कविता :- 17(16)

कविता :- 17(16)
नमन 🙏 :- साहित्य संगम संस्थान
दिनांक :- 07/08/2020   दिवस :- शुक्रवार
विधा :- ग़ज़ल    विषय :- फसाना
विषय प्रवर्तन :- आ. ज्योति मिश्रा जी
विषय प्रदाता :-  डॉ विनोद वर्मा दुर्गेश जी

मंजिल दूर राह पर जाना है
हार नहीं तो जीत कर ही आना है ।

फंसे हम तो क्या पर हमें  किसी को
कभी भी कहीं भी नहीं फसाना है ।

फंसाने से सही किसी घर परिवार
को एक ही समाज में बसाना है ।

अंधकार में रोशन हो बस ऐसा
ही दया प्रेम के दीप जलाना है ।।

✍️ रोशन कुमार झा
सुरेन्द्रनाथ इवनिंग कॉलेज , कोलकाता
ग्राम :- झोंझी , मधुबनी , बिहार,




इंक़लाब न्यूज़     सोनू कुमार झा
मधुबनी , बिहार
शुक्रवार           07/08/2020

https://www.inkalabhindi.com/2020/08/blog-post_707.html?m=1

इंकलाब न्यूज़  सोनू कुमार झा
मधुबनी, बिहार
शुक्रवार 07/08/2020

जिलाधिकारी शीर्षत कपिल अशोक एवं पुलिस अधीक्षक नवीन चन्द्र झा ने शहर के कंटेनमेंट जोन में चल रहे सैम्पलिंग, आशा वर्कर द्वारा चलाये जा रहे कार्यो का किया निरीक्षण...

जिलाधिकारी ने कंटेनमेंट जोन में पॉजिटिव लोगो से की बातचीत एवं परहेज से रहने व दवाई ससमय लेने की दी सलाह..लॉकडाउन पालन नहीं करने वाले वाहन चालको से बिना हेलमेट के दोपहिया वाहन चलाने वाले एवं बिना मास्क के घूमने वाले लोगों से जुर्माने की राशि वसूल करने का दिया निर्देश...अनुमंडल पदाधिकारी एवं अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी को शहरी क्षेत्र में ट्रैफिक कंट्रोल करने के लिए दिया आवश्यक दिशा निर्देश..कंटेनमेंट जोन में होम आइसोलेशन में रह रहे पॉजिटिव लोगों से मिलकर ली उनके स्वास्थ की जानकारी..कंटेनमेंट जोन में आशा वर्कर के कार्यों का किया निरीक्षण , दिया आवश्यक दिशा निर्देश......

इंक़लाब न्यूज़     रोशन कुमार झा
कोलकाता , पश्चिम बंगाल
शनिवार          08/08/2020

UPSC की तैयारी के बारे में दिये बी०ओ०सी० अपनी राय

जय हिन्द, जय एनसीसी , जय बी०ओ०सी०, जय भारत
Union Public Service Commission. UPSC
संघ लोक सेवा आयोग की तैयारी के बारे में दिये ब्रिगेड ऑफ एक्स कैडेट्स बी०ओ०सी० अपनी राय जो इस प्रकार है :-

मेरे प्रिय बीओसीयनस भारत के पूर्व राष्ट्रपति और छात्रों के सबसे प्रिय गुरु कलाम सर अक्सर कहते थे कि सपने हमेशा खुली आंखों से देखो, क्योंकि अगर आप सपने नहीं देखोंगे तो फिर उसे पूरा कैसे करोगे. इसीलिए अगर आप IAS,IPS या कोई अफसर बनना चाहते हैं तो पहले सपने देखना शुरु करिए. लेकिन खुली आंखों से क्योंकि आंखे खुली रखोगे तो आपको सामने की बाधाएं भी साफ नज़र आएंगी. अगर आपने देश की सबसे कठिन परीक्षाओ को पास करने का सपना देखा है तो उसे पार करने के लिए आपको एक दूरगामी रणनीति बनाने की जरुरत है.

UPSC की तैयारी के लिए देशभर में कोचिंगों की कमी नहीं है. लेकिन वहां जाने के लिए आपके पास मोटी रकम होनी चाहिए. अगर आप गरीब परिवार से हैं और खासतौर से महिला हैं तो शायद ही घरवाले कोचिंग के लिए राजी हों। लेकिन कहते हैं ना कि जहाँ चाह, वहाँ राह। अगर आपने वाकई खुली आंखों से सपना देखा है तो उसे पाने के लिए रास्ते भी खुद ही तलाश लेंगो। आपकी मदद के लिए मै कुछ रणनीति लिख रहा हूँ और मुझे यकीन ही नहीं, पूरा भरोसा है कि अगर आप खुली आंखों से इस लेख को पढ़ोगे तो सफलता आपसे ज्यादा दूर नहीं है.

