबई की प्रसिद्ध कवित्री निक्की शर्मा 'रश्मि' एवं भगवान श्रीराम की नगरी अयोध्या से कवि सूरज तिवारी 'रुद्र' के द्वारा संचालन किया गया , माँ वागेश्वरी की वंदना वर्षा सोनी, आशुकवि प्रशान्त कुमार "पी.के" जी के द्वारा किया गया ! भारत के विभिन्न राज्यों के नामी-गिरामी कवि/कवयित्रियों द्वारा चार चाँद लग गया ! जिसमें भूपसिंह भारती, नारनौल,संतोष अग्रवाल , साली चौका, मध्य प्रदेश,प्रीति चौधरी "मनोरमा" बुलन्दशहर, उत्तरप्रदेश, कवि सूरज तिवारी रुद्र अयोध्या , कुमार जितेन्द्र "जीत" बाड़मेर, राजस्थान, आशीष पाठक "अटल", मधुबनी, बिहार,निक्की शर्मा 'रश्मि' मुम्बई , यशवंत"यश" सूर्यवंशी भिलाई दुर्ग छग, मिथिलेश जायसवाल,बहराइच, सुधीर सिंह सुधाकर, श्रीमती ममता वैरागी, ज्योति भाष्कर "ज्योतिर्गमय" सहरसा(बिहार), सुधा शर्मा राजिम(छ.ग.),बोधन राम निषादराज(छ.ग.), राजेश निषाद हिंदुस्तानी,महराजगंज, उत्तर प्रदेश,केवरा यदु"मीरा"(छ.ग.), अपर्णा शर्मा शिव संगीनी गुजरात, हेमंती शिव कुमार शर्मा गुजरात ,प्रज्ञा जैमिनी दिल्ली , भोलाराम साहू रायपुर छ. ग., कुंती नवल, मुंबई ,डॉ चन्द्र दत्त शर्मा रोहतक, कमल कालु दहिया ,कन्हैया लाल श्रीवास, भाटापारा छ.ग., ßइंदू कुमारी झा, डॉ .सुनीता मिश्रा , राम प्रसाद धनगर,रशीद ग़ौरी , सोजत सिटी, डॉक्टर रचना सिंह "रश्मि", आगरा, पुष्पेन्द्र शुक्ला "पुष्पराज" जशपुर छत्तीसगढ़,गायत्री नीरज चौबे जबलपुर म.प्र,शैलेंद्र सिंह शैली, खेमराज साहू "राजन" दुर्ग, छत्तीसगढ़ ,अमित जैन , शाएन राजपूत, गजेंद्र कुमार घोगरे - वाशिम (महाराष्ट्र) , बिजल जगड़ ,मुंबई, प्रकाश,दिल्ली, अनामिका रोहिल्ला, दिल्ली, भावना शर्मा ,दिल्ली, भोलाराम साहू , रायपुर, छ.ग., विकास कुमार पाण्डेय, कानपुर नगर, उ०प्र०, कमल कालु दहिया , राम शरण सेठ प्रवक्ता डायट फिरोजाबाद उत्तर प्रदेश, विशाल चतुर्वेदी " उमेश " जबलपुर , आनंद शर्मा बरेली, राजेश तिवारी मक्खन झांसी उ प्र , रोशन कुमार झा , कोलकाता, सरला कुमारी,गुरुग्राम(हरियाणा), ओ पी मेरोठा हाड़ौती कवि , राजस्थान, कुमार निर्दोष दिल्ली, सविता मिश्रा , वाराणसी, शैलेंद्र सिंह शैली , हरियाणा, रामबाबू शर्मा, राजस्थानी,दौसा(राज.), सौ महेजबीन महमूद राजानी

