कविता :- 16(81),16(82)

कविता :- 16(82)
नमस्ते 🙏 :- कलम ✍️ बोलती है साहित्य समूह
विषय क्रमांक :- 171
दिनांक :- 04-07-2020
दिवस :-  शनिवार
विधा :- कविता
विषय :- रिश्तों की डोर, होना कमजोर
संचालक :- आ. मीना तिवारी जी

रिश्तों की डोर, होना कमजोर ,
है हक़ीक़त दिया हूं हम रोशन बोल ।
घर - घर दुनिया में है शोर ,
पता न क्या है रिश्तों का मोल ।।

पीछे न आगे की ओर ,
जीवन जब तक तब तक है दौड़ ।
बढ़ना सीखाते रिश्तों की डोर ,
वही रिश्ता दोस्त यारी है जो है अनमोल ।।

✍️ रोशन कुमार झा
सुरेन्द्रनाथ इवनिंग कॉलेज कोलकाता
ग्राम :- झोंझी , मधुबनी, बिहार
मो :- 6290640716

http://merirachna1.blogspot.com/2020/06/blog-post_14.html
मेरी रचना मौन हूं अनभिज्ञ नहीं

✍️ रोशन कुमार झा
सुरेन्द्रनाथ इवनिंग कॉलेज कोलकाता
ग्राम :- झोंझी , मधुबनी, बिहार
मो :-6290640716

विकास पाठक 9339229338 घर छोड़े बिहार गये Inova से 5 जन और रहा , पूजा भाई गोरभ Facebook पर बात किया ।

कविता :- 16(49)

नमन 🙏 :- काव्य कलश मंच
शब्द सुगंध क्रमांक :- 9
तिथि :- 01-06-2020
दिवस :- सोमवार
विषय :-  बेटियाँ
विधा :-  कविता

-:   वह बेटियां नारी है  !:-

तुम्हारा और मेरा न, यह बेटियां हमारी है ,
पूजा करने योग्य सरस्वती, दुर्गा वही काली है !
कल भी , आज भी और भविष्य की भी वही लाली है ,
तो हे ! दुनिया वालों सहयोग करो ,वह बेटियां नारी है !

पढ़ने दो , बढ़ने दो जब तक वह कुँवारी है ,
जब-जब आपद आई है , तब-तब बेटियां ही संभाली है !
भंयकर रूप धारी है !
रानी लक्ष्मीबाई बनकर, बेटियां ही दुष्ट को मारी है ,
गर्व है हमें हर एक बेटियां पर ,
वह तेरी मेरी नहीं , वह बेटियां हमारी हैं !!

उसे स्वतंत्र रहने दो , उसी के लिए धरती की हरियाली है ,
बेटियां से ही सुख-सुविधा सारी है !
वह बिहारी न बंगाली वह दुनिया वाली है ,
इज़्ज़त करो यारों , वह बेटियां नारी है !!

बेटियां ही लक्ष्मी उसी से होली,ईद और दीवाली है ,
अभी जो कोरोना जैसी महामारी है !
उससे भी लड़ने के लिए बेटियां तैयारी है ,
हम रोशन बेटियां की रक्षा के लिए,
आप सभी पाठकों के समक्ष बनें भिखारी है ,
मेरी भिक्षा यही है , कि बेटियां की इज़्ज़त करो
वह तेरी मेरी नहीं वह बेटियां हमारी हैं !!

® ✍️ रोशन कुमार झा 🇮🇳
सुरेन्द्रनाथ इवनिंग कॉलेज , कोलकाता  भारत
मो:-6290640716  #### कविता  :-  16(18)

कविता :- 16(81)

नमस्ते 🙏 :- कलम ✍️ बोलती है साहित्य समूह
विषय क्रमांक :- 170
दिनांक :- 03-07-2020
दिवस :-  शुक्रवार
विधा :- कविता
विषय :- संस्कार
संचालक :- आ. एस डी शर्मा जी

कहने के लिए हम रोशन तैयार हैं ,
हेलो नहीं कहने के लिए नमस्कार है ।।

अपना ही रीति रिवाज हमें सीखाने
वाला और कोई न, घर परिवार है ।।

छोटा बड़ा सबका आदर करना ही
हमारा अर्जित किया हुआ संस्कार है ।।

आधुनिकता में बसा गांव घर
शहर, जिला और बाज़ार हैं ।

है हमें अपना ही दादा-दादी से
सीखे नीति नियम हमें स्वीकार है ।

✍️ रोशन कुमार झा
सुरेन्द्रनाथ इवनिंग कॉलेज कोलकाता
ग्राम :- झोंझी , मधुबनी, बिहार
मो :-6290640716


नमन 🙏 :- साहित्य संगम संस्थान उत्तर प्रदेश इकाई
तिथि :- 03/07/2020
दिवस :- शुक्रवार
विषय :-  आँसू
विधा :- कविता

-: तुम्हारी यादें !:-

आंखों से मेरे आंसू बहने दो ,
मत रहो मेरे पास, बस अपनी यादें रहने दो ।

चांदनी रातें में जो बांटे थे सुख ,   वे रहने दो ,
अंधेरी रात में जो दुख देकर गयी वे अब सहने दो ।