---मेरे प्रियो -
• सिविल सर्विसेज की तैयारी करने से पहले इस एग्जाम की फिलोसफी को समझना बहुत जरुरी है। क्योंकि दिन-रात पढना, अच्छी कोचिंग जाना या सैकड़ों किताबें पढना इस एग्जाम में सफलता की गारंटी नहीं है।
सफल व्यक्ति का भाषण ना सुनें। मुख्यत तैयारी करने वाले सबसे बड़ी गलती यही करते हैं कि वे हर सफल व्यक्ति का भाषण बड़े गौर से सुनते हैं और उसे कॉपी करने की कोशिश करते हैं जो बहुत घातक साबित होता है। क्योंकि सफल व्यक्ति कभी भी पूरी ईमानदारी से अपनी पढ़ाई का तरीका नहीं बताता है। वह हर चीज़ को बढ़ा- चढ़ाकर बताने की कोशिश करता है क्योंकि वह अपने आप को दूसरों से विशेष दिखाना चाहता है।
    हम जो देखते, सुनते और पढ़ते हैं वह हमेशा सही नहीं होता इसलिए किसी की बात को सुनकर उसपर आँख बन्द करके विश्वास मत करो ...ना ही उसकी कॉपी करो.
  जो लोग कहते हैं कि उन्होंने 5 साल तक 18-18 घंटे मेहनत की तब IAS बन पाए हैं ...उनपर दया करो ...क्योंकि मुझे लगता है अगर किसी व्यक्ति को इस एग्जाम को क्लियर करने में इतना समय लगा तो उससे बड़ा गधा इस दुनिया में और कोई नहीं हो सकता।
जब से नया पैटर्न आया है यह परीक्षा तो इतनी आसान हो गई है कि अब 45% अंक लाने पर IAS टॉप कर जाते हैं और 38% मार्क्स आ जाने पर आपका IAS बनना पक्का होता है.
       कभी आपने सोचा कि लोग इस परीक्षा में इतना कम स्कोर क्यों कर पाते हैं ...ध्यान रखिये कि सिलेबस बनाने वाले ना तो मूर्ख हैं और ना ही आपके दुश्मन हैं ....अगर आप कम स्कोर कर रहे हैं तो इसका मतलब यह है कि आप इस एग्जाम को समझ ही नहीं पाए हैं।
   ये पक्का है कि UPSC आपकी मदद करने के लिए ही बैठा है ...पर सवाल यह है कि आप अपना हाथ आगे बढ़ा पा रहे हैं या नहीं। कुछ समय से लगातार यह हौआ बनाया जा रहा है कि सिविल सर्विसेज एक बहुत ही मुश्किल और कठिन एग्जाम है ....और यह हौआ बनाने में मार्केट फोर्सेज का सबसे ज्यादा योगदान हैं ताकि डरकर आप कोचिंग क्लासेज ज्वाइन करो....और सैकड़ों किताबें खरीदें और कोचिंग में लाखो रुपये खर्च कर उन्हें धनवान बनाओ।
    यदि आप में स्नातक हैं तो आपको सिविल सर्विसेज की तैयारी के लिए किसी की मदद की जरुरत नहीं है। परन्तु  आजकल परेशानी यह है कि लोग केवल परीक्षा में अंक लाने के लिए पढ़ते हैं कुछ सीखने के लिए ..........मेरा दावा है कि अगर आपने अपनी 12 वीं तक की पूरी पढ़ाई अच्छी तरह से की है और आपको याद है तो कोई भी आपको सिविल सर्विसेज क्वालीफाई करने से नहीं रोक सकता। सिविल सर्विसेज के एग्जाम में 12 वीं तक का ज्ञान व एक ग्रेजुएट की विचार क्षमता का परीक्षण किया जाता है। इस परीक्षा में आपसे वही पूछा जाता है जिसकी अपेक्षा एक सामान्य व्यक्ति से की जा सकती है। हर काम को करने से पहले अपने आप से यह सवाल पूछिये कि आप यह काम क्यों कर रहे हैं। सिविल सर्विसेज की तैयारी में ‘ध्येय’ महत्वपूर्ण है ना कि वहां पहुँचने का तरीका ।
इसलिए तैयारी का कोई तरीका सटीक नहीं है ... आपकी नज़र सिर्फ और सिर्फ ध्येय पर होनी चाहिए रास्ता अपने आप बनता जाता है।
आज मैं आपको यह क्लीयर कर रहा हूँ  कि IAS ज्ञान की परीक्षा नहीं है। सिविल सर्विसेज में आपका ज्ञान नहीं जांचा जाता बल्कि आप के अन्दर वह काबिलियत देखी जाती है जो एक सिविल सेवक में होना चाहिए।
जो पढ़ते हैं वह आगे कभी काम नहीं आता – IAS की तैयारी के लिए आप जो भी विषय पढ़ते हैं चयनित हो जाने के बाद वो कहीं काम नहीं आते ..... अगर कुछ काम आता है तो वह है आपकी स्किल्स ....इसीलिये यह परीक्षा आजकल ज्ञान की जगह व्यक्तित्व की परीक्षा बन गई है।
