कविता- 17(22) हिन्दी

कविता- 17(22)
दिनांक :- 13/08/2020
दिवस :- वृहस्पतिवार

कविता :- बूंद सागर हेतु ----

   कुछ अपने बारे में

कुछ शब्दों के इशारे में ,
बता रहा हूं मैं मिंटू अपने बारे में ।

तो सुनो जो हूं आप सभी के समक्ष हूँ
रामकृष्ण महाविद्यालय के छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष हूँ ।
किसी के उम्मीद तो किसी की लक्ष्य हूँ ,
इसलिए हार और जीत दोनों के पक्ष हूँ ।।

अंधकार से राह हुआ रोशन , पर अंधकार को न भूला हूँ ,
करता हूँ समाज सेवा, इसलिए राष्ट्रीय सेवा
योजना जैसी संस्था से जुड़ा हूँ  ।
किसी के दम पर न , अपने संघर्ष से उड़ा हूँ ,
मेहनत करता हूँ , और करने के लिए तैयार मैं पूरा हूँ ।

दया प्रेम है , पर रखा हूँ न भय ,
स्थिर रहकर कुछ करता हूँ , जैसे है सदियों
से स्थिर हिन्दुस्तान के हिमालय ।
हो हमारा जीवन इसी तरह मंगलमय ,
हम मिंटू कुमार यादव का यही है लघु परिचय ।।

      मिंटू कुमार यादव
रामकृष्ण महाविद्यालय, मधुबनी , पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष पता :- ग्राम+पोस्ट-बेला, थाना जयनगर जिला मधुबनी , बिहार - 847226
मो :-  6203405241

निःशुल्क संकलन में प्रकाशित होने के इच्छुक साहित्यकारों के लिए सुनहरा अवसर

इस संकलन मे 100 साहित्य प्रेमियों को अपनी मौलिक रचना छपवाने का अवसर दिया जाएगा।

कृपया नियम ध्यानपूर्वक पढ़ लें।

01. प्रत्येक कवि को संकलन में एक पन्ना दिया जाएगा।

02. बॉयोडाटा में सिर्फ़ और सिर्फ़ अपनी फोटो के साथ अपना नाम, पता और मोबाइल नंबर भेजें।

03.कविता, गीत 16 पंक्तियों से ज़्यादा न हो। ग़ज़ल 7 शेयरों  से अधिक न हो। रचना टाइप करके ही भेजें।

04. रचना भेजने की अंतिम तिथि 15-08-2020 है।(पहले आने वाली 100 रचनाएँ ही शामिल की जाएंगी)
15-7-2020
05. आप अपनी रचना  what's app या मेल भी कर सकते हैं। इसका पूरा विवरण नीचे दिया जा रहा है।

# विशेष -  इसके लिए किसी से कोई भी सहयोग राशि नहीं ली जाएगी एवं पुस्तक ख़रीदना भी अनिवार्य नहीं होगा।

#  किसी भी प्रतिभागी लेखक को पुस्तक निःशुल्क नहीं दी जाएगी।

#  इच्छुक प्रतिभागी 250/रुपये में वह संकलन प्राप्त कर सकता है जिसमें डाक खर्च भी शामिल होगा। जो साहित्यकार संकलन ख़रीद कर साहित्य की सेवा में अपना योगदान देंगे उन्हें साहित्य कलश द्वारा डिजिटल सम्मान पत्र देकर शुक्रिया के रूप में सम्मानित भी किया जाएगा।

कृपा रचना इस प्रकार भेजें -
01 संकलन का नाम ‘बूँद बूँद सागर ‘ रचना के ऊपर ज़रूर लिखें
02 रचना
03 रचना के नीचे नाम, पता और मोबाइल नंबर
04 अलग से फोटो........
धन्यवाद।

सम्पादक
मनु वैश्य 
मोबाइल न.9780288100
manunipu @gmail .com

मुख्य सम्पादक : सागर सूद

प्रकाशक
साहित्य कलश पब्लिकेशन
पटियाला (पंजाब)

