कविता :- 16(66) , हिन्दी
कविता :- 17(66) , हिन्दी
नमन 🙏 :- साहित्य संगम संस्थान
तिथि :- 26/09/2020
दिवस :- शनिवार
विषय :- आहुति
विधा :- समीक्षा
प्रदाता :- आ. राजवीर सिंह मंत्र जी
विषय प्रवर्तन :- आ. भावना दीक्षित ज्ञान श्री जी
साहित्य संगम संस्थान नई दिल्ली द्वारा प्रकाशित आहुति पुस्तिका आ. मीना भट्ट जी दीदी के काव्य संग्रह है , दीदी जी अपनी रचनाओं से हम सभी पाठकों व रचनाकारों को छंद विधा की बेहतर ज्ञान दिए हैं , इसके लिए हम साहित्य संगम संस्थान परिवार , राष्ट्रीय अध्यक्ष आ. राज वीर सिंह मंत्र जी , भावना दीक्षित ज्ञान श्री जी , सह मीना भट्ट जी दीदी का सादर आभार है , जो आज हम सभी रचनाकारों के समक्ष दीदी जी की आहुति पुस्तिका समीक्षा करने के लिए रखें है , हमें इस पुस्तिका से रास छंद , शंकर छंद , कबीर छंद , शक्ति छंद और भी छंदों से आधारित रचना पढ़ने , सीखने व लिखने की ज्ञान प्राप्त हुआ है , सच में दीदी जी की साहित्य को समर्पित आहुति पुस्तिका हमारे लिए उपयोगी है , अतः आप सभी रचनाकारों व साहित्य प्रेमियों दीदी जी की आहुति पुस्तिका एक बार अवश्य पढ़ें , और छंद विधा की ज्ञान अर्जित करें ।।
✍️ रोशन कुमार झा
सुरेन्द्रनाथ इवनिंग कॉलेज, कोलकाता
ग्राम :- झोंझी , मधुबनी , बिहार,
मो :-6290640716
77/R mirpara road ashirbad bawan Liluah Howrah
10400 का मोबाइल पूजा देती ,15000 देंगी , 5000 भेजी रही, मोबाइल फोटो भेजी रही ,
5200 में 1000 पंजाब , Apy -1000, से 2500 घर में , 500 टिकट, 550 जिओ -3 फोन,
पहला टिकियापाड़ा से राजन 600 अगला साल फोड़े रहे ,28/09/2019 भगत सिंह वर्षगांठ दिन राहुल को 1500 भेजें रहे ड्यूटी गार्ड में , S/ B, दूसरा 750 jio लिलुआ से चाचा को दिए , चाचा मोबाइल खराब हो गया , ये आज तीसरा जियो -
मां का तबीयत खराब रहा, चाची का सपना मां देखी रही, चाचा दिल्ली में घाव हो गया है, हम रंगोली मोल पास खिलौना फैक्टरी में काम ,विकास पाठक का पिता जी मर गए ,बात किए रहें , कि अहां के गांव हम गेल छी ,
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http://roshanjha9997.blogspot.com/2020/09/1765.html