  UPSC के किसी फॉर्म में आपसे ये कभी नहीं पूंछा जाता कि आपने कौन सी किताबें पढी हैं या आप दिन में कितने घंटे पढ़ते थे ......बल्कि यह पूछा जाता है कि आपकी हाबीज क्या हैं क्योंकि आपकी हाबीज ही आपके व्यक्तित्व की पहचान हैं।जो व्यक्ति बहुत ज्ञानी होते हैं वो सामान्यतः अच्छा प्रशासन नहीं चला पाते इसलिए यह परीक्षा सबसे ज्यादा ज्ञानी लोगों की खोज करने के लिए नहीं है। अगर ज्ञानी ही चाहिए होते तो यूनिवर्सिटी टॉपरस को ही सीधे IAS बना देते – कितना आसान था UPSC के लिए भी ...अगर उन्हें देश के सबसे ज्ञानी लोगों को IAS बनाना होता तो वे परीक्षा कराने की जगह सीधे हर यूनिवर्सिटी के टॉपर को ही IAS बना देते मै आपको बता देता हूँ अनपढ़ अकबर देश का सबसे अच्छा प्रशासक था परन्तु उसके शासन को देश के सबसे बेहतरीन प्रशासन के लिए जाना जाता है ...यहाँ तक कि उस समय देश के सबसे बेहतरीन विद्वान् भी उसके नवरत्नों में शामिल थे और अकबर उनके ज्ञान का प्रशासन चलाने में इस्तेमाल करता था ......क्योंकि अकबर में प्रशासनिक क्षमता अच्छी थी।  कोई अर्थशास्त्री आज तक सफल व्यवसायी नहीं बन पाया – बड़े बड़े अर्थशास्त्री जिन्होंने बिजनेस बढाने की बड़ी बड़ी तरकीबें सुझायीं ....कभी अच्छे व्यवसायी नहीं बन पाए ....क्योंकि उनमें किताबी ज्ञान ज्यादा और व्यवहारिक ज्ञान कम था। सिविल सर्विसेज आपके व्यवहारिक ज्ञान की परीक्षा है. व्यवहारिक ज्ञान आपके ऑब्जरवेशन, अनुभव, विश्लेषण और कॉमनसेंस से मिलकर बनता है। जो प्रश्न उठाना नहीं जानता वो IAS नहीं बन सकता – हर बात जो आप सुनते या देखते हैं उस पर प्रश्न उठाइये...उस पर शक कीजिये ...और जब तक पूरी तरह संतुष्ट ना हो जाएँ तब तक उसे ना मानिए। सिविल सर्वेन्ट्स में दो सबसे बड़े गुण होते हैं-ओरिजिनालिटी और डिसीजन मेकिंग.
UPSC आपमें वह रॉ मटेरियल ढूंढती है जिसे आगे चलकर एक बेहतरीन प्रशासक के रूप में ढाला जा सके। IAS की तैयारी मतलब आ बैल मुझे मार – सिविल सर्विस में आने का मतलब है अपने सिर पर और जिम्मेदारियां लेना .....यदि आप जिम्मेदारियों से बचना चाहते हैं या अपनी वर्तमान जिम्मेदारियों को ही अच्छे से पूरा नहीं कर पा रहे हैं तो कृपया इस फील्ड में ना आयें।
आप स्वयं देखें ..आप बदलाव के लिए कितने तैयार हैं – सिविल सेवक बनने की चाहत रखने का अर्थ है आप अपनी वर्तमान पहचान बदलकर सिविल सेवक के रूप में पहचाने जाना चाहते हो ....याद रखिये कि अगर आप अपनी इमेज बदलना चाहते हैं तो आपको उसके लिए स्वयं में बहुत बदलाव करने की जरुरत है ....क्या आप इन बदलावों के लिए तैयार हैं। जो पूछा जाता है वह किताबों में नहीं है – सिविल सर्विसेज में जो पूछा जाता है वह किताबों में नहीं होता ....क्योंकि यहाँ वह पूछा जाता है जो अभी चल रहा है। चयन इस आधार पर कि आप नया क्या सोच पाते हैं – सिविल सर्विसेज में आपका चयन इस बात पर निर्भर करता है कि आप किसी भी विषय पर क्या नया सोच पाते हैं ....और कुछ भी नया आप तब सोच पाते हैं जब आप अपना खुद का ऑब्जरवेशन विकसित करते हैं और अपने ऑब्जरवेशन को तार्किक तरीके से लोगों के सामने रख पाते हैं।
   *‘सरल’* सबसे कठिन होता है
IAS में आजकल बहुत आसन प्रश्न पूछे जाते हैं जिनके उत्तर सबको आते हैं पर सब लिखते अलग अलग हैं ....आपके यही उत्तर आपको दूसरों से अलग दिखाते हैं।