मु पो सड़क अर्जुनी महाराष्ट्र,दिव्यांक राज, बिहार,भास्कर सिंह माणिक, कोंच,मनीष वर्मा बेमेतरा छतिशगढ़ ,कंचन झारखण्डे 'स्वर्णा' मध्यप्रदेश ,इशरत परवीन शहडोल मध्यप्रदेश , गणेश यदु जिला बालोद छत्तीसगढ़, सपना गुप्ता "भूमि", जयपुर, राजस्थान , मधु वैष्णव "मान्या" जोधपुर, पूजा सैनी नई दिल्ली, अभिषेक कुमार वर्मा *"देहाती लड़का"* बाराबंकी उत्तर प्रदेश , भारती रंजन कुमारी, दरभंगा, प्रदीप कुमार, पानीपत, हरियाणा ,अभय चौरे हरदा मप्र ,मोफत चौहान व्याख्याता जोधपुर राजस्थान, पूजा देशवाल ,अनुजा मनु (लखनऊ),डॉक्टर माया दुबे , भोपाल, अंशु पाल 'अमृता' दिल्ली,अश्मजा प्रियदर्शिनी, पटना, बिहार,बम्पर बहराईची, उतरप्रदेश,शिवांगी मिश्रा, लखीमपुर , उ0प्र0, डॉ अलका पाण्डेय मुम्बई , बबिता सिंह, हाजीपुर, वैसाली, बिहार, डॉ रंणजीत कुमार दिनकर, वैशाली बिहार , शीतल विजय भुतेश्वर, गोंदिया(महाराष्ट्र),गायत्री नीरज चौबे,महेश  लेकरिया , आदिलाबाद, तेलंगाना , श्याम बिल्दानी,शिवदत्त डोंगरे भूतपूर्व सैनिक मध्यप्रदेश के खंडवा , गरिमा विनित भाटिया ,आशुकवि प्रशांत कुमार पी के, डॉ.जयप्रकाश नागला , नान्देड़ , महाराष्ट्र , महेश लंकारिया ! लॉक डाउन की जिंदगी मे साहित्य ही जीवन का आधार बना है, संस्था मे भारत के हर राज्यों के बड़े बड़े कवि जो प्रोफेसर, डॉक्टर, इंजीनियर, शिक्षक, व्यवसायी , कारपोरट जगत के लोग एवं समाजिक कार्यकर्ता सभी साहित्य का सहारा लिए हुयें है, संस्था निस्वार्थ भाव से साहित्य की सेवा 2016 से करते आ रही  जो एक नई पहचान दी है! युवा कवियों को साहित्यिक दुनिया मे रु- ब - रु कराती है साथ सम्मान से सम्मानित करती है!

कविता :-16(63), नमन 🙏 :- साहित्य उत्थान
विधा :- कविता, विषय :-  नदी, दिनांक :- 15/06/2020
दिनांक :- सोमवार

पर्वत से जन्म लेती हूँ
वही रहती मेरी बचपना की उमंग ।।
तीव्र गति से आगे बढ़ती ,
मार्ग में आये बड़े - बड़े पत्थर दूर फेक ।।

फिर आती समतल भाग में ,
नई गति से भागती हूँ ।।
अनेक मंदिर, घाटी , ब्रीज ,
को पीछे छोड़ते जाते ।।

उनके मार्ग में कितने ,
नहरे- नालियां मिलती ।
सभी को अपनी सहेली बना लेती ,
उसे भी अपने साथ ले जाती  ।।

पर्वत से जन्म लेती हूँ ।
मार्ग में जीवन बिताती हूँ ।।
अन्त समय में गति रुक जाती कम  ,
फिर सागर में मोक्ष पा लेती हूँ ।।

नाम :-   रोशन कुमार झा
जन्मतिथि :- 13/06/1999
कार्य :- बी.ए की छात्र, एन.सी.सी, एन.एस.एस, सेंट जॉन एम्बुलेंस, भारत स्काउट गाइड के सदस्य ।
पता :- ग्राम :- झोंझी , मधुबनी, बिहार
ई - मेल :- Roshanjha9997@gmail. com
यह रचना हमारा मौलिक व स्वरचित है, और इसे साहित्य उत्थान से आयोजित ई - पुस्तिका में प्रकाशित करने का अनुमति देता हूँ ।।

रोशन कुमार झा
    कक्षा: 12
विद्यालय: सलकिया
    विक्रम विद्यालय
भारत एक नज़र कोलकाता समाचार पत्र में
प्रकाशित पहली (दुसरी )  कविता :- रविवार
18 सितम्बर 2016 (मो :- 6290640716 )
11-05-2020  सोमवार कविता:-16(28)
नदी की जीवन :- भारत एक नज़र आज कविता :-16(83)
रविवार 05/07/2020


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