[13/08, 22:51] R: Hii
[13/08, 22:51] R: Bhajii
[13/08, 22:51] R: Kaisha hai
[13/08, 22:51] Mintu Jii: ठीक हूं आप बताइए
[13/08, 22:51] Mintu Jii: क्या हाल है
[13/08, 22:53] R: आपको मैं एक छोटा सा उपहार देना चाहता हूं , आपके नाम पर एक कविता लिख रहा हूं और इसे आप अपने ही नाम से बूंद सागर किताब नि: शुल्क में प्रकाशित होने वाली है आप प्रकाशित करवा लीजिए , मैं उनका नम्बर दे देता हूं
[13/08, 22:54] R: कुछ शब्दों के इशारे में ,
बता रहा हूं मैं मिंटू अपने बारे में ।

तो सुनो जो हूं आप सभी के समक्ष हूँ
रामकृष्ण महाविद्यालय के छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष हूँ ।
किसी के उम्मीद तो किसी की लक्ष्य हूँ ,
इसलिए हार और जीत दोनों के पक्ष हूँ ।।
[13/08, 22:54] Mintu Jii: ठीक है
[13/08, 22:54] R: अभी कुछ ही पंक्ति लिखें है और लिखकर भेजता हूं
[13/08, 22:55] Mintu Jii: 🥰🙏🙏बहुत सुंदर रचना कर देते
[13/08, 22:55] Mintu Jii: जी सुक्रिया
[13/08, 22:55] R: आप लोगों का आशीर्वाद है
[13/08, 22:55] R: आप अपना पता लिखकर भेज दीजिए
[13/08, 22:56] Mintu Jii: मिंटू कुमार यादव
ग्राम+पोस्ट-बेला, थाना जयनगर जिला मधुबनी 847226
[13/08, 22:56] Mintu Jii: बिहार
[13/08, 23:48] R: ठीक है
[13/08, 23:52] R: Copy करके भेज दीजिएगा
[13/08, 23:53] R: +91 97802 88100
[13/08, 23:53] R: Is par
[13/08, 23:54] R: Eak photo bhi


कविता :- 14(57) जब कोई सैनिक सीमा पर 

नमन 🙏 :- कलम ✍️ बोलती है साहित्य समूह
विषय :- सैनिक का देश प्रेम , विषय क्रमांक :- 187
विधा :- कविता
संचालक :- आ. प्रमोद कुमार चौहान ' जी
दिनांक :- 13/08/2020
दिवस :- वृहस्पतिवार

-: जब कोई सैनिक सीमा पर जाते है । :-

जब कोई सैनिक सीमा पर जाते है ,
कभी आते है, तो कभी वह घर लौट कर नहीं आते है ।
बड़ा मन घबड़ाते है ,
जब कोई सैनिक सीमा पर हमेशा के लिए सो जाते है ।।

मरने के बाद आते है , तिरंगा में आते है ,
उनके अस्थियां भी नदी गंगा में जातें है ।
मैं देशभक्त कवि रोशन महसूस कर चुका हूं, सब दिखावा है
बाज़ार करने लोग सिंगापुर, दरभंगा जाते है ,
बोलो सेना के आलावा कौन सीमा के ढंगा में जाते है ।

कोई नहीं , सब घर बैठे काली पूजा, ईद, दिवाली मनाते है ,
फल फूल से घर द्वार, बाड़ी सजाते है ।
और सीमा पर सैनिक देश सेवा के लिए गोली खाते जाते है ,
कमाते है, वे कमाई के लिए नहीं,
बल्कि देश सेवा के लिए मरे जाते है ।।

जब कोई स्त्री अपनी पति ,
कोई माँ बाप अपने पुत्र को खोने लगते है ,
हम क्या ? प्रकृति भी रोने लगते है ।
देशभर में हलचल होने लगते है ,
कब ? जब कोई सैनिक हमेशा के लिए सोने लगते है ।।

