कविता :- 16(71) , भोजपुरी, रथयात्रा

कविता :- 16(71)

नमन 🙏 :- साहित्य संगम संस्थान
दिनांक :- 23-06-2020
विषय :- समर्पण (राष्ट्र के प्रति )
विधा :- छंद
विषय प्रदाता :- आ. अनिता मंदिलवार सपना जी

आज जगन्नाथ जी के रथयात्रा , तन-मन धन
और उन पर रोशन के यह जीवन समर्पण ।
करूं पूजा पाठ आरती और अर्चन ,
उनके आशीर्वाद से ही हूं हम प्रसन्न ।।

इच्छा है पुरी जाकर करूं दर्शन ,
जा न पाते , इच्छा में ही बीत जाती एक और क्षण ।
खुश हैं आज जन - जन,
करके जगन्नाथ जी के भजन ।।

✍️ रोशन कुमार झा 🇮🇳
सुरेन्द्रनाथ इवनिंग कॉलेज कोलकाता भारत
ग्राम :- झोंझी, मधुबनी, बिहार
मो :- 6290640716

नमस्ते 🙏 :- कलम ✍️ बोलती है साहित्य समूह
विषय क्रमांक :- 161
दिनांक :- 23-06-2020
दिवस :-  मंगलवार
विषय :- बाल मन
विधा :- हाइकु
संचालक :- आ. शशि मित्तल  जी

बालक मन
है सबसे पवित्र
देखते नहीं

जात व पात
सबको बना लेते
अपना मित्र

देखते नहीं
रोशन वर्षा ,शीत
मन की रीत

✍️ रोशन कुमार झा 🇮🇳
सुरेन्द्रनाथ इवनिंग कॉलेज कोलकाता भारत
ग्राम :- झोंझी, मधुबनी, बिहार
मो :- 6290640716

#############        क्रमांक :- 10

नमन🙏 :- विश्व साहित्य संस्थान
दिनांक :- 23/06/2020
दिवस :- मंगलवार
विधा :- कविता :-16(71)
विषय :- विश्व साहित्य संस्थान बनैनी
भाषा :- भोजपुरी
____________________________

साहित्य के सेवा हम हूं रोशन कैनी ,
तब गुरु अमिताभ, आशीष सह ज्योति जी
संगे विश्व साहित्य संस्थान समूह बनैनी ।
आज हअ जगन्नाथ जी के रथयात्रा , ओहो पूजा करके मनैनी ,
तब लोऊवा लोगेन जलेबी, पापड़ खैनी की न खैनी ।।

कुछ मान सम्मान पैनी ,
कब , जब साहित्य से दिल लगैनी ।
कविता लिख लिख के दुनिया के अपन ग़म बतैनी ,
और का बताई लोऊवा लोगेन के अपन प्रिय के
कबो न मिले ख़ातिर बुलैनी ।।

✍️ रोशन कुमार झा 🇮🇳
सुरेन्द्रनाथ इवनिंग कॉलेज कोलकाता भारत
ग्राम :- झोंझी, मधुबनी, बिहार
मो :- 6290640716 कविता :-16( 71)

आज सोमवार कविता :-16(70)
22/06/2020 विश्व साहित्य संस्थान

कविता :-16(50)
नमन 🙏 :- साहित्य उत्थान कोश
साप्ताहिक प्रतियोगिता :-
दिनांक :-02-06-2020
दिवस :- मंगलवार
विधा :- कविता
विषय :- पैमाना

ध्यान दें ध्यान ,तब है खाना ,
हम रोशन शिष्य , आप श्रीमान , यही है हमने माना ,
बढ़े हम हमारी शान , है बदलाव लाना
वहां तक जाऊं, जाने के लिए हो एक पैमाना ।।

है कविता, गीत,  है उसे गाना ,
जब आये साहित्य में हाइकु लिखना जाना ।
है जीवन , सम्पत्ति नहीं , पर चाहिए दाना ,
यह भी तो है जीवन की एक पैमाना ।।

जहां दया, प्रेम है दर्शाना ,
लघु जीवन है , कुछ घर परिवार के लिए है कमाना ,
हार नहीं मानेंगे , वह भी है ठाना ,
कहो यारों यह चाह भी तो है एक पैमाना ।।

✍️ रोशन कुमार झा
सुरेन्द्रनाथ इवनिंग कॉलेज कोलकाता भारत
ग्राम :- झोंझी जिला:- मधुबनी बिहार
मो :-6290640716

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इंक़लाब ऑनलाइन पत्रिका प्रमाण पत्र :-359
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विश्व साहित्य संस्थान मंगलवार 23/06/2020
की रचनाएं व चित्र
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✍️ अमिताभ सिंह गुरूजी, ✍️ आशीष कुमार झा,
✍     मृत्युंजय एम झा,✍ज्योति झा, ✍   रोशन झा,
✍   अभिषेक भूपेश झा, ✍  चुनचुन गिरि, ✍️  উজ্জল পন্ডিত। उज्जल पण्डित , Ujjal Pandit ,✍️  पूजा गुप्ता,
✍️ रोशन कुमार झा
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