मेरी छोटी-सी अपील है कि जो एन०सी०सी० कैडेट्स, भारत स्काउट गाइड और एनएसएस के कैडेट्स या एक्स कैडेट्स कही भी अफसर बनना चाहते हैं तो सर्इवप्रथम आप स्वयं के विकास की तरफ ज्यादा ध्यान लगायें। अपनी कमीयों को स्वयं ढूंढे और अपने ऊपर काम करें।

📝✒
*राष्ट्रीय कार्यालय*
*ब्रिगेड ऑफ एक्स कैडेट्स*
प्रदेश :-
रोशन कुमार झा
31 वीं बंगाल बटालियन एनसीसी फोर्ट विलियम कोलकाता -बी, कम्पनी - पांचवीं
पंजीकृत संख्या :- WB17SDA112047
पश्चिम बंगाल और सिक्किम, निदेशालय

सोनू न्यूज़ https://www.inkalabhindi.com/2020/08/blog-post_994.html?m=1
http://roshanjha9997.blogspot.com/2020/08/1715.html
रिपू सीनियर एनसीसी बीसीओ के लिए -+91 77186 09031
[07/08, 10:29] इंकलाब पत्रिका सागर सर: Bhai HO SAKE 500 JAMAA KARVA DO
[07/08, 10:30] इंकलाब पत्रिका सागर सर: मैं मुंबई में हूँ आईडी आईडी लखनऊ से बन रही है
[07/08, 11:09] R: हम तो भेज दिए रहें गुरु जी
[07/08, 14:19] R: नमस्ते सर
[07/08, 14:19] R: समय मिले तो काल कीजिएगा
[07/08, 14:20] R: कुछ बात है
[07/08, 14:50] इंकलाब पत्रिका सागर सर: 9 pm
[07/08, 15:12] R: ठीक है सर
[07/08, 18:01] R: सर ये प्रकाशित कर दीजिये सोनू कल पेमेंट कर देगा आई कार्ड के लिए
[07/08, 18:40] R: धन्यवाद गुरु जी सादर आभार
[07/08, 18:41] R: +91 8340 502 972
[07/08, 18:41] R: इस नम्बर को जोड़ दीजिए
[07/08, 18:42] इंकलाब पत्रिका सागर सर: किसका नंबर है।
[07/08, 18:42] R: सोनू का
[07/08, 18:42] R: कल वह पेमेंट कर देगा
[07/08, 18:43] R: वह बेचारा बहुत मेहनत किया सब प्रिंट आउट निकाला फार्म का जो आप भेजें रहे
[07/08, 18:44] इंकलाब पत्रिका सागर सर: आप कह रहे हैं तो हम जोड़ देते हैं। आपका कहा नहीं टाल सकता
[07/08, 18:45] R: सादर आभार 🙏💐💐💐
[07/08, 18:47] इंकलाब पत्रिका सागर सर: जोड़ दिया
[07/08, 18:47] R: धन्यवाद सह सादर प्रणाम 🙏💐 गुरु जी
[07/08, 20:49] R: गौतम पागल है डीएम मोतिहारी का है पर जो न्यूज़ दिया है वह मधुबनी का है गुरु जी
[07/08, 20:49] R: हम पर विश्वास है न
[07/08, 20:49] इंकलाब पत्रिका सागर सर: 😀😀😀😀😀😀
[07/08, 20:49] R: सभी को भड़का रहा है गौतम
[07/08, 20:50] R: जिसे सीखाओ वहीं गुरु बन जाता है
[07/08, 20:50] इंकलाब पत्रिका सागर सर: मैं उसे बाहर कर दूंगा
आज राजन किताब नंदिता सरकार जी वाला आया Solivagant Rhymes लाया





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