® ✍️ रोशन कुमार झा
सुरेन्द्रनाथ इवनिंग कॉलेज , कोलकाता 


इंक़लाब न्यूज़ , मुंबई           रोशन कुमार झा
विश्व न्यूज़          रोशन कुमार झा
कोलकाता , पश्चिम बंगाल
वृहस्पतिवार                  13/08/2020

पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की हालत में कोई सुधार नहीं,

पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की हालत में कोई सुधार नहीं है और वह अब भी गहरी बेहोशी में हैं. सेना के रिसर्च एंड रेफरल अस्पताल ने गुरुवार को एक बयान में यह जानकारी दी. मुखर्जी का इलाज कर रहे डॉक्टरों ने कहा कि उनकी हालत स्थिर है और वह अब भी जीवनरक्षक प्रणाली पर हैं. मुखर्जी (84) को 10 अगस्त सोमवार को अस्पताल में भर्ती कराया गया रहा, और उनकी मस्तिष्क की सर्जरी की गई थी, इससे पहले कोविड-19 जांच में उनके संक्रमित होने की पुष्टि हुई थी.अस्पताल ने एक बयान में कहा, ''प्रणब मुखर्जी की हालत में आज सुबह भी कोई सुधार नहीं आया. वह गहरी बेहोशी में है और अब भी जीवनरक्षक प्रणाली पर हैं.'' इस बीच, पूर्व राष्ट्रपति के स्वास्थ्य को लेकर आ रही खबरों से नाराज उनके बेटे व पूर्व सांसद अभिजीत मुखर्जी ने कहा, ''मेरे पिता श्री प्रणब मुखर्जी अभी जिंदा हैं और 'हेमोडायनामिक' तौर पर स्थिर हैं , मुखर्जी की बेटी और कांग्रेस नेता शर्मिष्ठा मुखर्जी ने भी ट्वीट किया कि मेरे पिता के बारे में आ रही खबरें गलत हैं. मैं अनुरोध करती हूं, विशेषकर मीडिया से कि मुझे फोन ना करें.... ताकि अस्पताल से कोई भी जानकारी आने के समय मेरा फोन बिजी ना हो. प्रणब मुखर्जी 2012 से 2017 तक भारत के राष्ट्रपति थे.
https://www.inkalabhindi.com/2020/08/blog-post_618.html?m=1
http://vishvnews2020.blogspot.com/2020/08/blog-post_86.html

[13/08, 15:12] Rani New: Waah
[13/08, 15:12] Rani New: Waah bhiya 🥳🥳
[13/08, 15:12] R: धन्यवाद
[13/08, 15:13] R: 51/9 का ही पता पर बनाए है
[13/08, 15:14] Rani New: Ohho
[13/08, 15:15] Rani New: Aap reporter kaise bn gye
[13/08, 15:16] R: एक महीना से
[13/08, 15:17] R: जिन्दगी जो न बना दे
[13/08, 15:17] R: हिंदी से रिपोर्टर भी बन सकती हो
[13/08, 15:17] Rani New: Waah
[13/08, 15:18] Rani New: Bhutt acha
[13/08, 15:18] R: धन्यवाद 🙏, आप लोग हम से भी आगे जाओगे
[13/08, 15:29] Rani New: ☺️pta nhi buiya
[13/08, 15:29] R: जाओगी, +91 91638 84258

14:54 में भेजें फिर हटा दिए
[13/08, 14:55] R: धन्यवाद सह सादर प्रणाम 🙏
[13/08, 14:55] R: Bengal
[13/08, 14:55] R: होगा
[13/08, 14:55] इंकलाब पत्रिका सागर सर: Ok
[13/08, 14:55] R: 51/9
[13/08, 14:55] R: 51/19 नहीं
[13/08, 14:59] R: कोई बात नहीं गुरु जी, आराम से बनाकर दीजियेगा 🙏💐💐💐💐💐💐
[13/08, 15:10] R: आभार गुरु जी 🙏💐💐💐💐💐💐💐


http://roshanjha9997.blogspot.com/2020/08/1721.html



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