कविता :-16(64) हिन्दी

कविता :-16(64)

#######  भाग :- 1

नमन 🙏 :-  बदलाव मंच साप्ताहिक प्रतियोगिता 
विषय :- बसे मेरे मन में
विधा  : कविता ( पद्य भाग)
दिनांक  : 16-06-2020
दिवस     : मंगलवार

दिल में आग लगाकर चल गई वह सावन में ,
कैसे न जाती, एक दो न उसकी प्रिय है बावन में

छोड़ गई अंधेरा न , रोशन में
ऐसे भी कोई बदलते, वह बदल गई कुछ ही क्षण में ।

आग लगाई तन मन में ,
आज भी चर्चा है मेरे प्यार की जन जन में ।

कह गई कि तू चले जाओ वन में ,
सही कही क्योंकि देवों के देव ,महादेव के
पूजा करना रहा सावन में ।।

आज भी वह बसती है मेरे कण - कण में ,
यही दुआ करूँगा, जब भी वह दिखे,
दिखे वह हमें प्रसन्न में ।।

® ✍️ रोशन कुमार झा
सुरेन्द्रनाथ इवनिंग कॉलेज , कोलकाता 
ग्राम :- झोंझी, मधुबनी, बिहार
मो :-6290640716
ईमेल :- Roshanjha9997@gmail. com
http://badlavmanch.blogspot.com/2020/06/blog-post_36.html

लघुकथा बेटियां ऐसी हो :-16(50) (52) मंगलवार
02-06-2020 आज कविता :-16(64)

https://badlavmanch.blogspot.com/2020/06/blog-post_71.html

#######  भाग :- 2

नमन 🙏 :- साहित्य संगम संस्थान
तिथि :- 16-06-2020
दिवस :- मंगलवार
विषय :- व्यायाम
विधा :- छंद
विषय प्रदाता :-  आ. कृपाशंकर सिंह जी

दिन भर करिए काम ,
लेकिन करो सुबह शाम ।
क्या ? तो करो व्यायाम ,
लेकर हरि का नाम ।

वही राम और वही है श्याम
वही काशी, वही मथुरा,मिथिला धाम
जहाँ भी रहो , करो तन मन से व्यायाम ,
आप सभी को रोशन तरफ से सादर प्रणाम ।।

खुद करो लगता न दाम ,
स्वस्थ्य रहोगे, करके देखो व्यायाम ।
तब चैन से करोगे विश्राम ,
यही है व्यायाम की इनाम

® ✍️ रोशन कुमार झा
सुरेन्द्रनाथ इवनिंग कॉलेज , कोलकाता 
ग्राम :- झोंझी, मधुबनी, बिहार
मो :-6290640716

#######  भाग :- 3

नमस्ते 🙏 :- कलम ✍️ बोलती है साहित्य समूह
विषय क्रमांक :- 155
दिनांक :- 16-06-2020
दिवस :-  मंगलवार
विषय :-  ज़िन्दगी
विधा :- मुक्तक
संचालक :- आ.वीणा वैष्णव जी

ज़िन्दगी में बहार है , सुखों का पहाड़ है ,
मोहब्बत की दरिया दिल से बह रही है ।

ख्यालों में तो हमेशा वही रह रही हैं ,
हम रोशन पर आशिक़ी चढ़ रही है ।

खुद वह दूसरों के बाहों में झुल रही है,
हमारे दिल में अरमान फल फूल रही है ।

वह किसी के होंठों के रस को पीती है,
हम उनके ख्यालों में ही वैसे ही जीते हैं ।

वह सफल पायी किसी के प्यार में ,
हम धोखा पाये उसी के ख्याल में ।

कल तो वह घुमेगी कार में,
हम यूं ही रोयेंगे बाज़ार में !

वह कल जनसंख्या बढ़ायेगी, किसी के प्रेम लुटाकर ,
हम यूं जनसंख्या नियंत्रित करेंगे खुद को मिटाकर ।

® ✍️ रोशन कुमार झा
सुरेन्द्रनाथ इवनिंग कॉलेज , कोलकाता 
ग्राम :- झोंझी, मधुबनी, बिहार
मो :-6290640716
ईमेल :- Roshanjha9997@gmail. com

#######  भाग :- 4
कविता :- 16(47)
नमस्ते 🙏 :- कलम ✍️ बोलती है साहित्य समूह
विषय क्रमांक :-141
दिनांक :- 30-05-2020
दिवस :- शनिवार
विषय :- उम्मीद का दामन थाम के
विधा :- कविता
प्रदाता :- आ . वन्दना सोलंकी जी

नमन 🙏 :- वर्तमान अंकुर मंच
तिथि :- 16-06-2020
दिवस :- मंगलवार
विषय :-  उम्मीदों की धारा
विधा :- कविता
मुख्य आयोजक :- श्रीमान निर्मेश त्यागी जी
सह आयोजक :- आदरणीया सुनीता सोनू जी

ज़रूरत है, आशीर्वाद और प्रणाम के ,
मूल्य है न आराम के  ।
लक्ष्य पर रहो उम्मीद का दामन थाम के ,
अभी करो, मत कहो कि ये काम है शाम के ।।

वर्णन करो सीता पति राम के ,
राधा प्रिय श्याम के ।
और रोशन करो अपने नाम के ,
जो भी करना है वह करो
उम्मीद का दामन थाम के ।।

उज्जवल करो अपना घर परिवार और ग्राम के ,
पेड़ लगाओ , अमरूद और आम के ।
गरीबों का मदद करो, ज़रूरत है न काशी, मथुरा धाम के ,
यूं मंजिल तक चल जाओगे,
उम्मीद का दामन थाम के ।।

® ✍️ रोशन कुमार झा 🇮🇳
सुरेन्द्रनाथ इवनिंग कॉलेज , कोलकाता 
ग्राम :- झोंझी, मधुबनी, बिहार
मो :-6290640716

[16/06, 20:04] Roshan Kumar Jha J: http://www.hindirakshak.com/when-young-sleeps-forever/                                                                                                          प्रकाशित रचनाओं को ज्यादा से ज्यादा समूह व अपने परिचितों को प्रेषित करें ....🙏🏻
[16/06, 20:08] Roshan Kumar Jha J: http://roshanjha9997.blogspot.com/2020/06/1663.html

https://kalamlive.blogspot.com/2020/06/majdoor-ki-pida.html
कविता :- 16(56) वक्त, कविता:- 16(58)
कविता :- 16(62) वर्षगांठ पर सब आज प्रकाशित हुआ
https://kalamlive.blogspot.com/2020/06/janamdin-janmdivas-happy-birthday.html
कविता:-16(63)
http://roshanjha9997.blogspot.com/2020/06/1663.html


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