पार्क , बाग़ में बैठकर किये थे, जो बातें,
अब उस बातें को रहने दो ,
जो पूरा नहीं हुआ चाहत , उन चाहत को रहने दो ।

तुम्हारे आने की जो आगाज़ थी , उस पल को रहने दो ,
तुम्हारे जाने से जो हम रोशन को गम मिला,
अब उस गम को सहने दो ।

तुम्हारी जो घुँघरू की आवाज थी, उस आवाज को सुनने दो,
जो तुम्हारे लिए रखें थे प्रेम की बातें ,
अब उन बातों को कहने दो ।

तुम्हारी जो आने की मार्ग थी, उस मार्ग को निखारते रहने दो,
तुम आओ या मत आओ , बस हमारी इंतजार जारी रहने दो ।

पतझड़ में दी थी होंठों पर मुस्कान, उस मजे को रहने दो ,
भरी बंसत में जो देकर गयी सजा , उस सजे को सहने दो ।

पास रहो या मत रहो ,
बस मेरी आंखों से आंसू बहने दो ।।

✍️ रोशन कुमार झा
सुरेन्द्रनाथ इवनिंग कॉलेज कोलकाता
ग्राम :- झोंझी , मधुबनी, बिहार
मो :-6290640716

कविता :- 16(34) 17-05-2020 रविवार
✍️ रोशन कुमार झा     (Pagal)  Neha singh
24-09-2016  शनिवार 16:25
कक्षा :- 12 वीं  क्रमांक :-11
विभाग :- आर्ट्रस (कला )
विद्यालय :- सलकिया विक्रम विद्यालय ( मेन )
मो :-8481   933873
51/9 Kumar para lane,अभी 77/R mirpara road
डायरी नहीं एक मोटा रजिस्टर रहा, जो पिताजी अपने कार्यकाल से लाये रहे, उसमें हिसाब किताब हुआ रहा ,

कविता :-16(29) मौन हूं अनभिज्ञ नहीं ,
कविता :- 15(04) लेखक एक सदी
कविता :- 14(57) जब कोई सैनिक सीमा पर
कविता :- 16(64) व्यायाम
कविता :- 14(89) नव वर्ष हमारा पर्व नहीं
http://merirachna1.blogspot.com/2020/06/blog-post_14.html
मेरी रचना

रोशन कुमार झा
  कोलकाता
इस सप्ताह की प्रतियोगिता के लिए वीडियो बनाये पर भेज नहीं पाये, तीनों साप्ताहिक प्रतियोगिता में भाग लिए है, 14 मई से बीच में दो तीन दिन छोड़कर सभी दिन दैनिक लेखन किये है ।

नाम :-   रोशन कुमार झा
पिता :- श्रीष्टु झा
जन्मतिथि :- 13/06/1999

कार्य :- बी.ए की छात्र, एन.सी.सी, एन.एस.एस, सेंट जॉन एम्बुलेंस कोलकाता, विश्व साहित्य संस्थान ,भारत स्काउट एण्ड गाइड के सदस्य, विगत तीन वर्षों से 11 वीं व 12 वीं कक्षा के विज्ञान व वाणिज्य विभाग को हिन्दी एवं कला विभाग के छात्र - छात्राओं को समस्त विषयों को निःशुल्क शिक्षा प्रदान करते आये है।

पता :- ग्राम :- झोंझी , मधुबनी, बिहार
मो :-6290640716
ई - मेल :- Roshanjha9997@gmail. com

*राष्ट्रीय आंचलिक साहित्य संस्थान*

विषय - गुरु पूर्णिमा / गुरु

5 जुलाई 2020 को गुरु पूर्णिमा के शुभ अवसर पर ऑनलाइन महाकवि सम्मेलन का आयोजन किया गया है!
अत: सभी साहित्यकार महोदय अपना-अपना नाम सूची मे  अंकित करें ताकी आपका जगह सुरक्षित हो जायें !

1. खेमराज साहू "राजन" दुर्ग, छत्तीसगढ़
2.अमित जैन
3.शाएन राजपूत
4. गजेंद्र कुमार घोगरे - वाशिम (महाराष्ट्र)
5.बिजल जगड़ ,मुंबई
6.प्रकाश,दिल्ली
7.अनामिका रोहिल्ला, दिल्ली
8.भावना शर्मा ,दिल्ली
9.भोलाराम साहू , रायपुर, छ.ग.
10. विकास कुमार पाण्डेय, कानपुर नगर, उ०प्र०
11. कमल कालु दहिया
12.
13.
14.
15.राजेश तिवारी मक्खन झांसी उ प्र
16. रोशन कुमार झा , कोलकाता
17.
18.



राष्ट्रीय अध्यक्ष - नवल पाल प्रभाकर "दिनकर"
राष्ट्रीय महासचिव- रुपेश कुमार

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https://devbhoomisamachar.in/2020/07/04/organizing-online-poetry-seminar-by-upgrading-literature/

https://devbhoomisamachar.in/2020/07/04/organizing-online-poetry-seminar-by-upgrading-literature

http://roshanjha9997.blogspot.com/2020/07/1680.html



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